Maana Patel Biography in Hindi | माना पटेल जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | भारतीय तैराक (स्विमर) |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 167 मी०- 1.67 फीट इन्च- 5’ 6” |
भार/वजन (लगभग) | 60 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
स्विमिंग | |
मौजूदा टीम | इंडिया |
इवेंट | • बैकस्ट्रोक: 50 मीटर, 100 मीटर, 200 मीटर • फ्रीस्टाइल: 50 मीटर, 4X100 मीटर • मेडले रिले: 4x100 मीटर • रिले फ्रीस्टाइल: 4x100 मीटर |
स्ट्रोक्स | फ्रीस्टाइल और बैकस्ट्रोक |
कोच | • कमलेश नानावटी • पीटर कार्सवेल |
रिकॉर्ड | • भारत की सबसे तेज बैकस्ट्रोकर। • ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट द्वारा चयनित होने वाली पहली भारतीय महिला तैराक। • 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला तैराक। • राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कुल मिलाकर सर्वश्रेष्ठ तैराक पुरस्कार पांच बार। |
पदक | गोल्ड मेडल • वर्ष 2015 में गुजरात में आयोजित 60वें राष्ट्रीय स्कूल खेल में 50 मीटर बैकस्ट्रोक में • वर्ष 2016 में असम के गुवाहाटी में आयोजित दक्षिण एशियाई खेलों में 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल रेल में • वर्ष 2016 में असम के गुवाहाटी में आयोजित दक्षिण एशियाई खेलों में 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल रेल में वर्ष 2018 में तिरुवनंतपुरम में आयोजित 72वीं सीनियर नेशनल एक्वाटिक चैंपियनशिप में 50 मीटर बैकस्ट्रोक में वर्ष 2018 में तिरुवनंतपुरम में आयोजित 72वीं सीनियर नेशनल एक्वाटिक चैंपियनशिप में 100 मीटर बैकस्ट्रोक में वर्ष 2018 में तिरुवनंतपुरम में आयोजित 72वीं सीनियर नेशनल एक्वाटिक चैंपियनशिप में 200 मीटर बैकस्ट्रोक में वर्ष 2019 में काठमांडू में आयोजित 16वें दक्षिण एशियाई खेलों में 50 मीटर बैकस्ट्रोक में वर्ष 2019 में काठमांडू में आयोजित 16वें दक्षिण एशियाई खेलों में 100 मीटर बैकस्ट्रोक में वर्ष 2019 में काठमांडू में आयोजित 16वें दक्षिण एशियाई खेलों में 4×100 मीटर रिले फ्रीस्टाइल में वर्ष 2019 में काठमांडू में आयोजित 16वें दक्षिण एशियाई खेलों में 4×100 मीटर रिले मेडले में रजत पदक वर्ष 2016 में गुजरात में आयोजित 60वें राष्ट्रीय स्कूल खेल में 4x100 मीटर फ्रीस्टाइल में वर्ष 2016 में असम के गुवाहाटी में आयोजित 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में 50 मीटर बैकस्ट्रोक में वर्ष 2016 में असम के गुवाहाटी में आयोजित 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में 100 मीटर बैकस्ट्रोक में वर्ष 2016 में असम के गुवाहाटी में आयोजित 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में 200 मीटर बैकस्ट्रोक में वर्ष 2019 में असम के गुवाहाटी में आयोजित 16वें दक्षिण एशियाई खेलों में 200 मीटर बैकस्ट्रोक में कांस्य पदक वर्ष 2016 में असम के गुवाहाटी में आयोजित 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में 50 मीटर फ्रीस्टाइल में |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 18 मार्च 2000 (शनिवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 21 वर्ष |
जन्मस्थान | अहमदाबाद, भारत |
राशि | मीन (Pisces) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | अहमदाबाद, भारत |
स्कूल/विद्यालय | उदगाम स्कूल, थलतेज, अहमदाबाद |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | जीएलएस विश्वविद्यालय, अहमदाबाद |
शौक्षिक योग्यता | कॉमर्स में स्नातक [1]The Indian Express |
शौक/अभिरुचि | पेंटिंग करना और यात्रा करना |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
गर्लफ्रेंड | ज्ञात नहीं |
परिवार | |
पत्नी | लागू नहीं |
माता/पिता | पिता- राजीव पटेल माता- अनल पटेल |
पसंदीदा चीजें | |
स्वीम्मर | माइकल फेल्प्स और मिस्सी फ्रेंक्लिन |
एथलीट | नोवाक जोकोविच और सेरेना विलियम्स |
खेल | अल्टीमेट फाइटिंग चैंपियनशिप (UFC) |
माना पटेल से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- माना पटेल एक भारतीय पेशेवर तैराक हैं जो बैकस्ट्रोक तैराकी तकनीक में माहिर हैं। माना 2020 टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला तैराक हैं।
- 8 साल की उम्र में ही उन्होंने तैराकी का अभ्यास करना शुरू कर दिया था। शुरुआत में माना तैराकी में ज्यादा दिलचस्पी नहीं ले रही थीं लेकिन समय बीतने के साथ-साथ उन्होंने तैराकी में अपनी रुचि विकसित की। जिसके बाद उन्होंने विभिन्न क्लब कार्यक्रमों में भाग लेना शुरू किया।
- माना पटेल ने 10 साल की उम्र में गुजरात के विद्यापीठ स्विमिंग सेंटर में एक पेशेवर रूप से तैराकी का अभ्यास करना शुरू कर दिया था।
- इसके बाद उन्होंने कई राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर पर तैराकी प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया।
- माना 12 साल की उम्र में ही तीन राष्ट्र्रीय बैकस्ट्रोक इवेंट जीतने वाली पहली भारतीय तैराक बन गईं थीं। इसके आलावा उन्होंने राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पांच बार सर्वश्रेष्ठ तैराक का पुरस्कार भी प्राप्त किया।
- 13 साल की उम्र में माना ने हैदराबाद में आयोजित 200 मीटर बैकस्ट्रोक के साथ-साथ 50 मीटर और 100 मीटर बैकस्ट्रोक जूनियर नेशनल एक्वाटिक चैंपियनशिप में ओलंपियन शिखा टंडन का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा। इसके आलावा वह 50 मीटर, 100 मीटर, 200 मीटर में भारत की सबसे तेज बैकस्ट्रोक तैराक बनी।
- माना पटेल ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट द्वारा छात्रवृत्ति कार्यक्रम के लिए चयनित होने वाली पहली भारतीय महिला तैराक हैं। 15 साल की उम्र में अपनी उपलब्धि पर उन्होंने अपनी भावनाओं को इस प्रकार व्यक्त किया-
ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट द्वारा समर्थित होना मेरे लिए सम्मान की बात है। वह मेरी क्षमताओं पर भरोसा करते हैं और मानते हैं कि मैं अच्छा कर सकती हूं। मैं हर टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करके उन्हें सही साबित करना चाहती हूं।”
- माना ने वर्ष 2015 में 2 महीने यानी मई और जून तक ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट द्वारा आयोजित विशेष प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया की यात्रा की। प्रशिक्षण के दौरान माना को फिजियोथेरेपिस्ट, पोषण विशेषज्ञ और डॉक्टरों की एक टीम भी प्रदान की गई थी।
- इसके बाद माना पटेल ने दक्षिण एशियाई जलीय चैंपियनशिप 2016 में भाग लिया और भारत के लिए कुल 3 स्वर्ण और 5 रजत पदक जीते।
- वर्ष 2017 में उनके कोच ने आगामी कार्यक्रम के लिए अभ्यास कराते हुए उन्हें पूरे शरीर का आकलन करने की सलाह दी। जब उन्होंने देखा कि वह जितनी बार अपने हाथ को आगे पीछे करती हैं उतनी बार उनके कंधे से एक अलग आवाज आती है। तीन हफ्ते बाद यह पता चला कि उनके बाएं कंधे में चोट लगी थी और उन्हें अगले तीन महीनों तक तैराकी का अभ्यास नहीं करने की सलाह दी गई। उसके बाद उन्हें फिर से कंधे में चोट आ गई लेकिन इस बार उनके दाहिने कंधे में चोट लगी। 2017 उनके लिए काफी कठिन साबित हुआ और चोटों से उबरने के दौरान करीब 2 महीने तक उन्हें डिप्रेशन का भी सामना करना पड़ा। अपने टेड टॉक्स सत्र के दौरान उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने तनाव पर काबू पाया और भविष्य में कई और रिकॉर्ड तोड़ने के लिए कठिन अभ्यास किया।
- चोट को मात देने के बाद माना ने पहली बार तिरुवनंतपुरम में आयोजित 72वीं सीनियर नेशनल एक्वाटिक चैंपियनशिप 2018 में भाग लिया और तीन स्वर्ण पदक जीता। महिलाओं की 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धा में एक नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया। उन्होंने अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ दिया। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा-
किसी भी खिलाड़ी के लिए चोटों से निपटना कठिन होता है और मुझे इस तरह से वापस आने की खुशी है! यह निश्चित रूप से बहुत अच्छा लगता है और पदकों से ज्यादा मैं और मेरे कोच अपनी टाइमिंग से खुश हैं। जब मैंने एक नया रिकॉर्ड बनाया तो मैं दो अन्य स्पर्धाओं (50 मीटर और 200 मीटर बैकस्ट्रोक) में अपने सर्वश्रेष्ठ समय को बेहतर बनाने से चूक गए। इसलिए मैं अभी काफी सकारात्मक महसूस कर रही हूं। चूंकि मैंने इस आयोजन से पहले राज्य चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन किया था। इसलिए मुझे अच्छा प्रदर्शन करने का पूरा भरोसा था और अब जब ऐसा हो गया है तो मैं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए और भी कठिन अभ्यास करुँगी। मेरा अगला लक्ष्य अगले साल विश्व चैंपियनशिप में भारत को गौरवान्वित करना है।”
- 2 जुलाई 2021 को टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए माना पटेल की योग्यता को FINA द्वारा अनुमोदित किया गया था जो कि तैराकी के खेल में अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के संचालन के लिए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति द्वारा मान्यता प्राप्त एक अंतर्राष्ट्रीय महासंघ है। माना पटेल 2020 टोक्यो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली भारतीय महिला तैराक बन गई। मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने अपनी भावनाओं को व्यक्त किया-
ओलिंपिक में जगह बनाने का अहसास अद्भुत है। इसका वर्णन करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। यह एक अद्भुत एहसास है। कई बच्चों की तरह मैं भी टीवी देखते हुए और ओलंपिक खेलों के बारे में पढ़कर बड़ी हुई हूं और अब एक प्रतिभागी, एक प्रतियोगी के रूप में विश्व मंच से पहले अपने प्यारे देश का प्रतिनिधित्व कर रही हूँ। मुझे लगता है कि यह असली है।”
- 2020 टोक्यो ओलंपिक में चयन के बाद माना पटेल को पूरे देश ने बधाई दी। भारतीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्विट कर माना की उपलब्धि की सराहना की और बधाई दी।
- माना पटेल एक फिटनेस फ़्रीक़ हैं और वह अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने वर्कआउट सेशन की तस्वीरें पोस्ट करती रहती हैं।
- माना पटेल न केवल तैराकी में ही बल्कि पढ़ाई में भी काफी तेज थी। उन्होंने अपनी 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 90% से अधिक अंक प्राप्त किए। तैराकी और पढ़ाई के बीच अपने समय का प्रबंधन करने के बारे में उन्होंने कहा-
यह वास्तव में काफी कठिन है। मेरा स्कूल काफी लचीला है। अगर मैं किसी भी कक्षा में नहीं जाती तो मैं बाद की कक्षाओं या अंतर्ज्ञानों में उनकी भरपाई कर देती थी। वास्तव में मुझे अपनी 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 90% अंक मिले हैं। यह सब समय को अच्छी तरह से प्रबंधित करने का नतीजा है। मैं अपने स्कूल के बाद दो घंटे सुबह और शाम को दो घंटे तैराकी सत्र में बिताती हूँ।”
- माना पटेल एक पशु प्रेमी हैं और उनके पास एक पालतू कुत्ता है। माना को अक्सर सड़कों पर आवारा कुत्तों को खाना खिलाते हुए देखा जाता है साथ ही वह अपने करीबी दोस्तों को इस पहल पर काम करने के लिए प्रेरित करती हैं।
- माना को स्विमिंग के अलावा पेंटिंग का भी शौक है और वह अक्सर सोशल मीडिया पर अपने पालतू कुत्ते की फोटो शेयर करती रहती हैं ।
सन्दर्भ
↑1 | The Indian Express |
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