Bindyarani Devi Biography in Hindi | बिंदिया रानी देवी जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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पूरा नाम | बिंदिया रानी देवी सोरोखैबम [1]Zee News |
अन्य नाम | मीराबाई चानू 2.0 [2]Zee News |
व्यवसाय | भारतीय वेटलिफ्टर |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई [3]The Times of India | से० मी०- 144 मी०- 1.44 फीट इन्च- 4’ 9” |
भार/वजन [4]Deccan Herald | 55 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
वेटलिफ्टिंग | |
कोच | विजय शर्मा |
पदक | गोल्ड पदक • वर्ष 2016 में IWLF युवा नागरिक (भुवनेश्वर) में 151 किग्रा (65 किग्रा स्नैच + 86 किग्रा क्लीन एंड जर्क) में • वर्ष 2019 में राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप (अपिया) में 183 किग्रा (78 किग्रा स्नैच +105 किग्रा क्लीन-एंड-जर्क) में • वर्ष 2019 में खेलो इंडिया यूथ गेम्स अंडर-21 (पुणे) में 55 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में कुल 179 किग्रा वजन के साथ • वर्ष 2021 में विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप (ताशकंद) में 55 किग्रा महिला वर्ग की कैटेगरी में 114 किग्रा क्लीन एंड जर्क के साथ • वर्ष 2022 में खेलो इंडिया महिला लीग प्रतियोगिता (नगरोटा बगवां) में • वर्ष 2021 में IWLF यूथ जूनियर और सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप (पटियाला) में 55 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में 185 किग्रा (78 किग्रा स्नैच + 107 किग्रा क्लीन एंड जर्क) के कुल भार के साथ सिल्वर पदक • 2016 राष्ट्रमंडल जूनियर चैंपियनशिप में • 2019 IWLF सीनियर नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप (विशाखापत्तनम) में • 2021 राष्ट्रमंडल भारोत्तोलन चैंपियनशिप (उज़्बेकिस्तान) में • वर्ष 2022 में बर्मिंघम में होने वाले राष्ट्रमंडल खेल महिलाओं के 55 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में कुल वजन 202 किग्रा (86 किग्रा स्नैच +116 किग्रा क्लीन एंड जर्क) के साथ कांस्य पदक • वर्ष 2018 में मूदबिद्री में होने वाले वरिष्ठ नागरिक 53 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में कुल 178 किग्रा भार के साथ |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 27 जनवरी 1999 (बुधवार) |
आयु (2022 के अनुसार) | 23 वर्ष |
जन्मस्थान | ज्ञात नहीं |
राशि | वृश्चिक (Scorpio) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | इंफाल, मणिपुर |
जातीयता | मणिपुरी [5]The Times of India |
पता | इम्फाल पश्चिम, लैंगोल निंगथौ लेइकाई, मणिपुर |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
परिवार | |
पति | लागू नहीं |
माता/पिता | पिता- सोरोखैबम राजेन सिंह (किसान और दुकानदार) माता- एस. इबेम्चा देवी (पुजारी) नोट: एक साक्षात्कार में बिन्द्यारानी देवी के भाई सोरोखैबम सूरज सिंह ने खुलासा किया कि उनकी माँ ने भी इम्फाल में पड़ोस के एक घर में एक सहायिका के रूप में काम किया था। [6]Northeast Live |
भाई/बहन | भाई- सोरोखैबम सूरज सिंह नोट:- उनके दो भाई-बहन हैं। |
बिंदिया रानी देवी से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
- बिंदिया रानी देवी एक भारतीय भारोत्तोलक हैं जो 55 किग्रा और 53 किग्रा भार वर्ग की कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करती है। उन्होंने वर्ष 2022 में होने वाले बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं के 55 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में 202 किग्रा की कुल लिफ्ट के साथ 86 किग्रा स्नैच और 116 किग्रा क्लीन एंड जर्क के साथ रजत पदक जीता।
- बचपन से ही खेलों की ओर झुकाव रखने वाली बिंदिया रानी देवी ताइक्वांडो खिलाड़ी के रूप में अपनी यात्रा शुरू की। उन्होंने 2008 से 2012 तक ताइक्वांडो प्रतियोगिताओं में प्रशिक्षण लिया और प्रतिस्पर्धा भी की। चूंकि उनकी छोटी हाइट भारोत्तोलन के लिए काफी नहीं थी, उन्होंने ताइक्वांडो को छोड़ दिया और 2013 में भारोत्तोलन शुरू कर दिया।
- भारतीय भारोत्तोलक मणिपुरी मीराबाई चानू से प्रेरित होकर बिंदिया रानी ने इंफाल में SAI नॉर्थ ईस्टर्न रीजनल सेंटर में एक भारोत्तोलक प्रशिक्षण के रूप में अपनी यात्रा शुरू की। तीन लंबे वर्षों के बाद देवी को राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र (एनसीओई) इंफाल में प्रशिक्षण के लिए चुना गया था।
- मीराबाई चानू भारतीय महिला भारोत्तोलन की अग्रणी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला भारोत्तोलकों में से एक हैं, वह अपने दिल में कुंजारानी देवी की मूर्ति बनाकर बड़ी हुई हैं। एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा,
हालांकि हम एक ही राज्य से और इम्फाल के आसपास के शहरों से आते हैं, मेरा मीराबाई चानू से कोई संबंध नहीं है। मैंने भारोत्तोलन में उनका अनुसरण नहीं किया। मैं कुंजारानी देवी से प्रेरित थी।”
- उन्होंने वर्ष 2016 में भुवनेश्वर में होने वाले IWLF यूथ नेशनल्स में भारोत्तोलन में प्रतिस्पर्धा शुरू की जिसमें उन्होंने 53 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में भाग लिया।
- वर्ष 2019 में जब बिंदिया रानी देवी को पहली बार एनआईएस पटियाला में राष्ट्रीय शिविर के लिए चुना गया था, तो वह अपने कसरत सत्रों के लिए भारोत्तोलन जूतों की एक जोड़ी के बिना शिविर में पहुंचीं थी। उस समय ओलंपिक रजत पदक विजेता मीराबाई चानू ने अपने प्रशिक्षण जूते उपहार में दिए और शिविर में उनकी सहायता की।
सन्दर्भ
↑1, ↑2 | Zee News |
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↑3, ↑5 | The Times of India |
↑4 | Deccan Herald |
↑6 | Northeast Live |