Baby Rani Maurya Biography in Hindi | बेबी रानी मौर्य जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | भारतीय राजनेता |
जानी जाती हैं | 1995 से 2000 तक आगरा की पहली महिला मेयर के तौर पर |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 158 मी०- 1.58 फीट इन्च- 5’ 2” |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
राजनीति |
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पार्टी/दल | भारतीय जनता पार्टी |
राजनीतिक यात्रा | • वर्ष 1990 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को ज्वाइन किया। • वर्ष 1995 में उन्होंने आगरा से मेयर पद के लिए चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। • वर्ष 1997 में उन्हें भाजपा के अनुसूचित जाति (एससी) विंग के पदाधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया। • वर्ष 2001 में वह उत्तर प्रदेश समाज कल्याण बोर्ड की सदस्य बनीं। • वर्ष 2002 में वह राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य बनीं और 2005 तक इस पद पर कार्य किया। • वर्ष 2007 में वह उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में एत्मादपुर सीट से चुनाव लड़ी। • वर्ष 2018 में उन्हें राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पद पर नियुक्त किया गया। • 21 अगस्त 2018 को उन्हें उत्तराखंड के सातवें राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था और वह उत्तराखंड की राज्यपाल बनने वाली दूसरी महिला थीं। • 8 सितंबर 2021 को उन्होंने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को अपने राज्यपाल पद से त्याग पत्र दे दिया। |
पुरस्कार/उपलब्धियां | • वर्ष 1996 में उन्हें "समाज रत्न पुरस्कार" से सम्मानित किया गया। • वर्ष 1997 में बेबी रानी मौर्य को "उत्तर प्रदेश रत्न" से नवाजा गया। • वर्ष 1998 में उन्हें "नारी रत्न" पुरस्कार से सम्मानित किया गया। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 15 अगस्त 1956 (बुधवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 65 वर्ष |
जन्म स्थान | आगरा, उत्तर प्रदेश, भारत |
राशि | सिंह (Leo) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | देहरादून, उत्तराखंड |
शैक्षिक योग्यता | • कला में स्नातक [1]Amar Ujala • बीएड [2]MyNeta |
धर्म | हिन्दू [3]Instagram |
जाति | दलित [4]India Today |
पता | 4ए करियप्पा रोड, बालूगंज, रकाबगंज, आगरा सिटी, उत्तर प्रदेश [5]MyNeta |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
परिवार |
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पति | प्रदीप कुमार मौर्य (जो पंजाब नेशनल बैंक में डायरेक्टर एवं सीनियर मैनेजर पद से सेवानिवृत्त हैं) |
बच्चे | बेटा- अभिनव मौर्य (इंजीनियर, जो अमेरिका में रहते हैं) बेटी- अंजू मौर्य ( जो अमेरिका में रहती हैं) |
माता-पिता | पिता- राम सिंह (पार्टी पार्षद, आगरा नगर निगम) माता- कुसुम देवी |
धन संबंधित विवरण | |
संपत्ति | चल संपत्ति • बैंकों, वित्तीय संस्थानों, आदि में जमा: 21.06 लाख रुपए • बांड, डिबेंचर, शेयर: 2.95 लाख रुपए • एलआईसी या अन्य बीमा: 3 लाख रुपए • मोटर वाहन: 5.10 लाख रुपए • आभूषण: 5.50 लाख रुपए • अन्य: 9.87 लाख रुपए अचल संपत्ति • कृषि भूमि: 25 लाख रुपए |
कुल संपत्ति | 69 लाख रुपए (2007 के अनुसार) [6]MyNeta |
बेबी रानी मौर्य से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- बेबी रानी मौर्य एक भारतीय राजनेता हैं जो उत्तराखंड की सातवीं राज्यपाल के रूप में जानी जाती हैं। वह 1995 से 2000 तक आगरा की पहली महिला मेयर और उत्तराखंड की दूसरी महिला राज्यपाल हैं। 26 अगस्त 2021 को उन्होंने उत्तराखंड के राजभवन में हुए समारोह के दौरान राज्यपाल के रूप में शपथ ली।
- बेबी रानी के पिता राम सिंह को कांग्रेस पार्टी के प्रति काफी लगाव था और आगरा नगर निगम में एक पार्टी पार्षद के रूप में काम करते थे। बिना किसी राजनीतिक बैकग्राउंड के रानी मौर्य ने 1990 के दशक में एक कार्यकर्ता के रूप में भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर अपने राजनीतिक यात्रा की शुरुआत की।
- उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के प्रबंधक प्रदीप मौर्य से शादी करने के बाद भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया। प्रदीप मौर्य के परिवार को भारतीय जनता पार्टी से काफी लगाव था।
- वर्ष 1995 में वह बीजेपी की तरफ से आगरा मेयर की सीट के लिए चुनाव लड़ी और भारी बहुमत के साथ आगरा की पहली मेयर महिला बनी।
- वर्ष 1997 में उन्हें भाजपा की अनुसूचित जाति (एससी) विंग के पदाधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया। इसके साथ ही उन्हें उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति के सदस्यों के बीच भाजपा की पहुंच को और मजबूत करने की भूमिका दी गई।
उस दौरान विंग के अध्यक्ष राम नाथ कोविंद थे।
- बेबी रानी मौर्य ने समाज कल्याण विशेषकर महिलाओं के कल्याण और उनके सशक्तिकरण के क्षेत्र में कार्य करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके इसी काम को देखते हुए उन्हें उत्तर प्रदेश समाज कल्याण बोर्ड के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया और 2002 में उन्हें राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्य के रूप में चुना गया। जहाँ उन्होंने 2005 तक काम किया।
- वर्ष 2007 में बेबी रानी को भाजपा पार्टी की तरफ से आगरा की एत्मादपुर सीट से बसपा उम्मीदवार नारायण सिंह सुमन के खिलाफ चुनाव में उतारा गया। जहां उन्हें हार का सामना करना पड़ा। भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें 2013 से 2015 तक राज्य-स्तरीय जिम्मेदारियों को निभाने का काम दिया।
- वर्ष 2018 में उन्हें बच्चों के कल्याण क्षेत्र में निरंतर प्रयासों और बच्चों के लिए शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने के कारण राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया था।
- जब राज्यपाल के रूप में उनके नाम का ऐलान हुआ तो उस समय बेबी रानी मौर्य यात्रा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका गई थी।
- एक साक्षात्कार के दौरान भाजपा सदस्य और आगरा के मेयर नवीन जैन ने बेबी रानी मौर्य के बारे में बात करते हुए कहा-
मौर्य अत्यधिक अनुशासित पार्टी में काम करती थीं और मेयर के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान सख्ती बनाए रखते थे। वह जनता की शिकायतों को गंभीरता से लेती थीं और हमेशा अधिकारियों को उनके लिए जवाबदेह बनाती थीं एक बार उनका नगर आयुक्त के साथ टकराव हुआ जो सदन के आदेश के अनुसार कार्य करने के लिए तैयार नहीं थे। इस पर वह कुर्सी से उठकर विरोध में घर के फर्श पर बैठ गईं। मामला राज्य सरकार तक पहुंचा गया जिसके बाद तत्कालीन जिलाधिकारी दुर्गाशंकर मिश्रा को उन्हें शांत करने के लिए दौड़ना पड़ा।”
- बेबी रानी मौर्य ने 5 सितंबर 2021 को नई दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और तब से चर्चा चल रही है कि मौर्य को उत्तर प्रदेश सरकार में एक वरिष्ठ पद पर नियुक्त किया जा सकता है।
- बेबी रानी मौर्य एक धार्मिक व्यक्ति हैं और उनका परिवार भी धार्मिक प्रथाओं में सक्रिय रूप से भाग लेता है। रानी मौर्य को अक्सर भारत के धार्मिक स्थलों पर देखा जाता है।
- सितंबर 2021 में बेबी रानी मौर्य को महिलाओं के सशक्तिकरण और बच्चों की सुरक्षा के अधिकारों के लिए उत्कृष्ट योगदान के लिए ‘द ग्रेट इंडियन वुमन अवार्ड 2021’ से सम्मानित किया गया।
- बेबी रानी मौर्य स्वस्थ जीवन शैली को बनाए रखने और खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से सक्रिय रखने के लिए सुबह योगाभ्यास करती हैं।
- कोविड- 19 महामारी की लहरों के दौरान बेबी रानी मौर्य ने कई दान अभियान चलाए, जहाँ उन्होंने जरूरतमंद लोगों और परिवारों को भोजन और अन्य आवश्यक चीजें भेजीं। उन्होंने अस्पतालों और पुलिस अधिकारियों को कई मेडिकल किट और उपकरण भी दान किए।
सन्दर्भ
↑1 | Amar Ujala |
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↑2, ↑5, ↑6 | MyNeta |
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↑4 | India Today |