Tirath Singh Rawat Biography in Hindi | तीरथ सिंह रावत जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | राजनेता |
जाने जाते हैं | उत्तराखंड के 9वें मुख्यमंत्री के तौर पर |
राजनीति | |
पार्टी/दल | • भारतीय जनता पार्टी |
राजनीतिक यात्रा | • वह 1997 से 2002 तक उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य रहे। • वह 2000 से 2002 तक उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री रहे। • वर्ष 2007 में उन्हें भाजपा (उत्तराखंड) के राज्य महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया। • तीरथ सिंह रावत 2012 से लेकर 2017 तक उत्तराखंड के चौबट्टाखल निर्वाचन क्षेत्र से विधायक रहे। • वर्ष 2013 में उन्हें भाजपा (उत्तराखंड) के राज्य अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया और 2015 तक इस पद पर बने रहे। • वर्ष 2017 में वह भाजपा के राष्ट्रीय सचिव बने। • वर्ष 2019 में उन्हें गढ़वाल निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य के रूप में चुना गया। • मार्च 2021 में उत्तराखंड के 8वें मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद उन्हें उत्तराखंड के 9वें मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। • 2 जुलाई 2021 को उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। [1]Aaj Tak |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 178 मी०- 1.78 फीट इन्च- 5’ 10” |
आँखों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 9 अप्रैल 1964 (गुरुवार) |
आयु (2022 के अनुसार) | 58 वर्ष |
जन्म स्थान | ग्राम सिनरो, पौड़ी गढ़वाल जिला, उत्तर प्रदेश (जो अब उत्तराखंड, भारत में है) |
राशि | मेष (Aries) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | ग्राम सिनरो, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय, उत्तराखंड (1992) |
शैक्षिक योग्यता [2]Lok Sabha | • समाजशास्त्र में मास्टर डिग्री • पत्रकारिता में डिप्लोमा |
धर्म | हिन्दू |
पता | सीरोन, विकाशखंड कलगी खल, पौड़ी गढ़वाल-246146, उत्तराखंड [3]Lok Sabha |
शौक/अभिरुचि | पढ़ना |
विवाद | • मार्च 2021 में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के कुछ दिनों बाद, तीरथ सिंह रावत ने महिलाओं के "रिप्ड जींस" पहनने की प्रथा के खिलाफ एक विवादास्पद टिप्पणी की। उन्होंने उत्तराखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग द्वारा देहरादून में आयोजित एक कार्यशाला में अपने भाषण में कथित महिला विरोधी टिप्पणी की। एक किस्से को बताते हुए उन्होंने कहा कि वह एक महिला को देखकर दंग रह गए, जो एक एनजीओ चलाती है, एक जोड़ी फटी हुई जींस पहनती है और उस मिसाल को लेकर चिंतित हूँ। बाद में उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पंहुचा हो तो हमें माफ कर देना। हालांकि वह अपने बयान पर कायम रहे और कहा कि रिप्ड जींस पहनना नैतिक रूप से गलत है। [4]India Today • रिप्ड जींस पहनने वाली महिलाओं पर अपने बयान से विवाद छिड़ने के कुछ दिनों बाद तीरथ सिंह ने यह कहकर एक और विवाद खड़ा कर दिया कि अगर लोगों को अतिरिक्त राशन चाहिए तो उन्हें और बच्चों को जन्म देना चाहिए था। [5]The Indian Express उन्होंने कहा- “10 बच्चे वाले परिवार को 50 किलो जबकि 20 बच्चे वाले को एक क्विंटल राशन मिलेगा। दो बच्चों वाले लोगों को 10 किलो राशन मिलेगा। जब समय था तो आपने केवल दो बच्चे पैदा किए। आपने 20 का उत्पादन क्यों नहीं किया" भाषण के दौरान उन्होंने ब्रिटेन को अमेरिका से भ्रमित कर एक प्रमुख ऐतिहासिक तथ्य को भी गलत तरीके से पेश किया। उन्होंने कहा- "अन्य देशों के विपरीत, भारत महामारी से निपटने में बेहतर कर रहा है। दूसरी तरफ 200 साल तक हमें गुलाम बनाकर पूरी दुनिया पर राज करने वाला अमेरिका इस वायरस पर काबू पाने के लिए संघर्ष कर रहा है।" [6]The Times Of India |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह तिथि | 9 दिसंबर 1998 (बुधवार) |
परिवार | |
पत्नी | रश्मि त्यागी (असोसिएट प्रफेसर) |
बच्चे | बेटी- लोकाक्षा रावत |
माता/पिता | पिता- कलाम सिंह रावत (रेलवे कर्मचारी) माता- गौरा देवी (गृहणी) |
भाई/बहन | तीरथ सिंह रावत अपने छः भाइयों में से सबसे छोटे हैं। उनके एक बड़े भाई का नाम जसवंत सिंह रावत है। |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | होंडा एविएटर (2009 मॉडल) मारुति एस्टिलो (2010 मॉडल) |
धन/संपत्ति | चल संपत्ति • नगद: 55 लाख रुपये • बैंकों में जमा: 6.82 लाख रुपये • बांड, डिबेंचर और शेयर: 20,000 हजार रुपये • आभूषण: 125 ग्राम सोना कीमत 4. 65 लाख रुपये, 900 ग्राम चांदी कीमत 25 हजार रुपये अचल संपत्ति • आवासीय भवन: 96 लाख रुपये |
वेतन/सैलरी | रु. 90 हजार रुपये प्रति माह (झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में) [7]Bare Acts Live |
कुल संपत्ति | 1.50 करोड़ रुपये (2019 के अनुसार) [8]MyNeta |
तीरथ सिंह रावत से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
- उत्तराखंड के 9वें मुख्यमंत्री के पद पर कार्य कर चुके तीरथ सिंह रावत एक भारतीय राजनेता हैं। तीरथ सिंह रावत ने राजनीति में अपना पहला कदम उत्तर प्रदेश विधान सभा सदस्य के रूप में रखा।
- तीरथ सिंह रावत अपने कॉलेज के दौरान ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो गए। इसके बाद वह हिंदू राष्ट्रवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र शाखा में शामिल हुए।
- तीरथ सिंह रावत बचपन में बहुत शर्मीले स्वभाव के थे। उनके परिवार को उनकी चिंता रहती थी की यह बड़ा होकर कुछ कर पायेगा या नहीं। लेकिन जब उन्होंने राजनीति में अपना पहला कदम जमाया तो सबको आश्चर्यचकित कर दिया।
- तीरथ सिंह रावत की बड़ी भाभी तपेश्वरी देवी उनके स्वाभाव के बारे में बात करते हुए कहती हैं,
जब कभी भी हम उन्हें बाजार लेकर जाते थे, वह अपने लिए कुछ नहीं खरीदते थे। दूसरे बच्चे तो अपनी पसंद की चीजें खरीदने के लिए उतावले रहते हैं। उनका शांत और संतोषी स्वभाव तारीफ के काबिल था। ये दोनों गुण उन्हें अपने पिता कलम सिंह से मिले थे जो रेलवे में फिटरमैन थे और ट्रेन के डिब्बों की सेफ्टी फिटिंग चेक करते थे।”
- उन्होंने 1983 से 1988 तक संगठन के प्रचारक (प्रवर्तक) के रूप में आरएसएस की सेवा की और एबीवीपी उत्तराखंड इकाई के संगठनात्मक सचिव और बाद में एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव बने।
- वह 1990 के दशक की शुरुआत में राम मंदिर आंदोलन के दौरान दो महीने तक जेल में रहे।
- उन्होंने उत्तराखंड गठन आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई। इस दौरान उन्होंने कई रैलियों में भाग लिया और आंदोलन के प्रमुख सदस्यों में से एक थे।
- वर्ष 1992 में तीरथ सिंह रावत हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में छात्र संघ के अध्यक्ष बने। इसके बाद वह उत्तर प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा के राज्य उपाध्यक्ष बने।
- वर्ष 1997 में वह उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य के रूप में चुने गए और उत्तर प्रदेश की विधान परिषद के अध्यक्ष बने।
- भाजपा के अधिकांश नेताओं की तरह तीरथ सिंह रावत भी आरएसएस की सीढ़ी चढ़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए।
- तीरथ सिंह रावत की पत्नी रश्मि सिंह रावत देहरादून के डीएवी कॉलेज में असोसिएट प्रफेसर हैं।
- जब 2000 में उत्तर प्रदेश से अलग होकर उत्तराखंड राज्य का गठन हुआ, तो तीरथ सिंह रावत को नवगठित राज्य के पहले शिक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।
- वर्ष 2007 में वह उत्तराखंड राज्य के महासचिव चुने गए और बाद में राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी और राज्य प्रमुख चुने गए।
- जब वह उत्तराखंड के 9वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली तो लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता बहुत काम थी।
- वर्ष 2012 में वह विधान सभा सदस्य (एमएलए) के रूप में चुने गए और 2013 में वह उत्तराखंड भाजपा प्रमुख बने।
- उन्होंने 23 मई 2019 को अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी मनीष खंडूरी को 3.50 लाख अधिक मतों से हराकर गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र से सांसद बने।
- उन्होंने 10 मार्च 2021 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले तीरथ सिंह रावत उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल से लोक सभा सदस्य थे। मुख्यमंत्री पद पर बने रहने के लिए उन्हें छ महीने के भीतर विधान सभा चुना जितना बहुत जरुरी था। लेकिन देश में कोविद-19 महामारी के चलते चुनाव आयोग ने सारे विधान सभा चुनाव निरस्त कर दिए। जिसके चलते उन्हें 2 जुलाई 2021 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। [9]Dainik Jagran
सन्दर्भ