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Mumtaz (Actress) Biography in hindi | मुमताज़ (अभिनेत्री) जीवन परिचय

मुमताज़

जीवन परिचय
उपनाम स्टंट हीरोइन
व्यवसाय अभिनेत्री और मॉडल
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 165
मी०- 1.65
फीट इन्च- 5’ 5”
वजन/भार (लगभग)70 कि० ग्रा०
आँखों का रंग भूरा
बालों का रंग काला
करियर
डेब्यू फिल्म (एक बाल कलाकार के रूप में) : सोने की चिड़िया (1958)
मुमताज़ की डेब्यू फिल्म एक बाल कलाकार के रूप में सोने की चिड़िया (1958)
फिल्म (अभिनेत्री) : स्त्री (1961)
मुमताज़ की डेब्यू हिन्दी फिल्म स्त्री (1961)
पुरस्कार/सम्मान • वर्ष 1970 में, उन्हें फिल्म खिलौना के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के रूप में फिल्मफेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
• वर्ष 1997 में, उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
• वर्ष 2008 में, उन्हें फिल्मजगत में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए आइफा अवार्ड से सम्मानित किया गया।
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 31 जुलाई 1947
आयु (वर्ष 2018 के अनुसार)71 वर्ष लगभग
जन्मस्थान बॉम्बे, बॉम्बे प्रेसिडेंसी, ब्रिटिश भारत
राशि कर्क
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर मुंबई, भारत (वर्तमान में वह लंदन में रहती हैं।)
धर्म इस्लाम
शौक/अभिरुचि नृत्य करना, पुस्तकें पढ़ना
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
बॉयफ्रेंड शम्मी कपूर
मुमताज़ शम्मी कपूर के साथ
परिवार
पति मयूर माधवानी (व्यवसायी)
मुमताज़ अपने पति मयूर माधवानी के साथ
बच्चे बेटा - कोई नहीं
बेटी - नताशा माधवानी, तान्या माधवानी
मुमताज़ अपनी दोनों बेटियों के साथ
माता-पिता पिता - अब्दुल सलीम अस्कारी
माता - शदी हबीब आगा
भाई-बहन भाई - शारूक़, शहजात
बहन - मल्लिका अस्कारी
धन संबंधित विवरण
आय (60 के दशक के दौरान) लगभग ₹2.50 लाख

मुमताज़

मुमताज़ से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  •  क्या मुमताज़ धूम्रपान करती हैं ? ज्ञात नहीं
  • क्या मुमताज़ शराब पीती हैं ? हाँ

    मुमताज़ शराब पीते हुए

    मुमताज़ शराब पीते हुए

  • उनके माता-पिता अब्दुल सलीम अस्कारी और हबीब आगा ईरान से संबंधित थे। वर्ष 1947 में, मुमताज़ के जन्म के ठीक एक साल बाद दोनों का तलाक हो गया।
  •  अपने पति से अलग होने के बाद, मुमताज़ की मां अपनी नानी के घर चली गईं। उस समय परिवार वित्तीय संकट से गुजर रहा था। जिसके चलते मुमताज़ और उनकी बहन मल्लिका ने फिल्म जगत में कार्य करने का फैसला किया।
  • 13 साल की उम्र में, मुमताज़ ने फिल्म इंडस्ट्री मे कदम रखा।
  • मुमताज़ ने हिन्दी फिल्म सोने की चिड़िया (1958) से एक बाल कलाकार के रूप में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की।
  • उसके बाद, उन्होंने अभिनेता दारा सिंह के साथ फिल्म फौलाद (1963) में एक अभिनेत्री के रूप में कार्य किया। एक साक्षात्कार में, मुमताज़ ने कहा था, “कुछ हद तक, मैं कह सकती हूँ कि मेरे करियर को दारा सिंह ने बनाया है, क्योंकि उनके साथ फिल्में करने के बाद, मुझे अच्छे ऑफर मिलने शुरू हो गए थे।”

    मुमताज़ और दारा सिंह अभिनीत फिल्म फौलाद (1963)

    मुमताज़ और दारा सिंह अभिनीत फिल्म फौलाद (1963)

  • दिलचस्प बात यह है, कि मुमताज़ उस समय ₹2.5 लाख लेती थी। उस समय उनकी भूमिका कुछ रोमांटिक दृश्यों और कुछ गानों के लिए बहुत छोटी होती थी। एक साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कहा कि “मुझे अभी भी याद है कि मुझे ₹2.5 लाख का वेतन मिलता था, जो उन दिनों एक बड़ी राशि मानी जाती थी।”
  • मुमताज़ ने राजेश खन्ना के विपरीत फिल्म दो रास्ते (1969) में मुख्य भूमिका निभाई थी। इससे पहले सिनेमा में उन्होंने कई बी-ग्रेड फिल्मों में काम किया था।

  • फिल्म हरे राम हरे कृष्णा (1971) में, देव आनंद ने पहली बार मुमताज़ को अपनी बहन की भूमिका निभाने की पेशकश की। लेकिन, उन्होंने फिल्म करने से मना कर दिया था, क्योंकि वह ऑन-स्क्रीन देव आनंद की बहन की भूमिका नहीं करना चाहती थी। इसके बाद, जीनत अमान ने इस भूमिका को निभाया।
  • उन्होंने फिल्म बंधे हाथ (1973) में पहली बार अभिताभ बच्चन के साथ कार्य किया। जिसमें अमिताभ बच्चन ने पहली बार दोहरी भूमिका निभाई थी।

  • मुमताज़ की खूबसूरती का हम इस बात से पता लगा सकते हैं, उस समय के प्रतिष्ठित अभिनेता शम्मी कपूर, देव आनंद, जितेंद्र, धर्मेंद्र सभी उनके प्यार में पागल थे। मुमताज़ ने एक साक्षात्कार में कहा कि “मैं इतनी ख़ुशनसीब हूँ, कि इतने प्रतिष्ठित अभिनेता मुझे इतना प्रेम करते थे। लेकिन, जरुरी नहीं की अपने हर साथी कलाकार के साथ प्रेम संबंध बनाए।” मुमताज़ ने शम्मी कपूर के बारे में बताते हुए कहा कि “मेरा और शम्मी के बीच प्रेम संबंध थे, उस समय मेरी उम्र 18 साल की थी। तभी शम्मी ने मुझे शादी करने के लिए प्रस्तावित किया और कहा कि शादी के बाद फ़िल्मी करियर को त्याग करना होगा। लेकिन, उस समय मैं अपने करियर को बनाना चाहती थी और इसलिए मैंने शम्मी कपूर से विवाह करने से मना कर दिया था।
  • अपने करियर के शुरुआती चरण में, मुमताज़ ने वर्ष 1974 में 27 साल की उम्र में व्यवसायी मयूर माधवानी के साथ विवाह किया। जिसके कारण उन्होंने फिल्म करना छोड़ना पड़ा और लंदन चले गए। उनकी दो बेटियां नताशा और तान्या हैं।

    मुमताज़ की फोटो विवाह के दौरान

    मुमताज़ की फोटो विवाह के दौरान

  • मुमताज़ अभिनेता फरदीन खान की सास हैं। वर्ष 2005 में उनकी बेटी नताशा ने फिरोज खान के बेटे से विवाह किया था।
  • उनके भाई शाहरुख अस्कारी के मुताबिक, जब मुमताज़ वर्ष 2007 में, मुंबई में आईं। तब वह अपने भतीजे शाद रंधावा की फिल्म ‘आवारापन’ की शूटिंग देखने गईं। शूटिंग के दौरान मुमताज़ ने जब वैनिटी वैन को देखा और बोलीं- “आजकल के अभिनेताओं को कितनी सुविधा है और एक हमारे समय में तो कई बार हमें जंगल में कपड़े बदलने पड़ते थे। दो लोग कपड़े का पर्दा बनाते थे और उसके पीछे हमें कपड़े बदलने पड़ते थे।”
  • उनके भाई के अनुसार, मुंबई के कॉर्टर रोड पर स्थित मुमताज़ का घर मीना कुमारी ने उपहार स्वरूप भेंट किया हुआ है। उस समय मुमताज़ ने मीना कुमारी के लिए एक फिल्म की थी और उन्होंने मुमताज को उस फिल्म के लिए ₹3 लाख देने का वायदा किया था। उसके बाद जब मीना कुमारी बीमार हुईं और उन्हें गले का कैंसर (थ्रोट कैंसर) हो गया, तो उन्होंने मेरी बहन को बुलाया और कहा – अब मेरे बचने की उम्मीद नहीं है और इसलिए फिल्म की फ़ीस चुकाने के लिए मीना कुमारी ने कॉर्टर रोड पर स्थित बंगले को मुमताज़ को भेंट स्वरूप दे दिया था।
  • सूत्रों के मुताबिक, राज कपूर की फिल्म “मेरा नाम जोकर” में पहले मुमताज़ कार्य करने वाली थी। लेकिन, फिल्म में मुमताज़ को एक विदेशी लड़की की भूमिका निभाते हुए, काफी अंग प्रदर्शन भी करना था। इसलिए मुमताज़ ने फिल्म करने से मना कर दिया और उनकी जगह सिमी ग्रेवाल को लिया गया।
  • मुमताज़ की आखिरी फिल्म ‘नागिन’ थी। इस फिल्म में मुमताज़ की गेस्ट अपीयरेंस (मेहमान भूमिका) थी। जिसके लिए उन्हें ₹8 लाख मिले थे। उस समय यह बहुत बड़ी रकम होती थी।
  • उन्होंने ‘दो रास्ते’, ‘आप की कसम’, ‘प्रेम कहानी’, ‘दुश्मन’, ‘रोटी’, ‘फौलाद’, ‘आंधी और तूफान’, ‘टार्जन एंड किंगकॉन्ग’, ‘बॉक्सर’, ‘जवान मर्द’ जैसी करीब 100 से अधिक फिल्मों में काम किया और सफलता प्राप्त की।
  • एक बाद, जब उन्हें पता चला कि फिल्म ‘बंधे हाथ’ में उनके सहायक अभनेता अमिताभ बच्चन हैं और वह उनकी मर्सिडीज कार को काफी पसंद करते हैं और उसे खरीदने की इच्छा रखते हैं। तब उन्होंने बिना किसी को कहे कार की चाबी अमिताभ बच्चन को सौंप दी और स्वयं अमिताभ की साधारण कार ले ली।

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