Sandeep Singh Biography in Hindi | संदीप सिंह जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
---|---|
वास्तविक नाम | संदीप सिंह भिंडर |
व्यवसाय | हॉकी खिलाड़ी |
लोकप्रियता | विश्व के बेहतरीन ड्रैग फ़्लिकर |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 183 मी०- 1.83 फीट इन्च- 6' |
वजन/भार (लगभग) | 75 कि० ग्रा० |
शारीरिक संरचना (लगभग) | -छाती: 42 इंच -कमर: 30 इंच -Biceps: 14 इंच |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
हॉकी | |
अंतर्राष्ट्रीय शुरुआत | जनवरी 2004 में, कुआलालंपुर में सुल्तान अजलान शाह कप से |
खेलने की पोजीशन | Fullback |
डोमेस्टिक/स्टेट टीम | मुंबई मैजिशियन (2013) पंजाब वरियर्स (2014-2015) रांची रेज़ (2016-वर्तमान) हवंत हॉकी क्लब (यूनाइटेड किंगडम) |
कोच / संरक्षक (Mentor) | बिक्रमजीत सिंह (संदीप के बड़े भाई) |
स्पेशलिस्ट | Penalty Corner |
रिकॉर्ड्स (मुख्य) | • वर्ष 2009 में, उन्होंने सुल्तान अजलान शाह कप में सबसे अधिक गोल किए। • वर्ष 2012 में, उन्होंने लंदन ओलंपिक के लिए क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में सबसे अधिक गोल (16) किए। |
पुरस्कार/सम्मान | • सुल्तान अजलान शाह कप में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने। • वर्ष 2010 में, भारत सरकार द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित। • वर्ष 2011 में, अंतर्राष्ट्रीय हॉकी फेडरेशन ने उन्हें दुनिया के शीर्ष पांच हॉकी खिलाड़ियों के रूप में नामांकित किया। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 27 फरवरी 1986 |
आयु (2018 के अनुसार) | 32 वर्ष |
जन्मस्थान | शाहबाद, हरियाणा, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | शाहबाद, हरियाणा, भारत |
राशि | मीन |
शैक्षणिक योग्यता | ज्ञात नहीं |
धर्म | सिख |
जाति | जाट |
खाद्य आदत | मांसाहारी |
टैटू | दाहिने हाथ पर ओलंपिक रिंग्स |
शौक/अभिरुचि | कसरत करना, फ़िल्में देखना, अभिनय करना, संगीत सुनना |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य मामलें | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
गर्लफ्रेंड एवं अन्य मामले | हरजिंदर कौर (हॉकी खिलाड़ी) |
परिवार | |
पत्नी | हरजिंदर कौर (हॉकी खिलाड़ी) |
बच्चे | कोई नहीं |
माता-पिता | पिता - गुरचरण सिंह भिंडर माता - दलजीत कौर भिंडर |
भाई-बहन | भाई -बिक्रमजीत सिंह (बड़ा, हॉकी खिलाड़ी) बहन - कोई नहीं |
पसंदीदा चीजें | |
पसंदीदा हॉकी खिलाड़ी | धनराज पिल्लै, सोहेल अब्बास |
पसंदीदा भोजन | पास्ता, सलाद, Sprouted Grains |
पसंदीदा अभिनेता | शाहरुख़ खान |
धन संबंधित विवरण | |
बाइक संग्रह | हार्ले डेविडसन, रॉयल एनफील्ड |
कार संग्रह | निसान, महिंद्रा थार, फॉर्च्यूनर, लेक्सस |
घर/एस्टेट | एनएच-1 पर एक पेट्रोल पंप (दिल्ली-चंडीगढ़ राजमार्ग पर) |
आय (लगभग) | ₹ 55 लाख (वर्ष 2016 में, रांची रेज के खिलाड़ी के रूप में) |
कुल संपत्ति (लगभग) | ज्ञात नहीं |
संदीप सिंह से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- क्या संदीप सिंह धूम्रपान करते हैं ?: नहीं
- क्या संदीप सिंह शराब पीते हैं ?: ज्ञात नहीं
- संदीप सिंह का जन्म हॉकी खिलाड़ियों के परिवार में हुआ था, क्योंकि उनके बड़े भाई और उनकी भाभी एक हॉकी खिलाड़ी हैं।
- एक साक्षात्कार के दौरान, संदीप ने खुलासा किया कि वह एक आलसी छात्र थे; क्योंकि अपने स्कूल के दिनों में उन्हें कोई भी काम करना पसंद नहीं था, बस खाना और सोना पसंद था।
- शुरुआत में, वह हॉकी खेलने के लिए बिल्कुल भी इच्छुक नहीं थे। हालांकि, बाद में वह अपने बड़े भाई की हॉकी-किट और पोशाक से खेलते थे, वह अपने माता-पिता से वही चीजें चाहते थे, जो उनके बड़े भाई के पास थी। उनके माता-पिता इस शर्त पर तब सहमत हुए, जब वह अपने भाई की तरह एक हॉकी खिलाड़ी बने।
- संदीप सिंह धनराज पिल्लै के बहुत बड़े प्रशंसक हैं और अपना आदर्श मानते हैं।
- वर्ष 2003 में, उन्हें भारतीय राष्ट्रीय हॉकी टीम में शामिल किया गया और जिसके चलते वर्ष 2004 के एथेंस ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले वह न केवल भारत के बल्कि विश्व के सबसे छोटे खिलाड़ी (17+ वर्ष की उम्र में) बने।
- वर्ष 2005 जूनियर हॉकी विश्व कप में संदीप सिंह अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी थे।
- 22 अगस्त 2006 को, जर्मनी में हॉकी विश्व कप आयोजित होने से कुछ हफ्ते पहले संदीप सिंह गोली लगने से घायल हो गए थे। यह घटना तब हुई जब संदीप सिंह कालका-नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस से यात्रा कर रहे थे, यात्रा के दौरान सहायक सब-इंस्पेक्टर मोहर सिंह की पिस्तौल से अचानक एक गोली संदीप सिंह के दाएं कूल्हे पर लगी। फौरन उन्हें चण्डीगढ़ स्थित पीजीआई ले जाया गया, जहां उनका इलाज हुआ।
- गोली से उनकी पसलियां, यकृत और गुर्दे को गहरा आघात पहुंचा। जिसके चलते उनका शरीर का निचला हिस्सा लकवे से ग्रस्त हो गया। जिसके परिणामस्वरूप वह कभी हॉकी नहीं खेल सकेंगे। संदीप के अनुसार वह उनके जीवन का सबसे काला दिन था।
- पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान संदीप सिंह अपने बड़े भाई के साथ दोबारा हॉकी खेलने की कोशिश करने लगे और वो भी बिना डॉक्टरों की अनुमति से।
- पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के कुछ महीनों बाद, संदीप सिंह व्हीलचेयर पर बैठने लगे और डॉक्टरों ने उन्हें Rehab Centre में जाने के लिए कहा।
- हॉकी इंडिया फेडरेशन की मदद से, उन्हें rehabilitation के लिए विदेश भेजा गया था और जब वह भारत लौटे, तब वह व्हीलचेयर पर नहीं अपने पैरों पर खड़े थे।
- वर्ष 2008 में, संदीप सिंह ने सुल्तान अजलान शाह कप से हॉकी के खेल में वापसी की, जहां उन्होंने सर्वाधिक 8 गोल किए थे।
- जनवरी 2009 में, उन्हें भारतीय हॉकी टीम का कप्तान नियुक्त किया गया।
- अपनी कप्तानी के तहत संदीप सिंह ने 13 वर्षों के बाद भारत को वर्ष 2009 के सुल्तान अजलान शाह कप चैंपियन बनाया था।
- वर्ष 2012 में, लंदन ओलंपिक क्वालीफायर के दौरान फ्रांस के खिलाफ एक मैच में संदीप सिंह ने धनराज पिल्लै का सर्वाधिक गोल (121) का रिकॉर्ड तोड़ा।
- संदीप सिंह दुनिया में सबसे अधिक गति (गति 145 किमी / घंटा) से ड्रैग फ्लिक करते हैं।
- संदीप सिंह का लक्ष्य पाकिस्तानी डिफेंडर सोहेल अब्बास के 348 गोलों का रिकॉर्ड तोड़ना है।
- हॉकी में उनकी उपलब्धियों के लिए हरियाणा सरकार ने उन्हें हरियाणा पुलिस में डीएसपी रैंक से सम्मानित किया था।
- संदीप सिंह ने वर्ष 2012 की पंजाबी फिल्म “अज दे रांझे” में एक कैमियो की भूमिका निभाई थी।
- वर्ष 2018 में, एक भारतीय फिल्म निर्माता शाद अली ने सूरमा नाम से संदीप सिंह के जीवन पर एक फिल्म बनाई; इससे पहले, इसका शीर्षक था, फ्लिकर सिंह। जिसमें दिलजीत दोसांझ ने मुख्य भूमिका और ताप्सी पन्नू और अंगद बेदी ने सहायक भूमिका निभाई।