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Manu Bhaker Biography in Hindi | मनु भाकर जीवन परिचय

Manu Bhaker

जीवन परिचय
व्यवसाय भारतीय शूटर (निशानेबाज)
जानी जाती हैंगोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने और कॉमनवेल्थ गेम्स में नया रिकॉर्ड बनाने के लिए जानी जाती हैं।
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 163
मी०- 1.63
फीट इन्च- 5’ 4”
भार/वजन (लगभग)58 कि० ग्रा०
आँखों का रंग काला
बालों का रंग काला
शूटिंग
मौजूदा टीमइंडिया
इवेंट• 10 मीटर एयर पिस्टल
• 25 मीटर एयर पिस्टल
कोच• जसपाल राणा
Manu Bhaker with coach Jaspal Rana
• रौनक पंडित
रिकॉर्ड• आईएसएसएफ विश्व कप 2018 में स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय महिला शूटर।
• वर्ष 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली दूसरी सबसे युवा भारतीय महिला शूटर।
• वर्ष 2018 में गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने 240.9 अंकों का एक नया रिकॉर्ड बनाया।
• वर्ष 2019 में उन्होंने चीन के पुतिन में होने वाले आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल स्कोर 244.7 के साथ जूनियर विश्व रिकॉर्ड तोड़ दिया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
पदकगोल्ड मेडल

• वर्ष 2018 में मेक्सिको की सिटी ग्वाडलजारा में आयोजित आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल कम्पटीशन में
• वर्ष 2018 में मेक्सिको की सिटी ग्वाडलजारा में आयोजित आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर प्रतियोगिता में
• वर्ष 2018 में अर्जेंटीना की सिटी ब्यूनस आयर्स में आयोजित युवा ओलंपिक खेलों में 10 मीटर एयर पिस्टल में
• वर्ष 2018 में गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में 10 मीटर एयर पिस्टल कम्पटीशन में
• वर्ष 2019 में नई दिल्ली में आयोजित ISSF विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम में
• वर्ष 2019 में बीजिंग में आयोजित ISSF विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम में
• वर्ष 2019 में जर्मनी की सिटी म्यूनिख में आयोजित आईएसएसएफ विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम में
• वर्ष 2019 में रियो डी जनेरियो में आयोजित ISSF विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम में
• वर्ष 2019 में कतर की सिटी दोहा में आयोजित एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में 10 मीटर एयर पिस्टल में
• वर्ष 2019 में कतर की सिटी दोहा में आयोजित एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम में
• वर्ष 2019 में चीन की सिटी पुतिन में आयोजित ISSF विश्व कप में 10 मीटर एयर पिस्टल में

सिल्वर मेडल

• वर्ष 2018 में अर्जेंटीना की सिटी ब्यूनस आयर्स में आयोजित युवा ओलंपिक खेलों में 10 मीटर एयर पिस्टल मिश्रित टीम में
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 18 फरवरी 2002 (सोमवार)
आयु (2022 के अनुसार)20 वर्ष
जन्मस्थान गोरिया गांव, झज्जर, हरियाणा, भारत
राशि कुंभ (Aquarius)
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर गोरिया गांव, झज्जर, हरियाणा
स्कूल/विद्यालययूनिवर्सल पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल, झज्जर, हरियाणा
शैक्षिक योग्यताराजनीति विज्ञान में स्नातक [1]Hindustan Times
शौक/अभिरुचिबंजी-जंपिंग करना और आइस-स्केटिंग करना
विवाद• 4 जनवरी 2019 को उन्होंने हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज के ट्वीट के स्क्रीनशॉट पोस्ट किए, जिसमें उन्होंने हरियाणा सरकार की ओर से उन्हें 2 करोड़ का नकद पुरस्कार देने का वादा किया था। जिसके बाद मंत्री ने पुरस्कार राशि पर विवाद पैदा करने को लेकर उन्हें फटकार लगाई।
Manu Bhaker’s tweet on Anil Vij
• 2020 टोक्यो ओलंपिक से बाहर होने के बाद भाकर ने खुलासा किया कि कोच जसपाल राणा का रवैया मेरे प्रति ठीक नहीं था। कथित तौर पर 2020 टोक्यो ओलंपिक के शुरू होने से पहले मनु भाकर और जसपाल राणा के बीच लंबे समय से भेदभाव चल रहा था और भाकर ने टोक्यो ओलंपिक से पहले एनआरएआई के फैसले का भी समर्थन किया था। [2]India Today
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थितिअविवाहित
बॉयफ्रेंडज्ञात नहीं
परिवार
पतिलागू नहीं
माता/पितापिता- राम किशन भाकर (मर्चेंट नेवी में चीफ इंजीनियर)
माता- सुमेधा भाकर (शिक्षक)
Manu Bhaker with her parents
भाईभाई- अखिल भाकर
Manu Bhaker with her brother
पसंदीदा चीजें
निशानेबाजजसपला राणा और हीना सिद्धू
भोजननमकीन चावल, गाजर का रायता, और चूरमा
धन/संपत्ति संबंधित विवरण

बाइक संग्रहहौंडा शाइन
Manu Bhaker in Honda Shine
कार संग्रहक्रेटा कार

Manu Bhaker

मनु भाकर से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  • मनु भाकर एक पेशेवर भारतीय शूटर (निशानेबाज) हैं जिन्हे 2020 में भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से “अर्जुन पुरस्कार” से सम्मानित किया गया था। Manu Bhaker with Arjun Award 2020
  • मनु भाकर का पालन-पोषण हरियाणा के झज्जर जिले के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता राम किशन भाकर भारतीय नेवी में चीफ इंजीनियर हैं और उनकी माता सुमेधा भाकर एक शिक्षक हैं।
  • मनु भाकर का रुझान बचपन से ही खेल की तरफ रहा। जिसके चलते वह बड़ी होकर खेल जगत में करियर बनाने का फैसला किया। A Hoarding At the Rooftop of Manu Bhakers School
  • पिस्टल शूटिंग में शामिल होने से पहले मनु भाकर का रुझान क्रिकेट की तरफ था और झज्जर में स्थित वीरेंद्र सहवाग के कोचिंग स्कूल में क्रिकेट का अभ्यास करती थीं। Virender Sehwag Cricket Academy
  • मनु भाकर निशानेबाजी में शामिल होने से पहले बॉक्सिंग और किक-बॉक्सिंग करती थीं। वह मैरी कॉम से काफी प्रभावित हैं। Mary Kom Olympic Bronze
  • बॉक्सिंग में हाथ आजमाने से पहले मनु भाकर बॉलीबॉल का अभ्यास कर रही थी तभी उनके आँख में चोट लगने की वजह से सूजन आ गई थी  जिसके चलते उन्होंने बॉक्सिंग छोड़ने का फैसला किया। फिर बाद उन्होंने मणिपुर के एक प्रसिद्ध मार्शल आर्ट थांग-ता के तहत मार्शल आर्ट का अभ्यास करना शुरू किया।
  • दिल्ली में एक टूर्नामेंट के दौरान पदक जीतने के बाद जल्द ही उन्होंने थांग-ता को भी छोड़ दिया। थांग-ता छोड़ने के अगले ही दिन मनु भाकर ने दादरी के पास एक जूडो अकादमी में दाखिला लिया और कुछ दिनों तक जूडो का अभ्यास करने के बाद जूडो को भी छोड़ दिया।
  • फिर एक दिन उन्होंने अपने स्कूल के शूटिंग रेंज का दौरा किया और उसी समय एक पिस्तौल ली और सीधे 7.5 का निशाना लगा दिया। कोच चकित हो उठा क्योंकि इतना सटीक निशाना लगाने में लगभग 6 महीने से लेकर एक साल तक का समय लग जाता है। Manu Bhaker during shooting
  • मनु भाकर को पहली अंतरराष्ट्रीय सफलता 2017 में मिली जब उन्होंने एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में रजत पदक जीता।
  • वर्ष 2017 में केरल में आयोजित राष्ट्रीय खेलों में उन्होंने 9 स्वर्ण पदक जीता। जहां उन्होंने विश्व कप पदक विजेता हीना सिद्धू को हराया और सिद्धू के 240.8 अंकों के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया। Manu Bhaker and Heena Sidhu Right
  • वर्ष 2018 में मेक्सिको के ग्वाडलाजारा में आयोजित इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन विश्व कप में मनु भाकर ने मेक्सिको की एलेजांद्रा ज़वाला को हराकर महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता और वह विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय महिला शूटर बनीं।
  • वर्ष 2018 में गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में उन्होंने 240.9 अंकों का एक नया रिकॉर्ड बनाया।
  • मनु भाकर के माता-पिता का कहना है कि वह इतनी साहसी और निडर लड़की है कि एक बार शिमला में बंजी-जंपिंग के दौरान उसने प्लेटफॉर्म से कूदने के लिए कोच की सलाह का भी इंतजार नहीं किया और वहां से छलांग लगी दी थी।
  • मनु के पिता को इस बात का पूरा यकीन नहीं है कि वह हमेशा के लिए शूटिंग पर ही टिकी रहेगी। वह आगे कहते हैं, “मुझे आश्चर्य नहीं होगा अगर वह एक दिन मुझसे कहें कि वह खेल छोड़ना चाहती है भले ही वह ओलंपिक पदक जीता हो। वह अलग टाइप की लड़की है।” Manu Bhaker with her father
  • मनु भाकर को घोड़सवारी करना बहुत पसंद है और वह अपने खाली समय में घोड़सवारी किया करती हैं। Manu Bhaker riding a horse
  • मनु भाकर को जानवरों से काफी लगाव है और उनके पास दो पालतू कुत्ता हैं जिनकी तस्वीरें अक्सर वह अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर शेयर करती रहती हैं। Manu Bhaker with her pet dogs

सन्दर्भ

सन्दर्भ
1 Hindustan Times
2 India Today

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