S. Jaishankar Biography in Hindi | एस. जयशंकर जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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पूरा नाम | सुब्रह्मण्यम जयशंकर [1]News18 |
व्यवसाय | भारतीय राजनयिक और राजनेता |
जाने जाते हैं | विदेश मंत्री होने के नाते |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 165 मी०- 1.65 फीट इन्च- 5’ 5” |
भार/वजन (लगभग) | 65 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | ग्रे |
राजनयिक करियर | |
सेवा | भारतीय विदेश सेवा |
बैच | 1977 |
प्रमुख पदनाम | • वर्ष 1979 में उन्हें मास्को में भारतीय मिशन का प्रथम सचिव नियुक्त किया गया। • वर्ष 1985 में वह वाशिंगटन, डी.सी. में भारतीय दूतावास के प्रथम सचिव बने। • वर्ष 1988 में वह भारतीय शांति सेना (आईपीकेएफ) के राजनीतिक सलाहकार और श्रीलंका में भारतीय मिशन के प्रथम सचिव बने। • वर्ष 1996 में वह टोक्यो में भारतीय दूतावास के उप प्रमुख बने। • वर्ष 2000 में वह चेक गणराज्य में भारत के राजदूत बने। • वर्ष 2004 में उन्हें नई दिल्ली के विदेश मंत्रालय में संयुक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। • वर्ष 2007 में एस जयशंकर को सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त पद का कार्यभार सौंपा गया। • वर्ष 2009 में उन्हें साढ़े चार साल के कार्यकाल के साथ चीन में भारत के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले राजदूत के रूप जाना जाता है। • सितंबर 2013 में उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के राजदूत के रूप में काम किया। • 29 जनवरी 2015 को डॉ. एस. जयशंकर को भारत के विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। 28 जनवरी 2015 की बैठक के बाद उनकी नियुक्ति की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में की गई। |
पुरस्कार/उपलब्धियां | वर्ष 2019 में उन्हें भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा "पद्म श्री" पुरस्कार से सम्मानित किया गया। |
राजनीति करियर |
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पार्टी/दल | भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) |
राजनीतिक यात्रा | • मई 2019 में उन्हें विदेश मंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। • गुजरात से राज्यसभा चुनाव जीतने के बाद 8 जुलाई 2019 को उन्होंने राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 9 जनवरी 1955 (शनिवार) |
आयु (2022 के अनुसार) | 67 वर्ष |
जन्म स्थान | नई दिल्ली, भारत |
राशि | मकर (Capricorn) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | नई दिल्ली |
स्कूल/विद्यालय | एयर फ़ोर्स सेंट्रल स्कूल, नई दिल्ली |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | • सेंट स्टीफंस कॉलेज, नई दिल्ली • जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), नई दिल्ली |
शैक्षिक योग्यता [2]MyNeta | • सेंट स्टीफंस कॉलेज, नई दिल्ली से स्नातक • राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में एम. ए. • जेएनयू, नई दिल्ली से परमाणु कूटनीति • 1977 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एम.फिल • 1981 में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से पीएच.डी. |
पता | बंगला नंबर 9, 23 पृथ्वीराज रोड, नई दिल्ली 110011 [3]MyNeta |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
परिवार | |
पत्नी | क्योको जयशंकर |
बच्चे | बेटा- 2 • ध्रुव जयशंकर • अर्जुन जयशंकर बेटी- मेधा जयशंकर |
माता/पिता | पिता- के. सुब्रह्मण्यन जयशंकर (पत्रकार और सिविल सेवक) माता- सुलोचना जयशंकर |
भाई | • संजय सुब्रमण्यन (इतिहासकार) • एस. विजय कुमार (भारत के पूर्व ग्रामीण विकास सचिव) |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
वेतन/सैलरी | रु.1 लाख + अतिरिक्त भत्ते (कैबिनेट मंत्री के रूप में) |
एस. जयशंकर से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर एक भारतीय राजनेता और राजनयिक हैं जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में केंद्रीय विदेश मंत्री हैं। वह भारत के पूर्व विदेश सचिव भी रह चुके हैं।
- सुब्रह्मण्यम जयशंकर का पालन-पोषण नई दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता के. सुब्रह्मण्यन जयशंकर एक पत्रकार और सिविल सेवक थे और उनकी माता सुलोचना जयशंकर एक गृहणी हैं।
- एस. जयशंकर दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज से स्नातक किया। इसके बाद उन्होंने राजनीति विज्ञान में एम. ए. किया। इसके आलावा उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में एम. फिल और पीएच.डी की डिग्री हासिल की।
- उन्होंने 1977 बैच में भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी और विदेश मंत्रालय (MEA) के रूप में शपथ ली। जिसके बाद उन्होंने सभापति और सदन में मौजूद अन्य सदस्यों का अभिवादन किया।
- वह 1982 और 1984 के दौरान उस टीम का हिस्सा थे जिसने भारत में तारापुर पावर स्टेशनों को अमेरिकी परमाणु ईंधन की आपूर्ति के विवाद को हल किया था।
- वर्ष 1993 में उन्होंने विदेश मंत्रालय में निदेशक (पूर्वी यूरोप) के रूप में और भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा के प्रेस सचिव और भाषण लेखक के रूप में भी कार्य किया है।
- वर्ष 2004 से 2007 तक वह यूएस-भारत असैन्य परमाणु समझौते पर बातचीत करने और 2004 के हिंद महासागर सुनामी राहत कार्यों सहित रक्षा सहयोग में सुधार करने में शामिल थे।
- वर्ष 2013 में मनमोहन सिंह की सरकार द्वारा उनको केंद्रीय विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किए जाने पर विचार किया जा रहा था, लेकिन आंतरिक दबाव के कारण वह उन्हें नियुक्त नहीं कर सके।
- सिंगापुर के उच्चायुक्त के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने व्यापक आर्थिक सहयोग समझौते (सीईसीए) को लागू करने में मदद की, जिससे सिंगापुर में भारतीय व्यापार का विस्तार हुआ।
- उन्हें सितंबर 2013 में संयुक्त राज्य अमेरिका में भारतीय राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया था।
- उन्होंने औपचारिक रूप से 10 मार्च 2014 को ओवल ऑफिस में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को अपना परिचय पत्र प्रस्तुत किया था।
- वर्ष 2018 में डॉ एस. जयशंकर को टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड में ग्लोबल कॉरपोरेट अफेयर्स का अध्यक्ष चुना गया।
- जब वह भारत के विदेश सचिव के रूप में काम कर रहे थे तब उन्होंने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ कई महत्वपूर्ण विदेश नीतियों पर काम किया।
- 30 मई 2019 को उन्हें नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा केंद्रीय विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।
- जयशंकर नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं जिन्हें बिना लोकसभा चुनाव जीते राज्यसभा के सदस्य के रूप में मंत्रालय में शामिल किया गया था।
- उन्होंने ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के शपथ ग्रहण समारोह में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इसके साथ ही जयशंकर ने ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी के साथ शिष्टाचार और दृष्टिकोण का भी आदान-प्रदान किया था।