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Osama bin Laden (Terrorist) Biography in Hindi | ओसामा बिन लादेन (आतंकवादी) जीवन परिचय

ओसामा बिन लादेन

जीवन परिचय
पूरा नाम ओसामा बिन मोहम्मद बिन अवद बिन लादेन
उपनाम The Emir, Laden, The Prince, The Sheik, The Jihadist Sheik, Sheik al-Mujahid, Hajj, Lion Sheik
व्यवसाय आतंकवादी और अल-कायदा संस्थापक
प्रसिद्ध हैं सितंबर 2001 में, न्यूयॉर्क, सयुंक्त राष्ट्र अमेरिका स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर 9/11 के हमले के मास्टरमाइंड होने के नाते
शारीरिक संरचना
लम्बाई से० मी०- 195
मी०- 1.95
फीट इन्च- 6' 5”
वजन/भार (लगभग)75 कि० ग्रा०
आँखों का रंग काला
बालों का रंग काला
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 10 मार्च 1957
आयु (मृत्यु के समय)54 वर्ष
जन्मस्थान रियाद, रियाद मिन्टाकाह, सऊदी अरब
मृत्यु तिथि 2 मई 2011
मृत्यु स्थल एबोटाबाद, खैबर पख्तुनख्वा, पाकिस्तान
मृत्यु कारण एबोटाबाद, खैबर पख्तुनख्वा, पाकिस्तान
राशि मीन
राष्ट्रीयता सऊदी अरब (1957-1994)
स्टेटलेस (1994-2011)
गृहनगर रियाद, सऊदी अरब
स्कूल/विद्यालय ब्रूममान हाई स्कूल, लेबनान
अल-थैगर मॉडल स्कूल, जेद्दाह, सऊदी अरब
महाविद्यालय/विश्वविद्यालयराजा अब्दुलाजीज विश्वविद्यालय, जेद्दाह, सऊदी अरब
शैक्षिक योग्यता अर्थशास्त्र और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में डिग्री
सिविल इंजीनियरिंग में डिग्री
लोक प्रशासन में डिग्री
परिवार पिता- मोहम्मद बिन अवद बिन लादेन (एमिनी बिज़नेस टाइकून)
मोहम्मद बिन अवद बिन लादेन
माता- हमीदा अल अट्टास
भाई-बहन- 51
धर्म इस्लाम
जातिसुन्नी
खाद्य आदत मांसाहारी
शौक/अभिरुचि कविता लिखना, पुस्तकें पढ़ना, फुटबॉल खेलना, घुड़सवारी करना
विवाद • वर्ष 1992 में, उनके संगठन अल-कायदा ने 29 दिसंबर 1992 को यमन स्थित एडेन में गोल्ड मोहूर होटल पर हमला किया, जहां सोमालिया से गुजर रहे रास्ते के अमेरिकी जवान रह रहे थे। जिसमें एक ऑस्ट्रेलियाई और एक यमन नागरिक की मौत हो गई थी।
• 26 फरवरी 1993 को, न्यूयॉर्क स्थित वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर पहली बार हमला किया गया, जिसमें वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के भूमिगत गेराज में बम धमाका किया गया था। बम धमाके में छह लोगों की मौत हो गई और 1,500 घायल हो गए थे।
• वर्ष 1995 में, लादेन EJI (Egyptian Islamic Jihad) में शामिल हुए और फिर मिस्र के राष्ट्रपति होस्नी मुबारक की हत्या करने की कोशिश की। हालांकि, उनका प्रयास विफल रहा था।
• 16 मार्च 1998 को, लीबिया सरकार द्वारा लादेन व अन्य तीन लोगों के खिलाफ पहला आधिकारिक इंटरपोल गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। जर्मनी के घरेलू खुफिया सेवा एजेंट सिल्वान बेकर की हत्या के लिए उन पर आरोप लगाया गया था।
• अगस्त 1998 में, अल-कायदा ने नैरोबी, तंजानिया और दार एस सलाम में अमेरिकी दूतावासों पर हमले किए, जिसमें 200 से अधिक लोगों की हत्या हो गई थी और 5,000 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
• अल-कायदा के कार्यकर्ताओं ने 15 नवंबर 2003 को इस्तांबुल में और 20 नवंबर 2003 को तुर्की में चार ट्रकों को निशाना बनाया। जिसमें 57 लोग मारे गए और 700 से अधिक लोग घायल हो गए।
• 11 मार्च 2004 को, स्पेन में मैड्रिड ट्रेन बम विस्फोट हुआ, जहां 190 लोग मारे गए और कई लोग घायल हुए। यह बमबारी आम चुनाव से सिर्फ 3 दिन पहले हुई थी।
• वर्ष 2005 में, अल-कायदा ने दावा किया कि लंदन बम विस्फोट 7 जुलाई 2005 को लंदन स्थित इंग्लैंड में हुआ था। जिसमें 52 लोग मारे गए थे और 700 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
• 3 फरवरी 2007 को, इराक के बगदाद में एक भीड़-भाड़ वाले बाजार में एक ट्रक में बम विस्फोट हुआ। उस हमले में 135 लोगों की मौत हो गई थी और 339 लोग घायल हो गए थे। पुनः उसी वर्ष अप्रैल महीने में, बगदाद पर एक और हमला हुआ, जिसमें 200 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
• 27 मार्च 2007 को, इराक में ताल अफर बम विस्फोट और नरसंहार हुआ था, जब ताल अफर शहर के शिया इलाकों में दो ट्रकों में बम विस्फोट हुआ, जिसमें 152 की मौत हो गई और 347 लोग घायल हो गए थे।
• अल-कायदा के कमांडर मुस्तफा अबू अल-याज़ीद ने 27 दिसंबर 2007 को बेनजीर भुट्टो की हत्या की ज़िम्मेदारी ली।
• अल-कायदा के कार्यकर्ताओं ने 20 सितंबर 2008 को पाकिस्तान के मैरियट होटल में बम विस्फोट किया। जिसमें एक ट्रक बम धमाका किया गया था, जिससे 54 लोगों की मौत हो गई और 266 लोग घायल हो गए।
• वर्ष 2009 में, इराक की राजधानी बगदाद में एक और बम विस्फोट हुआ, जिसमें लगभग 155 लोग मारे गए और 721 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
• वर्ष 2010 में, इराक ने लगातार हमलों का सामना किया, जिसमें हजारों लोग मारे गए और कई लोग घायल हुए थे।
• 15 जून 2010 को, पुणे, भारत स्थित एक जर्मन बेकरी को अल-कायदा के कार्यकर्ताओं ने निशाना बनाया। जिसमें 17 लोग मारे गए और 60 से अधिक घायल हुए।
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थिति विवाहित
पत्नियां नज्वा घनम (1974-2001)
खादीजा शरीफ (1983-1909)
खैर्याह साबर (1985 में विवाह)
सिहम साबर (1987 में विवाह)
अमल अल-सदाह (2000 में विवाह)
ओसामा बिन लादेन की पत्नी अमल अल-सदाह
बच्चेपहली पत्नी नज्वा घनम से
अब्दल्लाह बिन लादेन (जन्म 1976)
ओसामा बिन लादेन का बेटा अब्दल्लाह बिन लादेन
अब्दुल रहमान बिन लादेन (जन्म 1978)
साद बिन लादेन (1979-2009) (वर्ष 2009 में पाकिस्तान के जनजातीय क्षेत्र में एक ड्रोन हमले में मृत्यु)
ओसामा बिन लादेन का बेटा साद बिन लादेन
उमर बिन लादेन (जन्म 1981) (व्यवसायी)
ओसामा बिन लादेन का बेटा उमर बिन लादेन
उस्मान बिन लादेन (जन्म 1983)
मोहम्मद बिन ओसामा बिन लादेन (जन्म 1983)
फातिमा बिन लादेन (जन्म 1987)
जुल्की बिन लादेन (जन्म 1990)
लादेन "बकर" बिन लादेन (जन्म 1993)
जाकरिया बिन लादेन (जन्म 1997)
नूर बिन लादेन (जन्म 1999)
दूसरी पत्नी ख़ादीजाह शरीफ से
अली बिन लादेन (जन्म 1986)
आमेर बिन लादेन (जन्म 1990)
आइशा बिन लादेन (जन्म 1992)
तीसरी पत्नी खैर्याह साबर से
हम्ज़ा बिन लादेन (जन्म 1989)
ओसामा बिन लादेन का बेटा हम्ज़ा बिन लादेन
चौथी पत्नी सिहम साबर से
खालिद बिन लादेन (1988-2011) (एबोटाबाद, पाकिस्तान में नौसेना के सील ऑपरेशन में मृत्यु)
कधिजा बिन लादेन (1988-2007)
मिरियम बिन लादेन (जन्म 1990)
सुमाया बिन लादेन (जन्म 1992)
नोट- कुछ अन्य स्रोतों के अनुसार, उनके 22 से 26 बच्चे और थे।
पसंदीदा चीजें
पसंदीदा सेना अधिकारी Bernard Montgomery and Charles de Gaulle
पसंदीदा फुटबॉल क्लब Arsenal
धन/संपत्ति संबंधित विवरण
कुल संपत्ति ₹202 करोड़ (अमेरिकी सरकार के अनुसार)

ओसामा बिन लादेन

ओसामा बिन लादेन (आतंकवादी) से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  • क्या ओसामा बिन लादेन धूम्रपान करते थे ? नहीं
  • क्या ओसामा बिन लादेन शराब पीते थे ? नहीं
  • हामिदा अल-अट्टास लादेन के पिता मोहम्मद बिन लादेन की दसवीं पत्नी थी।
  • लादेन मोहम्मद बिन लादेन के 52 संतानों में से 17वीं संतान थे।
  • लादेन के जन्म के बाद, उनके पिता ने उनकी मां को तलाक दे दिया और हमीदा को एक करीबी सहयोगी मोहम्मद अल-अट्टास को सौंप दिया।
  • उनके पिता मोहम्मद बिन लादेन एक करोड़पति थे, जिनका एक निर्माण व्यवसाय था।
  • उनके पिता सऊदी के शाही परिवार के बहुत करीबी रहे थे।
  • वर्ष 1967 में, सऊदी अरब में एक हवाई जहाज दुर्घटना में उनके पिता मोहम्मद बिन लादेन की मृत्यु हो गई थी।
  • ओसामा बिन लादेन सुन्नी मुस्लिम समुदाय से संबंधित थे।

    ओसामा बिन लादेन बचपन के दिनों में

    ओसामा बिन लादेन बचपन के दिनों में

  • जब वह सऊदी अरब में विश्वविद्यालय में पढ़ने के दौरान उनकी धार्मिक अध्ययन करने में रूचि थी। लेकिन, इसके अलावा उन्होंने अन्य संकायों में भी डिग्री प्राप्त की है।
  • लादेन का रंग रूप जैतून रंग का है और वह बाएं हाथ से काम करते थे। वह एक छड़ी की मदद से चलते थे।
  • वर्ष 1979 में, वह सोवियत संघ का विरोध करने के लिए अफगानिस्तान और पश्चिमी पाकिस्तान गए। जिसके चलते उन्होंने सोवियत संघ के खिलाफ जिहादी आंदोलन का समर्थन करने के लिए अपने पिता की कंपनी से धन और अन्य जरूरतों की आपूर्ति की।

    ओसामा बिन लादेन जिहादी आंदोलन के दौरान

    ओसामा बिन लादेन जिहादी आंदोलन के दौरान

  • सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (सीआईए) ने 1980 के दशक में बिन लादेन सहित चरमपंथी इस्लामी समूहों का समर्थन किया और अफगानिस्तान में सोवियत संघ से लड़ने के लिए हथियारों और $ 1 बिलियन रुपयों को भेजा।

    ओसामा बिन लादेन अफगानिस्तान में सोवियत संघ युद्ध के दौरान

    ओसामा बिन लादेन अफगानिस्तान में सोवियत संघ युद्ध के दौरान

  • पूर्व सीआईए विश्लेषक माइकल शेयूर के अनुसार, लादेन पश्चिमी विचारधारा से नफरत करते थे। जैसे कि-व्यभिचार, नशे की लत, साम्यवाद, समाजवाद, लोकतंत्र, समलैंगिकता, जुआ, इत्यादि।

    पूर्व सीआईए विश्लेषक माइकल शेयूर

    पूर्व सीआईए विश्लेषक माइकल शेयूर

  • लादेन के अनुसार, मुस्लिम देशों में मुसलमानों पर हो रहे अन्याय सयुंक्त राज्य अमेरिका के अन्य गैर-मुस्लिम राज्यों द्वारा किया जाता था।
  • वह चाहते थे कि अमेरिका मध्य पूर्व से अपनी सेना वापस बुला ले।
  • लादेन के अनुसार, शरिया कानून मुस्लिम दुनिया में सही चीजों को स्थापित करने का अंतिम समाधान था।
  • सोवियत संघ के खिलाफ युद्ध के अलावा, पश्चिमीकरण की ओर लादेन की बढ़ती नफरत ने 1988 में अल-कायदा की स्थापना की।

    ओसामा बिन लादेन अल-कायदा में

    ओसामा बिन लादेन अल-कायदा में

  • वर्ष 1990 के दशक के उत्तरार्ध में, वह अमेरिकियों के शत्रु हो गए थे और जिसके चलते उन्होंने नागरिकों सहित अमेरिकियों को मारने की घोषणा भी की थी।
  • कई स्रोतों के अनुसार, वह एंटी-सेमिटिक (एंटी-यहूदी) थे। उनके अनुसार, इज़राइल अस्तित्व में नहीं होना चाहिए था। मई 1998 में एबीसी के जॉन मिलर के साथ एक साक्षात्कार में, लादेन ने कहा कि इज़रायली राज्य का अंतिम लक्ष्य अरब प्रायद्वीप और मध्य पूर्व को अपने क्षेत्र में जोड़ना था और वहां के लोगों को अपना गुलाम बना लिया। जिसे उन्होंने “महान इज़राइल” कहा था।
  • लादेन ने मुसलमानों के लिए संगीत का विरोध किया।
  • वर्ष 1990 के उत्तरार्ध में अपने पहले साक्षात्कार में, उन्होंने अमेरिकी सेना पर निर्भरता के लिए सऊदी अरब की सार्वजनिक रूप से आलोचना की और इसी दौरान बहस करते हुए इस्लाम के दो सबसे पवित्र मंदिर; मक्का, और मदीना, जिन स्थानों पर पैगंबर मोहम्मद ने अल्लाह के संदेश को पढ़ा और प्राप्त किया। उस स्थान को केवल मुसलमानों द्वारा ही संरक्षित किया जाना चाहिए। सऊदी राजशाही ने लादेन की आलोचना करने पर चुप रहना ही सही समझा।

  • लादेन के कई अंगरक्षक थे और उसके साथ-साथ उनके शस्त्रागार में एसएएम -7 और स्टिंगर मिसाइल, आरपीजी, एके -47 और पीके मशीन गन, इत्यादि शस्त्र शामिल थे।
  • उन्होंने सऊदी अरब और वहां के राजा फहद की निंदा करना जारी रखा। वर्ष 1994 में, फहद ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, लादेन से सऊदी की नागरिकता छीन ली।
  • लादेन ने दावा किया कि वर्ष 1982 के लेबनान युद्ध के दौरान इज़रायल द्वारा लेबनान में टावरों के खंडहरों पर हुए हमलों को देखने के बाद ही उन्हें विश्व व्यापार केंद्र पर हमला करने की प्रेरणा मिली।
  • 19 अल-कायदा के आतंकवादियों ने चार एयरलाइंस यात्रियों का अपहरण किया, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्वोत्तर हिस्से से कैलिफ़ोर्निया जा रहे थे। मंगलवार की सुबह 8:45 बजे, दो विमान, यूनाइटेड एयरलाइंस फ्लाइट 175 और अमेरिकन एयरलाइंस फ्लाइट 11 को लोअर मैनहट्टन, न्यूयॉर्क में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कॉम्प्लेक्स के उत्तर और दक्षिण टावरों में दुर्घटनाग्रस्त कर दिया गया। एक घंटे और 42 मिनट के भीतर 110 माले की बिल्डिंग ध्वस्त हो गई। इसके बाद वर्जीनिया के आर्लिंगटन काउंटी में एक तीसरा विमान पेंटागन (संयुक्त राज्य अमेरिका के रक्षा विभाग के मुख्यालय) में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

  • वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले में 3000 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हो गए। इस दुर्घटना में कम से कम 10 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
  • वर्ष 2001 से, लादेन अमेरिका के लिए सबसे बड़े अपराधी थे। जिसके चलते एफबीआई ने उनकी खोज में 25 मिलियन डॉलर का इनाम भी रखा।
  • 9/11 के हमले के बाद, उनकी पत्नियों में से एक के अनुसार, लादेन वर्ष 2002 में पाकिस्तान के पेशावर में अल-कायदा के एक घर में अपनी पत्नियों और बच्चों को ले गया था। जून 2005 में, लादेन अपने परिवार के साथ एबोटाबाद चला गया।

    ओसामा बिन लादेन एबोटाबाद घर में टीवी देखते हुए 

    ओसामा बिन लादेन एबोटाबाद घर में टीवी देखते हुए

  • लादेन 10 वर्षों से अमेरिकी सेनाओं द्वारा गिरफ्तारी हमले से बच रहे थे। अगस्त 2010 में, सीआईए को पाकिस्तान स्थित एबोटाबाद के एक परिसर पर संदेह हुआ, जिसकी पहचान लादेन के संभावित स्थान के रूप में हुई। जो पाकिस्तान सैन्य अकादमी के दक्षिण-पश्चिम में केवल 1.3 किमी (0.8 मील) दक्षिण पश्चिम में स्थित था।
  • इसके बाद एबोटाबाद परिसर के निवासियों की पहचान करने के लिए, सीआईए ने डॉक्टर शकील अफरीदी के साथ एक नकली टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें नर्सों को बच्चों को टीका लगाने के माध्यम से डीएनए निकालने के लिए परिसर में भेजा गया था, जिसके बाद उन्हें उनकी बहनों के नमूने से तुलना की जा सकती थी, जिनकी वर्ष 2010 में बोस्टन में मृत्यु हो गई थी।

    डॉक्टर शकील अफरीदी

    डॉक्टर शकील अफरीदी

  • वर्ष 2011 में, सीआईए ने यह सुनिश्चित कर लिया कि लादेन एबोटाबाद परिसर में ही रह रहा है। तभी लादेन को ढूंढने और मारने के लिए तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा ऑपरेशन “नेप्च्यून” की अनुमति दी गई।
  • राष्ट्रपति ओबामा ने अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ ऑपरेशन को लाइव देखा।

    बराक ओबामा राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ ऑपरेशन को लाइव देखते हुए

    बराक ओबामा राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ ऑपरेशन को लाइव देखते हुए

  • 2 मई, 2011 को, पाकिस्तान समयानुसार 1: 00 बजे के बाद, संयुक्त राज्य अमेरिका के सदस्यों के विशेष संचालन बलों और नौसेना के जवानों ने लादेन के घर में प्रवेश किया और लादेन को गोली मार दी।
  • 2 मई को, ओसामा बिन लादेन के अलावा कुछ अन्य लोगों को अमेरिकी नौसेना के सील सदस्यों ने मारा था। जिसमें लादेन का बेटा खालिद बिन लादेन (23), अबू अहमद अल-कुवैती (लादेन का मैसेन्जर), अबू अहमद अल कुवैती का भाई अब्रार और बुशरा, अब्रार की पत्नी शामिल थी।
  • 40 मिनट के छापे के दौरान, अमेरिकी सेना ने लादेन के शरीर की पहचान के लिए अफगानिस्तान में ले गए, जहां 24 घंटे के भीतर उसकी लाश को उत्तरी अरब सागर में फैंक दिया गया।
  • 1 मई 2011 को, राष्ट्रपति बराक ओबामा ने 11:35 बजे देश और दुनिया को संबोधित करते हुए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिकी नौसेना के जवानों द्वारा पाकिस्तान में लादेन की हत्या कर दी गई है।

  • 6 मई को अल-कायदा द्वारा मौत की पुष्टि की गई थी, जिसके चलते उन्होंने अपनी वेबसाइट पर लादेन की हत्या का बदला लेने का वादा किया था।
  • अमेरिकी नौसेना के सील रॉबर्ट ओ’नील ने ओसामा बिन लादेन को गोली मारने का दावा किया था।

    अमेरिकी नौसेना के सील रॉबर्ट ओ'नील

    अमेरिकी नौसेना के सील रॉबर्ट ओ’नील

  • कुछ समय बाद एक सेवानिवृत्त वरिष्ठ अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने खुलासा किया कि “एक पूर्व आईएसआई अधिकारी ने इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास स्टेशन के अध्यक्ष से संपर्क किया और $ 25 मिलियन के इनाम के बदले लादेन के स्थान को प्रकट करने के लिए कहा और वह तैयार हो गया।”

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