Nirmala Sitharaman Biography in Hindi | निर्मला सीतारमण जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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वास्तविक नाम | निर्मला सीतारमण |
व्यवसाय | राजनीतिज्ञ |
पार्टी/दल | भारतीय जनता पार्टी |
राजनीतिक यात्रा | 2008: भारतीय जनता पार्टी (बी०जे०पी०) में शामिल हुईं और वह राष्ट्रीय कार्यकारी के रूप में नियुक्त की गईं। 2010: भारतीय जनता पार्टी (बी०जे०पी०) में प्रवक्ता के रूप में निर्वाचित हुईं। 2014: वित्त और कॉरपोरेट मामलों की राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनीं। 2017: भारत की प्रथम पूर्णकालिक महिला रक्षा मंत्री बनीं। |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 163 मी०- 1.63 फीट इन्च- 5’ 4” |
वजन/भार (लगभग) | 55 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 18 अगस्त 1959 |
आयु (2017 के अनुसार) | 58 वर्ष |
जन्मस्थान | मदुरई, तमिलनाडु, भारत |
राशि | सिंह |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु, भारत |
स्कूल/विद्यालय | सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु |
कॉलेज/महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | सीतालक्ष्मी रामास्वामी कॉलेज तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली |
शैक्षिक योग्यता | अर्थशास्त्र में स्नातकोत्तर Ph.D in Indo-European textile trades |
परिवार | पिता- नारायणन सीतारमण (भारतीय रेल कर्मचारी ) माता- के० सावित्री (गृहणी) भाई- ज्ञात नहीं बहन- 1 |
धर्म | हिन्दू |
जाति | ब्राह्मण |
पता | प्लाट न० M-6, ग्रीन लैंड, मनचिरवियुला गांव, राजेन्द्र नगर मण्डल, ज़िला० रंगा रेड्डी, तेलंगाना |
शौक/अभिरुचि | पुस्तकें पढ़ना, लिखना, शास्त्रीय संगीत सुनना, खाना बनाना |
पसंदीदा चीजें | |
पसंदीदा खाना | आलू हलवा |
पसंदीदा रेस्तरां | गोविंदा, कैलाश के पूर्व में इस्कॉन मंदिर में एक रेस्तरां, दिल्ली |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पति | प्रकाला प्रभाकर (राजनीतिक समीक्षक, संचार सलाहकार) |
विवाह तिथि | 1986-वर्तमान |
बच्चे | पुत्र - नहीं पुत्री- वंगामयी |
धन संबंधित विवरण | |
वेतन | 50000 + (अन्य भत्ते) |
संपत्ति (लगभग) | 2 करोड़ रुपए |
निर्मला सीतारमण से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- निर्मला सीतारमण का जन्म मध्यमवर्गीय तमिल ब्राह्मण परिवार में हुआ। उन्होंने अधिकांश अपना जीवन तमिनाडु के विभिन्न भागों में व्यतीत किया क्योंकि उनके पिताजी भारतीय रेल के कर्मचारी थें और समय-समय पर उनका स्थानांन्तरण होता रहता था।
- वह अपने पिता जी की अनुशासनात्मक प्रकृति व माता की पुस्तकों के प्रति लगाव से काफ़ी प्रभावित रही हैं।
- उनका कॉलेज के दिनों में पसंदीदा विषय था ” वैश्वीकरण और विकाशील देशों पर इसका प्रभाव ”
- उनका विवाह राजनीतिज्ञ परिवार में हुआ जहां उनकी सास आंध्र प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की विधायक थीं जबकि उनके ससुर 1970 के दशक में आंध्र प्रदेश की कांग्रेस सरकार में एक मंत्री थें।
- उन्होंने लन्दन स्थित (Agricultural Engineers Association) में सहायक अर्थशास्त्री के रूप में कार्य करना आरम्भ किया। बाद में उन्होंने लन्दन स्थित (Price Water house) में वरिष्ठ प्रबंधक (अनुसंधान और विश्लेषण) के रूप में कार्य किया। उन्होंने कुछ समय के लिए (BBC World Service) में भी कार्य किया।
- 1991 में भारत लौटने के पश्चात् उन्होंने हैदराबाद स्थित (Center for Public Policy Studies) में उप निदेशक के तौर पर कार्य किया।
- वह एक शिक्षविद भी थीं और उन्होंने हैदराबाद के एक प्रतिष्ठित स्कूल “प्रणव” के एक संस्थापक सदस्य के रूप में भी कार्य किया।
- वह एक उत्सुक पाठक हैं और वह अपने विभाग की प्रेस विज्ञप्तियां स्वतः लिखते हैं।
- वह भगवान “श्री कृष्ण जी ” की परम भक्त हैं, उनके पास कृष्ण जी के भजनों का एक संग्रह हैं।
- उनका साड़ी के प्रति काफी लगाव हैं और उनके पास रेशम व सुती कांजीवरम की साड़ियों का एक अच्छा संग्रह हैं।
- वह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार (1998-2004) के दौरान राष्ट्रीय महिला आयोग के लिए नामित हुईं, लेकिन 2004 में यूपीए की सरकार केंद्र में आने के पश्चात् उनका कार्यकाल समाप्त हो गया।
- सुषमा स्वराज, सीतारमण के (राष्ट्रीय महिला आयोग) में कार्य करने से काफी प्रभावित हुईं जिसके बाद उन्होंने सीतारमण को पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव रखा।
- 2008 में, वह भाजपा में शामिल हुईं जब उनके पति तेलगु फिल्म स्टार चिरंजीवी की राजनीतिक पार्टी (प्रजा राज्यम) में शामिल हुए।
- वर्ष 2014 में जब भाजपा सरकार केंद्र में आयी तो वह वाणिज्य मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाईं गईं। मंत्रिमण्डल के फेरबदल के पश्चात् उन्हें पदोन्नत किया गया जिसके अंतर्गत उन्हें वित्त और कॉरपोरेट मामलों का मंत्रालय सौंपा गया।
- 3 सितंबर 2017 को पहली पुर्णकालिक रक्षा मंत्री व दूसरी महिला रक्षा मंत्री बनीं। इससे पहले इंदिरा गाँधी ने अपने पास बीस दिनों के लिए रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार रखा था।