Zeenat Aman Biography in Hindi | ज़ीनत अमान जीवन परिचय
ज़ीनत अमान से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- क्या ज़ीनत अमान शराब पीती हैं ?: नहीं
- ज़ीनत अमान स्वर्गीय अमानुल्ला खान की बेटी हैं, जिन्होंने फिल्म ‘मुगल-ए-आज़म’ और ‘पाकीज़ा’ की पटकथा को लिखा था। जब ज़ीनत 13 वर्ष की थीं, तब उनके पिता का निधन हो गया था। जिसके चलते ज़ीनत ने अपने पिता के उपनाम (अमान) को अपनाया।
- ज़ीनत अमान ने कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया। जैसे कि उन्होंने मिस इंडिया सौंदर्य प्रतियोगिता (1970) में दूसरा स्थान हासिल किया। इसके साथ-साथ उन्होंने ‘मिस पैसिफिक एशिया’ (1970) का खिताब जीता ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला बनीं। इसके अलावा उन्होंने मनीला में भारत का प्रतिनिधित्व किया और एक अन्य ख़िताब ‘मिस फोटोजेनिक’ को जीता।
- बहुत से लोगों का मानना है कि उनकी पहली फिल्म “हरे राम हरे कृष्णा” थी, परन्तु उनकी पहली फिल्म “हलचल” (1971) और “हंगामा” (1971) थी।
- ज़ीनत अमान जेनिस / जसबीर जयसवाल की भूमिका के लिए तीसरी पसंद थीं, इससे पहले मुमताज और ज़ाहिदा ने देव आनंद की बहन की भूमिका अदा करने से मना कर दिया था, वह ज़ीनत ही थीं जिन्होंने फिल्म में देव आनंद की बहन की भूमिका निभाने की सहमति व्यक्त की।
- ज़ीनत अपनी पहली दो फिल्मों की विफलता से काफी निराश हुईं, जिसके चलते उन्होंने अपने अभिनय करियर को समाप्त करने का मन बनाया और अपने सौतेले पिता और माता के साथ देश छोड़कर जाने लगीं। तभी देव आनंद ने ज़ीनत से फिल्म “हरे राम हरे कृष्णा” के रिलीज़ होने तक रुकने को कहा। अंत में फिल्म ने व्यवसायिक सफलता हासिल की और फिल्मजगत में सुपरहिट साबित हुई। जिसने ज़ीनत को एक बार फिर अपने अभिनय करियर में आगे बढ़ने का अवसर प्रदान किया।
- वह फिल्मजगत में हेमा मालिनी के बराबर सबसे अधिक भुगतान हासिल करने वाली अभिनेत्री थीं।
- ज़ीनत अमान ने फिल्म “सत्यम शिवम् सुंदरम” के लिए एक ऑडिशन दिया, जिसमें उन्होंने एक गांव की लड़की रूपा की भूमिका निभाई थी और जिसका एक तरफ से चेहरा जला हुआ था। जब ज़ीनत ने उस भूमिका के लिए मेकअप किया तो फिल्म के निर्देशक राज कपूर ने उन्हें देखते ही फिल्म में साइन करने करने का फैसला किया। क्योंकि राज कपूर का मानना था कि ज़ीनत ही फिल्म में बेहतरीन भूमिका निभा सकती हैं। जिसके चलते राज कपूर ने ज़ीनत को फिल्म में साइन करते हुए सोने की गिनिया राशि के रूप में भेंट कीं।
- ज़ीनत अमान का वैवाहिक जीवन काफी दुखदायी था। जिसके चलते संजय खान से विवाह करने के एक साल के भीतर उनका तलाक हो गया। उसके बाद उन्होंने दूसरा विवाह किया दुर्भाग्यवश वह विवाह भी उनका कठिनाईयों भरा रहा। जिसके चलते 12 वर्ष के भीतर उनके दूसरे पति का भी निधन हो गया था।
- ज़ीनत अमान को फिल्म “यादों की बारात” (1973) के गीत “चुरा लिया है” से काफी लोकप्रियता मिली। दिलचस्प बात यह है कि ज़ीनत को इस गीत में एक सलवार सूट पहनना था। जो उन्होंने फिल्म के गीत के दौरान पहना। परन्तु उन्होंने गीत की शूटिंग के समय अपनी पोशाक को बदल दिया और कहा,”मैं इस पहनावे में सहज महसूस नहीं कर रही हूँ और इसलिए मैं इसे बदलना चाहती हूँ।”
- सलमान खान ने फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ देखने के लिए ज़ीनत अमान को बुलाया। फिल्म को देखकर जब ज़ीनत थिएटर से बाहर आईं तो सलमान ने ज़ीनत से फिल्म के बारे में पूछा। ज़ीनत ने फिल्म के बारे में बताते हुए फिल्म की आलोचना कर दी और कहा कि “यह कैसी बचकानी फिल्म है जिसमें हीरोइन की एड़ी पर क्रीम लगाते हुए हीरो अपनी आंखें बंद कर लेता है।”
- वर्ष 1972 में, उन्हें फिल्म ‘हरे राम हरे कृष्णा’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सह-अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।