Pratibha Patil Biography in Hindi | प्रतिभा पाटिल जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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वास्तविक नाम | प्रतिभा देवी सिंह पाटिल |
व्यवसाय | राजनेता एवं राजनयिक |
पार्टी/दल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
राजनीतिक यात्रा | 1962: में, उन्हें महाराष्ट्र के जलगांव निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा के सदस्य के रूप में चुना गया था। 1967-1985: में, मुक्ताईनगर (पूर्व में एलाबाद) के निर्वाचन क्षेत्र से लगातार चार वर्षों तक जीत दर्ज़ की। 1985-1990: में, वह राज्यसभा की संसद सदस्य बनीं। 1991: में, वह अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से संसद सदस्य बनीं। 2004: में, उन्हें राजस्थान के 24 वें राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया था। |
सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी | भारतीय जनता पार्टी |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 160 मी०- 1.60 फीट इन्च- 5’ 3” |
वजन/भार (लगभग) | 65 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | धूसर |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 19 दिसंबर 1934 |
आयु (2017 के अनुसार) | 83 वर्ष |
जन्मस्थान | नंदगांव, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत (अब महाराष्ट्र, भारत में) |
राशि | धनु |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | नंदगांव, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत (अब महाराष्ट्र, भारत में) |
स्कूल/विद्यालय | आर. आर. विद्यालय, जलगांव, महाराष्ट्र, भारत |
महाविद्यालय/विश्वविद्यालय | मूलजी जेठा महाविद्यालय, जलगांव, महाराष्ट्र, भारत (फिर पुणे विश्वविद्यालय के अधीन) गवर्नमेंट लॉ महाविद्यालय, मुंबई |
शैक्षिक योग्यता | राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में परास्नातक लॉ में स्नातक |
परिवार | पिता- नारायण राव पाटिल माता- नाम ज्ञात नहीं भाई- जी एन पाटिल बहन- ज्ञात नहीं |
धर्म | हिन्दू |
जाति | वैश्य |
पता | 'रायगढ़' बंगला, सी आई डी कार्यालय के पास, पाशन रोड, पुणे -411008, भारत |
शौक/अभिरुचि | टेबल टेनिस खेलना, पढ़ना और लेखन करना। |
विवाद | • उनके भाई, जी एन पाटिल को वर्ष 2005 में विश्राम पाटिल की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। जिसके चलते विश्राम पाटिल की पत्नी ने कहा कि "प्रतिभा पाटिल आपराधिक जांच को प्रभावित कर रही हैं और जी.एन. पाटिल का बचाव करते हुए उसका समर्थन कर रहीं हैं, क्योंकि जी. एन पाटिल ने मेरे पति विश्राम पाटिल की हत्या की थी, जिन्होंने जलगांव जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चुनाव में जी.एन पाटिल को पराजित किया था"। • वह विवादों में तब आईं, जब उन्होंने तथाकथित तौर पर पुणे में 260000 वर्ग फुट (24000 एम 2) सैन्य जमीन पर सेवानिवृत्ति हवेली का निर्माण करने के लिए सरकार के खर्च का इस्तेमाल किया था। वास्तव में, नियमों के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति दिल्ली में सरकारी आवास में एक घर ले सकते हैं या अपने घर जन्मस्थान पर वापस जा सकते हैं। उनके इस कार्य की घोर निंदा की गई। • कार्यकर्ता सुभाष चंद्र अग्रवाल द्वारा सूचना के अधिकार (RTI) के अंतर्गत दायर याचिका से यह पता चला कि प्रतिभा पाटिल को 150 से ज्यादा उपरहार भेंट स्वरूप मिलें हैं। जिसे विदेशी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दिया गया है। प्रतिभा पाटिल उन उपहारों को अपने शर अमरावती ले गईं, जहां उनके परिवार द्वारा चलाए गए संग्रहारलय विद्या भारती शैक्षणिक मंडल में प्रदर्शित करना चाहती थीं। लेकिन नियमों के अनुसार उन उपहारों को राष्ट्रपति के आधिकारिक राजकोष में जमा किया जाना था, जो राष्ट्रपति को मिलें उपहारों एवं अन्य की सूची बनाए रखता है। अंत में जांच पड़ताल के दौरान, जून 2015 में राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा विद्या भारती शैक्षणिक मंडल को सभी उपहार वापस किए जाने के लिए समन भेजा गया। • सूत्रों के मुताबिक, प्रतिभा पाटिल ने इंदिरा गांधी को खाना पकाने के कौशल से काफी प्रभावित किया। जिसके चलते इंदिरा गांधी ने प्रतिभा पाटिल को अमरावती में चिट-फंड खोलने का लाइसेंस दे दिया था। जहां उनके परिवार द्वारा गरीब किसानों से सामाजिक सुरक्षा के नाम पर लाखों रुपयों का गबन किया गया था। |
पसंदीदा चीजें | |
पसंदीदा व्यंजन | महाराष्ट्री व्यंजन, गुजराती व्यंजन |
पसंदीदा अभिनेता | अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, आमिर खान और देव आनंद |
पसंदीदा अभिनेत्रियां | रेखा, प्रियंका चौपड़ा, हेमा मालिनी और जया बच्चन |
पसंदीदा संगीतकार | ए. आर रहमान, मोहम्मद रफ़ी, किशोर कुमार और लता मंगेशकर |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पति | देवीसिंह रणसिंह शेखावत |
विवाह तिथि | 7 जुलाई 1965 |
बच्चे | पुत्र - राजेन्द्र शेखावत (उर्फ रावसाहेब शेखावत) पुत्री- ज्योति राठौर |
धन संबंधित विवरण | |
वेतन (राष्ट्रपति से सेवानिवृत्त के दौरान) | 75000 रुपए प्रति माह (भारतीय रुपए) |
कुल आय (लगभग) | 2.5 करोड़ भारतीय रुपए |
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- वर्ष 1962 में, 27 वर्ष की कम उम्र में महाराष्ट्र विधान सभा की सदस्य बनीं।
- वह भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति हैं।
- पाटिल कई दशकों तक कांग्रेस और नेहरू-गांधी परिवार के प्रति वफादार रहीं, जिसके चलते वह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की रसोइया रहीं।
- राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उनके विपक्षी उम्मीदवार भैरों सिंह शेखावत को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का समर्थन मिला था, जबकि शिवसेना पार्टी (जो एनडीए का हिस्सा थी) ने उन्हें मराठी मूल की वजह से समर्थन दिया था।
- उन्हें आलौकिक चीजों पर विश्वास करने के लिए लोगों द्वारा कई बार आलोचनाओं का सामना करना पड़ता था, क्योंकि उनका दावा था कि वह अक्सर अपने दादा लेखराज से संदेश प्राप्त करते थे, जिनकी बहुत समय पहले मृत्यु हो चुकी थी।
- वर्ष 1975 में, उन्होंने एक अनौपचारिक बयान देते हुए कहा कि “वंशानुगत रोगों से पीड़ित लोगों को विसंक्रामित होना चाहिए।”
- उन्होंने 35 याचिकाओं को मौत की सजा को जीवन दान में बदला, जो अब तक का एक रिकॉर्ड है। इसके उपरांत इन सब से स्वयं का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि यह सब गृह मंत्रालय की सलाह द्वारा सुनिश्चित किया गया था।
- प्रतिभा पाटिल सरकारी कार की मांग को लेकर काफी सुर्ख़ियों में रहीं, राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद वह चाहती है कि जब भी वह पुणे से बाहर जाएं तो उन्हें सरकारी कार मिलें, जबकि वह पहले से ही सरकार द्वारा मानदेय भत्ते पर निजी कार चलाती हैं। नियमों के अनुसार या तो वह सरकारी भत्ता लें या सरकारी कार लें।
- वह दूसरी राष्ट्रपति और पहली महिला थीं, जिन्होंने एक लड़ाकू विमान, सुखोई-30 में अपने पूर्ववर्ती डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम से पहले उड़ान भरी थीं। उन्होंने 74 साल की उम्र में एक महिला और एक राज्य हेड के रूप में एक इतिहास और विश्व रिकॉर्ड भी बनाया था, जो कि एक लड़ाकू विमान में उड़ने के लिए था।
- अपने राष्ट्रपति के कार्यकाल के दौरान वह सुर्खियों में तब आईं जब उन्होंने विदेश यात्रा पर अधिक पैसा खर्च करने और कभी-कभी अपने परिवार के 11 सदस्यों के साथ विदेशी दौरे पर जाती थीं, जो सभी राष्ट्रपतियों की तुलना में सबसे अधिक खर्च करती थीं। सूत्रों के मुताबिक, इन सभी यात्राओं में उन्होंने लगभग 205 करोड़ भारतीय रुपए खर्च किए हैं।
- उन्होंने विद्या भारती शिक्षण प्रसारक मंडल जैसे विभिन्न उद्यमों की स्थापना की थी, जो एक शैक्षणिक संस्थान है, जो अमरावती, जलगांव, पुणे और मुंबई में स्कूलों और कॉलेजों की एक श्रृंखला चलाती है, श्रम साधना ट्रस्ट, जो नई दिल्ली में काम करने वाली महिलाओं के लिए हॉस्टल चलाती है, मुंबई और पुणे, जलगांव जिले के ग्रामीण छात्रों के लिए एक इंजीनियरिंग कॉलेज और एक सहकारी चीनी कारखाने की स्थापना की जो मुक्ताईनगर में संत मुक्ताबाई सहकारी साखर कारखाना के नाम से जानी जाती है।
- उन्होंने एक सहकारी बैंक, प्रतिभा महिला सहकारी बैंक की भी स्थापना की, जिसका लाइसेंस रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा रद्द कर दिया गया था, क्योंकि बैंक द्वारा अपने रिश्तेदारों को बैंक की शेयर पूंजी से अधिक गैरकानूनी रूप से ऋण दिए गए थे। उन्होंने अपनी चीनी मिल को भी ऋण दिया था, जिसने कभी भी ऋण की अदायगी नहीं की थी। बैंक के सरकारी परिसमापक (government liquidator) पी डी निगम ने कहा कि “ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार बैंक के छह शीर्ष दस डिफॉलटरों में से कुछ उनके रिश्तेदार थे।”
- प्रतिभा पाटिल ने अपने भाई जी एन पाटिल के साथ, सूनामी राहत के लिए 1,89,105 रुपए एकत्रित किए थे, जिसे मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करना था, लेकिन उन्होंने इसे मुख्यमंत्री राहत कोष में नहीं जमा करवाया।
- ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने अपनी यात्रा के दौरान पूरे भारत में विज्ञान का प्रसार किया था, जबकि इनके विपरीत प्रतिभा पाटिल ने अपनी यात्रा के दौरान कम से कम स्कूलों में टेबल टेनिस खेल को प्रोत्साहित किया था।
- उनके बेटे राजेन्द्र (रावसाहेब) शेखावत (कांग्रेस विधायक) से पूछताछ की गई, जब वह एक कार में नागपुर से आए थे, तो उनके पास एक करोड़ रुपए की जब्ती ( seizure) थी। जिसके लिए अमरावती पुलिस उनसे पूछताछ कर रही थी। उनकी एक करोड़ की जब्ती (seizure) कार की पीछे वाली डिग्गी में छुपाई हुई थी। पुलिस वालो को सफाई देते हुए कहा कि “यह पैसा वर्ष 2012 में आम चुनावों से पहले कांग्रेस के उम्मीदवारों को दिया जाने वाला पार्टी फण्ड का पैसा है।”
- वर्ष 2012 में, राष्ट्रपति पद के रूप में कार्यरत उनका अंतिम भाषण का वीडियो :