shatrughan Sinha Biography in Hindi | शत्रुघ्न सिन्हा जीवन परिचय
शत्रुघ्न सिन्हा से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- क्या शत्रुघ्न सिन्हा धूम्रपान करते हैं ? हाँ
- क्या शत्रुघ्न सिन्हा शराब पीते हैं ? ज्ञात नहीं
- बिहार के पटना क्षेत्र से शत्रुघ्न सिन्हा एक मात्र बॉलीवुड अभिनेता हैं।
- अपने बचपन के दिनों में वह चालीस मशहूर हस्तियों की आवाज निकालने में माहिर थे। इसके आलावा शत्रुघ्न सिन्हा अभिनेता राजकपूर को अपना आदर्श मानते हैं।
- उनके पिता की इच्छा थी कि उनके दो बेटे डॉक्टर और दो बेटे वैज्ञानिक बनें। उनके भाईयों ने अपने पिता की आकांक्षाओं को पूर्ण करते हुए डॉक्टर और वैज्ञानिक बने। परन्तु शत्रुघ्न ऐसे नहीं थे वह सब से अलग थे उन्हें तो एक अभिनेता बनना था। अपनी सभी बाधाओं को पार करते हुए, उन्होंने फिल्म और प्रौद्योगिकी संस्थान (एफटीआईआई) में प्रवेश पाया।
- एक दिन की बात है कि सिन्हा के आदर्श अभिनेता राजकपूर एफटीआईआई का दौरा करने आये हुए थे। सौभाग्यवश, सिन्हा और उनके मित्रों को अभिनेता राजकुमार का आर के नामक स्टूडियो में जाने का निमंत्रण मिला। आर के स्टूडियो पहुंचने पर उन्होंने सिन्हा और उनके मित्रों को सिगरेट की पेशकश की परन्तु सिन्हा ने उनके इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया क्योंकि वरिष्ठ कलाकार से सिगरेट स्वीकार करना अनैतिकता का परिचय है। सिन्हा ने इस दृश्य को अलग ही अंदाज में भुनाया। सिन्हा को पता नहीं था कि सिगरेट की राख मेज़ पर रखी ऐशट्रे में डालते हैं जोकि फलनुमा आकार की थी, इससे वह असमंजसता में आ गए। उन्होंने सिगरेट की राख को अपनी जेब में डाल लिया जिससे उनकी जेब में छेद हो गया।
- फिल्म ‘प्रेम पुजारी’ में सिन्हा ने अभिनेता देव आनंद के साथ कार्य किया। जिसमें सिन्हा ने एक पाकिस्तानी सेना के अधिकारी की भूमिका अदा की थी। फिल्म प्रेम पुजारी उनकी डेब्यू फिल्म थी परंतु कुछ कारणवश वह फिल्म नहीं बन पाई। इसके बाद उन्होंने वर्ष 1969 में फिल्म (साजन) से शुरुआत की।
- सिन्हा अपनी पत्नी (पूनम) से एक ट्रेन में मिले थे। एक साक्षात्कार के दौरान उन्होंने कहा कि चलती ट्रेन में वह रोने लगी मैंने पूनम को रोते देखा और कहा “इतनी सुन्दर लड़की को रोना शोभा नहीं देता।”
- धीरे – धीरे दोनों दोस्त बन गए और शादी करने वाले थे। परंतु पूनम के परिवार को सिन्हा पसंद नहीं थे। पूनम की माँ ने विवाह करने से मना कर दिया और कहने लगी उनकी बेटी का रंग कितना गोरा है और उसका रंग कितना काला मेरी बेटी की तो जिंदगी नष्ट हो जाएगी।
- वर्ष 1976 में, फिल्म ‘कालीचरण’ में उनकी भूमिका काफी क्रोधपूर्ण थी। इस भूमिका से फिल्म कालीचरण को बेहतरीन प्रतिक्रिया प्राप्त हुई। इसके चलते शत्रुघ्न सिन्हा ने ‘कालीचरण’ फिल्म के यूनिट सदस्यों को फिल्म के प्रदर्शन से चौबीस घंटे पहले बोनस में एक माह का पारितोषिक दिया।
- शत्रुघ्न सिन्हा एक अभिनेता के साथ – साथ 90 के दशक में एक सक्रिय राजनितज्ञ बन गए।
- यह माना जाता है कि ‘शॉटगन’ सिन्हा और दिवंगत अभिनेता राजेश खन्ना बहुत करीबी दोस्त थे। वर्ष 1992 के उप-चुनावों में राजेश खन्ना के हाथों बड़ी हार चखने के बाद, ये दोनों दुश्मन बन गए।
- भोजपुरी टीवी उद्योग के उन्हें ‘बिग बी’ के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि वह लोकप्रिय खेल शो – कौन बनेगा करोड़पति के भोजपुरी संस्करण की मेजबानी करते हैं। इसके अतिरिक्त, वह स्टार वन के लोकप्रिय हास्य कार्यक्रम “द ग्रेट इंडियन लाफ्टर चैलेंज सीजन 4” में एक जज की भूमिका अदा कर रहे हैं।
- वर्ष 1975 में, फिल्म शोले में जय के किरदार के लिए पहले शत्रुघ्न को ही पसंद किया गया था।
- सिन्हा और उनकी पत्नी पूनम ने ‘शॉटगन फिल्म’ नाम से एक प्रोडक्शन हाउस का निर्माण किया।