Sunil Gavaskar Biography in Hindi | सुनील गावस्कर जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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वास्तविक नाम | सुनील मनोहर "सनी" गावस्कर |
उपनाम | सनी, लिटिल मास्टर |
व्यवसाय | पूर्व भारतीय क्रिकेटर |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई | से० मी०- 163 मी०- 1.63 फीट इन्च- 5' 4"/strong> |
वजन/भार (लगभग) | 70 कि० ग्रा० |
शारीरिक संरचना (लगभग) | -छाती: 41 इंच -कमर: 36 इंच -Biceps: 13 इंच |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | धूसर |
क्रिकेट | |
अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण (डेब्यू) | वनडे (एकदिवसीय)- 13 जुलाई 1974, इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स में टेस्ट- 6 मार्च 1971, वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन में |
अंतर्राष्ट्रीय सन्यास | वनडे (एकदिवसीय)- 5 नवंबर 1987, इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई में टेस्ट- 13 मार्च 1987, पाकिस्तान के खिलाफ बैंगलोर में |
किसके खिलाफ खेलना पसंद करते हैं | वेस्टइंडीज |
डोमेस्टिक/स्टेट टीम | मुंबई, सोमरसेट |
मैदान पर प्रकृति (Nature on field) | शांत |
पसंदीदा शॉट् | लेट फ्लिक |
कीर्तिमान (मुख्य) | 1. वह 10000 से अधिक रन बनाने वाले पहले टेस्ट क्रिकेटर हैं। 2. सचिन तेंदुलकर से पहले उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक 34 शतक लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया था। 3. उनके द्वारा अपनी डेब्यू पारी में सर्वाधिक 774 रन बनाने का रिकॉर्ड है। जो अभी भी एक रिकॉर्ड है। 4. वह एकमात्र ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने पोर्ट ऑफ़ स्पेन और वानखेड़े में लगातार दो बार चार शतक लगाए हैं। 5. उनकी 58 शतकीय साझेदारी 18 अलग-अलग खिलाड़ियों के साथ थी। जो एक रिकॉर्ड है। 6. टेस्ट क्रिकेट में 100 कैच लेने वाले वह पहले भारतीय क्रिकेटर (विकेटकीपरों को छोड़कर) बने। 7. वर्ष 1980 में, उन्हें विस्डन क्रिकेटर्स ऑफ द ईयर के रूप में नामित किया गया। |
विवाद | वर्ष 2008 में, उन्होंने सिडनी टेस्ट मैच के दौरान मैच रेफरी माइक प्रॉक्टर के खिलाफ एक विवादास्पद टिप्पणी की। जिससे वह विवादों में रहे। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 10 जुलाई 1949 |
आयु (2017 के अनुसार) | 68 वर्ष |
जन्मस्थान | बॉम्बे (अब मुंबई), महाराष्ट्र, भारत |
राशि | कर्क |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
हस्ताक्षर | |
गृहनगर | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
स्कूल/विद्यालय | ज्ञात नहीं |
महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | सेंट जेवियर्स महाविद्यालय, बॉम्बे (अब मुंबई), महाराष्ट्र, भारत |
शैक्षिक योग्यता | ज्ञात नहीं |
परिवार | पिता - मनोहर गावस्कर माता- मीनल गावस्कर बहन- नूतन गावस्कर, कविता विश्वनाथ भाई- कोई नहीं |
धर्म | हिंदू |
शौक | कुश्ती मैच देखना, बैडमिंटन खेलना, पढ़ना, संगीत सुनना |
पसंदीदा चीजें | |
पसंदीदा क्रिकेटर | रोहन कन्हई, एमएल जयसिंह, गुंडप्पा विश्वनाथ |
पसंदीदा अभिनेता | पॉल नवमं |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
गर्लफ्रेंड व अन्य मामले | कोई नहीं |
पत्नी | मार्शनील गावस्कर |
बच्चे | बेटी : कोई नहीं बेटा : रोहन गावस्कर |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
वेतन (लगभग) | ज्ञात नहीं |
कुल सम्पति (लगभग) | ₹194 करोड़ |
सुनील गावस्कर से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- क्या सुनील गावस्कर धूम्रपान करते हैं ?: नहीं
- क्या सुनील गावस्कर शराब पीते हैं ?: नहीं
- बचपन में वह पहलवान मारुति वाडार के बहुत बड़े प्रशंसक थे। जिसके चलते उन्होंने एक पहलवान बनने का सोचा।
- गावस्कर के सबसे अच्छे दोस्त मिलिंद रेगे ने यह खुलासा किया कि “सुनील गावस्कर की एक झलक प्रसिद्ध गीत “दम मारो दम” में देखी जा सकती है।”
- वर्ष 1996 में, उन्हें अपने स्कूल के दिनों में भारत के सर्वश्रेष्ठ स्कूलबॉय क्रिकेटर ऑफ द ईयर से नामित किया गया था।
- उनके अंकल माधव मंत्री पूर्व भारतीय टेस्ट विकेट-कीपर थे।
- उन्होंने मराठी फिल्म “सावली प्रेमछी” में प्रमुख भूमिका निभाई। इसके साथ-साथ उन्हें हिंदी फिल्म “मालामाल” में भी देखा गया है।
- उन्होंने एक लोकप्रिय मराठी गीत “यदुनिये मध्ये थमबयला वेळ कोणाला” को अपनी आवाज दी, जिसे शांताराम नंदगावंकर ने लिखा था।
- जब उनके इकलौते पुत्र रोहन का जन्म हुआ था, तब उन्हें दो महीने तक अपने पुत्र से मिलने नहीं दिया गया था। क्योंकि फरवरी 1976 में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीसरे और अंतिम टेस्ट में वह चोटिल हो गए थे।
- वर्ष 1994 में, सुनील गावस्कर को मुंबई के शेरीफ के रूप में नियुक्त किया गया।
- वह अपने साथी खिलाड़ियों की नकल (मिमिक्री) करने में बहुत प्रसिद्ध हैं।
- उन्होंने जरूरतमंद खिलाड़ियों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए “चैंप फाउंडेशन” की शुरुआत की।
- वर्ष 2013 में, उन्होंने अभिनेता नागार्जुन के साथ मिलकर भारतीय बैडमिंटन लीग (आईबीएल) में मुंबई टीम का सह-स्वामित्व किया।
- सुनील गावस्कर अपने क्रिकेट करियर में टेस्ट मैच की पहली गेंद पर तीन बार आउट हुए थे।
- वर्ष 1975 में, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप मैच में धीमी गति से रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। जिसमें उन्होंने 174 गेंदों में सिर्फ 36 रन बनाए थे।
- सुनील गावस्कर और एलेन बॉर्डर के सम्मान के रूप में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को शुरू किया गया।
- उन्होंने अपने नाम से क्रिकेट पर चार पुस्तकें लिखी हैं। जैसे कि – “सनी डेज़” (आत्मकथा), “आइडल”, “रन एन रुइंस” और “वन डे वंडर्स”, इत्यादि।