Menu

Pravin Togadia Biography in hindi | प्रवीण तोगड़िया जीवन परिचय

प्रवीण तोगड़िया

जीवन परिचय
व्यवसाय डॉक्टर, विश्व हिंदू परिषद के नेता और हिंदू राष्ट्रवाद के वकील
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 170
मी०- 1.70
फीट इन्च- 5’ 7”
वजन/भार (लगभग)70 कि० ग्रा०
आँखों का रंग काला
बालों का रंग ग्रे
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 12 दिसंबर 1956
आयु (वर्ष 2017 के अनुसार)61 वर्ष
जन्मस्थान साजन टिम्बा गांव, अमरेली, गुजरात, भारत
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर अमरेली, गुजरात, भारत
राशिधनु
स्कूल ज्ञात नहीं
कॉलेज ज्ञात नहीं
धर्म हिन्दू
विवाद • गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री शंकरसिंह वाघेला (1996-1997) ने बीजेपी के राजनेताओं पर कथित रूप से हमला करने के लिए तोगड़िया को गिरफ़्तार करवाया था।
• वर्ष 2002 गुजरात दंगों के दौरान, मुस्लिम चरमपंथी समूहों के खिलाफ विद्रोह करते हुए, उन्होंने कहा कि सभी हिंदुत्व विरोधियों को मौत की सजा मिलेगी। जिसने राष्ट्रव्यापी हिंदू-मुस्लिम दंगों को बढ़ावा दिया था।
• वर्ष 2002 के गुजरात दंगा पीड़ितों के इलाज के दौरान तोगड़िया ने अन्य वीएचपी/बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ हस्तक्षेप किया और डॉक्टरों को अस्पताल में कहा कि किसका इलाज करना और किस का नहीं।
• अप्रैल 2003 में, अजमेर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को हथियार देने के लिए उन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था।
• अगस्त 2013 को, अयोध्या में उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा चौरासी कोसी परिक्रमा यात्रा की योजना बनाने के लिए अन्य वीएचपी कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिसे सांप्रदायिक हिंसा के डर के कारण प्रतिबंधित कर दिया गया था।
• अप्रैल 2014 में, भावनगर में एक विवादास्पद भाषण देने के लिए उनके खिलाफ एक रिपोर्ट दर्ज की गई, जिसमें उन्होंने हिन्दुओं को निर्देश दिए कि वह मुसलमानों को अपने पड़ोस से बाहर निकाले।
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
गर्लफ्रेंड ज्ञात नहीं
परिवार
पत्नी रश्मि तोगड़िया
बच्चे बेटा - 1
बेटी - ज्ञात नहीं
माता-पिता पिता - नाम ज्ञात नहीं
माता - नाम ज्ञात नहीं
धन संबंधित विवरण
कुल संपत्ति ज्ञात नहीं

प्रवीण तोगड़िया

प्रवीण तोगड़िया से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  • वर्ष 2011 से, वह विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रहे हैं।
  • दस साल की उम्र में, वह अहमदाबाद चले गए और बाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) में शामिल हो गए।
  • सर्जिकल ऑन्कोलॉजी में एमबीबीएस और एमएस की डिग्री प्राप्त करने के बाद, उन्होंने चौदह वर्षों तक सर्जन के रूप में अभ्यास किया और अहमदाबाद में धनवंतरी नामक एक अस्पताल की स्थापना की।
  • आरएसएस (1984) में अपने कार्यों के दौरान, वह नरेंद्र मोदी के सहयोगी थे। जिन्हें वर्ष 1984 में अहमदाबाद में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल किया गया था। दोनों कठिनाइयों में एक-दूसरे का साथ देते थे।

    प्रवीण तोगड़िया नरेंद्र मोदी के साथ

    प्रवीण तोगड़िया नरेंद्र मोदी के साथ

  • मोदी के समर्थन से वह वर्ष 1996 में वीएचपी के महासचिव बने और जब गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री (वर्ष 1995 और वर्ष 1998 से वर्ष 2001 तक) केशुभाई पटेल ने मोदी के दिल्ली जाने पर रोक लगा दी थी, तब प्रवीण ने उन्हें पूर्ण समर्थन दिया। बाद में, वर्ष 2001 में मोदी उनकी मदद से गुजरात के मुख्यमंत्री बने।
  • प्रवीण तोगड़िया के प्रति कृतज्ञता का परिचय देते हुए, मोदी ने तोगड़िया के करीबी सहयोगी और विश्व हिंदू परिषद के सबसे महत्वपूर्ण नेता, गॉर्डन जदाफिया को गुजरात राज्य के गृह मंत्री के रूप में शामिल किया।
  • वर्ष 2002 में, उन्होंने मोदी सरकार की दृढ़ता से सराहना करते हुए कहा कि “यह एक हिन्दू राष्ट्र की शुरुआत है और हिन्दुओं से मुसलमानों के साथ सभी संबंधों को तोड़ने के लिए कहा।”
  • वर्ष 2002 में, उन्होंने गुजरात दंगों को “हिंदुत्व प्रयोगशाला” के रूप में घोषित किया और दिल्ली में दोहराने के लिए कहा। इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि “अगले दो वर्षों में एक नए हिन्दू राष्ट्र की नींव रखी जाएगी और भारत के इतिहास के साथ-साथ पाकिस्तान का भूगोल भी बदल जाएगा।
  • सौ से भी अधिक रैलियों को संबोधित करते हुए, उन्होंने गुजरात विधानसभा के दिसंबर 2002 के चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का समर्थन किया।
  • वर्ष 2012 के गुजरात विधानसभा चुनावों में, तोगड़िया और अन्य विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) कार्यकर्ताओं ने गुजरात परिवर्तन पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की लेकिन फिर भी वह चुनाव हार गई।

    प्रवीण तोगड़िया गुजरात विधानसभा चुनावों में

    प्रवीण तोगड़िया गुजरात विधानसभा चुनावों में

  • अप्रैल 2010 में, उन्होंने हिंदू हेल्पलाइन नेटवर्क लॉन्च किया। जो वर्ष 2014 तक भारत के 50 से अधिक शहरों तक बढ़ा।
  • उन्होंने वीएचपी और बजरंग दल के लिए कई बार त्रिशूल दीक्षा (ट्राइडेंट डिस्ट्रीब्यूशन) समारोह आयोजित किए।
  • वह अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर निर्माण के प्रबल समर्थक हैं और जिसके चलते उन्होंने हिंदुओं को सुझाव दिया कि “उन्हें अपने अधिकारों से अवगत होना चाहिए।”
  • वह इस्लाम के विरुद्ध भाषणों के लिए जाने जाते हैं।
  • विवादास्पद भाषण देने के लिए उनके खिलाफ 19 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
  • उन्होंने एक लोकप्रिय टीवी शो – आप की अदालत में स्वयं पर लगे, आरोपों के बारे में स्पष्टीकरण दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *