Gulzarilal Nanda Biography in Hindi | गुलजारी लाल नंदा जीवन परिचय
गुलजारी लाल नंदा से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- क्या गुलजारी लाल नंदा धूम्रपान करते थे ?: नहीं
- क्या गुलजारी लाल नंदा शराब पीते थे ?: नहीं
- गुलज़ारी लाल नंदा का जन्म सियालकोट, पाकिस्तान के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था।
- वर्ष 1947 से पहले गुलजारीलाल ‘नंदा बस सेवा’ के मालिक के रूप में जाने जाते थे।
- वर्ष 1916 में, अध्ययन के दौरान महज 18 वर्ष की उम्र में उनका विवाह लक्ष्मी देवी से हुआ था।
- उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में “श्रम समस्याओं पर आधारित” एक अनुसंधान विद्वान के रूप में कार्य किया।
- वर्ष 1921 में, वह बॉम्बे के नेशनल कॉलेज में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर बने।
- वर्ष 1921 में, उन्होंने असहयोग आन्दोलन में भाग लिया।
- वर्ष 1932 में सत्याग्रह आन्दोलन के दौरान और वर्ष 1942-1944 में भारत छोड़ो आन्दोलन के दौरान उन्हें जेल भी जाना पड़ा।
- वर्ष 1947 में, उन्हें भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर स्विट्ज़रलैंड में ‘अंतर्राष्ट्रीय मजदूर सम्मेलन’ में भाग लेने के लिए भेजा गया, उसी दौरान उन्होंने श्रमिक और आवासीय व्यवस्था के अध्ययन के लिए स्वीडन, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड, बेल्जियम और यूनाइटेड किंगडम, इत्यादि देशों का दौरा किया।
- वर्ष 1947 में, उन्होंने ‘इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस’ की स्थापना की।
- उन्होंने एक लेखक के रूप में कई पुस्तकें लिखी जैसे कि – सम आस्पेक्ट्स ऑफ़ खादी, अप्रोच टू द सेकंड फ़ाइव इयर प्लान, गुरु तेग बहादुर, संत एंड सेवियर, हिस्ट्री ऑफ़ एडजस्टमेंट इन द अहमदाबाद टेक्सटाल्स, फॉर ए मौरल रिवोल्युशन तथा सम बेसिक कंसीड्रेशन, इत्यादि।
- वर्ष 1997 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा भारत रत्न और पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- गुलजारी लाल नंदा मंत्रिमण्डल में वरिष्ठतम सहयोगी होने के कारण दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने, उनका प्रथम कार्यकाल 27 मई 1964 से 9 जून 1964 तक रहा, जब पंडिल जवाहर लाल नेहरू का निधन हो गया था और दूसरा कार्यकाल 11 जनवरी 1966 से 24 जनवरी 1966 तक रहा, जब लाल बहादुर शास्त्री का ताशकंद में देहान्त हो गया था।
- 15 जनवरी 1998 को, 99 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया था।