Azam Khan Biography in Hindi | आजम खान जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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पूरा नाम | मोहम्मद आजम खान [1]NDTV |
व्यवसाय | वकील और राजनेता |
जाने जाते हैं | समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता के तौर पर |
राजनीति | |
पार्टी/दल | समाजवादी पार्टी (1993 से वर्तमान) |
राजनीतिक यात्रा | • आजम खान उत्तर प्रदेश के रामपुर निर्वाचन क्षेत्र से 10वीं बार विधायक बने। • खान वर्तमान में समाजवादी पार्टी के सदस्य हैं, लेकिन 1980 और 1992 के बीच चार अन्य राजनीतिक दलों के सदस्य भी रहे। • वह विधायक के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान जनता पार्टी (धर्मनिरपेक्ष) के सदस्य थे। • अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान खान लोक दल के सदस्य बने। • विधायक के रूप में यह उनका तीसरा कार्यकाल था; जब वह जनता दल में थे। • आजम खान अपने चौथे कार्यकाल के दौरान जनता पार्टी के सदस्य थे। • खान तब समाजवादी पार्टी में शामिल हुए जब वह पांचवीं बार विधायक बने और वह 1993 से समाजवादी पार्टी के सदस्य हैं। • उन्होंने 17 मई 2009 को पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफा दे दिया। • 15वें लोकसभा चुनाव के दौरान, आसपास के विवादों के कारण पार्टी में संकट पैदा हो गया। 24 मई 2009 को खान को छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था, लेकिन बाद में पार्टी ने उनके निष्कासन को रद्द कर दिया और खान फिर से 4 दिसंबर 2010 को पार्टी में शामिल हो गए। • 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने उत्तर प्रदेश के रामपुर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की उम्मीदवार जयाप्रदा के खिलाफ 1,09,997 मतों के अंतर से जीत हासिल की। • उन्होंने 2022 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में रामपुर सीट से जीत हासिल की। • 22 मार्च 2022 को उन्होंने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ लोकसभा की अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 170 मी०- 1.70 फीट इन्च- 5’ 7” |
भार/वजन (लगभग) | 75 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | भूरा |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 14 अगस्त 1948 (रविवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 73 वर्ष |
जन्म स्थान | रामपुर जिला, उत्तर प्रदेश, भारत |
राशि | सिंह (Leo) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | रामपुर जिला, उत्तर प्रदेश |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश |
शैक्षिक योग्यता [2]Lok Sabha | • वर्ष 1974 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से एलएलएम (मास्टर ऑफ़ लॉ) • बीए • एमए |
धर्म | इस्लाम |
जाति | मुस्लिम |
पता | घेर मीर बाज खान, मस्जिद-ए-रब्बी, जेल रोड, जिला रामपुर-244901, उत्तर प्रदेश [3]Lok Sabha |
शौक/अभिरुचि | पढ़ना |
विवाद [4]Amar Ujala | • 28 अगस्त 2012 को एक बैठक के दौरान उन्होंने एक भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी (आईएएस) के साथ मौखिक रूप से दुर्व्यवहार किया। जिसमें उनके द्वारा बोले गए कटु वचन चिल्लाना: "बकवास करते हो ... चुप बैठिए ... बदतमीज़ कहीं के" (बकवास बंद करो ... चुपचाप बैठो ... तुम बदतमीज़) • यह दावा किया गया है कि उन्होंने 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान मुस्लिम लोगों को गिरफ्तार नहीं करने के लिए पुलिस पर दबाव डाला था। • बाद में वह तब सुर्खियों में आए, जब उनकी लापता भैंसों का पता लगाने के लिए 100 पुलिसकर्मियों और रूमाल सूंघ कर चोर का पता लगाने वाले कुत्ते की टीम को तैनात किया गया था। • आजम खान ने 21 नवंबर 2014 को टिप्पणी की कि ताजमहल को वक्फ बोर्ड को सौंप दिया जाना चाहिए, जिसके लिए मीडिया द्वारा उनकी व्यापक आलोचना की गई, क्योंकि ताजमहल पूरे देश का है, न कि केवल एक समुदाय का। • 3 अक्टूबर 2015 को खान ने उद्धृत किया कि (बीजेपी) सांसद महेश शर्मा को बिसरा के दादरी गांव में गोमांस खाने के लिए एक व्यक्ति की हत्या की साजिश के लिए गिरफ्तार किया जाना चाहिए। • आज़म खान ने नवंबर 2015 के पेरिस हमलों के बारे में एक विवादास्पद टिप्पणी करने के बाद सुर्खियों में आए। उन्होंने कहा, "पेरिस आतंकी हमले अमेरिका और रूस जैसी वैश्विक महाशक्तियों की कार्रवाई का परिणाम है और इतिहास तय करेगा कि कौन आतंकवादी है।" • खान ने एक बार कारगिल युद्ध का जिक्र करते हुए कहा था, "कारगिल की चोटियों पर हिंदू नहीं, बल्कि पाकिस्तानी सैनिकों ने विजय प्राप्त की थी।" उनके बयान को भारतीय मीडिया ने फटकार लगाई और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। बाद में उन्होंने अपने शब्दों के लिए माफी मांगने से भी इनकार कर दिया और कहा कि भारतीय चुनाव आयोग उनके धर्म के कारण उनके खिलाफ पक्षपात कर रहा था। • जब आजम अखिलेश यादव सरकार का हिस्सा थे, तब उन्होंने मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन की पार्टी का आयोजन किया था। मीडियाकर्मियों ने जब यह जानना चाहा कि बर्थडे बधाई के लिए फंड किसने दिया, तो खान ने जवाब दिया- “फंड तालिबान से आया है। कुछ दाऊद ने दिया है, कुछ अबू सलेम से आया है।" • भारतमाता को "दयान" (चुड़ैल) कहने के लिए भी आजम को दोषी ठहराया गया था। बाद में उन्होंने कहा कि यह उनकी धार्मिक मान्यताओं के संदर्भ में है। • अप्रैल 2019 में उत्तर प्रदेश पुलिस ने खान के खिलाफ भाजपा उम्मीदवार जया प्रदा के खिलाफ "अंडरवियर जिब" के लिए एक प्राथमिकी दर्ज की थी। जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में रामपुर से उनके विपरीत चुनाव लड़ा था। बाद में चुनाव आयोग ने उन्हें 72 घंटे के लिए प्रचार करने से भी रोक दिया था। • बदायूं में एक कार्यक्रम के दौरान आजम खान ने महिलाओं की अस्मिता पर हमला बोलते हुए कहा था, कि गरीब घरों की महिलाएं यार के साथ नहीं जा सकतीं, लिहाजा ज्यादा बच्चे पैदा करती हैं। • आजम खान ने एक बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मुस्लिमों का दुश्मन और अमित शाह को गुंडा नंबर-1 की संज्ञा कहा। |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह तिथि | 17 मई 1981 (रविवार) |
परिवार | |
पत्नी | डॉ. तज़ीन फातिमा |
बच्चे | बेटा- 2 • अदीब आजम खान (बड़े) • मोहम्मद अब्दुल्ला आजम खान (छोटे) |
माता/पिता | पिता- मो. मुमताज खान माता- अमीर जहां |
भाई/बहन | बहन-निकहत अफलाक़ |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | • क्वालिस UA08C-6182 (मॉडल नंबर 2004) कीमत 70,000 हजार रुपये • वोल्वो S90D UP22AK-4224 (मॉडल नंबर 2018) कीमत 51 लाख रुपये |
धन/संपत्ति [5]MyNeta | चल संपत्ति • नगद: 42 हजार रुपये • बैंकों में जमा: 88.99 लाख रुपये • आभूषण: 7.52 लाख रुपये अचल संपत्ति • कृषि भूमि: 64 लाख रुपये • व्यावसायिक इमारतें: 2 लाख रुपये • आवासीय भवन: 53 लाख रुपये |
कुल संपत्ति | 4.61 करोड़ रुपये (2019 के अनुसार) [6]MyNeta |
आजम खान से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
- समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव के सबसे करीबी कहे जाने वाले आजम खान एक पूर्व भारतीय वकील और राजनेता हैं। जो अक्सर अपने विवादों की वजह से सोशल मीडिया पर चर्चा में रहते हैं।
- आजम खान का जन्म और पालन-पोषण उत्तर प्रदेश के रामपुर विकास क्षेत्र के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था।
- आजम खान ने वर्ष 1974 में उत्तर प्रदेश के अलीगढ विश्वविद्यालय से एलएलएम (मास्टर ऑफ़ लॉ) किया।
- राजनीति में कदम रखने से पहले आजम खान एक वकील के रूप में काम किया करते थे।
- आजम खान समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और वह उत्तर प्रदेश के सत्रहवीं विधान सभा के सदस्य थे।
- सपा पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता आजम खान उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं और रामपुर विधानसभा क्षेत्र से नौ बार विधान सभा के सदस्य रहे।
- आजम खान समाजवादी पार्टी में शामिल होने से पहले, चार अन्य राजनीतिक दलों के सदस्य रहे चुके थे।
- उनके बेटे अब्दुल्ला आज़म खान दूसरी बार रामपुर विधान सभा के स्वार सीट से विधायक हुए।
- वर्ष 2014 में उनकी सफल जीत के बाद उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी द्वारा रामपुर निर्वाचन क्षेत्र से टिकट दिया गया, जहां पर वह भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार जयाप्रदा को हराकर विजय हासिल किया।
- समाजवादी के गद्दावर नेता आजम खान के खिलाफ भूमि अपरहण और आपराधिक धमकी से संबंधित पुलिस रिकॉर्ड में 80 कानूनी शिकायतें दर्ज हैं। जमीन हड़पने से लेकर घरेलू सामान, आभूषण और घरेलू मवेशियों की लूट के बारे में जांच करते हुए रामपुर के एसपी अजय पाल सिंह ने यह पुष्टि किया कि आजम खान के ऊपर लगे सारे आरोप सत्य हैं।
- भारतीय राजनेता गणपतराव देशमुख (11 बार) के बाद आजम खान दूसरे सबसे लंबे समय तक विधायक रहे।
- रामपुर विधान सभा क्षेत्र से विधायक आजम खान के ऊपर गैर सरकारी संगठन जौहर ट्रस्ट के खिलाफ जमीन हड़पने के कई मामलें दर्ज है।
- उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर गैंगरेप मामलें में आजम खान ने एक विवादित बयान दिया था जिसमें मां-बेटी से दुष्कर्म हुआ था। आजम खान ने जो विवादित बयान दिया था वह बात सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई थी। उन्होंने इस मामले पर टिप्पणी करते हुए कहा था, सत्ता की लोभी पार्टियां किसी भी हद तक जा सकती हैं। खान ने इस घटना को कथित तौर पर राजनीति से जोड़ने की कोशिस की थी।
- मॉब लिंचिग की घटनाओं को लेकर आजम खान ने कहा कि यह 1947 के बाद मुसलमानों को मिलने वाली नाजायज सजा है। मुस्लिम जहां भी जाएंगे उन्हें यह सहना ही पड़ेगा। अब जो होगा, उसे देखा जायेगा।
- योगी आदित्यनाथ के गढ़ में जाने के बाद आजम खान से पूछा गया कि क्या प्यार-मोहब्बत से तानाशाही रिश्तों को खत्म करोगे? इस बात पर भी आजम खान ने कहा कि पहले योगी आदित्यनाथ शादी करें और अपने मर्द होने की पुष्टि करें। तब हम मोहब्बत भी करने लगेंगे।
- वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश के एक स्थानीय पुलिस स्टेशन में आजम खान, उनकी पत्नी तज़ीन फातमा और उनके छोटे बेटे अब्दुल्ला आजम खान के नकली जन्म प्रमाण पत्र के संबंध में मामला दर्ज किया गया। हालांकि मार्च 2019 में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पुलिस द्वारा जांच पूरी होने तक उन तीनों की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी। इस मामलें में अदालत की सुनवाई के दौरान अब्दुल्ला और उनके माता-पिता अदालत में पेश होने में विफल रहे। जिसके बाद 2020 में अदालत ने उन्हें फरार घोषित कर दिया।
- इसी शीलसे में 26 फरवरी 2020 को उन्हें अपनी पत्नी और बेटे का फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने के लिए जेल भेज दिया गया।
- जेल में रहते हुए भी 2022 विधान सभा चुनाव में रामपुर के सूआर सीट से आजम खान ने 10वीं बार विधायक के रूप में जीत हासिल की।