Osama bin Laden (Terrorist) Biography in Hindi | ओसामा बिन लादेन (आतंकवादी) जीवन परिचय
ओसामा बिन लादेन (आतंकवादी) से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- क्या ओसामा बिन लादेन धूम्रपान करते थे ? नहीं
- क्या ओसामा बिन लादेन शराब पीते थे ? नहीं
- हामिदा अल-अट्टास लादेन के पिता मोहम्मद बिन लादेन की दसवीं पत्नी थी।
- लादेन मोहम्मद बिन लादेन के 52 संतानों में से 17वीं संतान थे।
- लादेन के जन्म के बाद, उनके पिता ने उनकी मां को तलाक दे दिया और हमीदा को एक करीबी सहयोगी मोहम्मद अल-अट्टास को सौंप दिया।
- उनके पिता मोहम्मद बिन लादेन एक करोड़पति थे, जिनका एक निर्माण व्यवसाय था।
- उनके पिता सऊदी के शाही परिवार के बहुत करीबी रहे थे।
- वर्ष 1967 में, सऊदी अरब में एक हवाई जहाज दुर्घटना में उनके पिता मोहम्मद बिन लादेन की मृत्यु हो गई थी।
- ओसामा बिन लादेन सुन्नी मुस्लिम समुदाय से संबंधित थे।
- जब वह सऊदी अरब में विश्वविद्यालय में पढ़ने के दौरान उनकी धार्मिक अध्ययन करने में रूचि थी। लेकिन, इसके अलावा उन्होंने अन्य संकायों में भी डिग्री प्राप्त की है।
- लादेन का रंग रूप जैतून रंग का है और वह बाएं हाथ से काम करते थे। वह एक छड़ी की मदद से चलते थे।
- वर्ष 1979 में, वह सोवियत संघ का विरोध करने के लिए अफगानिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान गए। जिसके चलते उन्होंने सोवियत संघ के खिलाफ जिहादी आंदोलन का समर्थन करने के लिए अपने पिता की कंपनी से धन और अन्य जरूरतों की आपूर्ति की।
- सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) ने 1980 के दशक में बिन लादेन सहित चरमपंथी इस्लामी समूहों का समर्थन किया और अफगानिस्तान में सोवियत संघ से लड़ने के लिए हथियारों और $ 1 बिलियन रुपयों को भेजा।
- पूर्व सीआईए विश्लेषक माइकल शेयूर के अनुसार, लादेन पश्चिमी विचारधारा से नफरत करते थे। जैसे कि-व्यभिचार, नशे की लत, साम्यवाद, समाजवाद, लोकतंत्र, समलैंगिकता, जुआ, इत्यादि।
- लादेन के अनुसार, मुस्लिम देशों में मुसलमानों पर हो रहे अन्याय सयुंक्त राज्य अमेरिका के अन्य गैर-मुस्लिम राज्यों द्वारा किया जाता था।
- वह चाहते थे कि अमेरिका मध्य पूर्व से अपनी सेना वापस बुला ले।
- लादेन के अनुसार, शरिया कानून मुस्लिम दुनिया में सही चीजों को स्थापित करने का अंतिम समाधान था।
- सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध के अलावा, पश्चिमीकरण की ओर लादेन की बढ़ती नफरत ने 1988 में अल-कायदा की स्थापना की।
- वर्ष 1990 के दशक के उत्तरार्ध में, वह अमेरिकियों के शत्रु हो गए थे और जिसके चलते उन्होंने नागरिकों सहित अमेरिकियों को मारने की घोषणा भी की थी।
- कई स्रोतों के अनुसार, वह एंटी-सेमिटिक (एंटी-यहूदी) थे। उनके अनुसार, इज़राइल अस्तित्व में नहीं होना चाहिए था। मई 1998 में एबीसी के जॉन मिलर के साथ एक साक्षात्कार में, लादेन ने कहा कि इज़रायली राज्य का अंतिम लक्ष्य अरब प्रायद्वीप और मध्य पूर्व को अपने क्षेत्र में जोड़ना था और वहां के लोगों को अपना गुलाम बना लिया। जिसे उन्होंने “महान इज़राइल” कहा था।
- लादेन ने मुसलमानों के लिए संगीत का विरोध किया।
- वर्ष 1990 के उत्तरार्ध में अपने पहले साक्षात्कार में, उन्होंने अमेरिकी सेना पर निर्भरता के लिए सऊदी अरब की सार्वजनिक रूप से आलोचना की और इसी दौरान बहस करते हुए इस्लाम के दो सबसे पवित्र मंदिर; मक्का, और मदीना, जिन स्थानों पर पैगंबर मोहम्मद ने अल्लाह के संदेश को पढ़ा और प्राप्त किया। उस स्थान को केवल मुसलमानों द्वारा ही संरक्षित किया जाना चाहिए। सऊदी राजशाही ने लादेन की आलोचना करने पर चुप रहना ही सही समझा।
- लादेन के कई अंगरक्षक थे और उसके साथ-साथ उनके शस्त्रागार में एसएएम -7 और स्टिंगर मिसाइल, आरपीजी, एके -47 और पीके मशीन गन, इत्यादि शस्त्र शामिल थे।
- उन्होंने सऊदी अरब और वहां के राजा फहद की निंदा करना जारी रखा। वर्ष 1994 में, फहद ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, लादेन से सऊदी की नागरिकता छीन ली।
- लादेन ने दावा किया कि वर्ष 1982 के लेबनान युद्ध के दौरान इज़रायल द्वारा लेबनान में टावरों के खंडहरों पर हुए हमलों को देखने के बाद ही उन्हें विश्व व्यापार केंद्र पर हमला करने की प्रेरणा मिली।
- 19 अल-कायदा के आतंकवादियों ने चार एयरलाइंस यात्रियों का अपहरण किया, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वोत्तर हिस्से से कैलिफ़ोर्निया जा रहे थे। मंगलवार की सुबह 8:45 बजे, दो विमान, यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 175 और अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 11 को लोअर मैनहट्टन, न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कॉम्प्लेक्स के उत्तर और दक्षिण टावरों में दुर्घटनाग्रस्त कर दिया गया। एक घंटे और 42 मिनट के भीतर 110 माले की बिल्डिंग ध्वस्त हो गई। इसके बाद वर्जीनिया के आर्लिंगटन काउंटी में एक तीसरा विमान पेंटागन (संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग के मुख्यालय) में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
- वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले में 3000 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हो गए। इस दुर्घटना में कम से कम 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
- वर्ष 2001 से, लादेन अमेरिका के लिए सबसे बड़े अपराधी थे। जिसके चलते एफबीआई ने उनकी खोज में 25 मिलियन डॉलर का इनाम भी रखा।
- 9/11 के हमले के बाद, उनकी पत्नियों में से एक के अनुसार, लादेन वर्ष 2002 में पाकिस्तान के पेशावर में अल-कायदा के एक घर में अपनी पत्नियों और बच्चों को ले गया था। जून 2005 में, लादेन अपने परिवार के साथ एबोटाबाद चला गया।
- लादेन 10 वर्षों से अमेरिकी सेनाओं द्वारा गिरफ्तारी हमले से बच रहे थे। अगस्त 2010 में, सीआईए को पाकिस्तान स्थित एबोटाबाद के एक परिसर पर संदेह हुआ, जिसकी पहचान लादेन के संभावित स्थान के रूप में हुई। जो पाकिस्तान सैन्य अकादमी के दक्षिण-पश्चिम में केवल 1.3 किमी (0.8 मील) दक्षिण पश्चिम में स्थित था।
- इसके बाद एबोटाबाद परिसर के निवासियों की पहचान करने के लिए, सीआईए ने डॉक्टर शकील अफरीदी के साथ एक नकली टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें नर्सों को बच्चों को टीका लगाने के माध्यम से डीएनए निकालने के लिए परिसर में भेजा गया था, जिसके बाद उन्हें उनकी बहनों के नमूने से तुलना की जा सकती थी, जिनकी वर्ष 2010 में बोस्टन में मृत्यु हो गई थी।
- वर्ष 2011 में, सीआईए ने यह सुनिश्चित कर लिया कि लादेन एबोटाबाद परिसर में ही रह रहा है। तभी लादेन को ढूंढने और मारने के लिए तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा ऑपरेशन “नेप्च्यून” की अनुमति दी गई।
- राष्ट्रपति ओबामा ने अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ ऑपरेशन को लाइव देखा।
- 2 मई, 2011 को, पाकिस्तान समयानुसार 1: 00 बजे के बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका के सदस्यों के विशेष संचालन बलों और नौसेना के जवानों ने लादेन के घर में प्रवेश किया और लादेन को गोली मार दी।
- 2 मई को, ओसामा बिन लादेन के अलावा कुछ अन्य लोगों को अमेरिकी नौसेना के सील सदस्यों ने मारा था। जिसमें लादेन का बेटा खालिद बिन लादेन (23), अबू अहमद अल-कुवैती (लादेन का मैसेन्जर), अबू अहमद अल कुवैती का भाई अब्रार और बुशरा, अब्रार की पत्नी शामिल थी।
- 40 मिनट के छापे के दौरान, अमेरिकी सेना ने लादेन के शरीर की पहचान के लिए अफगानिस्तान में ले गए, जहां 24 घंटे के भीतर उसकी लाश को उत्तरी अरब सागर में फैंक दिया गया।
- 1 मई 2011 को, राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 11:35 बजे देश और दुनिया को संबोधित करते हुए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिकी नौसेना के जवानों द्वारा पाकिस्तान में लादेन की हत्या कर दी गई है।
- 6 मई को अल-कायदा द्वारा मौत की पुष्टि की गई थी, जिसके चलते उन्होंने अपनी वेबसाइट पर लादेन की हत्या का बदला लेने का वादा किया था।
- अमेरिकी नौसेना के सील रॉबर्ट ओ’नील ने ओसामा बिन लादेन को गोली मारने का दावा किया था।
- कुछ समय बाद एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने खुलासा किया कि “एक पूर्व आईएसआई अधिकारी ने इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास स्टेशन के अध्यक्ष से संपर्क किया और $ 25 मिलियन के इनाम के बदले लादेन के स्थान को प्रकट करने के लिए कहा और वह तैयार हो गया।”