Jashodaben Biography in Hindi | जशोदाबेन मोदी जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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वास्तविक नाम | जशोदाबेन चिमनलाल |
पूरा नाम | जशोदाबेन नरेंद्रभाई मोदी (शादी के बाद) |
व्यवसाय | शिक्षक (सेवानिवृत्त) |
जानी जाती हैं | भारत के 14वें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी होने के नाते |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई | से० मी०- 158 मी०- 1.58 फीट इन्च- 5' 2” |
भार/वजन (लगभग) | 55 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला, सफ़ेद |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | वर्ष 1952 |
आयु (2022 के अनुसार) | 70 वर्ष |
जन्मस्थान | ब्राह्मणवाड़ा, बॉम्बे राज्य (वर्तमान में गुजरात), भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | वडनगर, गुजरात |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | ज्ञात नहीं |
शैक्षिक योग्यता | ज्ञात नहीं |
धर्म | हिन्दू |
जाति | ओबीसी (मोध घांची) |
विवाद | नरेंद्र मोदी और जशोदाबेन के शादी के बारे में कई बार अलग-अलग मीडिया हाउस ने विवादित तरीके से जिक्र किया है। 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए नामांकन दाखिल करने से पहले, नरेंद्र मोदी ने कभी भी आधिकारिक तौर पर जशोदाबेन को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार नहीं किया था। |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह तिथि | वर्ष 1968 |
परिवार | |
पति | नरेंद्र मोदी (भारत के 14वें प्रधानमंत्री) |
माता/पिता | पिता- चिमनलाल मोदी माता- नाम ज्ञात नहीं |
भाई/बहन | भाई- 2 • अशोक मोदी • कमलेश मोदी बहन- ज्ञात नहीं |
धन सम्पत्ति सम्बंधित विवरण | |
वेतन/सैलरी (लगभग) | 14,000 रूपये (सरकारी पेंशन) |
कुल संपत्ति (लगभग) | ज्ञात नहीं |
जशोदाबेन मोदी से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां
- जशोदाबेन एक भारतीय सेवानिवृत्त अध्यापिका हैं। वह शिक्षक पद पर रहते हुए और रिटायर होने के बाद भी सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़कर भाग लिया करती हैं।
- वह सिर्फ 2 साल उम्र में ही अपनी मां को खो दिया था।
- 3 साल की छोटी सी उम्र में ही उनकी सगाई नरेंद्र मोदी से हो गई थी। 16 साल की उम्र में उन्होंने अपने पारिवारिक रीति-रिवाज के अनुसार 1968 में मोदी से कर ली। शादी के बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ दी और मोदी के साथ रहने लगीं।
- हालांकि, एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि मोदी हमेशा चाहते थे कि वह अपनी शिक्षा पूरी करें और फिर से स्कूल जाए।
- वह सिर्फ 3 महीने तक नरेंद्र मोदी के साथ रही थीं। उसके बाद मोदी संन्यास का अभ्यास करने के लिए हिमालय चले गए। जिसके बाद जशोदाबेन ने फिर से अपनी पढ़ाई जारी की और 1972 में माध्यमिक विद्यालय की परीक्षा दी।
- मोदी से अलग रहने के दौरान उनके पिता की मृत्यु हो गई थी।
- तीन साल के बाद जब नरेंद्र मोदी संन्यास से अपने घर लौटे तो वह अपने चाचा के साथ काम करने के लिए अहमदाबाद चले गए और जशोदाबेन को छोड़ दिया।
- इसके बाद वह अपनी पढ़ाई और करियर पर ध्यान देना शुरू किया। उन्होंने 1974 में एसएससी किया और 1976 में शिक्षकों का प्रशिक्षण पूरा किया। 1978 से 1990 तक उन्होंने एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका के रूप में काम किया।
- जशोदाबेन के मुताबिक वह अंतिम बार जनवरी 1987 में नरेंद्र मोदी से बात की थी।
- बनासकांठा जिले में 12 साल तक पढ़ाने के बाद वह राजोसाना गांव चली गईं और अपनी नौकरी से सेवानिवृत्त ले ली।
- एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि जब से हम दोनों अलग हुए हैं कभी भी एक दूसरे के संपर्क में नहीं आए।
- जशोदाबेन अपने भाई के साथ गुजरात के उंझा में रहती हैं।
- वडोदरा से लोकसभा चुनाव लड़ने के दौरान नरेंद्र मोदी ने पहली बार अपने हलफनामे में उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। जिसके बाद वह सोशल मीडिया की नजरों में आईं।
- 2014 के चुनाव से पहले जशोदाबेन ने शपथ ली थी कि जब तक उनके पति नरेंद्र मोदी भारत के प्रधान मंत्री नहीं बन जाते, तब तक वह चावल या उससे बनी कोई भी चीज़ नहीं खाएँगी।
- उन्हें राजनीति में ज्यादा लगाव नहीं है। 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधान मंत्री बनने के बाद भी उन्होंने खुद को राजनीति से दूर रखा और सामाजिक कार्यों में लगी रहीं। मोदी की जीत के बाद उन्होंने कहा,
चूंकि इसे अनिवार्य कर दिया गया था, इसलिए उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया। इतने सालों के बाद मुझे अच्छा लगा कि उन्होंने मुझे याद किया। यह सुनकर मुझे बहुत खुशी हुई, मुझे खुशी क्यों नहीं होगी… उन्होंने सार्वजनिक रूप से कभी नहीं कहा कि वह अविवाहित थे…। मैं उनकी पत्नी हूं और हमेशा उनकी पत्नी रहूंगी। मुझे गर्व है कि वह मेरे पति हैं। मैंने सबसे बड़ी खुशी का अनुभव किया है कि वह अब पीएम हैं। समय आने पर मैं जाकर उनसे मिलूंगी।”
- उन्हें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित नहीं किया गया था।
- वह हमेशा मीडिया से दूर रहती हैं और बीजेपी की बहुत बड़ी समर्थक हैं। वह एक समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता और झुग्गी-झोपड़ियों के विध्वंस के खिलाफ आजाद मैदान में विरोध प्रदर्शन का भी हिस्सा रही हैं।
- फिल्म निर्देशक उमंग कुमार द्वारा निर्देशित वर्ष 2019 की हिंदी फिल्म “पीएम नरेंद्र मोदी” में जशोदाबेन का किरदार अभिनेत्री बरखा बिष्ट ने निभाया था और नरेंद्र मोदी की भूमिका अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने निभाया था।