Pooja Shukla Biography in Hindi | पूजा शुक्ला जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | भारतीय राजनेत्री, सामाजिक कार्यकर्ता, और छात्रसभा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष |
जानी जाती हैं | वर्ष 2017 में योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाने के नाते |
राजनीति करियर | |
पार्टी/दल | समाजवादी पार्टी (सपा) (जनवरी 2022) |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 165 मी०- 1.65 फीट इन्च- 5' 5" |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | वर्ष 1993 |
आयु (2021 के अनुसार) | 28 वर्ष [1]Jansatta |
जन्मस्थान | लखनऊ, उत्तर प्रदेश, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | लखनऊ |
कॉलेज/विश्विवद्यालय | लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ [2]YouTube |
शैक्षिक योग्यता | स्नातक [3]YouTube |
धर्म | हिन्दू [4]Instagram |
विवाद | • वर्ष 2017 में पूजा शुक्ला ने एम. ए में प्रवेश के दौरान छूट न मिलने पर सीएम योगी आदित्यनाथ को लखनऊ विश्वविद्यालय जाते समय काला झंडा दिखाया था, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर एक महीने के लिए उन्हें और उनके कुछ छात्रों को जेल भेज दिया गया था। • उन्होंने वर्ष 2020 में लखनऊ के घंटाघर पर चले CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर भाग लिया किया था। जिसके बाद उन्हें लखनऊ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। [5]Zee News |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
परिवार | |
पति | लागू नहीं |
माता/पिता | पिता- राकेश शुक्ला (प्रॉपर्टी डीलर) माता- नाम ज्ञात नहीं (गृहणी) |
पूजा शुक्ला से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
- पूजा शुक्ला एक भारतीय राजनेत्री और सामाजिक कार्यकर्त्ता हैं। उन्होंने 2 फरवरी 2022 को उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की अध्यक्षता में समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया।
- पूजा शुक्ला का जन्म और पालन-पोषण लखनऊ, उत्तर प्रदेश के एक मध्यमवर्गीय ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता राकेश शुक्ला लखनऊ में एक प्रॉपर्टी डीलर हैं और उनकी माँ एक गृहणी हैं।
- वर्ष 2017 में पूजा शुक्ला ने एम. ए में प्रवेश के दौरान छूट न मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लखनऊ विश्वविद्यालय जाते समय काला झंडा दिखाया था, जिसके बाद पुलिस ने उनके ऊपर लाठीचार्ज कर उन्हें और उनके साथी छात्रों को गिरफ्तार कर लिया और एक माह के लिए जेल भेज दिया। एक महीने के बाद जब पूजा जेल से रिहा हुए तो उन्होंने समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की और समाजवादी छात्र संघ का चेहरा बन गईं। [7]Zee News
- 25 जुलाई 2017 को उन्होंने सामाजिक कार्यों के लिए “पूजा शुक्ला” नामक एक यूट्यूब चैनल खोला। जिसका उद्देश्य समाज में चल रही बुराइयों को दूर करना है।
- वर्ष 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कथित तौर पर काला झंडा दिखाने पर उन्हें लखनऊ विश्वविद्यालय में पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए प्रवेश से वंचित कर दिया गया था, यह कहते हुए कि चीफ मिनिस्टर को काला झंडा दिखाने का यही नतीजा है। [8]YouTube
- पूजा शुक्ला को समाजवादी पार्टी की फायर ब्रांड युवा अध्यक्ष कहा जाता है।
- उन्होंने वर्ष 2020 में लखनऊ के घंटाघर पर चले CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर भाग लिया था। जिसके बाद उन्हें लखनऊ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। पूजा अक्सर सरकार की नीतियों के खिलाफ आंदोलन करती हुई नजर आती हैं।
- समाजवादी पार्टी के चीफ अखिलेश यादव के करीबी और लखनऊ, उत्तर प्रदेश की उत्तर विधान सभा सीट से वर्ष 2012 में चुनाव जीतने वाले अभिषेक मिश्रा का 2022 विधान सभा चुनाव में टिकट काट दिया और उनकी जगह पर समाजवादी छात्र संघ की अध्यक्ष और 2017 में योगी आदित्यनाथ को काला झंडा दिखाने वाली पूजा शुक्ला को लखनऊ उत्तर विधान सभा चुनाव में समाजवादी उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा गया।
- समाजवादी पार्टी से टिकट मिलने के बाद पूजा ने कहा-
मैं एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती हूं और भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ लड़ने के लिए मेरे पास संसाधनों की कमी है। हालांकि पार्टी और स्थानीय लोगों, खासकर युवाओं के समर्थन से मुझे विश्वास है कि मैं यह चुनाव जीत सकूंगी।”
- समाजवादी पार्टी से टिकट मिलने से पहले ही वह लखनऊ उत्तर में सक्रिय रूप से पार्टी का प्रचार कर रही थी।
- पूजा शुक्ला ने अपने चुनावी प्रचार के दौरान कहा कि वह एक राजनेत्री के रूप में युवाओं, बेरोजगारों और छात्रों के अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखना चाहती हूँ।
- उन्होंने कहा-
मेरा मानना है कि युवाओं और खासकर छात्रों को शिक्षा के नाम पर राजनीति से दूर रखा जाता है, इसे बदलना होगा। राजनीति रूप से जागरुक छात्र ही एक अच्छा नेता चुन सकते हैं। इस तरह युवा देश की राजनीति को बदल सकते हैं और इसे वापस विकास की ओर ला सकते हैं।”
- समाजवादी उम्मीदवार के रूप में जब पूजा से पूछा गया कि वह समाजवादी पार्टी को क्यों चुना, तो उन्होंने जबाब में कहा-
मैं मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक संघर्ष और अखिलेश यादव की नीतियों से काफी प्रभावित हूँ और उन्हें अपना आदर्श मानती हूँ। इसके अलावा एक युवा के रूप में जो छात्र राजनीति में सक्रिय रहा है, मुझे लगता है कि समाजवादी पार्टी लोकतांत्रिक मूल्यों के करीब है, जिसका भारतीय जनता पार्टी और उसके समर्थक उल्लंघन कर रहे हैं।”