R. P. N. Singh Biography in Hindi | आरपीएन सिंह जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
---|---|
पूरा नाम | कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह [1]MyNeta |
उपनाम | • पडरौना के राजा साहब [2]NDTV • रिची [3]News18 |
व्यवसाय | भारतीय राजनेता और किसान [4]MyNeta |
राजनीति | |
पार्टी/दल | • भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) (2022- वर्तमान) • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (1990 से 2022 तक) |
राजनीतिक यात्रा | • वर्ष 1996, 2002 और 2007 में वह उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य बने। • वर्ष 1997 और 1999 में उन्हें उत्तर प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था। • वर्ष 2009 में वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव बने और इस पद पर 2006 तक काम किया। • वर्ष 2009 में उन्हें 15वीं लोकसभा के लिए निर्वाचित किया गया। • 30 मई 2009 से 18 जनवरी 2011 तक उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री, सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री के रूप में कार्य किया। • 18 जनवरी 2011 को उन्हें केंद्रीय राज्य मंत्री, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और कॉर्पोरेट मामलों के रूप में नियुक्त किया गया था और इस पद पर उन्होंने 28 अक्टूबर 2012 तक कार्य किया। • 28 अक्टूबर 2012 को उन्हें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। • वर्ष 2014 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी की तरफ से पडरौना निर्वाचन क्षेत्र से 16वीं लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के राजेश पांडे से हार गए। • वर्ष 2020 में आर पी एन सिंह को झारखंड और छत्तीसगढ़ के AICC प्रभारी के रूप में चुना गया। • उन्होंने वर्ष 2022 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया और जनवरी 2022 में भाजपा में शामिल हो गए। |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 170 मी०- 1.70 फीट इन्च- 5’ 7” |
आँखों का रंग | भूरा |
बालों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 25 अप्रैल 1964 (शनिवार) |
आयु (2022 के अनुसार) | 58 वर्ष |
जन्म स्थान | नई दिल्ली, भारत |
राशि | वृषभ (Taurus) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | नई दिल्ली |
स्कूल/विद्यालय | दून स्कूल, देहरादून, उत्तराखंड |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | सेंट स्टीफंस कॉलेज, नई दिल्ली |
शैक्षिक योग्यता | स्नातक [5]MyNeta |
धर्म | हिन्दू (पडरौना, कुशीनगर, उत्तर प्रदेश के एक शाही कुर्मी सैंथवार परिवार) [6]The Times of India |
जाति | ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) [7]NDTV |
पता | स्थायी पता- पैलेस, पडरौना, जिला कुशीनगर, उत्तर प्रदेश |
विवाद | वर्ष 2014 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करने के बाद रतनजीत भारतीय आम चुनावों के दौरान विवादों में आए जब उन्होंने कहा- "उन्हें चाय बेचते हुए किसी ने नहीं देखा। मोदी खुद बता रहे थे कि वो चाय बेचते थे।" आगे मोदी के 24 घंटे बिजली आपूर्ति के आश्वासन की ओर इशारा करते हुए रतनजीत ने कहा- "केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी और उत्तर प्रदेश में कल्याण सिंह, राम प्रकाश गुप्ता और राजनाथ सिंह के शासनकाल में बीजेपी ने अपना वादा पूरा क्यों नहीं किया।" फिर उन्होंने पार्टी को 'ड्रीम सेलर' कहा और कहा कि पार्टी सरयू नदी के पानी को दूध में बदलने का वादा भी कर सकती है। |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह तिथि | 7 दिसंबर 2002 (शनिवार) |
परिवार | |
पत्नी | सोनिया सिंह (एन डी टी वी में एंकर और संपादकीय निर्देशक) |
बच्चे | उनकी तीन बेटियां हैं। |
माता/पिता | पिता- कुंवर चंद्र प्रताप नारायण सिंह (कुशीनगर से पूर्व सांसद) माता- मोहिनी देवी |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह [8]MyNeta | • 2 मैसी फर्ग्यूसन ट्रैक्टर • टोयोटा इनोवा क्रिस्टा |
आय | रु. 10,61,451 लाख (2019 के अनुसार) [9]MyNeta |
संपत्ति | • नकद: 2,28,000 रूपये चल संपत्ति • बैंक जमा: 51,24,711 लाख रूपये • बांड और डिबेंचर: 15,90,224 लाख रूपये • वाहन: 20,10,898 लाख रूपये • आभूषण: 24,00,000 लाख रूपये अचल संपत्ति • कृषि भूमि: 65,40,000 लाख रूपये • गैर कृषि भूमि: 4 करोड़ रूपये • आवासीय भवन: 8,55,00,000 लाख रूपये • अन्य भूमि: 21,00,000 लाख रूपये (2019 तक) [10]MyNeta |
कुल संपत्ति | 29.54 करोड़ रूपये (2019 के अनुसार) [11]MyNeta |
आरपीएन सिंह से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
- कुंवर रतनजीत प्रताप नारायण सिंह एक भारतीय राजनेता और किसान हैं। उन्होंने 1990 के दशक में अपने राजनीति यात्रा की शुरुआत की थी।
- उनके पिता कुंवर चंद्र प्रताप नारायण सिंह 1980 में इंदिरा गांधी के शासनकाल में कैबिनेट में रक्षा राज्य मंत्री थे।
- उन्होंने तीन बार यूपी विधानसभा चुनाव जीता, सबसे पहले 1996 में, फिर 2002 में और तीसरी बार 2007 में।
- आरपीएन सिंह को 1997 में उत्तर प्रदेश के युवा कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्होंने इस पद पर 1999 तक कार्य किया।
- वर्ष 2003 में उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के सचिव के रूप में चुना गया था।
- वह 2009 में पडरौना निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के रूप में 15वीं लोकसभा के लिए चुने गए थे।
- उसी वर्ष उन्हें केंद्रीय राज्य, सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री के रूप में भी चुना गया था। उन्होंने 2011 तक इस पद पर कार्य किया।
- इसके बाद वह 2011 में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और कॉर्पोरेट मामलों के विभाग में केंद्रीय राज्य मंत्री बने।
- उन्होंने 2013 से 2014 तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के रूप में भी कार्य किया।
- वर्ष 2014 में रतनजीत ने 16वीं लोकसभा के लिए पडरौना निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के राजेश पांडेय से चुनाव हार गए।
- जनवरी 2022 में रतनजीत ने औपचारिक रूप से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया। उन्होंने लिखा-
मैं तत्काल प्रभाव से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना त्यागपत्र देता हूं। मुझे देश इसके लोगों और पार्टी की सेवा करने का अवसर प्रदान करने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं।”
- कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद रतनजीत ने ट्वीट किया-
आज जब पूरा देश गणतंत्र दिवस मना रहा है, मैं अपने राजनीतिक जीवन का एक नया अध्याय शुरू कर रहा हूं। जय हिन्द।”
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से इस्तीफा देने के तुरंत बाद, रतनजीत भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। आरपीएन सिंह राजनेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए। समारोह के दौरान आरपीएन ने पत्रकारों से बातचीत में कहा-
मैं पिछले 32 वर्षों से एक ही पार्टी में हूं, लेकिन आज मुझे कहना होगा कि पार्टी अब पहले जैसी नहीं रही। आज हर कोई जानता है कि अगर कोई एक पार्टी है जो लोगों के फायदे के लिए काम कर रही है और देश के निर्माण के लिए काम कर रही है, तो वह बीजेपी है।”
- भाजपा में शामिल होने के बाद आरपीएन सिंह ने ट्विटर पर इस खबर की घोषणा की। उन्होंने लिखा-
यह मेरे लिए एक नई शुरुआत है और मैं दूरदर्शी नेतृत्व में राष्ट्र निर्माण में अपने योगदान के लिए तत्पर हूं और माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा जी और माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी का धन्यवाद।”
- आरपीएन सिंह को अपने ख़ाली समय में किताबें पढ़ना, विभिन्न स्थानों की यात्रा करना और विभिन्न खेल खेलना पसंद है।
- वर्ष 2016 में उन्हें ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग पुरस्कार (गोल्ड) से सम्मानित किया गया था।
- एक बार आरपीएन सिंह को धूम्रपान की वजह से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ा था जिसके बाद उन्होंने धूम्रपान करना छोड़ दिया। [13]News18
- उन्होंने श्री अरबिंदो सोसाइटी सेंटर (पडरौना), उदित नारायण डिग्री कॉलेज, उदित नारायण इंटर कॉलेज और उदित नारायण ट्रस्ट के सचिव के रूप में भी काम किया।
- वर्ष 2014 से 2018 तक रतनजीत दून स्कूल के पूर्व छात्र संगठन द दून स्कूल ओल्ड बॉयज सोसाइटी के अध्यक्ष रहे।
- आरपीएन सिंह अक्सर अपनी विनम्र हरकतों से लोगों को हैरान कर देते हैं। ऐसी ही एक हरकत उन्होंने कुशीनगर में चुनाव प्रचार के दौरान की थी जहां वह एक व्यापार मेले में जलेबी बनाते नजर आए थे। यह पूछे जाने पर कि वह ऐसा क्यों कर रहे हैं तो सिंह ने मिठाई की दुकान में काम करने वाले की ओर इशारा करते हुए कहा-
जब वह कर सकते हैं तो मैं क्यों नहीं।”
- आरपीएन सिंह ने एक बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ अपने सम्बन्ध को साझा किया था कि सोनिया जब भी उत्तर प्रदेश के पास के इलाके में जाती थीं तो वह पडरौना में उनके घर में रहती थीं।