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Mirabai Chanu Biography in Hindi | मीराबाई चानू जीवन परिचय

मीराबाई चानू से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ साइखोम मीरा बाई चानू एक भारतीय वेटलिफ्टर हैं जिन्हे वर्ष 2018 में "राजीव गाँधी खेल रत्न अवार्ड" से सम्मानित किया गया। मीराबाई चानू टोक्यो ओलंपिक 2020 में वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला हैं। मीराबाई चानू का पालन-पोषण मणिपुर में हुआ था। वह अपने परिवार में सबसे छोटी और छठी संतान हैं। साइखोम मीरा बाई चानू भारत की चर्चित भारोत्तोलन नमिरकपम कुंजारानी देवी को अपना आदर्श मानती हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया- जब मैं एक बच्ची थी तब मैंने पहली बार कुंजारानी देवी को देखा था, खेल इतना आकर्षक लग रहा था और मैं चकित हो गई थी की इतना भारी वजन कैसे उठा रही हैं तो मैंने अपने माता-पिता से कहा कि मैं यह करना चाहती हूं, यह सुनकर हमारे माता-पिता आश्चर्य चकित हो गए और कहा की ये तुम्हारे बस का नहीं है। बहुत समझाने के बाद वह तैयार हुए थे। मणिपुर की हर लड़की उनके जैसा बनना चाहती थी। मैंने 2004 के ओलंपिक में कुंजारानी देवी का प्रदर्शन देखा।" उन्होंने वर्ष 2008 में इंफाल भारत में खुमान लम्पक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में भारोत्तोलन शुरू किया। उनके बचपन के दिनों में उनके गांव के करीब कोई भारोत्तोलन केंद्र नहीं था। जिसके चलते उन्हें ट्रेनिंग के लिए रोजाना 44 किमी का सफर तय करना पड़ता था। उन्होंने यह भी कहा कि- भारोत्तोलन ट्रेनिंग के दौरान कोच हमें डाइट चार्ट में रोजाना चिकन और दूध अनिवार्य किए थे लेकिन अपने पारिवारिक स्थिति के कारण, मैं हर दिन इसे वहन नहीं…

जीवन परिचय
पूरा नामसाइखोम मीरा बाई चानू [1]Instagram
व्यवसाय भारतीय वेटलिफ्टर
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 150
मी०- 1.50
फीट इन्च- 4’ 11”
भार/वजन (लगभग)49 कि० ग्रा०
आँखों का रंग काला
बालों का रंग भूरा
वेटलिफ्टिंग
इवेंट

49 किग्रा
कोच• विजय शर्मा

• Aaron Horschig
पदकराष्ट्रमंडल खेल
• सिल्वर - ग्लासगो (2014)
• गोल्ड - गोल्ड कोस्ट (2018)

विश्व चैंपियनशिप
• अनाहेम (2017)

एशियाई चैंपियनशिप
• कांस्य - ताशकंद (2020)

ओलंपिक
• सिल्वर - टोक्यो ओलंपिक 2020
रिकॉर्डमीराबाई चानू ने अप्रैल 2021 में ताशकंद में आयोजित होने वाले एशियाई चैंपियनशिप में क्लीन एंड जर्क में 119 किग्रा का भार उठाकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। [2]The Indian Express
पुरस्कार, सम्मान, उपलब्धियां• वर्ष 2017 में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने मीराबाई चानू को स्वर्ण पदक जीतने पर 20 लाख रुपए के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया।

• वर्ष 2018 में मीराबाई चानू को भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार "पद्म श्री" से सम्मानित किया गया।
• वर्ष 2018 में उन्हें भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान "राजीव गांधी खेल रत्न" से सम्मानित किया गया।
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 8 अगस्त 1994 (सोमवार)
आयु (2022 के अनुसार)28 वर्ष
जन्मस्थान नोंगपोक काकचिंग, इंफाल पूर्व, मणिपुर, भारत
राशि सिंह (Leo)
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर मणिपुर, भारत
धर्म हिन्दू
आहारमांसाहारी
शौक/अभिरुचियात्रा करना और संगीत सुनना
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थितिअविवाहित
परिवार
पतिलागू नहीं
माता/पितापिता- सैखोम कृति मीतेई (लोक निर्माण विभाग में एक कर्मचारी)
माता- सैकोहम ओंगबी तोम्बी लीमा (शॉपकीपर)
भाईभाई- सैखोम सनातोम्बा मेइती
बहनबहन- सैकोम रंगिता, सैखोम शया
नोट:- मीराबाई चानू के 5 भाई-बहन हैं।
पसंदीदा चीजें
भोजनकांगसोई
अभिनेत्रीप्रियंका चोपड़ा
टेनिससानिया मिर्ज़ा
धन/संपत्ति संबंधित विवरण
कार संग्रहमहिंद्रा टीयूवी 300

मीराबाई चानू से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  • साइखोम मीरा बाई चानू एक भारतीय वेटलिफ्टर हैं जिन्हे वर्ष 2018 में “राजीव गाँधी खेल रत्न अवार्ड” से सम्मानित किया गया। मीराबाई चानू टोक्यो ओलंपिक 2020 में वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीतने वाली दूसरी भारतीय महिला हैं।
  • मीराबाई चानू का पालन-पोषण मणिपुर में हुआ था। वह अपने परिवार में सबसे छोटी और छठी संतान हैं।
  • साइखोम मीरा बाई चानू भारत की चर्चित भारोत्तोलन नमिरकपम कुंजारानी देवी को अपना आदर्श मानती हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया-

    जब मैं एक बच्ची थी तब मैंने पहली बार कुंजारानी देवी को देखा था, खेल इतना आकर्षक लग रहा था और मैं चकित हो गई थी की इतना भारी वजन कैसे उठा रही हैं तो मैंने अपने माता-पिता से कहा कि मैं यह करना चाहती हूं, यह सुनकर हमारे माता-पिता आश्चर्य चकित हो गए और कहा की ये तुम्हारे बस का नहीं है। बहुत समझाने के बाद वह तैयार हुए थे। मणिपुर की हर लड़की उनके जैसा बनना चाहती थी। मैंने 2004 के ओलंपिक में कुंजारानी देवी का प्रदर्शन देखा।”

  • उन्होंने वर्ष 2008 में इंफाल भारत में खुमान लम्पक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में भारोत्तोलन शुरू किया। उनके बचपन के दिनों में उनके गांव के करीब कोई भारोत्तोलन केंद्र नहीं था। जिसके चलते उन्हें ट्रेनिंग के लिए रोजाना 44 किमी का सफर तय करना पड़ता था। उन्होंने यह भी कहा कि-

    भारोत्तोलन ट्रेनिंग के दौरान कोच हमें डाइट चार्ट में रोजाना चिकन और दूध अनिवार्य किए थे लेकिन अपने पारिवारिक स्थिति के कारण, मैं हर दिन इसे वहन नहीं कर सकती थी।”

  • उन्होंने स्थानीय भारोत्तोलन प्रतियोगिता में 11 साल की उम्र में ही अपने करियर का पहला स्वर्ण पदक जीता था।
  • उन्होंने पहली बार वर्ष 2011 में अंतर्राष्ट्रीय युवा चैम्पियनशिप और दक्षिण एशियाई जूनियर भारोत्तोलक खेल में भाग लिया और स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
  • वर्ष 2013 में उन्होंने भारत के गुवाहाटी में आयोजित भारोत्तोलन जूनियर नेशनल चैंपियनशिप में भाग लिया। जहाँ उन्हें बेस्ट लिफ्टर अवॉर्ड से नवाजा गया।
  • वर्ष 2014 में उन्होंने ग्लासगो में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। जहाँ उन्होंने महिलाओं के 48 किग्रा की कैटेगरी में कुल 170 किग्रा भार उठाकर रजत पदक जीता।
  • 31 अगस्त 2015 को उन्हें भारतीय रेलवे विभाग में एक वरिष्ठ टिकट कलेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया।
  • वर्ष 2016 में उन्होंने महिलाओं के 48 किग्रा कैटेगरी में रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया।
  • वर्ष 2017 में उन्हें महिलाओं के 48 किग्रा कैटेगरी में अनाहेम, सीए, संयुक्त राज्य अमेरिका में आयोजित विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप के लिए चुना गया।
  • उन्होंने कुल मिलाकर 194 किग्रा (85 किग्रा स्नैच और 109 किग्रा क्लीन एंड जर्क) उठाया और 22 वर्षों के बाद एक और स्वर्ण पदक भारत के नाम किया। इससे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने 1994 और 1995 में विश्व भारोत्तोलन चैंपियनशिप में दो स्वर्ण पदक भारत के नाम किया था।
  • उन्होंने वर्ष 2018 में राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 5 अप्रैल को महिलाओं के 48 किलोग्राम कैटेगरी में भारत के लिए अपना पहला स्वर्ण पदक जीता।
  • उन्होंने कुल 196 किलोग्राम वजन (स्नैच में 86 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 110 किलोग्राम) का वजन उठाया। 196 किलोग्राम वजन उठाकर उन्होंने पिछले भारोत्तोलन रिकॉर्ड को तोड़ दिया जो वर्ष 2010 में नाइजीरिया के ऑगस्टीन नोवाकोलो द्वारा निर्धारित 175 किलोग्राम का रिकॉर्ड था।
  • 25 सितंबर 2018 को उन्हें खेलों में योगदान के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा राष्ट्रपति भवन में भारत गणराज्य का सर्वोच्च खेल सम्मान “राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार” से सम्मानित किया गया।
  • साइखोम मीरा बाई चानू ने 2020 टोक्यो ओलंपिक में भारत को महिलाओं के वेटलिफ्टिंग इवेंट में दूसरा मेडल दिलाया। मीराबाई चानू ने 115 किग्रा वजन उठाकर एक नया ओलंपिक रिकॉर्ड दर्ज किया। चानू ओलंपिक में वेटलिफ्टिंग में सिल्वर मेडल जीतने वाली भारत की दूसरी महिला खिलाड़ी हैं। उनसे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीता था। मल्लेश्वरी के बाद चानू ने ओलंपिक के वेटलिफ्टिंग इवेंट में भारत को 21 साल के बाद दूसरा मेडल दिलाया। अपनी ऐतहासिक जीत के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें पहले पिज़्ज़ा खाना है। जिसके बाद डोमिनोज़ ने ट्वीट कर कर मीराबाई चानू को आजीवन मुफ्त पिज़्ज़ा खिलाने का ऐलान किया।

  • चानू ने भारत को ऐतिहासिक मेडल दिलाने के बाद खुलासा किया कि रियो ओलंपिक खेल में असफल रहने के बाद उन्होंने अपनी ट्रेनिंग और तकनीक पूरी तरह से बदल दिया था ताकि वह टोक्यो में अच्छा प्रदर्शन कर सकें।
  • टोक्यो ओलंपिक 2020 के पहले ही दिन भारत को ऐतिहासिक सिल्वर मेडल दिलाने वाली साइखोम मीरा बाई चानू को मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए एक करोड़ रुपए देने का ऐलान किया और साथ ही उन्हें राज्य सरकार ने पुलिस विभाग में एडिशनल एसपी के पद पर नियुक्त किया।
  • विश्व भारोत्तोलन चैंपियन के ऐतिहासिक जीत पर गुरुकुल आर्ट स्कूल के छात्रों ने मीराबाई चानू का चित्र बनाया।
  • महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने विश्व भारोत्तोलन चैंपियन साइखोम मीरा बाई चानू को जीत की बधाई देते हुए ट्वीट किया कि उन्हें महिंद्रा कंपनी उपहार स्वरुप TUV300 कॉम्पैक्ट एसयूवी कार गिफ्ट करेगी।
  • अक्टूबर 2021 में उन्हें प्रसिद्ध पत्रिका “वोग” के कवर पेज पर चित्रित किया गया था।
  • वर्ष 2021 में उन्हें नॉर्थ ईस्टर्न री ऑर्गनाइजिंग कल्चरल एसोसिएशन FC का ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया गया।
  • वर्ष 2021 में ही उन्हें प्रसिद्ध कपड़ों के ब्रांड एडिडास के ‘स्टे इन प्ले’ अभियान के चेहरे के रूप में चुना गया था।
  • 15 जनवरी 2022 को मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने उन्हें इम्फाल में एक राज्य स्तरीय सुविधा समारोह के दौरान स्पोर्ट कोटे से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में नियुक्त किया। साथ ही उन्हें 1 करोड़ रुपये का चेक भी सौंपा।
  • 25 फरवरी 2022 को सिंगापुर में होने वाले सिंगापुर वेटलिफ्टिंग इंटरनेशनल में साइखोम मीरा बाई चानू 191 किग्रा (86 किग्रा +105 किग्रा) वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता। [3]Zee News

सन्दर्भ[+]

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