Menu

Ram V. Sutar (Sculptor) Biography in hindi | राम वी. सुतार (मूर्तिकार) जीवन परिचय

राम वी. सुतार

जीवन परिचय
वास्तविक नाम राम वंजी सुतार
व्यवसाय मूर्तिकार
प्रसिद्ध हैं स्टेचू ऑफ़ यूनिटी (प्रतिमा), गुजरात, भारत के लिए
करियर
डेब्यू वर्ष 1954 (एक मूर्तिकार के रूप में)
पुरस्कार/सम्मान • वर्ष 1999 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
• वर्ष 2016 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
राम वी सुतार पद्म भूषण पुरस्कार ग्रहण करते हुए
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 19 फरवरी 1925
आयु (वर्ष 2018 के अनुसार)93 वर्ष
जन्मस्थान गांव गोंडुर, धुले, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर धुले, महाराष्ट्र
राशिमीन
स्कूल राजकीय उच्च विद्यालय, गोंडुर
कॉलेज सर जे. जे. कला स्कूल, मुंबई, भारत
शैक्षणिक योग्यता मूर्तिकला में डिग्री
सरंक्षक श्रीराम कृष्ण जोशी
धर्म हिन्दू
जाति विश्वकर्मा
शौक अभिरुचि पुस्तकें पढ़ना, बढ़ईगीरी करना, संगीत उपकरण बजाना
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारी
वैवाहिक स्थिति विवाहित
विवाह तिथि वर्ष 1952
परिवार
पत्नी प्रमिला
बच्चे बेटा - अनिल सुतार (मूर्तिकार)
राम सुतार (बाईं ओर) अपने बेटे के साथ
बेटी - कोई नहीं
माता-पिता पिता - वंजी हंसराज (बढ़ई)
माता - सीताबाई
पसंदीदा चीजें
पसंदीदा नेता महात्मा गांधी

राम वी. सुतार

राम वी. सुतार से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  • क्या राम वी. सुतार धूम्रपान करते हैं ? ज्ञात नहीं
  • क्या राम वी. सुतार शराब पीते हैं ? ज्ञात नहीं
  • उनके पिता बढ़ई का काम करते थे।
  • श्रीराम कृष्ण जोशी ने उन्हें चित्रकारी और मूर्तिकला के लिए प्रेरित किया।
  • सर जे. जे. स्कूल ऑफ़ आर्ट से पढ़ाई के दौरान, सुतार ने मॉडलिंग में स्वर्ण पदक जीता।
  • पढ़ाई पूरी करने के बाद, राम सुतार ने अजंता और एलोरा की मूर्तियों पर काम करना शुरू किया। जहां उन्होंने वर्ष 1954 से वर्ष 1958 तक कार्य किया।
  • वर्ष 1958 में, सुतार ने दिल्ली में सरकारी नौकरी के लिए आवेदन किया। जिसके परिणामस्वरूप वह सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (आई एंड बी) में तकनीकी सहायक (मॉडल) के रूप में कार्य करने लगे।

    राम वी सुतार मूर्ति बनाते हुए

    राम वी सुतार मूर्ति बनाते हुए

  • वर्ष 1959 में, उन्होंने मूर्तिकार बनने के लिए सरकारी नौकरी छोड़ दी थी।
  • उनके द्वारा निर्मित प्रसिद्ध मूर्ति चंबल की थी। जिसकी ऊंचाई 45 मीटर है, जिसे मध्य प्रदेश में गांधी सागर बांध पर स्थापित किया गया है। इस कार्य से भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू बहुत प्रभावित हुए थे।

    राम वी सुतार द्वारा निर्मित चंबल की मूर्ति

    राम वी सुतार द्वारा निर्मित चंबल की मूर्ति

  • उन्होंने सुप्रसिद्ध महात्मा गांधी की प्रतिमा को भी बनाया है। जिसे विश्व स्तर पर काफी लोकप्रियता मिली। राम वी सुतार की प्रसिद्ध कलाकृतियों की प्रतिलिपियां भारत सरकार द्वारा अन्य देशों को दी गई है, जैसे कि – इटली, फ्रांस, जर्मनी, अर्जेंटीना, बारबाडोस, रूस, इत्यादि।

    महात्मा गांधी की प्रतिमा जर्मनी में

    महात्मा गांधी की प्रतिमा जर्मनी में

  • सुतार ने ध्यान मुद्रा में बैठे महात्मा गांधी की प्रतिमा को बनाया। जिसे संसद भवन, गांधीनगर, गुजरात में स्थापित किया गया है।

    गांधी जी की प्रतिमा संसद भवन में

    गांधी जी की प्रतिमा संसद भवन में

  • राम वी सुतार ने स्टेचू ऑफ़ यूनिटी की रचना की है, जो दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है। जिसका उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 अक्टूबर 2018 को करेंगे।
  • स्टेचू ऑफ़ यूनिटी भारत के संस्थापक सरदार वल्लभभाई पटेल की है। मूर्ति 182 मीटर ऊंची है, जो 33 मिलियन डॉलर की लागत और कांस्य से बनी है।

    राम वी सुतार द्वारा निर्मित स्टेचू ऑफ़ यूनिटी की मूर्ति

    राम वी सुतार द्वारा निर्मित स्टेचू ऑफ़ यूनिटी की मूर्ति

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *