Lovlina Borgohain Biography in Hindi | लवलीना बोरगोहेन जीवन परिचय
लवलीना बोरगोहेन से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- लवलीना बोरगोहेन एक भारतीय मुक्केबाज हैं जो टोक्यो ओलंपिक 2020 में क्वालीफाई करने वाली असम की पहली मुक्केबाज महिला हैं।
- लवलीना बोरगोहेन शिव थापा के बाद मुक्केबाजी में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली असम की दूसरी मुक्केबाज महिला हैं।
- लवलीना की दोनों बड़ी बहनें किकबॉक्सर थीं जिनसे प्रेरित होकर लवलीना अपने किशोरावस्था में किकबॉक्सिंग का अभ्यास करने लगी। उनकी बहने भी मुक्केबाजी में राष्ट्रीय स्तर तक खेल चुकी हैं।
- इसके बाद उन्होंने भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा अपने स्कूल में आयोजित परीक्षणों में भाग लिया। ट्रायल के दौरान वह बॉक्सिंग कोच पदुम बोरो के संपर्क में आई। पदुम ने वर्ष 2012 में उन्हें मुक्केबाजी का प्रशिक्षण देना शुरू किया।
- एक इंटरव्यू में उनके पिता ने लवलीना की हाइट के बारे में बात करते हुए कहा था-
स्कूल में उसके दोस्त उसका मजाक उड़ाते थे, लेकिन यह उसकी लंबाई का नतीजा है जो उसे मुक्केबाज बनने में काफी मदद की।”
- वर्ष 2017 में उन्होंने एशिया के वियतनाम में आयोजित एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता।
- उसी वर्ष उन्होंने अस्ताना में आयोजित प्रेसिडेंटस कप में कांस्य पदक जीता।
- वर्ष 2018 में लवलीना ने इंडिया ओपन अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज चैंपियनशिप के वेल्टरवेट श्रेणी में भाग लिया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। उनकी इस जीत ने उन्हें वर्ष 2018 के कॉमन वेल्थ गेम्स में जगह दिलाई।
- इसके बाद उन्होंने मंगोलिया में आयोजित उलनबटोर कप में रजत पदक और पोलैंड के 13वें अंतर्राष्ट्रीय सिलेसियन चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता।
- नवंबर 2018 में उन्होंने नई दिल्ली में आयोजित एआईबीए महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में वेल्टरवेट (69 किग्रा) की कैटेगरी में कांस्य पदक जीता।
- इसके बाद वर्ष 2019 में उन्होंने रूस के उलान-उडे में आयोजित महिला विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में एक और कांस्य पदक भारत के नाम किया।
- लवलीना ने 2020 एशिया और ओशिनिया बॉक्सिंग ओलंपिक क्वालीफायर में कांस्य पदक जीतकर 2020 टोक्यो ओलंपिक में अपनी जगह बनाई।
- लवलीना अपना मानसिक संतुलन बनाए रखने के लिए मेडिटेशन भी करती हैं। एक इंटरव्यू में इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा-
मैंने इवेंट में जाने के लिए बहुत अच्छी तैयारी करती थी चाहे वह तकनीक हो या फिटनेस। जब मैं हार गई तो यह मुझे मानसिक रूप से थका देने वाला था। तब मुझे एहसास हुआ कि केवल शारीरिक शक्ति ही मायने नहीं रखती एक बड़ा टूर्नामेंट खेलना अपने साथ काफी तनाव लेकर आता है और मैं इस खेल के मनोवैज्ञानिक पहलुओं से वाकिफ हो गई थी तब मैंने अपने मस्तिष्क को सुधारने के लिए ध्यान एकात्रित किया और इससे मुझे मुकाबलों के बीच में रणनीति बनाने में मदद मिली। मैंने उसके बाद बेहतर प्रदर्शन करना शुरू किया।”
- वर्ष 2020 में लवलीना कोरोना संक्रमण का शिकार हो गई थीं। जिसके चलते वह बॉक्सिंग का अभ्यास करने यूरोप नहीं जा पाईं। फिर भी वह चीनी ताइपे के खिलाड़ी निएन चिन चेन को हराने में कामयाब रही। जीतने के बाद जैसे ही रेफरी ने उनका हाथ ऊपर उठाया वह खुशी के मारे जोर-जोर से चिल्लाने लगीं।
- 2020 टोक्यो ओलंपिक में पहली बार भाग लेने वाली भारतीय महिला बॉक्सर खिलाड़ी लवलीना बोरगोहेन ने तुर्की के विश्व चैंपियन बॉक्सर बुसेनाज सुरमेनेली को हराकर ब्रॉन्ज मेडल भारत के नाम किया।
- 12 जनवरी 2022 को असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने लवलीना लवलीना बोरगोहेन को असम पुलिस में डीएसपी के पद पर नियुक्ति किया।
- लवलीना बोरगोहेन को जानवरों से काफी लगाव है और उन्हें अक्सर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पालतू बिल्ली और कुत्ते के साथ तस्वीरें शेयर करते हुए देखा जाता है।