Vijay Kumar Yadav Biography in Hindi | विजय कुमार यादव जीनव परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | भारतीय जूडो खिलाड़ी |
जाने जाते हैं | वर्ष 2022 में राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने के लिए |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई [1]Birmingham 2022 | से० मी०- 165 मी०- 1.65 फीट इन्च- 5’ 5” |
भार/वजन [2]Birmingham 2022 | 60 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | भूरा |
बालों का रंग | काला |
जूडो | |
कोच | काशी नरेश यादव |
पुरस्कार/उपलब्धियां | वर्ष 2019 में विजय कुमार यादव को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा "लक्ष्मण राज्य पुरस्कार" से सम्मानित किया गया। |
पदक | स्वर्ण पदक • 1 जनवरी 2014 को उन्होंने भारत U21 चैंपियनशिप शिलांग, मेघालय में • 27 फरवरी 2017 को उन्होंने इंडिया चैंपियनशिप, चेन्नई में • 13 मार्च 2018 को भारत चैंपियनशिप, जम्मू में • 10 नवंबर 2018 को विजय यादव ने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप, जयपुर में • 25 सितंबर 2019 को उन्होंने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप, वॉलसाल में • 13 दिसंबर 2019 को उन्होंने भारत चैंपियनशिप में रजत पदक • 30 सितंबर 2012 को उन्होंने एशियाई U17 चैंपियनशिप, ताइपेई में • 13 फरवरी 2015 को भारत के राष्ट्रीय खेल, केरल में • 4 जनवरी 2019 को भारत चैंपियनशिप, विशाखापत्तनम में कांस्य पदक • 11 दिसंबर 2013 को एशियाई U18 चैंपियनशिप, हैनान में • 11 फरवरी 2014 को भारत चैंपियनशिप, हिमाचल प्रदेश में • 21 दिसंबर 2014 को भारत चैंपियनशिप, हरिद्वार, उत्तराखंड में • 1 दिसंबर 2018 को एशियन ओपन, हांगकांग में • 30 नवंबर 2019 को एशियन ओपन, हांगकांग में • 1 अगस्त 2022 को राष्ट्रमंडल खेल, बर्मिंघम में |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 15 अप्रैल 1996 (सोमवार) |
आयु (2022 के अनुसार) | 26 वर्ष |
जन्मस्थान | सुलेमापुर गांव, हरहुआ ब्लॉक, वाराणसी जिला, उत्तर प्रदेश, भारत |
राशि | मेष (Aries) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | सुलेमापुर गांव, हरहुआ ब्लॉक, वाराणसी जिला, उत्तर प्रदेश |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
परिवार | |
पत्नी | लागू नहीं |
माता/पिता | पिता- दशरथ यादव (चंडीगढ़ में एक कृषि मशीनरी निर्माण कंपनी में काम करते हैं) माता- चिंता देवी |
भाई/बहन | भाई (2) • अजय यादव (भारतीय सेना में सैनिक) • विकास यादव (खेल कोच, बस चालक) बहन- (2) नाम ज्ञात नहीं |
विजय कुमार यादव से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
- विजय कुमार यादव एक भारतीय जूडो खिलाड़ी हैं, जो 60 किलोग्राम पुरुष वर्ग की कैटेगरी में भाग लेते हैं। 1 अगस्त 2022 को उन्होंने कॉमनवेल्थ 60 किग्रा वर्ग की कैटेगरी में कांस्य पदक जीता।
- 7 साल की उम्र में ही उन्होंने वाराणसी के लालपुर में एक प्रशिक्षण केंद्र में कुश्ती का प्रशिक्षण लेना शुरू कर दिया था। उनके घर से कुश्ती प्रशिक्षण केंद्र 22 किमी दूर था। वह साइकिल से यात्रा करते थे और कभी-कभी प्रशिक्षण केंद्र तक पहुंचने के लिए लिफ्ट लेते थे।
- विजय ने डॉ संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम सिगरा, वाराणसी में अपने प्रशिक्षण के लिए भाग लिया। धीरे-धीरे उनकी जूडो में रुचि बढ़ने लगी। जूडो केंद्र में उन्होंने भारतीय जूडो कोच काशी नरेश यादव से मुलाकात की। वर्ष 2008 में नरेश यादव ने विजय को सहारनपुर में एक खेल अकादमी में आमंत्रित किया और विजय को जूडो में अपना प्रशिक्षण शुरू करने का सुझाव दिया।
- उनके परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी अच्छी नहीं थी कि उन्हें खेल के अनुसार आवश्यक आहार मिल सके, इसलिए विजय लखनऊ में भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र के छात्रावास में चले गए। एक इंटरव्यू के दौरान विजय ने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति के बारे में बात करते हुए कहा,
हमारी आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसमें थोड़ा सुधार हुआ जब मेरे भाई को भारतीय सेना में नौकरी मिल गई। दूसरा भाई बस ड्राइवर है। मैंने यहां तक पहुंचने के लिए बहुत मेहनत की है। मैंने अखिल भारतीय विश्वविद्यालय चैंपियनशिप के साथ-साथ जूनियर और सीनियर राष्ट्रीय चैंपियनशिप में कई स्वर्ण और रजत पदक जीते हैं। मैंने एशियाई खेलों में भी भाग लिया और 2018 और 2019 में राष्ट्रमंडल जूडो चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है।”
- विजय ने अपने प्रशिक्षण के कुछ वर्ष भारतीय खेल प्राधिकरण, भोपाल इकाई में बिताए।
- इसके बाद उन्होंने एशियन ओपन 2018 , कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप 2019, बुडापेस्ट ग्रैंड प्रिक्स 2019, वर्ल्ड चैंपियनशिप सीनियर 2019 और तेल अवीव ग्रैंड स्लैम 2021 सहित विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जूडो टूर्नामेंट में भाग लिया। एक साक्षात्कार के दौरान, विजय ने साझा किया कि वह टोक्यो ओलंपिक 2020 में भाग लेना चाहते थे, लेकिन वह क्वालीफाई नहीं कर सके। उन्होंने कहा,
यह सबसे कठिन समय था जब मैं टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाया था। अब मैं किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार हूं। मैं राष्ट्रमंडल खेलों में अपनी पहली उपस्थिति में निश्चित रूप से स्वर्ण पदक जीतूंगा। पेरिस ओलिंपिक में गोल्ड हासिल करना मेरा अगला टारगेट होगा। आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने के बाद मैं राज्य सरकार से मुझे नौकरी देने का अनुरोध करूंगा ताकि मैं बिना किसी वित्तीय बाधा के अपना अभ्यास जारी रख सकूं।”
- अगस्त 2022 में उन्होंने 60 किलोग्राम पुरुषों की श्रेणी में राष्ट्रमंडल खेलों में पेट्रोस क्रिस्टोडौलाइड्स को हरा कांस्य पदक जीता।
सन्दर्भ
↑1, ↑2 | Birmingham 2022 |
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