मुरली मनोहर जोशी से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ मुरली मनोहर जोशी एक भारतीय राजनेता हैं। वह काफी कम उम्र में आरएसएस के सदस्य बन गए और 1953-54 के दौरान गौ संरक्षण आंदोलन में भाग लिया, जिसमें भू-राजस्व मूल्यांकन को विभाजित करने की मांग की गई थी। उनका पालन-पोषण उत्तराखंड के कुमायूँ के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। डा. जोशी का पैतृक निवास-स्थान वर्तमान उत्तराखण्ड के कुमायूँ क्षेत्र में है। उन्होंने अपनी एमएससी की पढाई इलाहाबाद विश्वविद्यालय से किया जहाँ उनके प्राध्यापक राजेन्द्र सिंह थे। उन्होंने हिंदी भाषा में भौतिकी से संबंधित एक शोध पत्र प्रकाशित किया है। वह अपना शोधपत्र हिन्दी भाषा में प्रस्तुत करने वाले पहले शोध कर्ता हैं। उन्होंने पीएचडी की पढ़ाई पूरी करने के बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भौतिकी पढ़ाना शुरू किया। भारत में करीब 2 साल तक चले आपातकाल के दौरान डॉ जोशी सलाखों के पीछे थे। उन्हें जून 1975 में जेल भेज दिया गया था और 1977 के लोकसभा चुनाव से पहले रिहा कर दिया गया था। मुरली मनोहर जोशी वर्ष 1977 में अल्मोड़ा निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुने गए थे। हालाँकि सरकार ज्यादा दिन तक नहीं चली और 1980 में भंग हो गई, जिसके परिणामस्वरूप एक नई राजनीतिक पार्टी, भारतीय जनता पार्टी का गठन हुआ। फिर वह नए विंग में चले गए और उन्हें पार्टी का महासचिव बनाया गया। कुछ ही समय में वह पार्टी के कोषाध्यक्ष बने। डॉ मुरली मनोहर जोशी ने वर्ष 1991 से 1993 तक भाजपा के अध्यक्ष के रूप में काम किया। उन्होंने 1996 में अटल बिहारी वाजपेयी के…
जीवन परिचय | |
---|---|
पूरा नाम | डा. मुरली मनोहर जोश [1]Lok Sabha |
व्यवसाय | भारतीय राजनेता और प्रोफ़ेसर |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 168 मी०- 1.68 फीट इन्च- 5’ 6” |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | सफेद |
राजनीति करियर |
|
पार्टी/दल | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |
राजनीतिक यात्रा | • वह काफी कम उम्र में ही आरएसएस के संपर्क में आ गए थे और 1953 से 54 तक गौ संरक्षण आंदोलन में भाग लिया था। • जोशी 1955 में उत्तर प्रदेश के कुंभ किसान आंदोलन के सक्रिय सदस्य थे। • जोशी 1977 में अल्मोड़ा निर्वाचन क्षेत्र से जनता पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हुए सांसद बने। • फिर वह वर्ष 1980 में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और उन्हें पार्टी का महासचिव बनाया गया। बाद में पार्टी के कोषाध्यक्ष बने। • वर्ष 1991 से 1993 तक वह भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष थे। • वर्ष 1996 में वह इलाहाबाद निर्वाचन क्षेत्र से संसद के सदस्य बने और 2008 तक इस पद पर कार्यरत रहे। • वह अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री शासन काल में 1998 से 2004 तक मानव संसाधन विकास मंत्री रहे। • वर्ष 2009 में जोशी को भाजपा के घोषणापत्र तैयारी बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में नामित किया गया था। • 2009 के आम चुनाव में जोशी को वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र से सांसद चुना गया। • 2014 के लोकसभा चुनाव में जोशी ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपनी सीट खाली कर दी और कानपुर निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। • वह फिर से संसद के निचले सदन में सांसद बनने में कामयाब रहे। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 5 जनवरी 1934 (शुक्रवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 87 वर्ष |
जन्म स्थान | नैनीताल, संयुक्त प्रांत, ब्रिटिश भारत (जो अब उत्तराखंड भारत में है) |
राशि | मकर (Capricorn) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू [2]MyNeta |
गृहनगर | नैनीताल, उत्तराखंड |
स्कूल/विद्यालय | माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | • माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश • आगरा विश्वविद्यालय • इलाहाबाद विश्वविद्यालय |
शैक्षिक योग्यता [3]MyNeta | • हाई स्कूल (1947) • इंटरमीडिएट (1949) • बी० एस० सी० (1952) • एम.एससी (1954) • पीएचडी (1958) |
पता | 9/10 ए, टैगोर नगर, अनुकुल चंद्र बनर्जी रोड, इलाहाबाद-211001, उ.प्र. [4]Lok Sabha |
विवाद | • जोशी उस समय सुर्ख़ियों में रहे जब उन्होंने रिपोर्टर सुमित अवस्थी से सवाल पूछने की मांग की, जिस तरह से पूर्व चाहते थे। जोशी ने मीडिया के कैमरे से क्लिप को भी हटा दिया ताकि वह खुद को होने वाले नुकसान को रोक सके। • वर्ष 2015 में कोबरापोस्ट ने बिहार दलित नरसंहार में मुरली मनोहर जोशी के रणवीर सेना के साथ संबंधों को उजागर किया। • उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस के आरोपियों में उनका भी नाम सामने आया था। 1992 में दर्ज किए गए कुल 49 मामलों में से दूसरा मामला, एफआईआर नंबर 198 में उमा भारती का भी नाम था। 1993 में सीबीआई ने उमा भारती, लालकृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे सहित 48 लोगों के खिलाफ एकल, समेकित आरोप पत्र दायर किया। सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद आडवाणी, जोशी और उमा भारती के खिलाफ मामला ललितपुर से रायबरेली लखनऊ चला गया। 30 सितंबर 2020 को 28 साल बाद लखनऊ में एक विशेष सीबीआई अदालत ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया। जिनमें भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती शामिल थे। 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में 16वीं सदी की बाबरी मस्जिद, हजारों "कार सेवकों" द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था, जो मानते थे कि मस्जिद को एक प्राचीन मंदिर के खंडहर पर बनाया गया था जो भगवान राम के जन्मस्थान को चिह्नित करता था। 9 नवंबर 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 जजों की विशेष बेंच ने सर्वसम्मति से आयोध्या राम मंदिर निर्माण का फैसला सुनाया। [5]NDTV |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह तिथि | 13 दिसंबर 1966 (मंगलवार) |
परिवार | |
पत्नी | तरला जोशी |
बेटी | • निवेदिता जोशी • प्रियंवदा जोशी |
माता/पिता | पिता- स्वर्गीय मन मोहन जोशी माता- स्वर्गीय चंद्रावती जोशी |
पसंदीदा चीजें | |
राजनेता | विनायक दामोदर सावरकरी |
दार्शनिक | दीनदयाल उपाध्याय |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | • डिस्पोजल जीप मॉडल न. (1974) • एम्बेसडर कार मॉडल न. (1990) |
वेतन/सैलरी | INR 50,000 |
कुल संपत्ति | 7. 84 करोड़ रूपये (2014 के अनुसार) [6]MyNeta |
सुखविंदर सिंह सुक्खू से जुडी कुछ रोचक जानकारियां सुखविंदर सिंह सुक्खू एक भारतीय वकील और राजनेता हैं। जिन्हें 2022 में…
यशस्वी जायसवाल से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां यशस्वी जयसवाल उत्तर प्रदेश के एक भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं। वह तब सुर्खियों…
भजन लाल शर्मा से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां भजन लाल शर्मा एक भारतीय राजनेता हैं। वह 15 दिसंबर 2023 को…
मोहम्मद शमी से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां मोहम्मद शमी एक भारतीय तेज गेंदबाज क्रिकेटर हैं जो अपने बॉलिंग स्किल के…
मोहन यादव से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां मोहन यादव एक भारतीय राजेनता और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। वह…
श्रद्धा जोशी शर्मा से जुडी कुछ रोचक जानकारियां श्रद्धा जोशी शर्मा 2007 बैच की एक भारतीय आईआरएस अधिकारी हैं। सिंघम…