Nikhat Zareen Biography in Hindi | निखत जरीन जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | बॉक्सर |
जानी जाती हैं | 19 मई 2022 को थाईलैंड के जुतामास जितपोंग को हराकर तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित बॉक्सिंग विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के लिए |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 170 मी०- 1.70 फीट इन्च- 5’ 7” |
भार/वजन [1]Sports NDTV | 52 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
मुक्केबाज़ी | |
मौजूदा टीम | इंडिया |
वजन वर्ग | फ्लाईवेट |
पुरस्कार/ उपलब्धियां | • वर्ष 2014 में निखत को उनके गृहनगर निजामाबाद, तेलंगाना का आधिकारिक राजदूत नियुक्त किया गया। • वर्ष 2015 में उन्हें अखिल भारतीय अंतर-विश्वविद्यालय मुक्केबाजी चैम्पियनशिप, जालंधर में 'सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज' नामित किया गया। • वर्ष 2019 में उन्हें खेल में उत्कृष्टता के लिए "JFW पुरस्कार" सम्मानित किया गया। • वर्ष 2021 में उन्हें 5वीं एलीट महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में "बेस्ट बॉक्सर पुरस्कार" से नवाजा गया। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 14 जून 1996 (शुक्रवार) |
आयु (2022 के अनुसार) | 25 वर्ष |
जन्मस्थान | निजामाबाद जिला, तेलंगाना, भारत |
राशि | मिथुन (Gemini) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | निजामाबाद जिला, तेलंगाना |
स्कूल/विद्यालय | निर्मला हृदय गर्ल्स हाई स्कूल, निजामाबाद |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | एवी कॉलेज हैदराबाद, तेलंगाना |
शैक्षिक योग्यता | • निर्मला हृदय गर्ल्स हाई स्कूल, निजामाबाद से स्कूली शिक्षा • एवी कॉलेज, हैदराबाद, तेलंगाना से कला स्नातक (बी.ए.) [2]The Hindu |
धर्म | इस्लाम [3]APN |
आहार | मांसाहारी [4]The Indian Express |
विवाद | वर्ष 2019 में निखत जरीन ने विश्व चैंपियनशिप के लिए एमसी मैरी कॉम के स्वचालित चयन पर आपत्ति जताई। [5]Jagran |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
बॉयफ्रेंड | ज्ञात नहीं |
परिवार | |
पति | लागू नहीं |
माता/पिता | पिता- मोहम्मद जमील अहमद (एक एस्टेट एजेंट) माता- परवीन सुल्ताना |
भाई/बहन | बहन- 3 • अंजुम मिनाज • अफनान जरीन |
पसंदीदा चीजें | |
भोजन | बिरयानी और निहारी |
निखत जरीन से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
- निखत जरीन एक भारतीय मुक्केबाज हैं। वह 2011 में अंताल्या में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ (शौकिया) महिला युवा और जूनियर विश्व चैंपियनशिप की विजेता हैं। वर्ष 2019 में निखत जरीन ने गुवाहाटी में आयोजित दूसरे इंडिया ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता। 2022 में तुर्की में आयोजित महिला विश्व चैंपियनशिप में 52 किग्रा वर्ग कैटेगरी में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता।
- अपनी आठवीं कक्षा की अंतिम परीक्षा समाप्त करने के बाद निखत जरीन ने अपने पिता से एक वर्ष के लिए मुक्केबाजी का प्रशिक्षण लिया। एक बार उन्होंने अपने पिता से पूछा कि सभी खेल श्रेणियों में मुक्केबाजी को छोड़कर महिला प्रतिभागी क्यों थीं। उन्होंने तब उत्तर दिया,
क्योंकि किसी के पास इतना दम नहीं है।”
- उनका जवाब सुनने के बाद, निखत ने बॉक्सिंग को चुनने का फैसला किया। एक मीडिया हाउस से बातचीत में उन्होंने कहा,
तब मैंने तय किया कि मुझे क्या करना है और मैंने अपने पिता से कहा कि मैं लोगों को दिखाना चाहता हूं कि एक लड़की भी बॉक्सिंग कर सकती है।”
- निखत जरीन के पिता ने 15 साल तक सऊदी अरब में सेल्स असिस्टेंट के रूप में काम किया। उन्होंने अपनी बेटियों को खेल और पढ़ाई में मदद करने के लिए भारत के निज़ामाबाद में शिफ्ट होने का फैसला किया।
- वर्ष 2009 में उनके पिता ने उन्हें भारतीय खेल प्राधिकरण (विशाखापत्तनम) में नामांकित किया, जहाँ उन्होंने “द्रोणाचार्य पुरस्कार” विजेता IV राव द्वारा प्रशिक्षण शुरू किया। 2010 में उन्हें इरोड नेशनल्स में ‘गोल्डन बेस्ट बॉक्सर’ के रूप में घोषित किया गया था।
- उनके पिता का मानना है कि खेलों का कोई धर्म नहीं होता और इसीलिए उन्होंने निखत को रियो ओलंपिक में स्वर्ण जीतने के लिए प्रेरित किया, जो कि पहले प्रसिद्ध भारतीय महिला मुक्केबाज मैरी कॉम से चूक गई थी। उन्होंने बताया,
इस्लामी धर्म में प्रतिबंध हैं। लेकिन, खुद एक खिलाड़ी होने के नाते मेरा मानना है कि खेलों में कोई धर्म नहीं होता। मैं निखत से कहता हूं कि मैरी कॉम लंदन खेलों में स्वर्ण से चूक गईं, लेकिन मैं चाहता हूं कि आप रियो में भी इसका अनुकरण करें।”
- निखत जरीन ने 2011 में तुर्की में आयोजित एआईबीए महिला जूनियर और युवा विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी और तुर्की मुक्केबाज उल्कु डेमिर को हराया।
- 2014 में बुल्गारिया में आयोजित यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में निखत जरीन ने सिल्वर मेडल जीता था। 12 जनवरी 2014 को सर्बिया के नोवी साद में आयोजित तीसरे अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट में 51 किलोग्राम भार वर्ग कैटेगरी में अपने रूसी प्रतिद्वंद्वी पाल्टसेवा एकातेरिना को हराकर स्वर्ण पदक जीता।
- वर्ष 2016 में निखत जरीन ने “द न्यू इंडियन एक्सप्रेस DEVI अवार्ड” जीता, जो उन्हें केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू द्वारा दिया गया था। गया था।
- वर्ष 2017 में निखत को कंधे में चोट लग गई और वह एक साल के लिए राष्ट्रीय शिविर से बाहर हो गई।
- 2018 से निखत जरीन एडिडास की ब्रांड एंबेसडर हैं। वेलस्पन समूह उनके मुक्केबाजी प्रशिक्षण सत्रों में उनका समर्थन करता है और वह भारतीय खेल प्राधिकरण की लक्ष्य ओलंपिक पोडियम योजना का एक हिस्सा है।
- वर्ष 2019 में बैंकॉक में आयोजित थाईलैंड ओपन इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में निखर जरीन ने रजत पदक जीता। उसी वर्ष उन्होंने सोफिया, बुल्गारिया में आयोजित स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में भाग लिया, जहाँ उन्होंने स्वर्ण पदक जीता।
- वर्ष 2020 में तेलंगाना खेल मंत्री वी. श्रीनिवास की तरफ से निखत जरीन को खेल में उनके सराहनीय योगदान के लिए इलेक्ट्रॉनिक स्कूटर और 10, 000 के नगद राशि से सम्मानित किया गया।
- निखत जरीन की दोनों बड़ी बहनें डॉक्टर हैं और उनकी छोटी बहन भारतीय बैटमिंटन खिलाडी है। जब निखत ने अपने परिवार के सदस्यों से कहा कि वह बॉक्सिंग में शामिल होना चाहती है तो उनके परिवार वाले ऐसा करने की अनुमति देने में संकोच कर रहे थे। एक मीडिया हाउस से बातचीत में निखत के पिता ने बताया कि उनके रिश्तेदार उन्हें सलाह देते थे कि निखत जरीन खेलते समय शॉर्ट्स न पहनें। उन्होंने कहा,
लेकिन कभी-कभी, रिश्तेदार या दोस्त हमें बताते हैं कि एक लड़की को ऐसा खेल नहीं खेलना चाहिए जिसमें उसे शॉर्ट्स पहनना पड़े। लेकिन हम जानते थे कि निखत जो चाहेगी, हम उसके सपने का समर्थन करेंगे।”
- 19 जून 2021 को निखत जरीन को एसी गार्ड्स, हैदराबाद में बैंक ऑफ़ इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय में एक कर्मचारी अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया।
- वर्ष 2022 में उन्होंने बुल्गारिया के सोफिया में 73वें स्ट्रैंड्जा मेमोरियल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में भाग लिया, जहां उन्होंने तीन बार के यूरोपीय चैंपियनशिप पदक विजेता यूक्रेन के अपने प्रतिद्वंद्वी ‘टेटियाना कोब’ को हराकर स्वर्ण पदक जीता। उसी चैंपियनशिप के दौरान, सेमीफाइनल में निखत जरीन ने टोक्यो ओलंपिक के रजत पदक विजेता बुसे नाज़ akıroğlu को हराया।
- 19 मई 2022 को तुर्की के इस्तांबुल में आयोजित महिला विश्व चैंपियनशिप में निखत जरीन ने 52 किग्रा वर्ग कैटेगरी में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने फ्लाईवेट वर्ग में थाईलैंड की अपने प्रतिद्वंद्वी जितपोंग जुतामास को हराया। इस इवेंट को जीतकर निखत जरीन वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाली पांचवीं भारतीय महिला बॉक्सर बनीं। मैरी कॉम, लैशराम सरिता देवी, जेनी आर एल, और लेख के सी चार अन्य भारतीय महिला मुक्केबाज हैं जिन्होंने विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते हैं।
- 2022 वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड जीतने के बाद निखत जरीन ने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर की जिसमें वह मैरी कॉम के साथ नजर आ रही हैं। 2019 में महिला मुक्केबाजी ट्रायल बाउट के दौरान मैरी कॉम बनाम निखत जरीन ने तब सुर्खियाँ बटोरीं जब उन्होंने निष्पक्ष ओलंपिक चयन परीक्षण की मांग की; मैरी कॉम ने वह मैच जीत लिया।
No victory is complete without your idol’s blessings😇🙌🏻@MangteC #HappyMorning#HappyMe#HappyUs pic.twitter.com/uXJFcK9nMu
— Nikhat Zareen (@nikhat_zareen) May 25, 2022
- निखत जरीन के पिता के अनुसार, वह हमेशा उनके मुक्केबाजी टूर्नामेंट के दौरान उनका साथ देते हैं।
- निखत जरीन के चाचा समसमुद्दीन के बेटे एतेशामुद्दीन और इतिशामुद्दीन राष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज हैं।
- निखत जरीन को जानवरों से काफी लगाव है और वह अक्सर अपने पालतू बिल्ली ‘लियो’ की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर करती रहती हैं।
सन्दर्भ
↑1 | Sports NDTV |
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↑2 | The Hindu |
↑3 | APN |
↑4 | The Indian Express |
↑5 | Jagran |