Parupalli Kashyap Biography in hindi | पारुपल्ली कश्यप जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | बैडमिंटन खिलाड़ी |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई | से० मी०- 173 मी०- 1.73 फीट इन्च- 5’ 8” |
वजन/भार (लगभग) | 70 कि० ग्रा० |
शारीरिक संरचना (लगभग) | -छाती: 40 इंच -कमर: 32 इंच -Biceps: 14 इंच |
आँखों का रंग | गहरा भूरा |
बालों का रंग | काला |
बैडमिंटन | |
अंतर्राष्ट्रीय शुरुआत | वर्ष 2006 |
डोमेस्टिक/स्टेट टीम | आंध्र प्रदेश |
कोच/सरंक्षक | पुलेला गोपीचंद |
पुरस्कार/सम्मान | वर्ष 2006 • राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक • अखिल भारतीय पीएसपीबी इंटर-यूनिट बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक • कैनरा बैंक अखिल भारतीय वरिष्ठ बैडमिंटन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक वर्ष 2010 • युगल टीम में नई दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में रजत पदक • पुरुष एकल वर्ग में नई दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक वर्ष 2012 • पुरुषों के एकल वर्ग में इंडियन ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड टाइटल • भारत सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार वर्ष 2014 पुरुषों के एकल वर्ग में ग्लासगो राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक वर्ष 2015 पुरुषों के एकल वर्ग में भारत ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड टाइटल वर्ष 2016 पुरुषों की टीम में हैदराबाद बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में कांस्य पदक |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 8 सितंबर 1986 |
आयु (वर्ष 2018 के अनुसार) | 32 वर्ष |
जन्मस्थान | हैदराबाद, आंध्र प्रदेश, भारत |
राशि | कन्या |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | हैदराबाद, तेलंगाना, भारत |
शैक्षणिक योग्यता | बैचलर ऑफ कॉमर्स (बीकॉम) |
धर्म | हिन्दू |
खाद्य आदत | मांसाहारी |
शौक/अभिरुचि | गाने गाना |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य मामलें | |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
गर्लफ्रेंड एवं अन्य मामले | साइना नेहवाल (बैडमिंटन खिलाड़ी) |
विवाह तिथि | सूत्रों के मुताबिक, पारुपल्ली कश्यप और साइना नेहवाल 16 दिसंबर 2018 को शादी के बंधन में बंधने वाले हैं। |
परिवार | |
पत्नी | कोई नहीं |
माता-पिता | पिता - उदय शंकर माता - सुभद्रा |
भाई-बहन | भाई - कोई नहीं बहन - 1 (नाम ज्ञात नहीं, मृत्यु) |
पसंदीदा चीजें | |
पसंदीदा डीजे | Calvin Harris, Kygo |
पसंदीदा खिलाड़ी | सचिन तेंदुलकर |
पसंदीदा संगीतकार | लिंकिन पार्क, रिहाना, मेटालिका, एमिनेम, निर्वाण, सुखविंदर सिंह, सोनू निगम, एस. पी. बालसुब्रमण्यम |
पसंदीदा गीत | "आप जैसा कोई मेरी जिंदगी" फिल्म - कुर्बानी (1980) |
पारुपल्ली कश्यप से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- क्या पारुपल्ली कश्यप धूम्रपान करते हैं ? नहीं
- क्या पारुपल्ली कश्यप शराब पीते हैं ? ज्ञात नहीं
- पारुपल्ली कश्यप ने बहुत ही कम उम्र में बैडमिंटन खेलना शुरू कर दिया था।
- 11 साल की उम्र में, उन्होंने एक प्रशिक्षण शिविर में दाखिला ले लिया। जिसे हैदराबाद में भारतीय बैडमिंटन कोच “सैयद मोहम्मद आरिफ” द्वारा संचालित किया जाता था।
- अपने पिता के नियमित स्थानान्तरण के कारण, वह विभिन्न शहरों में रहते थे। जिसमें से एक बेंगलुरु शहर है, जहां उन्होंने बैडमिंटन में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए ‘प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी’ में शामिल हुए।
- वर्ष 2004 में, उनका परिवार बेंगलुरू से हैदराबाद लौट आया। जहां उन्हें पता चला कि वह अस्थमा की बीमारी से ग्रस्त हैं। जिसके बाद उचित उपचार से जल्द ठीक होकर उन्होंने हैदराबाद में ‘गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी’ में दाखिला लिया। जहां उन्हें पूर्व भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी “पुलेला गोपीचंद” से प्रशिक्षण प्राप्त किया।
- पारुपल्ली ने ‘राष्ट्रीय जूनियर ओपन बैडमिंटन चैम्पियनशिप’ में ‘आंध्र प्रदेश’ का प्रतिनिधित्व करते हुए, वर्ष 2005 में अपने करियर की शुरुआत की। जिसके चलते उन्होंने लड़कों के एकल युग का खिताब जीता।
- वर्ष 2006 में, उन्हें अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेलने के लिए चुना गया।
- उसी वर्ष, उन्होंने हांगकांग ओपन टूर्नामेंट में और बिटबर्गर ओपन टूर्नामेंट में विश्व नंबर 19 चैंपियन “प्रिज्मिस्लो वाचा” को दो बार हराकर, वह विश्व रैंकिंग में 100 वें पायदान से 64 वें पायदान पर पहुँच गए।
- उसके बाद उन्हें ‘2006 एशियाई खेलों’ के लिए भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया।
- वर्ष 2011 में, उनकी बहन ने आत्महत्या की, जो बैंगलोर में अकेली रहती थी।
- वर्ष 2012 में, वह पुरुषों के एकल वर्ग में ओलंपिक क्वार्टर फाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय बने, जिसके बाद उन्होंने 19 वीं रैंक हासिल की।
- उसी वर्ष, पारुपल्ली ने पुरूषों के एकल वर्ग में ‘इंडियन ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड’ टूर्नामेंट को जीता, जिसके बाद उनका रैंक 14 हो गया।
- वर्ष 2014 में, उन्होंने 32 साल बाद पुरुषों के एकल वर्ग में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता था, जिसके कारण उनका नाम दो भारतीय बैडमिंटन किंवदंतियों के साथ छोड़ा गया। इससे पहले वर्ष 1978 में प्रकाश पादुकोण और वर्ष 1982 में सैयद मोदी ने स्वर्ण पदक विजेता थे।
- वर्ष 2015 में, उनकी तस्वीर ‘द मैन’ पत्रिका के कवर पेज पर छापी गई।
- उसी वर्ष पारुपल्ली कश्यप को गंभीर चोट का सामना करना पड़ा, जिसके कारण वह इंडोनेशिया सुपरसीरीज के सेमीफाइनल नहीं खेल सके।
- वर्ष 2016 में, उन्हें ‘प्रीमियर बैडमिंटन लीग’ (पीबीएल) के लिए ‘हैदराबाद हंटर’ द्वारा खरीदा गया।
- वर्ष 2013 में, वह सर्वोच्च रैंकिंग अर्थात 6 वें रैंक पर आ गए।