Naveen Patnaik Biography in Hindi | नवीन पटनायक जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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उपनाम | पप्पू [1]BBC News |
व्यवसाय | भारतीय राजनेता |
जाने जाते हैं | ओडिशा के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने के तौर पर |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 178 मी०- 1.78 फीट इन्च- 5’ 10” |
भार/वजन (लगभग) | 85 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | सफेद |
राजनीति करियर |
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पार्टी/दल | • जनता दल (1997 से 1998 तक) • बीजू जनता दल (बीजद) (1998 से वर्तमान) |
राजनीतिक यात्रा | • वर्ष 1997 में जनता दल पार्टी में शामिल हुए। • अस्का निर्वाचन क्षेत्र, ओडिशा से लोकसभा के लिए चुने गए। • 19 मार्च 1998 से 5 मार्च 2000 तक उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय खनन मंत्री के रूप में काम किया। • वर्ष 1998 में जनता दल के विभाजन के बाद उन्होंने अपनी खुद की पार्टी 'बीजू जनता दल (BJD)' का गठन किया। • 5 मार्च 2000 को वह पहली बार ओडिशा के मुख्यमंत्री बने। • 2000 से 2014 तक उन्हें बार-बार ओडिशा विधान सभा के लिए चुना गया। • मई 2019 में उन्होंने दोबारा से ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। |
पुरस्कार/उपलब्धियां | • वर्ष 2017 में उन्हें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा देश के सर्वश्रेष्ठ प्रशासक "आउटलुक स्पीकआउट अवार्ड्स" से सम्मानित किया गया। • वर्ष 2018 में उन्हें पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल द्वारा "आदर्श मुख्यमंत्री पुरस्कार" से नवाजा गया। • वर्ष 2018 में उन्हें ओडिशा में हॉकी को बढ़ावा देने के लिए अंतर्राष्ट्रीय हॉकी महासंघ (FIH) के राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। • साइक्लोन फालिन से पहले और बाद में अपने मिशन जीरो कैजुअल्टी के सुचारू निष्पादन के लिए उनकी काफी प्रशंसा हुई और संयुक्त राष्ट्र ने इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया। • उनके कार्यकाल में ओडिशा संयुक्त राष्ट्र द्वारा आपदा प्रबंधन के लिए सम्मानित होने वाला एशिया का पहला दक्षिणपूर्व राज्य बन गया। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 16 अक्टूबर 1946 (बुधवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 75 वर्ष |
जन्म स्थान | कटक, उड़ीसा, भारत |
राशि | तुला (Libra) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू [2]Instagram |
गृहनगर | भुवनेश्वर, उड़ीसा |
स्कूल/विद्यालय | • वेलहम बॉय स्कूल, देहरादून • दून स्कूल, देहरादून |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | किरोड़ीमल कॉलेज, नई दिल्ली |
शैक्षिक योग्यता [3]MyNeta | बीए (1967) |
शौक/अभिरुचि | लिखना और पढ़ना |
पता [4]MyNeta | नवीन निवास, एरोड्रम गेट पीएस- एयरफाइड पुलिस स्टेशन, पीओ- एरोड्रम एरिया पोस्ट ऑफिस, जिला खुर्दा, भुवनेश्वर पिन नंबर -751020 |
विवाद | • उनके लंबे समय से विश्वासपात्र और बीजद सदस्य रहे बैजयंत पांडा ने यह दावा करते हुए पार्टी छोड़ दिया कि नवीन पटनायक वह नहीं रहे जो पहले हुआ करते थे। आजकल भ्रष्टाचार और अपराध बढ़ रहे हैं और मुख्यमंत्री जी इस पर अंकुश लगाने के बजाए बढ़ावा दे रहे हैं। • नवीन पटनायक के मुताबिक सीट बंटवारे की बातचीत नहीं चली इसलिए वह भाजपा गठबंधन से बाहर चले गए। • उन्होंने नरेंद्र मोदी के खिलाफ बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री अपने वादों को पूरा करने में विफल रहे। • उन्होंने एनएसएसओ की एक लीक रिपोर्ट को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा, जिसमें दिखाया गया था कि बेरोजगारी 45 साल के उच्चतम स्तर पर है। • वर्ष 2012 में केंद्रीय मंत्री श्रीकांत जेना ने उन पर 2,50,000 करोड़ रुपये के लौह अयस्क के अवैध खनन की अनुमति देने का आरोप लगाया था। |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
परिवार | |
पत्नी | लागू नहीं |
माता/पिता | पिता- स्वर्गीय बीजू पटनायक (राजनेता) माता- स्वर्गीय ज्ञान पटनायक (पायलट) |
भाई/बहन | भाई- स्वर्गीय प्रेम पटनायक (व्यवसायी) बहन- गीता मेहता (लेखक) |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | एम्बेसडर (1980 मॉडल) |
संपत्ति | चल संपत्ति: 17.75 लाख रूपये नकद: 25,000 हजार रूपये बैंक जमा: 14.23 लाख रूपये आभूषण: 2.12 लाख रूपये, मूल्य का सोना, माणिक और हीरे अचल संपत्ति: 63.10 करोड़ रूपये फरीदाबाद, नई दिल्ली और भुवनेश्वर में 63.10 करोड़ रूपये की आवासीय इमारतें |
वेतन (मुख्यमंत्री के रूप में) | 98,000 हजार रूपये + अन्य भत्ते (प्रति माह) |
कुल संपत्ति | 63.86 करोड़ रूपये (2019 के अनुसार) [5]MyNeta |
नवीन पटनायक से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- नवीन पटनायक एक भारतीय राजनेता हैं जिन्हे ओडिशा राज्य के सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री के रूप में काम करने के लिए जाना जाता है।
- जब वह 1983 में भारत आए तो उनकी मुलाकात जैकलीन कैनेडी ओनासिस (अमेरिका की पूर्व प्रथम महिला) से हुई और उन्होंने एक साथ दो पुस्तकें लिखीं।
- उन्होंने अपनी शिक्षा भारत के शीर्ष स्कूलों से प्राप्त की और कॉलेज से स्नातक होने के बाद वह एक लेखक बन गए और उन्होंने 1984 से 1993 तक 4 किताबें लिखीं।
- वर्ष 1997 में उनके पिता के निधन के बाद, जनता दल के कार्यकर्त्ता ने पिता के स्थान पर चुनाव लड़ने के लिए बीजू पटनायक के बड़े बेटे, प्रेम और बेटी गीता मेहता से संपर्क किया, लेकिन दोनों ने साफ इनकार कर दिया। तब नवीन पटनायक ने अपने भाई-बहन से चुनाव लड़ने की अनुमति मांगी और वह राजनीति में शामिल हो गए।
- उन्होंने वर्ष 1998 में बीजू जनता दल (बीजद) का गठन किया और इसका नाम अपने पिता के नाम पर रखा। उनके पिता ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री थे उनके निधन के बाद ही वह सक्रिय रूप से राजनीति में शामिल हुए।
- वर्ष 1998 में जब जनता दल विभाजित हुआ तो उन्होंने बीजू जनता दल (BJD) का गठन किया और इसका नाम अपने पिता बीजू पटनायक के नाम पर रखा।
- नवीन पटनायक ने वर्ष 1999 में जनता दल के नेता और पिता बीजू पटनायक के निधन के बाद ओडिशा की राजनीति में अपना पहला कदम रखा।
- वह यात्रा करने के बहुत शौक़ीन हैं उन्होंने भारत और विदेशों सहित कई अन्य स्थानों का दौरा किया है।
- जब उनके दोस्त और वह एक बार यात्रा कर रहे थे तो किताबों और फिल्मों में उनकी रुचि ने उन्हें 1988 की फिल्म “द डिसीवर्स” में एक छोटी भूमिका निभाने का मौका दिया जिसमें उन्होंने पियर्स ब्रोंसन का अभिनय किया था।
- वह ओबेरॉय होटल नई दिल्ली के साइकेडेल्ही नामक एक परिधान बुटीक के सह-मालिक हैं। इसके दौरान उन्होंने मिक जैगर, जैकलिन कैनेडी ओनासिस, जॉन लेनन, पॉल मेकार्टनी जैसे कई दोस्त बनाए।
- वह अपने पिता की सीट से लोक सभा चुनाव लड़े और अपने पहले ही प्रयास में चुनाव जीता। जिसके बाद उन्हें जल्द ही कैबिनेट मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया और उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय खान मंत्री का पद दिया गया।
- वर्ष 2000 में उन्होंने ओडिशा विधान सभा से चुनाव लड़ा और उनकी पार्टी ने भाजपा गठबंधन के साथ जीत हासिल की। जिसके बाद उन्होंने ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में अपना कार्यकाल शुरू किया।
- सीएम के रूप में अपने पहले कार्यकाल के दौरान उन्होंने राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए। उन्होंने भ्रष्टाचार में लिप्त कई आईएएस अधिकारियों, नौकरशाहों और राजनेताओं को मामूली सी बात के लिए पद से बर्खास्त कर दिया था। ऐसा करने के बाद वह जनता के बीच बेहद लोकप्रिय हो गए और उन्हें स्वच्छ राजनीति नेता के रूप में स्थापित किया गया।
- वर्ष 2009 में उनके मुताबिक सीट बटवारा न होने की वजह से वह भाजपा के साथ अपने गठबंधन को समाप्त कर दिया। गठबंधन से बाहर निकलने के बाद भी नवीन पटनायक ने वर्ष 2009 के विधानसभा चुनाव में बहुमत के साथ जीत हासिल की और ओडिशा के सीएम के रूप में तीसरी बार शपथ ली।
- वह भारत के एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्हे अपने राज्य की स्थानीय भाषा का पूरा ज्ञान नहीं है। इसके लिए विपक्षी नेताओं द्वारा अक्सर उनकी आलोचना की जाती है। हालांकि इसके आलावा उन्हें अंग्रेजी, हिंदी और फ्रेंच भाषाओं का बखूबी ज्ञान है।
- दिलचस्प बात यह है कि वर्ष 2015 के अंत तक उनके पास मोबाइल फोन नहीं था, यही वजह है कि सोशल मीडिया पर उनकी एंट्री में देरी हुई।
- नवीन पटनायक इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं।
- वर्ष 2017 में उन्हें पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा देश के “सर्वश्रेष्ठ प्रशासक पुरस्कार” से सम्मानित किया गया था।
- वर्ष 2019 में बीजेडी ने भारी बहुतम से विधानसभा चुनाव जीता और नवीन पटनायक लगातार 5वीं बार ओडिशा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
- नवीन पटनायक भारतीय राज्य ओडिशा के 14वें मुख्यमंत्री हैं।