Anurag Kashyap Biography in Hindi | अनुराग कश्यप जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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वास्तविक नाम | अनुराग सिंह कश्यप |
व्यवसाय | फिल्म निर्देशक, पटकथा लेखक, निर्माता और अभिनेता |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 178 मी०- 1.78 फीट इन्च- 5’ 11” |
वजन/भार (लगभग) | 84 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 10 सितंबर 1972 |
आयु (2017 के अनुसार) | 45 वर्ष |
जन्मस्थान | गोरखपुर, उत्तर प्रदेश |
राशि | कन्या |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | गोरखपुर, उत्तर प्रदेश |
स्कूल/विद्यालय | ग्रीन स्कूल, देहरादून, सिंधिया स्कूल, ग्वालियर |
महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | हंस राज कॉलेज (दिल्ली विश्वविद्यालय), नई दिल्ली |
शैक्षिक योग्यता | विज्ञान में स्नातक |
परिवार | पिता - प्रकाश सिंह माता- नाम ज्ञात नहीं भाई- अभिनव कश्यप (फिल्म निर्देशक और पटकथा लेखक) बहन- अनुभूति कश्यप |
धर्म | नास्तिक |
शौक/अभिरुचि | पुस्तकें लिखना और तैराकी करना |
विवाद | • वर्ष 2000 में, उनके निर्देशन में आई पहली फिल्म "पांच" युवाओं के हिंसक चित्रण के कारण विवादों रही। • वर्ष 2007 में, उनकी दूसरी फिल्म "ब्लैक फ्राइडे" 1993 के मुंबई बम धमाकों के संवेदनशील मुद्दे को प्रदर्शित करने के लिए विवादों में रहीं। • फिल्मों के माध्यम से सेक्स, ड्रग्स और गाली को बढ़ावा देने के लिए कई बार मीडिया की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। • कश्यप हमेशा सेंसर बोर्ड की निंदा में रहे हैं, जिसके चलते हाल ही में आई फिल्म 'उड़ता पंजाब' (2016) और सेंसर बोर्ड के बीच काफी टकराव हुआ। |
पसंदीदा चीजें | |
पसंदीदा भोजन | पनीर, मछली, चॉकलेट, Nespresso |
पसंदीदा अभिनेता | दिलीप कुमार, अमिताभ बच्चन और नसीरुद्दीन शाह |
पसंदीदा अभिनेत्रियाँ | Marilyn Monroe, Golshifteh Farahani, Scarlett Johansson |
पसंदीदा फिल्म | हॉलीवुड :- Bicycle Thieves बॉलीवुड :- प्यासा, बैंडिट क्वीन और साहिब बीबी और गुलाम |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | तलाकशुदा |
गर्लफ्रेंड व अन्य मामले | आरती बजाज (2003-2009) कल्कि कोचलिन (Kalki Koechlin) (2011-2013) शुभरा शेट्टी |
पत्नी | आरती बजाज, फिल्म संपादक (2003-2009) कल्कि कोचलिन (Kalki Koechlin) (2011-2015) |
बच्चे | बेटी- आलिया कश्यप बेटा- लागू नहीं |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
संपत्ति (लगभग) | 700 करोड़ भारतीय रुपए |
अनुराग कश्यप से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- क्या अनुराग कश्यप धूम्रपान करते हैं ? हाँ
- क्या अनुराग कश्यप शराब पीते हैं ? हाँ
- अपने स्कूल के दिनों में कश्यप का फिल्मों के प्रति काफी लगाव था, लेकिन स्कूल के बाद उनका मन बदल गया और वह एक वैज्ञानिक बनना चाहते थे। जिसके चलते उन्होंने हंसराज कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय में जीव विज्ञान संकाय में प्रवेश लिया और अपने कॉलेज के दिनों में उन्होंने फिर से अभिनय की दुनिया में जाने का मन बनाया।
- वर्ष 1993 में, स्नातक करने के बाद, वह एक नुक्क्ड़ थियेटर समूह “जन नाट्य मंच” में शामिल हुए।
- उन्होंने भारत के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह में भाग लिया और सिर्फ 10 दिनों में 55 से अधिक फिल्में देखीं। जिसके चलते वह Vittorio De Sica’s की बाइसिकल थीव्स (Bicycle Thieves) से काफी प्रेरित हुए और फ़िल्में बनाने का मन बनाया।
- Vittorio De Sica’s से प्रभावित होकर, वह 5000 रुपए के साथ घर छोड़कर चले गए, जिसके चलते वर्ष 1993 में अपने सपने को पूरा करने के लिए वह मुंबई आ गए।
- अपने करियर के शुरुआती दौर में, उन्होंने कुछ महीने मुंबई की सड़कों पर लगे बेंचों पर बिताए।
- उन्होंने मुंबई स्थित पृथ्वी थिएटर में पहली नौकरी की, लेकिन निर्देशक की मृत्यु के कारण उनका पहला नाटक अधूरा रह गया था।
- उनके जीवन में मोड़ तब आया, जब मनोज वाजपेयी ने उन्हें राम गोपाल वर्मा के लिए एक फिल्म लिखने की पेशकश की, जिसका शीर्षक सत्या था, जो बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट रही थी।
- वर्ष 2009 में, उन्होंने अपनी फिल्म प्रोडक्शन कंपनी “अनुराग कश्यप फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड (एकेएफपीएल)” की स्थापना की।
- उन्हें अद्भुत फिल्म बनाने की शैली के लिए जाना जाता है, जिसमें वह प्रत्येक पात्रों पर व्यापक शोध करते हैं और बड़े पैमाने पर प्रकाश और रंग प्रभाव का उपयोग करते हैं।
- फिल्मों के निर्देशन और प्रोडक्शन के साथ-साथ उन्होंने कुछ फिल्मों में कार्य भी किया है, जैसे :- शागिर्द, ब्लैक फ्राइडे, हैप्पी न्यू ईयर, नो स्मोकिंग, भूतनाथ रिटर्न्स एवं अन्य।
- वर्ष 2013 में, फ्रांसीसी सरकार द्वारा उन्हें Ordre des Arts et des Lettres (नाइट ऑफ़ द आर्ट्स एंड लेटर्स) के साथ सम्मानित किया गया।
- वह गुरिल्ला-फिल्म बनाने की तकनीक के लिए भी जाने जाते हैं, जिसमें वास्तविक स्थानों के दृश्यों को किसी भी चेतावनी के बिना फिल्म में दिखाया जाता है।
- ब्रिटिश निर्देशक कश्यप की रचनाओं से काफी प्रेरित हुए, जिसके चलते उन्होंने कश्यप की फिल्म बनाने की शैली को ऑस्कर सम्मानित फिल्म “स्लमडॉग मिलियनेयर” के कुछ दृश्यों में रूपांतरित किया।