Avani Lekhara Biography in Hindi | अवनि लेखरा जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
---|---|
व्यवसाय | भारतीय पैरा शूटर (निशानेबाज) |
जानी जाती हैं | 2020 टोक्यो पैरालंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला होने के नाते |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 160 मी०- 1.60 फीट इन्च- 5’ 3” |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
शूटिंग | |
मौजूदा टीम | इंडिया |
इंटरनेशनल डेब्यू | 2017: अल ऐन संयुक्त अरब अमीरात में विश्व कप टूर्नामेंट |
इवेंट | 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 |
पर्सनल कोच | सुमा सिद्धार्थ शिरूर |
राष्ट्रीय कोच | सुभाष राणा |
पदक | स्वर्ण पदक • वर्ष 2018 में दुबई में आयोजित वर्ल्ड शूटिंग पैरा स्पोर्ट वर्ल्ड कप में 10 मीटर राइफल प्रोन और 3पी इवेंट में • वर्ष 2019 में भोपाल में आयोजित 63वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप में • वर्ष 2019 में दिल्ली में आयोजित XIX कुमार सुरेंद्र सिंह मेमोरियल शूटिंग चैंपियनशिप में रजत पदक • वर्ष 2021 में WSPS विश्व कप अल ऐन में R2 इवेंट में • वर्ष 2019 में ओसिजेक में आयोजित WSPS विश्व कप में R2 इवेंट में • वर्ष 2017 में WSPS वर्ल्ड कप AlAin में R2 में जूनियर वर्ल्ड रिकॉर्ड • वर्ष 2019 में नई दिल्ली में आयोजित XIX कुमार सुरेंद्र सिंह मेमोरियल शूटिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक • वर्ष 2017 में बैंकॉक में आयोजित WSPS विश्व कप में R2 इवेंट में • वर्ष 2019 में भोपाल में आयोजित 63वीं राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 8 नवंबर 2001 (गुरुवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 20 वर्ष |
जन्मस्थान | जयपुर, राजस्थान, भारत |
राशि | वृश्चिक(Scorpio) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | जयपुर, राजस्थान |
स्कूल/विद्यालय | उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा जयपुर के केन्द्रीय विद्यालय से प्राप्त की। [1]Scroll |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | राजस्थान विश्वविद्यालय |
शैक्षिक योग्यता | राजस्थान विश्वविद्यालय से उन्होंने कानून की डिग्री हासिल की। [2]Paralympic Website |
शौक/अभिरुचि | संगीत सुनना, फिल्में देखना, और खाना पकाना |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
बॉयफ्रेंड | ज्ञात नहीं |
परिवार | |
पति | लागू नहीं |
माता/पिता | पिता- प्रवीण लेखरा (आयकर अधिकारी) माता- श्वेता लेखरा (आयकर अधिकारी) दादा- नाम ज्ञात नहीं |
भाई | भाई- अर्णव लेखरा |
पसंदीदा चीजें | |
शूटर | अभिनव बिंद्रा |
अवनि लेखरा से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- अवनि लेखरा एक भारतीय पैरा पिस्टल शूटर (निशानेबाज) हैं जिन्होंने 2020 टोक्यो पैरालंपिक में 10 मीटर एयर राइफल में फाइनल इवेंट में अपने प्रतिद्वंद्वी चीन की झांग क्यूपिंग को हराकर स्वर्ण पदक जीता। इसके आलावा उन्होंने 2020 टोक्यो पैरालंपिक में 50 मीटर एयर राइफल शूटिंग में कांस्य पदक भी जीता।
- वर्ष 2021 में उन्होंने विश्व शूटिंग पैरा स्पोर्ट्स रैंकिंग कम्पटीशन में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में 5वीं वर्ल्ड रैंकिंग हासिल की। 2018 में उन्होंने एशियाई पैरा खेलों में भी भाग लिया था जहां उन्होंने स्वर्ण पदक जीता था।
- वर्ष 2012 में अवनि लेखरा अपने पिता के साथ कार में जयपुर से जोधपुर जा रही थी तभी अचानक उनकी कार का एक्सीडेंट हो जाता है । इस दुर्घटना में पिता-पुत्री दोनों बुरी तरह से घायल हो जाते हैं। उनके पिता प्रवीण लेखरा कुछ समय बाद ठीक होकर घर वापस आ जाते हैं परन्तु अवनि लेखरा को तीन महीनों तक भर्ती रखने के बाद भी रीड की हड्डी की चोट में किसी भी तरह का सुधार नहीं हो रहा था। जब उन्हें यह पता चला की वह खड़ी और चल नहीं सकती तो अंदर ही अंदर टूट गईं और अपने आप को एक कमरे में बंद कर लिया। माता-पिता के अत्याधिक प्रयासों के बाद अवनि के अंदर आत्मविश्वास जागा और अभिनव बिंद्रा की बायोग्राफी से प्रेरित होकर निशानेबाजी को अपनाने का फैसला किया।
- पत्रिका न्यूज़ चैनल से बातचीत के दौरान अवनि ने कहा की एक्सीडेंट के बाद मेरे पापा मुझे प्रतिदिन अभिनव बिंद्रा की बायोग्राफी पढ़ने को कहा करते थे जिससे मैं प्रेरित होकर अपने नजदीकी शूटिंग सेंटर जाने लगी।
- इसके बाद उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स के साथ अपनी दुर्घटना से संबंधित अपनी भावनाओं को व्यक्त किया-
दुर्घटना से पहले मैंने हमेशा स्कूल में सह-पाठयक्रम गतिविधियों में भाग लिया करती थी। लेकिन उसके बाद सब कुछ बदल गया। मैं अपनी शारीरिक स्थिति पर बहुत क्रोधित थी। इससे गंभीर मानसिक पीड़ा हो रही थी। मेरी किसी से बात करने की कोई इच्छा नहीं थी।”
- वर्ष 2015 में उन्होंने जयपुर के जगतपुरा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स शूटिंग से अपने प्रोफेसनल शूटिंग का अभ्यास शुरू किया। जहां उन्हें पूर्व ओलंपिक चैंपियन अभिनव बिंद्रा से खेल में जाने की प्रेरणा मिली।
- वर्ष 2017 में उनके जीवन की सबसे बड़ी सफलता तब मिली जब उन्होंने अल ऐन पैरा शूटिंग विश्व कप संयुक्त अरब अमीरात में रजत पदक जीता। इसी वर्ष उन्हें शूटिंग में अच्छे प्रदर्शन के लिए राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा “राइजिंग स्टार पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2019 में भारत में गोस्पोर्ट्स फाउंडेशन ने उन्हें मोस्ट प्रॉमिसिंग पैरालंपिक एथलीट का दर्जा दिया।
- वर्ष 2019 में अवनि ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर करते हुए अपने दुर्घटना के दस साल बाद अपनी दो तस्वीरों की तुलना की।
- वर्ष 2020 में टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बातचीत के दौरान अवनि लेखरा ने अपनी विकलांगता और अपने शूटिंग प्रशिक्षण से संबंधित स्थितियों का खुलासा किया। उन्होंने कहा-
रीढ़ की हड्डी की विकलांगता वाले किसी व्यक्ति के रूप में मुझे अपनी कमर के नीचे कोई अनुभूति नहीं होती है। मुझे अभी भी हर दिन अपने पैरों का व्यायाम करने की ज़रूरत है। मेरे पास एक फिजियो हुआ करता था जो मेरे घर पर रोजाना व्यायाम कराने और मेरे पैरों को फैलाने में मदद करता था। तब से यह मेरे माता-पिता हैं जिन्हें उन अभ्यासों में मेरी मदद करनी है। वह सबसे अच्छा करते हैं जो वह कर सकते हैं। मेरे फिजियोथेरेपिस्ट को जहां मैं रहती हूं वहां आने के लिए पूरे जयपुर से यात्रा करनी पड़ती है। उसे यात्रा करने के लिए एक लंबा रास्ता तय करना पड़ता है।”
उन्होंने आगे अपनी शूटिंग की कठिनाइयों के बारे में बताया-
शूटिंग प्रशिक्षण के लिए, चूंकि मैं घर पर लाइव फायरिंग नहीं कर सकती। मैं बहुत सारी ड्राई फायरिंग और वॉल होल्डिंग कर रही हूं।”
- 2020 टोक्यो पैरालंपिक के अंतिम दौर में 249.6 अंक बनाते हुए उन्होंने पैरालंपिक में विश्व रिकॉर्ड बनाया और साथ ही 2020 टोक्यो पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया। हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा-
मैं इस भावना का वर्णन नहीं कर सकता, मुझे ऐसा लग रहा है कि मैं दुनिया के शीर्ष पर हूं। यह अवर्णनीय है। मैं बहुत खुश हूं कि मैं इसमें योगदान दे सकी। उम्मीद है कि अभी और भी कई मेडल आने बाकी हैं।”
🇮🇳 National Anthem at Tokyo🇮🇳
Avani Lekhara clinches India's first gold in the ongoing Tokyo Paralympics by winning the women's 10m Air Rifle Standing SH1 event.Avani becomes the only #IND woman to win a Gold 🥇 in Olympics/Paralympics #AvaniLekhara pic.twitter.com/ZGTZOzGCcb
— All India Radio News (@airnewsalerts) August 30, 2021
- 2020 टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद अवनि लेखरा यह पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पैरा शूटर बनीं।
- अवनि लेखरा अपने निजी कोच सुमा शिरुर के साथ
- 2020 टोक्यो पैरालंपिक में गोल्ड जीतने के बाद अवनि ने इसे पूरे देश को समर्पित किया। गोल्ड मेडल जीतने के बाद इंडिया टुडे के संवाददाता से बात करते हुए उन्होंने कहा-
यह मेडल मेरा नहीं पूरे देश का है। मैं इस पदक को पूरे देश को समर्पित करना चाहती हूं।”
- अवनि लेखरा एक पशु प्रेमी हैं और वह अक्सर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अपने पालतू कुत्ते की तस्वीरें शेयर करती रहती हैं।
सन्दर्भ
↑1 | Scroll |
---|---|
↑2 | Paralympic Website |