Yashwant Sinha Biography in Hindi | यशवंत सिन्हा जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | सिविल सेवक और राजनेता |
राजनीति करियर | |
पार्टी/दल | • जनता पार्टी/जनता दल (1984 से 1991 तक) • भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) (21 अप्रैल 2018 को इस्तीफा दे दिया) • अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) (13 मार्च 2021 से 2022-वर्तमान) |
राजनीतिक यात्रा | • वर्ष 1984 में उन्होंने एक सक्रिय सदस्य के रूप में जनता दल पार्टी को ज्वाइन किया। • वर्ष 1986 में वह जनता दल के अखिल भारतीय महासचिव बने। • वर्ष 1988 में वह राज्यसभा के लिए चुने गए। • नवंबर 1990 से जून 1991 तक उन्होंने चंद्रशेखर के मंत्रिमंडल में वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया। • वर्ष 1996 में वह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बने। • वर्ष 1998 में उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में केंद्रीय वित्त मंत्री नियुक्त किया गया। • 1 जुलाई 2002 को उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। • वर्ष 2004 में वह हजारीबाग निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव हार गए। • यशवंत सिन्हा वर्ष 2005 में दोबारा से राज्यसभा के सदस्य बने। • 13 जून 2009 को उन्होंने भाजपा के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। • वर्ष 2018 में यशवंत सिन्हा ने भारतीय जनता पार्टी से इस्तीफा दे दिया। • 13 मार्च 2021 को वह अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए। • जून 2022 में उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव से पहले अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) से इस्तीफा दे दिया। [1]NDTV • 2022 में उन्होंने संयुक्त प्रगतशील गठबंधन (यूपीए) पार्टी को ज्वाइन किया। • 21 जून को कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए आम उम्मीदवार के रूप में यशवंत सिन्हा के नाम की घोषणा की। [2]The Hindu |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 173 मी०- 1.73 फीट इन्च- 5' 8" |
भार/वजन (लगभग) | 75 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | भूरा |
बालों का रंग | स्लेटी |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 6 नवंबर 1937 (शनिवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 84 वर्ष |
जन्मस्थान | अस्थाना, नालंदा, ब्रिटिश भारत (जो अब बिहार भारत में है) |
राशि | वृश्चिक (Scorpio) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | पटना, बिहार |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | पटना विश्वविद्यालय, पटना, बिहार |
शैक्षिक योग्यता | 1958 में पटना विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री |
धर्म | हिन्दू |
जाति | कायस्थ: |
पता | गांव राजगोड़ा, पीओ मोरांगी, थाना - मुफस्सिल, डेमोटांड, जिला हजारीबाग, झारखंड [3]Lok Sabha |
शौक/अभिरुचि | पढ़ना, यात्रा करना, संगीत सुनना और फिल्में देखना |
विवाद | • नवंबर 2013 में पप्पू यादव ने अपनी आत्मकथा- द्रोहकाल का पथिक में, आरोप लगाया कि उनकी इंडियन फेडरल डेमोक्रेटिक पार्टी के 3 सांसदों को सिन्हा ने 2001 में एनडीए में शामिल होने के लिए पैसे दिए। • यूटीआई घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए भी उनकी आलोचना की गई थी। • 4 अप्रैल 2017 को उन्हें हजारीबाग पुलिस ने पुलिस पर पथराव करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। सिंगा एक धार्मिक जुलूस निकाल रहे थे, और जब पुलिस ने उन्हें रोका, तो सिन्हा और उनके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, जिससे उनकी गिरफ्तारी हुई। • 27 सितंबर 2017 को उन्होंने केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के खिलाफ बयान देकर फिर से एक विवाद खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा, "मैं अपने राष्ट्रीय कर्तव्य में विफल हो जाऊंगा अगर मैंने अब भी उस गड़बड़ी के खिलाफ आवाज नहीं उठाई जो वित्त मंत्री ने अर्थव्यवस्था की बनाई है।" • जयंत सिन्हा को हजारीबाग से चुनाव लड़ने के लिए उत्तराधिकारी के रूप में नामित करने के बाद यशवंत सिन्हा पर भाई-भतीजावाद को बढ़ावा का आरोप लगा था। |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह तिथि | 17 फरवरी 1961 (शुक्रवार) |
परिवार | |
पत्नी | नीलिमा सिन्हा (राइटर्स एंड इलस्ट्रेटर एसोसिएशन की अध्यक्ष) |
बच्चे | बेटा- 2 • सुमंत सिन्हा (व्यवसायी) • जयंत सिन्हा (राजनेता) बेटी- शर्मिला (लेखक) |
माता/पिता | पिता- बिपिन बिहारी सरण माता- धना देवी |
भाई/बहन | ज्ञात नहीं |
पसंदीदा चीजें |
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राजनेता | अटल बिहारी वाजपेयी |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | • फोर्ड एंडेवर • महिंद्रा स्कॉर्पियो • टाटा क्रू कैब • मारुति वैगन आर |
संपत्ति [4]MyNeta | चल संपत्ति नगद: 32,500 रुपये बैंक जमा राशि: 12,85 रुपये बांड, डिबेंचर और शेयर: 14,58 रुपये एनएसएस और डाक बचत: 12,45 रुपये वाहन: 21,25 रुपये आभूषण: 2,80 रुपये अचल संपत्ति कृषि भूमि: 1,50 लाख रुपये आवासीय भवन: 13,00,00,000 |
कुल सम्पत्ति | 3 करोड़ रुपये (2009 के अनुसार) [5]MyNeta |
यशवंत सिन्हा से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
- यशवंत सिन्हा एक भारतीय सेवानिवृत सिविल सेवक और राजनेता हैं। जिन्हे जुलाई 2022 में होने वाले भारतीय राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार के रूप में जाना जाता है। वह भारतीय जनता गठबंधन पार्टी की उम्मीदवार द्रौपती मुर्मू के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं।
- उनका जन्म और पालन-पोषण बिहार के पटना में एक कायस्थ परिवार में हुआ था।
- वर्ष 1958 में राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री प्राप्त करने के बाद, सिन्हा ने 1960 तक पटना विश्वविद्यालय में एक प्रोफेसर के रूप में काम किया।
- वर्ष 1960 में वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल हो गए और अपने सेवा कार्यकाल के दौरान उन्होंने विभिन्न क्षमताओं में 24 वर्षों से अधिक समय तक कार्य किया।
- 1984 में उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) से इस्तीफा दे दिया और जनता पार्टी के सदस्य के रूप में शामिल हो गए।
- केंद्रीय वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, सिन्हा को कई प्रमुख सुधार उपायों को आगे बढ़ाने के लिए व्यापक रूप से सराहा गया, अपने कार्यकाल के दौरान यशवंत सिन्हा ने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक मजबूत विकास पथ पर रखा।
- सिन्हा को भारत के केंद्रीय बजट को स्थानीय समयानुसार शाम 5 बजे पेश करने की 53 साल पुरानी परंपरा को तोड़ने वाले पहले वित्त मंत्री के रूप में भी जाना जाता है।
- उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में अपने कार्यकालों को एक पुस्तक के रूप में संकलित किया है, जिसका शीर्षक- एक स्वदेशी सुधारक का बयान है।
- 25 अप्रैल 2015 को फ्रांसीसी सरकार ने उन्हें फ्रांस के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार-ऑफिसियर डे ला लेजियन डी’ होनूर (ऑफिसर ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर) से सम्मानित किया।
- यशवंत सिन्हा भारत के पूर्व वित्त मंत्री रहने के साथ-साथ भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में विदेश मंत्री के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
- यशवंत सिन्हा सब-डिवीजनल मजिस्ट्रेट और जिला मजिस्ट्रेट के रूप में 4 वर्षों तक कार्य किया।
- भारतीय राष्ट्रपति पद के लिए यशवंत सिन्हा ने विपक्ष की ओर से NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ 24 जून 2022 को अपना नामांकन दाखिल किया है। नामांकन के दौरान कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रिय अध्यक्ष राहुल गाँधी, सपा के राष्ट्रिय अध्यक्ष अखिलेश यादव, और शरद पवार जैसे बड़े नेता शामिल रहे।
- राष्ट्रपति पद का नामांकन भरने के बाद यशवंत सिन्हा महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
- मीडिया से बातचीत के दौरान यशवंत सिन्हा ने कहा,
मुझे बताया गया कि मैं विपक्षी की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए चौथी पसंद हूं। अगर मैं दसवीं पसंद भी होता तो इसे स्वीकार करता, क्योंकि ये विचारों की लड़ाई है और मैं इसमें अपना योगदान देना चाहता हूं।”
- यशवंत सिन्हा एनडीए राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से लगभग 6,76,803 मतों से चुनाव हार गए। यशवंत सिन्हा को कुल 3,80,177 वोट मिले। [6]ABP News