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Nishad Kumar Biography in Hindi | निषाद कुमार जीवन परिचय

Nishad Kumar

जीवन परिचय
व्यवसाय भारतीय पैरा एथलीट (हाई जम्पर)
जाने जाते हैं2020 टोक्यो पैरालंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद स्पर्धा में रजत पदक जीतने के लिए
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 193
मी०- 1.93
फीट इन्च- 6" 4”
वजन/भार (लगभग)60 कि० ग्रा०
आँखों का रंग काला
बालों का रंग काला
हाई जम्प
कोच• सत्यनारायण
Nishad Kumar with coach Satyanarayan
• नसाीम अहमद
• विक्रम चौधरी
Nishad Kumar with his coaches Naseem Ahmed and Vikram Chaudhary
मेडलपैरालंपिक खेल

• 2020 टोक्यो पैरालंपिक ऊंची कूद टी-47 की कैटेगरी में रजत पदक

विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप

• वर्ष 2019 में दुबई में आयोजित पुरुषों की ऊंची कूद टी-47 की श्रेणी में कांस्य पदक
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 3 अक्टूबर 1999 (रविवार)
आयु (वर्ष 2021 के अनुसार)22 वर्ष
जन्मस्थान बदायूं, अंब, हिमाचल प्रदेश, भारत
राशि तुला (Libra)
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर बदायूं, अंब, हिमाचल प्रदेश
कॉलेज/विश्वविद्यालयलवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी
शैक्षणिक योग्यता लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, जालंधर, पंजाब से स्नातक [1]Lovely Professional University
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थिति अविवाहित
गर्लफ्रेंडज्ञात नहीं
परिवार
पत्नी लागू नहीं
माता-पिता पिता- रशपाल सिंह (दिहाड़ी मजदूर)
माता- पुष्पा कुमारी (गृहिणी)
Nishad Kumar with his parents and sister
भाईभाई- पंकज कौंडल
बहनबहन- रमा कुमारी
पसंदीदा चीजें
भोजनमक्की की रोटी और सरसों का साग
धन सम्पत्ति संबंधित विवरण
कार संग्रहबीएमडब्ल्यू सीरीज 3
Nishad kumar in his BMW Series 3 car

Nishad Kumar

निषाद कुमार से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  • निषाद कुमार एक भारतीय हाई जम्पर एथलीट हैं जिन्होंने 2020 टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया। इस जीत के साथ ही उन्होंने टी-47 कैटेगरी की पुरुष ऊंची कूद स्पर्धा में 2.06 मीटर का एक नया एशियाई रिकॉर्ड बनाया और दूसरा स्थान प्राप्त किया।
  • 2020 टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक जीतने के बाद निषाद कुमार ने न्यूज़9 के साथ अपनी भावनाओं को व्यक्त किया। उन्होंने कहा-

    यह बहुत अच्छा लगता है। यह अद्भुत लगता है। मैं अपने देश को राष्ट्रीय खेल दिवस पर यह उपहार देकर बहुत खुश और गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। भावना अविश्वसनीय है।”

  • आठ साल की उम्र में ही उन्होने अपनी माँ की मदद करते हुए चारा काटने वाली मशीन में अपना दाहिना हाथ खो दिया था। [2]The Indian Express
  • इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत के दौरान उनके माता-पिता ने कहा-

    माता-पिता के रूप में जब भी हम उस दिन को याद करते हैं हम रोते हैं। आज का मेडल उसकी मेहनत का इनाम है। उन्हें टोक्यो पैरालंपिक में भारतीय ध्वज और रजत पदक के साथ देखने के लिए हम सभी कठिनाइयों को भूल गए हैं।”

  • मशीन से हाथ कटने के बाद निषाद कुमार काफी टूट चुके थे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और दो साल बाद एथलेटिक्स का विकल्प चुना और सरस्वती विद्या मंदिर, कटोहर खुर्द, हिमाचल प्रदेश में कोच ‘रमेश’ के तहत हाई जंपिंग में प्रशिक्षण लेना शुरू किया। खेल के शुरुआती दिनों में उन्होंने ऊंची कूद के अलावा 200 मीटर और 400 मीटर की दौड़ प्रतियोगिताओं में भाग लिया।
  • वर्ष 2009 में उन्होंने पैरा एथलेटिक्स हाई जंप श्रेणी में भाग लेना शुरू किया। Nishad Kumar while performing high jump
  • वर्ष 2013 में पटियाला में आयोजित नेशनल स्कूल गेम्स में उन्होंने सब-जूनियर कैटेगरी में रजत पदक जीता।
  • वर्ष 2017 में निषाद कुमार ने पंचकूला में आयोजित राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 1.83 मीटर की ऊंची कूद में रजत पदक जीता।
  • वर्ष 2019 में दुबई में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की T-47 श्रेणी में निषाद कुमार ने कांस्य पदक जीता और 2020 टोक्यो पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया। Nishad Kumar being honoured by the Nalanda collge Himachal Pradesh
  • वर्ष 2019 में उन्हें हिमाचल प्रदेश के नालंदा कॉलेज द्वारा हाई जंप में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया था।
  • 2021 में दुबई में आयोजित विश्व पैरा एथलेटिक्स ग्रैंड प्रिक्स में उन्होंने T-46 कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीता।
  • 2020 टोक्यो पैरालंपिक में रजत जीतने के बाद निषाद कुमार को भारत के खेल और युवा मंत्री अनुराग ठाकुर ने उन्हें सम्मानित किया। Nishad Kumar being honoured by Anurag Thakur
  • निषाद कुमार 2021 में टी-47 कैटेगरी की ऊंची कूद स्पर्धा में 2020 टोक्यो पैरालंपिक में भाविना पटेल के बाद पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय एथलीट खिलाड़ी बने।
  • निषाद कुमार ध्यान को एकाग्र करने में विश्वास रखते हैं और अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अक्सर मेडिटेशन करते हुए अपनी तस्वीरें शेयर करते रहते हैं। Nishad Kumar while meditating
  • 2020 टोक्यो पैरालंपिक में प्रवेश के लिए उनके पर्सनल कोच सत्यनारायण ने उन्हें हाई जम्प में प्रशिक्षित किया था। Nishad Kumar with his coach
  • वर्ष 2021 में इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक साक्षात्कार के दौरान निषाद कुमार के कोच ने दावा किया कि निषाद के पास आने वाले समय में और अधिक पदक जीतने की क्षमता है। उन्होंने कहा-

    कूदने से पहले उनकी गति बेहतरीन थी और वह दबाव में नहीं दिखे। एक नए एशियाई रिकॉर्ड के साथ पदक जीतना उनके आत्मविश्वास की बात करता है। वह युवा है और मुझे यकीन है कि वह आने वाले वर्षों में और अधिक पदक हासिल कर सकता है।”

  • निषाद कुमार एक फिटनेस फ़्रीक़ हैं और वह अक्सर जिम करते हुए अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करते रहते हैं। Nishad Kumar while gymming
  • वर्ष 2021 में होने वाले टोक्यो पैरालंपिक की ट्रेनिंग के दौरान निषाद कुमार दो बार कोविड-19 संक्रमण का शिकार हो चुके थे। [3] The Hindu जिसके चलते उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। एक साक्षात्कार के दौरान उन्होंने अपने कोविड-19 टेस्ट के अनुभव को साझा किया। उन्होंने कहा-

    मैं दो बार कोविड से संक्रमित हुआ। मैं पांच दिनों के लिए अस्पताल में भर्ती था। मुझे गंभीर कमजोरी थी और मुझे ठीक होने में दो महीने लग गए। SAI और मेरे कोचों ने मेरी बहुत मदद की।”

  • निषाद कुमार पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए अक्सर पौधे लगाते रहते हैं। Nishad Kumar while planting a sapling
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर निषाद कुमार को बधाई देते हुए एक नोट ट्वीट किया। उन्होंने ट्वीट किया-

    टोक्यो पैरालंपिक से एक और खुशखबरी आई है! निषाद कुमार ने पुरुषों की ऊंची कूद टी-47 स्पर्धा में रजत पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया है। वह एक उत्कृष्ट कौशल और यशस्वी एथलीट हैं।” Prime Minister Narendra Modis Tweet for Nishad Kumar on his silver medal victory in 2020 Tokyo Paralympics

 

सन्दर्भ

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