Vijay Barse Biography in hindi | विजय बरसे जीवन परिचय
विजय बरसे से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- वह नागपुर के हिसलोप कॉलेज में खेल प्रोफेसर के रूप में 36 वर्ष की सेवा करने के बाद सेवानिवृत्त हुए।
- एक दिन उन्होंने झोपड़पट्टी के क्षेत्र में कुछ बच्चों को एक छोटी बाल्टी के साथ फुटबॉल खेलते देखा। उसके बाद विजय ने उन्हें फुटबॉल खेलने के लिए बुलाया। लेकिन, उस समय सभी बच्चे एक असहज परिस्थिति में थे, उन्होंने मट-मैले कपड़े पहने हुए थे। उसके बाद, विजय ने अपने कुछ सहयोगियों के साथ एक टूर्नामेंट आयोजित करने की योजना बनाई, जिसमें सिर्फ झुग्गी झोपड़ी वाले बच्चे ही भाग ले सकते हैं।
- वर्ष 2001 में, उन्होंने “स्लम सॉकर” की स्थापना की और नागपुर में एक टूर्नामेंट आयोजित किया। जिस टूर्नामेंट में 128 टीमों ने भाग लिया था।
- रिटायरमेंट के बाद, उन्होंने ₹18 लाख प्राप्त किए, जिसमें नागपुर से 9 किमी दूर विजय ने एक जमीन खरीदी और खेल से वंचित खिलाड़ियों के लिए एक फुटबॉल अकादमी बनाई।
- उनके बेटे अभिजीत ने एक साक्षात्कार में बताया कि “उनके पिता ने भारत-पाक शांति के लिए भी काम किया है और शांति बनाए रखने के लिए सीमा पर मोटरसाइकिल अभियान का आयोजन भी किया है। बरसे ने वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए भी काम किया है।
- वर्ष 2006 में, अभिजीत ने यू.एस.ए. की नौकरी से इस्तीफा दे दिया और झोपड़पट्टी के निवासियों के उत्थान के लिए अपने पिता के आंदोलन में सहयोग करने के लिए भारत चले आए।
- वर्ष 2007 में, उनकी टीम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने के लिए बुलाया, जब भारतीय टीम को होमलेस विश्व कप के लिए चुना गया।
- वर्ष 2012 में, उन्हें सचिन तेंदुलकर के द्वारा “रियल हीरो” पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- वर्ष 2014 में, उन्हें आमिर खान के शो “सत्यमेव जयते सीजन 3” के पहले एपिसोड में देखा गया।
- वर्ष 2016 में, उनके बेटे अभिजीत ने स्लम सॉकर की तरफ से Fifa Diversity पुरस्कार प्राप्त किया। इस पर अभिजीत ने कहा,
For India, this is one of the biggest honours Fifa has bestowed upon us…This is a tribute to what football can do for marginalised kids and their lives.”
- वर्ष 2018 में, उनके जीवन पर आधारित “झुंड” फिल्म की घोषणा की गई। जिसमें अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। इस फिल्म को फिल्म सेरेट के निर्देशक नागराज मंजुले निर्देशित कर रहे हैं।