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Manohar Parrikar Biography in Hindi | मनोहर पर्रिकर जीवन परिचय

मनोहर पर्रिकर

जीवन परिचय
पूरा नाम मनोहर गोपालकृष्ण प्रभु पर्रिकर
व्यवसाय भारतीय राजनेता
पार्टी/दल भारतीय जनता पार्टी
भारतीय जनता पार्टी झंडा
राजनीतिक यात्रा • पर्रिकर युवा अवस्था में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सदस्य बन गए और जब वह अपनी पढ़ाई के अंतिम वर्षों में थे तो वह इस संगठन के एक प्रमुख प्रशिक्षक बन गए थे।
• उन्होंने गोवा में आरएसएस के लिए फिर से कार्य करना शुरू कर दिया और आईआईटी बॉम्बे से स्नातक पास करने के बाद उन्होंने अपने निजी व्यवसाय शुरू किया। 26 वर्ष की उम्र में आरएसएस ने उन्हें एक संघचालक बना दिया था।
• वर्ष 1988 में, वह भाजपा में शामिल हो गए।
• वर्ष 1994 में, वह पहली बार गोवा विधान सभा के लिए चुने गए।
• वर्ष 1994 -2001 तक, उन्होंने गोवा राज्य में भारतीय जनता पार्टी के जनरल सचिव और प्रवक्ता के रूप में कार्य किया।
• 24 अक्टूबर 2000 को, वह पहली बार गोवा के मुख्यमंत्री बने, हालांकि वह अपना 5 साल का कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए और 27 फरवरी 2002 को उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
• 5 जून 2002 को, वह फिर से गोवा के मुखयमंत्री के रूप में चुने गए और फिर बाद में चार विधायकों के इस्तीफा देने के कारण, फिर से उनके 5 वर्ष का कार्यकाल खतरे में पड़ गया था।
• जून 2007 में, वह गोवा राज्य के पांचवीं विधान सभा में विपक्ष के नेता के रूप में निर्वाचित।
• मार्च 2012 में, उन्हें फिर से गोवा मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया, लेकिन उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा और नवंबर 2014 को दिल्ली जाना पड़ा क्योंकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें भारत के रक्षा मंत्री के रूप में नियुक्त किया था।
• 13 मार्च 2017 को, उन्होंने केंद्रीय रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया और 14 मार्च 2017 को वह गोवा के 13 वें मुख्यमंत्री के रूप में चुने गए।
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 173
मी०- 1.73
फीट इन्च- 5’ 8”
वजन/भार (लगभग)75 कि० ग्रा०
आँखों का रंग काला
बालों का रंग सफ़ेद
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 13 दिसंबर 1955
आयु (2017 के अनुसार)62 वर्ष
जन्मस्थान मोगुसा, गोवा, पुर्तगाली भारत (अब गोवा, भारत)
राशि
धनु
हस्ताक्षर मनोहर पर्रिकर हस्ताक्षर
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर मोगुसा, गोवा, भारत
स्कूल/विद्यालय लोयोला हाई स्कूल, मारगाओ, दक्षिण गोवा स्कूल
न्यू गोवा हाई स्कूल, मापुसा
कॉलेज/महाविद्यालय/विश्वविद्यालयसेंट जेवियर्स कॉलेज, मापुसा, गोवा
बॉम्बे विश्वविद्यालय
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे
शैक्षिक योग्यता बीटेक (धातुविज्ञानी) मैटलर्जिकल इंजीनियरिंग
राजनीतिक आरम्भ महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी से लड़ने के उद्देश्य से पर्रिकर को आरएसएस द्वारा भाजपा का समर्थन प्राप्त हुआ था। वर्ष 1994 में, वह गोवा विधान सभा के सदस्य के रूप में चुने गए थे।
परिवार पिता - गोपाळकृष्ण पर्रिकर
माता- राधाबाई पर्रिकर
भाई- अवधूत पर्रिकर
बहन- कोई नहीं
धर्म हिन्दू
जाति ब्राह्मण
पता घर नंबर -157,18 जून रोड, पणजी, गोवा
विवाद • वर्ष 2001 में, पार्रीकर की अगुवाई वाली सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में 51 सरकारी स्कूलों को आरएसएस की एक शैक्षणिक शाखा "विद्या भारती" को दिया, जिसके लिए कुछ शिक्षाविदों ने उनकी आलोचना की।
• उनकी व्यापक रूप से आलोचना हुई जब वह अपने 37 सदसयों के एक दल को लेकर लेकर ऑस्ट्रिया, जर्मनी और इटली के लिए यूरोपीय अपशिष्ट प्रबंधन संयंत्रों और प्रथाओं को देखने गए थे। इस यात्रा का भुगतान वित्त पोषित से किया गया था और इसकी लागत लगभग ₹1 करोड़ थी।
• वर्ष 2014 में, उन्होंने 6 विधायकों के लिए दावत की व्यवस्था की थी, जिसकी लगत ₹89 लाख थी। यह दावत 2014 फीफा विश्व कप में भाग लेने के लिए थी। प्रतिनिधिमंडल में किसी भी फुटबॉल विशेषज्ञ को शामिल नहीं करने और जनता के पैसे को बर्बाद करने के लिए विपक्ष के नेताओ ने उनकी काफी आलोचना की थी।
पसंदीदा चीजें
पसंदीदा राजनेता नरेंद्र मोदी
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थिति विधुर
पत्नी स्वर्गीय मेधा पर्रिकर (वर्ष 2001 में कैंसर से मृत्यु हो गई)
बच्चे बेटा- उत्पल पर्रिकर
मनोहर पर्रिकर का बड़ा बेटा उत्पल पर्रिकर अपनी पत्नी के साथ
अभिजीत पर्रिकर
मनोहर पर्रिकर का छोटा बेटा अभिजीत पर्रिकर अपनी पत्नी के साथ
बेटी- कोई नहीं
धन संबंधित विवरण
आय (गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर)₹52,000
संपत्ति (लगभग)₹3.5 करोड़ (2014 के अनुसार)

मनोहर पर्रिकर

मनोहर पर्रिकर से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  • क्या मनोहर पर्रिकर धूम्रपान करते हैं ? ज्ञात नहीं
  • क्या मनोहर पर्रिकर शराब पीते हैं ? ज्ञात नहीं
  • वह पहले ऐसे भारतीय राज्य के मुख्यमंत्री बने जिन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से शिक्षा प्राप्त की। वर्ष 2001 में, पर्रिकर को आईआईटी बॉम्बे ने डिस्टिंग्विस्ड एल्यूमिनी अवॉर्ड से सम्मानित किया। इसके अलावा पर्रिकर आधार कार्ड के जनक नन्दन नीलेकणि के सहपाठी भी रहे हैं।
  • 24 अक्तूबर 2000 को वह पहली बार गोवा के मुख्यमंत्री बने थे। मुख्यमंत्री का पद संभालने से ठीक पहले उनकी पत्नी की कैंसर से मृत्यु हो गई थी लिहाजा पर्रिकर के ऊपर अपने दो बच्चों की जिम्मेदारी भी आ गई थी।
  • मनोहर पर्रिकर सादगी में विश्वास रखते हैं। वह सार्वजनिक परिवहन से यात्रा करना पसंद करते हैं।   मनोहर पर्रिकर बस में यात्रा करते हुए
  • गोवा का मुख्यमंत्री रहते हुए, उन्होंने मुख्यमंत्री आवास में रहने से मना कर दिया था और खुद के एक छोटे से घर में रहते थे। वह कभी-कभी टी स्टाल पर चाय पीते हुए भी नजर आ जाते हैं।
  • गोवा के मुख्यमंत्री होने के बावजूद पर्रिकर मंहगी गाड़ियों को छोड़कर  मोटरसाइकिल से विधानसभा जाया करते थे।  मनोहर पार्रीकर मोटरसाइकिल के पीछे बैठे हुए
  • उन पर अब तक कोई भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा हैं।
  • वर्ष 2009 में, पार्रीकर ने लालकृष्ण आडवाणी को एक पुराना अचार कहा था और कहा कि उनकी अवधि खत्म हो गई थी। उन्होंने आगे कहा कि आडवाणी को पार्टी का संरक्षक बनाना चाहिए और जब भी हमें उनकी आवश्यकता हो वो हमारी सहायता करे।

  • 9 नवंबर 2014 को उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल में रक्षा मंत्री की शपथ ली। इसके साथ ही वह गोवा के पहले राजनेता बने जिन्होंने केंद्र सरकार में उच्च पद प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि वह रक्षा मंत्री के रूप में पहले दिन वह काफी घबराए हुए थे और वह सेना रैंकों से अवगत भी नहीं थे।
  • वह सबसे पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने भाजपा सरकार में प्रधानमंत्री पद के लिए नरेन्द्र मोदी का समर्थन किया था।  मनोहर पर्रिकर और नरेन्द्र मोदी
  • वर्ष 2018 की शुरुवात में मनोहर पर्रिकर ने अग्नाश्य में सूजन की शिकायत की, उन्हें पहले गोवा मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। लेकिन हालत बिगड़ने की वजह से उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। 18 फरवरी 2018 को, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उनसे मिलने आए थे।

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