Sadashivrao Bhau Biography in hindi | सदाशिवराव भाउ जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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उपनाम | भाउ, भाउसाहेब |
व्यवसाय | पेशवा के दीवान और मराठा सेना के सेनापति |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 4 अगस्त 1730 |
जन्मस्थान | महाराष्ट्र, मराठा साम्राज्य, भारत |
मृत्यु तिथि | 14 जनवरी 1761 |
मृत्यु स्थल | पानीपत, भारत |
मृत्यु कारण | पानीपत की तीसरी लड़ाई में वीरगति |
आयु (मृत्यु के समय) | 30 वर्ष |
साम्राज्य | मराठा |
शैक्षणिक योग्यता | ज्ञात नहीं |
धर्म | हिन्दू |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारी | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
परिवार | |
पत्नी | • उमाबाई (पहली) • पार्वतीबाई (दूसरी) |
बच्चे | बेटा - 2 बेटी - कोई नहीं |
माता-पिता | पिता - चिमाजी अप्पा माता - रख्माबाई |
भाई-बहन | भाई - ज्ञात नहीं बहन - ज्ञात नहीं |
सदाशिवराव भाउ से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- सदाशिवराव भाउ पेशवा बाजीराव I के भतीजे थे।
- जब वह एक महीने के थे, तब उनकी माँ का निधन हो गया था और जब वह 10 वर्ष के हुए, फिर उनके पिता का निधन हो गया था। जिसके बाद उनका पालन-पोषण उनकी दादी राधाबाई ने किया।
- उन्होंने सतारा, महाराष्ट्र से शिक्षा प्राप्त की थी।
- जब वह सिर्फ 16 वर्ष के थे, तब तो उन्होंने पहली बार कर्नाटक में पहला युद्ध प्रशिक्षण सीखा। जिसके चलते जनवरी 1747 में, कोल्हापुर के दक्षिण, अजरा में पहली जीत दर्ज की। उन्होंने सावनूर नवाबों के कुछ क्षेत्रों पर विजय भी प्राप्त की और उसके बाद विभिन्न शहरों किट्टूर, परसगाद, यादवद, गोकक, बदामी, बागलकोट, नवलगुंड, गिरि, उम्बल, तोर्गल, हरिहर, हलीयाल और बसवपत्ना, इत्यादि पर कब्जा किया।
- वर्ष 1760 में, उन्होंने उदगीर की लड़ाई में हैदराबाद के निजाम के खिलाफ मराठा सेना का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया।
- पानीपत की तीसरी लड़ाई में, भाऊ मराठा सेना के सेनापति थे और अहमद शाह दुर्रानी के खिलाफ लड़े थे। हालांकि, इस लड़ाई में उन्हें पराजय के साथ मृत्यु का सामना करना पड़ा।
- पानीपत की लड़ाई में सदाशिव भाउ की मृत्यु होने के बाद उनका मृत शरीर का कोई सुराग नहीं मिला। जिसके चलते उनकी दूसरी पत्नी, पार्वतीबाई ने यह स्वीकार करने से मना कर दिया, कि उनके पति की लड़ाई में मृत्यु हो गई थी और उन्हें आजीवन विधवा के रूप में व्यतीत करना होगा।
- उनकी पहली पत्नी उमाबाई ने दो बेटों को जन्म दिया, लेकिन बहुत जल्द उनकी मृत्यु हो गई थी।
- लगभग 1770 में, एक आदमी ने सदाशिवराव भाउ के होने का दावा किया। हालांकि, जाँच में यह पाया गया कि वह एक झूठ था।
- उनके सम्मान में पुणे, महाराष्ट्र के एक क्षेत्र का नाम “सदाशिव-पेठ” रखा गया।
- वर्ष 2019 में, भारतीय फिल्म निर्देशक आशुतोष गोविरकर ने पानीपत की तीसरी लड़ाई पर आधारित फिल्म को निर्देशित किया। जिसमें अभिनेता अर्जुन कपूर ने सदाशिवराराव भाउ की भूमिका निभाई है।