Mohan Yadav Biography in Hindi | मोहन यादव जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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अन्य नाम | डॉ. मोहन यादव |
व्यवसाय | राजनेता |
जाने जाते हैं | मोहन यादव मध्य प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री के तौर पर |
राजनीतिक करियर | |
पार्टी/दल | भारतीय जनता पार्टी (BJP) |
राजनीतिक यात्रा | • वर्ष 1982 में वह पहली बार माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्र संघ के सह सचिव बने। • वर्ष 1984 में उन्हें माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष एवं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, उज्जैन के नगर मंत्री के रूप में कार्यभार सौंपा गया था। • वर्ष 1988 में उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, उज्जैन के विभाग प्रमुख का कार्यभार संभाला। • वर्ष 1988 में वह मध्य प्रदेश के सह -अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, मंत्री एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे। • वर्ष 1989 से 1990 तक वह प्रदेश इकाई के परिषद मंत्री रहे। • वर्ष 1991 से 1992 तक उन्होंने राष्ट्रीय परिषद मंत्री के रूप में कार्य किया। • वर्ष 1993 से 1995 तक मोहन ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के मंत्री सह खंड कार्यवाह, और संयम भाग नगर कार्यवाह के रूप में कार्य किया। • वर्ष 1996 में वह खंड कार्यवाह एवं नगर कार्यवाह मंत्री बने। • वर्ष 1998 में उन्हें पश्चिम रेलवे बोर्ड की सलाहकार समिति का सदस्य बनाया गया। • वर्ष 2002 से 2003 तक वह विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की कार्यकारिणी परिषद के सदस्य एवं नगर जिला महासचिव रहे। • वर्ष 2004 में उन्हें भाजपा की राज्य कार्यकारी समिति के सदस्य और सिंहस्थ, मध्य प्रदेश की केंद्रीय समिति के सदस्य में चुना गया। • वर्ष 2004 से 2010 तक वह मध्य प्रदेश के विकास प्राधिकरण के सचिव रहे। • वर्ष 2008 में उन्हें भारत स्काउट्स और गाइड के प्रमुख में नियुक्त किया गया। • वर्ष 2011 से 2013 तक वह मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री रहे। • वर्ष 2013 में वह उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए। • वर्ष 2013 से 2016 तक मोहन यादव अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के सह-संयोजक रहे। • वर्ष 2018 वह दोबारा से उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए। • 2 जुलाई 2020 को मध्य प्रदेश सरकार में वह कैबिनेट मंत्री बने। • वर्ष 2023 में वह तीसरी बार उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए। • वर्ष 2023 में ही उन्होंने मध्य प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लिया। |
पुरस्कार एवं उपलब्धियां | • उज्जैन के समग्र विकास के लिए एनआरआई संगठन शिकागो (यूएसए) और एसकेसीओएन इंटरनेशनल फाउंडेशन द्वारा उन्हें महात्मा गांधी पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • मोहन यादव को वर्ष 2011-2012 और 2012- 2013 में पर्यटन के निरंतर विकास के लिए राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया। |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | सेंटीमीटर में - 170 सेमी मीटर में - 1.70 मीटर फीट और इंच में - 5' 7" |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 25 मार्च 1965 (गुरुवार) |
आयु (2024 के अनुसार) | 59 वर्ष |
जन्म स्थान | उज्जैन, मध्य प्रदेश |
राशि | मेष (Aries) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | उज्जैन, मध्य प्रदेश |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | • गवर्नमेंट माधव साइंस पीजी कॉलेज, उज्जैन • विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन |
शैक्षिक योग्यता [1]MP Vidhan Sabha | • मोहन यादव ने गवर्नमेंट माधव साइंस पीजी कॉलेज, उज्जैन से बैचलर ऑफ साइंस (B.Sc.) किया। • बैचलर ऑफ लॉ (LLB) • मास्टर ऑफ आर्ट्स (M.A.)(2004-2006) • मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (MBA) • उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन से डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (PhD), (2006-2009) किया। |
धर्म | हिन्दू |
जाति | अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) |
पता | 180, रवीन्द्रनाथ टैगोर मार्ग, अब्दालपुरा, उज्जैन |
विवाद | वर्ष 2020 में चुनाव आयोग द्वारा मोहन यादव को उनके द्वारा गलत भाषा का इस्तेमाल करने के कारण 31 अक्टूबर को उन्हें एक दिन के लिए राज्य के उपचुनाव में प्रचार करने से मना कर दिया था। [2]The Times of India वर्ष 2021 में उच्च शिक्षा विभाग ने एडवाजरी जारी करते हुए, एक नया कानून जारी करते हुए कहा कि जिन छात्रों के खिलाफ आपराधिक मामले हों, तो उन्हें कॉलेज में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए। एडवाजरी जारी होने के बाद कई छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया था और छात्रों के पक्ष में बात करते हुए मोहन यादव ने कहा था कि अगर यह नियम छात्रों पर लागू होता है तो नेताओं पर क्यों नहीं। [3]Hindustan Times 18 दिसंबर 2022 को नागदा में आयोजित कारसेवक सम्मान समारोह में मोहन ने माता सीता के प्रति अशोभनीय टिप्पणी की थी। टिप्पणी में उन्होंने कहा, राज्य की मर्यादा के कारण रामजी को सीता माता के गर्भवती होने पर भी उन्हें छोड़ना पड़ा। सीता माता के बच्चों का जन्म जंगल में हुआ था, इतने कष्ट सहने के बाद भी, उस माँ के मन में अपने पति के प्रति इतना सम्मान है कि वह कष्टों को भूल जाती है और भगवान राम के जीवन के लिए प्रार्थना करती है। आज के दौर में यह जिंदगी तलाक के बाद की जिंदगी जैसी है।' सोशल मीडिया पर उनका वीडियो वायरल होने के बाद उन्होंने अपनी टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा, '' कार्यक्रम कार सेवकों के बलिदान का सम्मान करने के लिए था। इसलिए मैंने राम राज्य के बारे में कुछ कहा.'' इसके मूल में राम और सीता का त्याग और प्रेम था। मैं बता रहा था कि भगवान राम को राज्य के लिए क्या-क्या त्याग करना पड़ा, क्या-क्या कठिनाइयाँ उठानी पड़ीं। मेरी बात को ग़लत ढंग से पेश किया जा रहा है।" [4]Zee News जनवरी 2022 में उन्होंने गणतंत्र दिवस परेड पर टिप्पणी करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और कहा, गणतंत्र दिवस परेड में नेताजी सुभाष चंद्र बोस थे, सरदार वल्लभभाई पटेल थे। परेड में न देश का नकली पिता था, न देश का नकली चाचा, न आयरन लेडी, न कंप्यूटर का आविष्कारक, परेड में काशी विश्वनाथ की झांकी थी, मां वैष्णोदेवी की झांकी थी, सनातन संस्कृति का दृश्य था। मेरा देश सचमुच बदल रहा है, मेरा देश अंग्रेजी गुलामों के जबड़े से बाहर आ रहा है, मेरा देश सचमुच आजाद हो रहा है।" बाद में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रवि राय ने मोहन की टिप्पणी पर टिप्पणी करते हुए कहा, उच्च शिक्षा मंत्री क्या संदेश देना चाहते हैं। इस तरह का बयान देकर समाज को नुकसान पहुंचाया है। हम गणतंत्र दिवस के मौके पर ऐसे पोस्ट की निंदा करते हैं। यह आरएसएस और बीजेपी और गोडसे की मानसिकता है। उन्होंने कहा कि मंत्री की गोडसे विचारधारा से पता चलता है कि वह महात्मा गांधी के बारे में गलत बातें कह रहे हैं, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी।" [5]India Today |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह तिथि | 14 जनवरी 1993 (गुरुवार) |
परिवार | |
पत्नी | सीमा यादव |
बच्चे | बेटा- 2 • वैभव यादव (बड़ा, उज्जैन महानगर में सहमंत्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) • अभिमन्यु यादव (छोटा, डॉक्टर और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) में मेडीविजन मालवा संयोजक) बेटी- आकांक्षा यादव (डॉक्टर, डायग्नोलॉजिस्ट सर्जन) |
माता/पिता | पिता- पूनमचंद यादव माता- लीलाबाई यादव (मृतक) |
भाई-बहन | बहन- 2 • ग्यारसी बाई (बड़ी) • कलावती यादव (बड़ी, राजनेत्री) भाई- 2 • नारायण यादव (बड़े, यादव महासभा के अध्यक्ष) • नंदलाल यादव (बड़े, अपना चैनल के निदेशक) नोट:- 5 भाई-बहन में सबसे छोटे हैं मोहन यादव। |
वंशज | |
पसंदीदा चीजें |
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भोजन | लौकी की सब्जी |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
बाइक | सुजुकी स्क्टूटर MP13EN5151 (कीमत- 72,100) [6]MyNeta |
कार | इनोवा MP04CW5151 (कीमत- 22,71 लाख रुपये)[7]MyNeta |
वेतन/आय (लगभग) | वेतन (बतौर मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश)- रु. 2 लाख रुपये/माह |
धन/संपत्ति | चल संपत्ति • नगद: 1,41,500 • बैंकों में जमा: 23,1,35000 • कंपनियों में बांड, डिबेंचर और शेयर: रु. 5,38,78,817 • एनएसएस, डाक बचत: 3,40,000 • व्यक्तिगत ऋण: 2,28,39,332 • मोटर वाहन: रु. 23,43,400 • आभूषण: 8,40,000 • अन्य संपत्ति (रिवॉल्वर गन): रु. 4,55,000 अचल संपत्ति • कृषि भूमि: रु. 7,90,20,000 • गैर कृषि भूमि: रु. 1,95,00,000 • आवासीय भवन: रु.3,50,88,000 नोट: चल और अचल संपत्ति का दिया गया अनुमान वर्ष 2023 के अनुसार है। इसमें उनकी पत्नी के स्वामित्व वाली संपत्ति शामिल नहीं है। [8]MyNeta |
कुल संपत्ति | 13 करोड़ रुपये (2023 के अनुसार) नोट: दिया गया अनुमान वर्ष 2023 के अनुसार है। इसमें पत्नी की कुल संपत्ति शामिल नहीं है। [9]MyNeta |
मोहन यादव से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
- मोहन यादव एक भारतीय राजेनता और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। वह मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री (शिक्षा), कुश्ती संघ और ओलंपिक संघ के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कार्य चुके हैं। वर्ष 2023 में वह मध्य प्रदेश (MP) के 19वें मुख्यमंत्री (CM) बने।
- मोहन यादव ने अपने राजनीती करियर की शुरुआत एक छात्र नेता के रूप में की थी।
- मोहन यादव ने माधव विज्ञान कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी की है। वर्ष 1982 में उन्हें माधव विज्ञान महाविद्यालय छात्र संघ का सह सचिव चुना गया था। वह एबीवीपी उज्जैन के नगर मंत्री भी रह चुके हैं।
- मोहन यादव काफी लम्बे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हुए हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में उन्हें एक मुखर हिंदुत्ववादी नेता के रूप में देखा जाता है। वर्ष 1993 से 1995 तक वह उज्जैन में इसके पदाधिकारी थे।
- उन्होंने पहली बार वर्ष 2013 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में उज्जैन दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और कांग्रेस उम्मीदवार जयसिंह दरबार को 9,652 वोटों से हराकर जीत हासिल की।
- इसके बाद 2018 में होने वाले विधान सभा चुनाव में वह दोबारा से उज्जैन दक्षिण सीट से एक विधायक के रूप में चुने गए। इस बार उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार राजेंद्र वशिष्ठ राजू भैया के अपोजिट 18,960 वोटों से जीत हासिल की।
- मोहन यादव ने वर्ष 2019 में विक्रमादित्य शोधपीठ का गठन किया।
- वर्ष 2021 में उन्होंने भोपाल की एक बैठक में निर्णय लिया कि मध्य प्रदेश के इंजीनियरिंग छात्रों के पाठ्यक्रम में रामायण, महाभारत और रामचरितमानस को शामिल किया जाए। साथ ही यह भी बताया कि पाठ्यक्रम एनईपी 2020 के तहत तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि यह भारत के इतिहास को दोहराने का काम करेगा। इसके आलावा मोहन यादव ने राज्य के विश्वविद्यालयों में कुलपति पद के हिंदी नामकरण का नाम ‘कुलपति’ से ‘कुलगुरु’ करने का प्रस्ताव भी रखा था।
- वर्ष 2022 में उन्होंने अकादमी ऑफ़ एडमिनिस्ट्रेशन भोपाल में आयोजित होने वाले दो दिवसीय पीएचडी सेमिनार में भाग लिया, जहां उन्होंने कहा कि किसी और के काम को कहीं से कॉपी करके और सबमिट करके पीएचडी आसानी से की जा सकती है। सेमिनार में उन्होंने आगे कहा कि कई नेताओं पर नकल करके पीएचडी करने का आरोप लगता है। बाद में उन्होंने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि उन्होंने ऐसा पीएचडी करने के पुराने तरीकों के संदर्भ में कहा था। उन्होंने यह भी कहा कि अब तरीके बदल गए हैं। उनके इस बयान का कांग्रेस पार्टी ने विरोध किया और कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा,
प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव खुद अपने विभाग की पीएचडी की हकीकत बता रहे हैं. वे बता रहे हैं कि पीएचडी कैसे की जाती है, क्यों की जाती है। राजनेता कैसे नकल करते हैं और प्रस्तुत करते हैं। यह सच्चाई है। अब जिनकी जिम्मेदारी है, वे सच बोल रहे हैं..ऐसे शिक्षा मंत्री को हटा देना चाहिए।”
- वर्ष 2022 में जब मध्य प्रदेश उलेमा बोर्ड ने बॉलीवुड फिल्म ‘पठान’ पर बैन लगाने की बात कही तो मोहन ने भी इस पर टिप्पणी करते हुए कहा,
समय बदल रहा है और सभी बॉलीवुड कलाकारों को यह समझना होगा कि वे हमारी संस्कृति पर हमला करते हैं या हिंदू धर्म के खिलाफ कुछ करते हैं। इसलिए इसे देश और मध्य प्रदेश में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
- वर्ष 2023 में मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में मोहन यादव ने अपनी पारंपरिक उज्जैन दक्षिण सीट से असेंबली का चुनाव लड़ा था। शुरुआती काउंसलिंग में वह कांग्रेस के उम्मीदवार चेतन यादव से पीछे थे। हालांकि, इसके बाद उन्होंने बढ़त बनानी शुरू कर दी और आखिर में वह 12 हजार 941 वोटों से जीत हासिल की। इस सीट से मोहन यादव लगातार तीसरी बार विधायक बने।
- मोहन यादव को कुश्ती बहुत रूचि है। कथित तौर पर उन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का हिस्सा बनने का सपना देखते हुए वर्ष 2023 में वह WFI चुनाव में उपाध्यक्ष के लिए नामांकन भी किया था , लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली। [10]The Indian Express
- मोहन यादव राजा विक्रमादित्य को अपना आदर्श मानते हैं।
- सम्राट विक्रमादित्य की परम्पराओं को आगे बढ़ाते हुए मोहन यादव विक्रमोत्सव-चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर उज्जैन के सम्राट विक्रमादित्य द्वारा आरंभ विक्रम संवत पर प्रारंभ होने वाले भारतीय नववर्ष मनाने की परंपरा, विगत 11 वर्षों से प्रतिवर्ष भव्य उत्सव शिप्रा तट पर आयोजित करते आ रहे हैं, धार्मिक आयोजनों में सक्रिय भागीदारी निभाते हुए भारतीय संस्कृति, तीज, त्यौहार, रीति-रिवाज के पारंपरिक आयोजनों में शामिल होकर साहित्यिक, सांस्कृतिक, कला, विज्ञान, पुरातत्व, वेद ज्योतिष से जुडने हेतु जनमानस को अभिप्रेरित किया।
- उन्होंने उज्जैयनी का पर्यटन, विश्वकाल गणना के केंद्र डोंगला का लेखन, संकल्प शुभकृत, क्रोधी, विश्वावसु, पराभव आदि पुस्तकों का प्रकाशन किया है।
- 12 दिसंबर 2023 में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर काफी वायरल हुआ था, जिसमें वह अपने तलवार बाजी का प्रदर्शन करते दिखाई दे रहे हैं।
Old video of new CM of Madhya Pradesh, Dr Mohan Yadav viral on SM
धर्मो रक्षति रक्षित:!!pic.twitter.com/AN5AjLkh7j— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) December 11, 2023
- मोहन यादव ने 13 दिसंबर 2023 को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में मध्य प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके शपथ लेने के बाद जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला ने मध्य प्रदेश के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली।
- मोहन यादव एक एनिमल लवर हैं और वह अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानवरों के साथ अपनी तस्वीरें शेयर करते रहते हैं।
सन्दर्भ