Tajinderpal Singh Toor Biography in Hindi | तेजिंदरपाल सिंह तूर जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | भारतीय शॉट पुट एथलीट |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 180 मी०- 1.80 फीट इन्च- 5’ 11” |
भार/वजन (लगभग) | 135 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | भूरा |
बालों का रंग | काला |
एथलीट | |
मौजूदा टीम | इंडिया |
अंतर्राष्ट्रीय डेब्यू | जून 2017 में उन्होंने कजाकिस्तान के अल्माटी में कोसानोव स्मारक शॉट पुट में भाग लिया। |
कोच | मोहिंदर सिंह ढिल्लों |
पुरस्कार, सम्मान, उपलब्धियां | • वर्ष 2018 में उन्हें इंडियन आइकॉनिक अवार्ड से नवाजा गया। • वर्ष 2019 में उन्हें भारत सरकार द्वारा "अर्जुन पुरस्कार" से सम्मानित किया गया। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 13 नवंबर 1994 (रविवार) |
आयु (2020 के अनुसार) | 26 वर्ष |
जन्मस्थान | खोसा पंडो गांव, मोगा जिला, पंजाब, भारत |
राशि | वृश्चिक (Scorpio) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | सिख |
जाति | जाट [1]Instagram |
गृहनगर | खोसा पंडो गांव, मोगा जिला, पंजाब, भारत |
टैटू | तेजिंदरपाल सिंह तूर ने अपने बाएं हाथ पर सिखों के जनरल सरदार हरि सिंह नलवा का टैटू बनवाया है। |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | सगाई |
परिवार | |
मंगेतर | नाम- ज्ञात नहीं |
माता/पिता | पिता- स्वर्गीय करम सिंह तूर (पूर्व शॉट पुट एथलीट) माता- नाम ज्ञात नहीं |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | • फोर्ड एंडेवर • मारुति सुजुकी विटारा ब्रेज़ा कार |
तेजिंदरपाल सिंह तूर से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- तेजिंदरपाल सिंह तूर एक भारतीय शॉट पुटर और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता हैं। उन्हें भारत का सर्वश्रेष्ठ शॉट पुटर माना जाता है।
- तेजिंदरपाल का पालन-पोषण पंजाब के मोगा जिले के एक किसान परिवार में हुआ था। उनके माता-पिता के लिए उनकी सभी जरूरतों को पूरा करना बहुत मुश्किल था। बचपन से वह एक क्रिकेटर बनना चाहते थे। लेकिन उनके नसीब में कुछ और ही लिखा था। तेजिंदरपाल के पिता और चाचा गुरनाम सिंह, जो खुद एक पूर्व भारतीय शॉटपुट चैंपियन हैं उनकी स्ट्रांग बॉडी को देखते उन्हें शॉट पुट में जाने की सलाह दी।
- जून 2017 में उन्होंने पटियाला में आयोजित फेडरेशन कप नेशनल सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लिया। जहां उन्होंने अपना व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ स्कोर 20.40 मीटर दर्ज किया। लेकिन ओलंपिक द्वारा निर्धारित मानक से 0.10 मीटर से पीछे रह गए।
- वर्ष 2017 में उन्होंने भुवनेश्वर के कलिंग स्टेडियम में आयोजित एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 19.77 मीटर के थ्रो के साथ अपना पहला रजत पदक जीता। दुर्भाग्य से वह ईरान के खिलाडी अली सामरी के रिकॉर्ड 0.03 मीटर से चूक गए। इस प्रतियोगिता में 41 देशों के लगभग 560 एथलीटों ने भाग लिया था।
- वर्ष 2018 में क्वींसलैंड के कैरारा स्टेडियम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में तेजिंदरपाल पुरुषों के शॉट पुट वर्ग के फाइनल में 19.42 मीटर के थ्रो के साथ आठवें स्थान पर रहे। इससे पहले वह क्वालीफाइंग चरण के दौरान दसवें स्थान पर थे।
- 25 अगस्त 2018 को उन्होंने जकार्ता में आयोजित एशियाई खेलों में 20.75 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
- जकार्ता में स्वर्ण पदक जीतने के कुछ ही दिनों बाद तेजिंदरपाल ने अपने पिता को बोन कैंसर के कारण खो दिया।
- कोविड-19 महामारी की वजह से टोक्यो ओलंपिक 2020 स्थगित होने के बाद तेजिंदरपाल ने पटियाला के राष्ट्रीय खेल संस्थान में अपने थ्रो फेक का कठिन अभ्यास किया। थ्रो फेक अभ्यास के दौरान उनके बाएं हाथ की कलाई में मोच आ गई जिसके बाद तूर डिप्रेशन में चले गए और हमेशा अपने कोच से यही पूछते रहे की क्या मैं टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर पाउँगा। लेकिन तूर ने इस मुश्किल घडी में भी अपना जिम सेशन मिस नहीं किया।
- फरवरी 2021 में पटियाला में आयोजित इंडियन ग्रैंड प्रिक्स-2 की प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम रहे। अक्टूबर 2019 में विश्व सैन्य खेलों के बाद यह उनकी पहली प्रतियोगिता थी।
- मार्च 2019 में पटियाला में आयोजित फेडरेशन कप के दौरान तूर ने 20.58 मीटर के थ्रो के साथ महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया।
- तेजिंदरपाल सिंह तूर ने पटियाला में आयोजित इंडियन ग्रैंड प्रिक्स-4 में 21.49 मीटर थ्रो के साथ टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।