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Mallikarjun Kharge Biography in Hindi | मल्लिकार्जुन खड़गे जीवन परिचय

Mallikarjun Kharge

जीवन परिचय
पूरा नाममपन्ना मल्लिकार्जुन खड़गे [1]Aaj Tak
लोगों द्वारा दिया गया नामसोलिल्लादा शारदरा [2]The Hindustan Times

नोट: सोलिल्लादा सारदारा का अनुवाद "बिना हार के नेता" के रूप में किया जाता है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक में 1972 से 2008 तक लगातार 9 बार विधानसभा चुनाव जीता। अभूतपूर्व जीत के बाद 2009 और 2014 के आम चुनावों में लगातार 2 जीत हासिल हुई।
व्यवसाय राजनेता
राजनीति
पार्टी/दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC)
Indian National Congress Flag
राजनीतिक यात्रा• वर्ष 1969 में वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) में शामिल हुए।
• वर्ष 1969 में वह गुलबर्गा शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने।
• वर्ष 1972 में खड़गे कर्नाटक में गुरमीतकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में चुने गए।
• वर्ष 1973 में उन्हें नगर वित्त जांच समिति का अध्यक्ष चुना गया।
• खड़गे 1976 से 1978 तक कर्नाटक के राज्य मंत्री, (स्वतंत्र प्रभार) प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री रहे।
• वर्ष 1978 में वह गुरमीतकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में दोबारा से निर्वाचित हुए।
• वर्ष 1979 में वह कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री, ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री रहे।
• वर्ष 1980 से 1983 तक वह कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री और राजस्व मंत्री रहे।
• वर्ष 1983 में खड़गे गुरमीतकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में दोबारा से निर्वाचित हुए।
• वर्ष 1983 में उन्हें कर्नाटक विधान सभा के सचिव के रूप में नियुक्त गया।
• खड़गे 1983 से 1985 तक कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में कार्य किया।
• वह 1985 में गुरमीतकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में दोबारा से निर्वाचित हुए।
• 1989 में वह गुरमीतकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में दोबारा से चुने गए।
• मल्लिकार्जुन ने 1990 से 1992 तक कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री, राजस्व, ग्रामीण विकास और पंचायती राज के रूप में कार्य किया।
• खड़गे ने 1992 से 1994 तक कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री, सहकारिता, बड़े और मध्यम उद्योग के मंत्री के रूप में काम किया।
• 1994 में वह गुरमीतकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में दोबारा से निर्वाचित हुए।
• खड़गे ने 1996 से 1999 और 2008 से 2009 तक कर्नाटक विधान सभा कांग्रेस विधायक दल और विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया।
• 1999 में वह गुरमीतकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में दोबारा से निर्वाचित हुए।
• मल्लिकार्जुन ने 1999 से 2004 तक कर्नाटक सरकार में गृह, बुनियादी ढांचा विकास और लघु सिंचाई मंत्री के रूप में काम किया।
• 2004 में वह गुरमीतकल विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में दोबारा से चुने गए।
• उन्होंने 2004 से 2006 तक कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री, जल संसाधन, लघु सिंचाई और परिवहन के रूप में काम किया।
• 2005 से 2008 तक वह कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में काम किया।
• वर्ष 2009 में वह गुलबर्गा लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित सांसद चुने गए।
• 31 मई 2009 से 17 जून 2013 तक वह केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, श्रम और रोजगार मंत्री के रूप में काम किया।
• 17 जून 2013 से 26 मई 2014 तक वह केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, रेल और सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री के रूप में काम किया।
• वर्ष 2014 में वह गुलबर्गा लोकसभा क्षेत्र से पुन: निर्वाचित सांसद चुने गए।
• मई 2014 से मई 2019 तक वह लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता रहे।
• सितंबर 2014 से मई 2019 तक खड़गे गृह मामलों की समिति के सदस्य रहे।
• अक्टूबर 2014 से मई 2019 तक वह विरासत चरित्र के रखरखाव और संसद भवन परिसर के विकास पर संयुक्त संसदीय समिति के सदस्य रहे।
• अक्टूबर 2014 से मई 2019 तक वह संसद भवन परिसर में राष्ट्रीय नेताओं और सांसदों के चित्र/प्रतिमाओं की स्थापना संबंधी समिति के सदस्य रहे।
• 20 अक्टूबर 2014 से 2019 तक उन्होंने पंडित जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती मनाने के लिए राष्ट्रीय समिति (एनसी) के सदस्य के रूप में काम किया।
• जनवरी 2015 से मई 2019 तक वह सामान्य प्रयोजन समिति के सदस्य रहे।
• मई 2017 से अप्रैल 2019 तक लोक लेखा समिति के अध्यक्ष रहे।
• मई 2017 से अप्रैल 2019 तक उन्होंने लोकसभा के बजट संबंधी समिति के सदस्य के रूप में काम किया।
• 2018 में वह AICC के महासचिव बने।
• 2018 में वह सीडब्ल्यूसी के सदस्य बने।
• 2019 में वह गुलबर्गा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़े और हार गए।
• जून 2020 में उन्हें राज्यसभा के लिए चुना गया।
• जुलाई 2020 से मार्च 2021 तक वह वाणिज्य समिति के सदस्य रहे।
• फरवरी 2021 से अप्रैल 2021 तक उन्होंने लोक लेखा समिति के सदस्य के रूप में काम किया।
• फरवरी 2021 में वह कांग्रेस पार्टी, राज्यसभा के नेता बने।
• 16 फरवरी 2021 को उन्हें राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में नियुक्त किया गया।
• जुलाई 2021 में वह सामान्य प्रयोजन समिति के सदस्य बने।
• पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष पद चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के लिए अक्टूबर 2022 में उन्होंने राज्यसभा के विपक्ष के नेता के रूप में अपना इस्तीफा दे दिया।
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)


से० मी०- 178
मी०- 1.78
फीट इन्च- 5’ 10”
आँखों का रंगकाला
बालों का रंग सफ़ेद और काला
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 21 जुलाई 1942 (मंगलवार)
आयु (2022 के अनुसार)80 वर्ष
जन्म स्थान वारवती, बीदर, हैदराबाद राज्य, ब्रिटिश भारत (अब बीदर, कर्नाटक, भारत)
राशि कर्क (Cancer)
हस्ताक्षरMallikarjun Kharge's signature
राष्ट्रीयता • ब्रिटिश भारतीय (21 जुलाई 1942-15 अगस्त 1947)
• भारतीय (15 अगस्त 1947-वर्तमान)
गृहनगर गुलबर्गा (अब कलबुर्गी), कर्नाटक
स्कूल/विद्यालयनूतन विद्यालय, गुलबर्गा (10वीं कक्षा तक)
कॉलेज/विश्वविद्यालय• गवर्नमेंट आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज, गुलबर्गा
• सेठ शंकरलाल लाहोटी लॉ कॉलेज, गुलबर्गा
शैक्षिक योग्यता [3]Lok Sabha• गवर्नमेंट आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज, गुलबर्गा, कर्नाटक से बैचलर ऑफ आर्ट्स (बीए)
• सेठ शंकरलाल लाहोटी लॉ कॉलेज, गुलबर्गा से बैचलर ऑफ लेजिस्लेटिव लॉ (एलएलबी)
धर्म बौद्ध

नोट: मल्लिकार्जुन खड़गे डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर को मानते हैं और अम्बेडकर का स्मारकीय कार्य "बुद्ध और उनका धम्म" हमें बौद्ध धर्म की बेहतर समझ प्रदान करता है। [4]The Hindu
जातिदलित [5]The Hindustan Times
पता [6]Lok Sabhaगुलबर्गा पता
"लुंबिनी" ऐवान-ए-शाही क्षेत्र, गुलबर्गा, कर्नाटक-585102

बैंगलोर पता
289, 17वां क्रॉस, सदाशिवनगर, बैंगलोर-560080
शौक/अभिरुचिकिताबें पढ़ना, तर्कसंगत सोच, अंधविश्वास और रूढ़िवादी प्रथाओं के खिलाफ लड़ाई
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थिति विवाहित
विवाह तिथि13 मई 1968 (सोमवार)
परिवार
पत्नीराधाबाई खड़गे
Mallikarjun Kharge with his wife
बच्चेउनके 3 बेटे और 2 बेटियां हैं। उनके बेटे प्रियांक खड़गे एक राजनेता हैं। उनके बेटे राहुल खड़गे आईटी कंपनियों के सलाहकार के रूप में काम करते हैं। उनकी एक बेटी प्रियदर्शिनी खड़गे एक डॉक्टर हैं।
Priyank Kharge
Mallikarjun Kharge's son Rahul Kharge visiting Sahyadri with his family
माता/पिता
पिता- मपन्ना खड़गे
माता- साईबाव्वा खड़गे (मृतक)
भाई/बहनज्ञात नहीं
पसंदीदा चीजें
खेलकबड्डी, हॉकी और क्रिकेट
धन/संपत्ति संबंधित विवरण
धन/संपत्तिचल संपत्ति
नगद: 3,00,000
बैंक में जमा राशि: 1,74,93,120
बांड, डिबेंचर और शेयर: 25,37,214
आभूषण: 39,66,000

अचल संपत्ति:
कृषि भूमि: 1,44,36,200
गैर कृषि भूमि: 42,93,640 रुपये
व्यावसायिक इमारतें: 2,63,76,375
आवासीय भवन: 8,79,70,348 रुपये


नोट: चल और अचल संपत्ति के दिए गए अनुमान वित्तीय वर्ष 2017-2018 के अनुसार हैं। [7]MyNeta
कुल संपत्ति15,46 करोड़ (2018 के अनुसार) [8]MyNeta

Mallikarjun Kharge

मल्लिकार्जुन खड़गे से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां

  • मल्लिकार्जुन खड़गे एक भारतीय राजनेता और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के सदस्य हैं। 16 फरवरी 2021 को उन्होंने राज्यसभा के सदस्य के रूप में कार्य करना शुरू किया। इससे पहले, उन्होंने केंद्र सरकार में रेल मंत्रालय और श्रम और रोजगार मंत्रालय का प्रभार संभाला और कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया।
  • साम्प्रदायिक दंगों के कारण उनके परिवार को उनके पैतृक गांव, बीदर से भागने के लिए मजबूर होना पड़ा था। इन दंगों के दौरान खड़गे ने अपनी मां को खो दिया। आखिरकार, परिवार गुलबर्गा (अब कलबुर्गी) में बस गया। उस समय उनकी उम्र महज सात वर्ष थी।
  • खड़गे का बचपन से ही झुकाव राजनीति की ओर था। 1964 से 1965 तक उन्होंने गुलबर्गा के गवर्नमेंट आर्ट्स एंड साइंस कॉलेज में छात्र संघ के महासचिव के रूप में कार्य किया। इसके आलावा वह 1966 से 1967 तक सेठ शंकरलाल लाहोटी लॉ कॉलेज, गुलबर्गा में छात्र संघ के उपाध्यक्ष थे।
  • उन्होंने हॉकी टूर्नामेंट में अपने कॉलेज और विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। वह एक छात्र के रूप में कुशल कबड्डी और फुटबॉल खिलाड़ी भी थे और उन्होंने कई जिला और मंडल स्तर के पुरस्कार जीते।
  • अपनी औपचारिक शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने एक वकील के रूप में कुछ समय तक काम किया। शुरुआत में उन्होंने जस्टिस शिवराज पाटिल के अधीन अभ्यास किया। उन्होंने एमएसके मिल्स और अन्य औद्योगिक श्रमिकों के ट्रेड यूनियन के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी।
  • वर्ष 1969 में उन्होंने INC के साथ सक्रिय राजनीति में कदम रखा और गुलबर्गा सिटी कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने।
  • सी.एम. स्टीफन के बाद उन्होंने 1980 में उपचुनाव जीता, खड़गे केंद्रीय कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त होने वाले गुलबर्गा से चुने गए दूसरे सांसद हैं।
  • 1974 से 1996 तक उन्होंने श्री सिद्धार्थ एजुकेशन सोसाइटी, तुमकुर के अध्यक्ष और कर्नाटक पीपुल्स एजुकेशन सोसाइटी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया है।
  • वह वर्ष 2012 तक सिद्धार्थ विहार ट्रस्ट के संस्थापक-अध्यक्ष रह चुके हैं।
  • वह बंगलौर में एक सांस्कृतिक केंद्र, चौदिया मेमोरियल हॉल के संरक्षक हैं। खड़गे ने केंद्र के जीर्णोद्धार की योजनाओं और उसके कर्जों से उबरने के लिए अपना योगदान दिया।
  • वर्ष 2011 में मल्लिकार्जुन खड़गे की बेटी प्रियदर्शिनी न्यायिक लेआउट में एक साइट का लाभ उठाने के लिए सुर्खियों में आई थी। वह इस जमीन को खरीदने के योग्य नहीं थी क्योंकि वह पेशे से एक डॉक्टर है और जमीन न्यायिक कर्मचारियों के लिए आरक्षित थी। जाहिर तौर पर, उन्होंने 15 जनवरी 2002 को बैंगलोर के एक उपनगर येलहंका (अल्लासंद्रा) में 1,448 साइट नंबर में 1,96,837 रुपये (जबकि बाजार मूल्य करोड़ों में था) खरीदा। 3,280 वर्ग फुट की भूमि का लाभ उठाकर, उन्होंने एचबीसीएस के मॉडल उप-नियमों के खंड -10 का उल्लंघन किया। जो सदस्यों के अधिकारों से संबंधित है। क्लॉज -10 (बी) कहता है: “वह कर्मचारी हाउस बिल्डिंग सोसाइटी के मामले में उस संगठन का कर्मचारी है जिसके लिए समाज का आयोजन किया गया है और उन्होंने कर्नाटक में पांच साल की न्यूनतम निरंतर सेवा की है।” हालांकि, आरोपों के आलोक में उन्होंने 2011 में कर्नाटक राज्य न्यायिक विभाग कर्मचारी गृह निर्माण सहकारी समिति (KSJDEHBCS) को जमीन लौटा दी।
  • सितम्बर और अक्टूबर के बीच होने वाले 2022 के भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट, शशि थरूर, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके नामों की चर्चा जोरो शोरों से हो रही थी।
  • 19 अक्टूबर 2022 को मल्लिकार्जुन खडगे सात हजार वोटों से जीतकर कांग्रेस पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बने। इसके अलावा शशि थरूर को भी 1,000 से अधिक वोट मिले। 9 बार कर्नाटक से विधायक रहने वाले और कई बार सांसद रहने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे को गांधी परिवार के विश्वसनीय नेताओं में शुमार किया जाता है। [9]Hindustan
  • कांग्रेस पार्टी के नवनिर्वाचित राष्ट्रिय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उनके आवास जाकर उनसे मुलाकात की और उन्हें उन्हें बधाई देते हुए ट्वीट किया कि, मैं मल्लिकार्जुन खड़गे को बधाई देता हूं और उन्हें अपना पूरा सहयोग प्रदान करता हूं। कांग्रेस को हमारे मुकाबले से मजबूती मिली है।

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