Charanjit Singh Channi Biography in Hindi | चरणजीत सिंह चन्नी जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
---|---|
व्यवसाय | भारतीय राजनेता और व्यवसायी |
जाने जाते हैं | पंजाब के पहले अनुसूचित जाति के मुख्यमंत्री होने के नाते |
राजनीति | |
पार्टी/दल | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) |
राजनीतिक यात्रा | • वर्ष 2007 में वह पंजाब विधान सभा के सदस्य बने। • 11 दिसंबर 2015 से 11 नवंबर 2016 तक वह पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे। • 16 मार्च 2017 को चन्नी पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। • 20 सितंबर 2021 को उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 170 मी०- 1.70 फीट इन्च- 5’ 7” |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 1 मार्च 1963 (शुक्रवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 58 वर्ष |
जन्म स्थान | ग्राम मकरौना कलां, चमकौर साहिब, पंजाब, भारत |
राशि | मीन (Pisces) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | चमकौर साहिब, पंजाब |
स्कूल/विद्यालय | खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल खरड़, पंजाब |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | • श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज, चंडीगढ़ • पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ • पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय, जालंधर, पंजाब |
शैक्षिक योग्यता | • पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर [1]The Indian Express • पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से बीए और एलएलबी • पंजाब तकनीकी विश्वविद्यालय, जालंधर, पंजाब से एमबीए [2]MyNeta • पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से राजनीति विज्ञान में पीएचडी [3]The Indian Express |
धर्म | सिख [4]ABP News |
जाति | रामदसिया सिख समुदाय (अनुसूचित जाति) [5]The Indian Express |
पता | हाउस नंबर 1661, गुरुद्वारा रोड, खरड़, जिला मोहाली, पंजाब [6]MyNeta |
विवाद | • वर्ष 2017 में उन्हें पंजाब सरकार के कैबिनेट में शामिल किए जाने के बाद उन्होंने एक ज्योतिषी की सलाह पर अपने घर के बाहर एक पार्क से होते हुए एक अवैध सड़क का निर्माण किया था। जिसके बाद जल्द ही स्थानीय अधिकारियों द्वारा सड़क को ध्वस्त कर दिया गया। उसी समय चन्नी ने ज्योतिषी की सलाह पर अपने घर के लॉन में एक हाथी की सवारी भी की थी। [7]The Statesman • फरवरी 2018 में चन्नी सिंह विवाद में तब आए जब उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसमें उन्हें एक पद के लिए दो व्याख्याता उम्मीदवारों के बीच टॉस करने के लिए एक सिक्का उछालते हुए देखा गया था। भाजपा और शिरोमणि अकाली दल जैसे पंजाब के विपक्षी दलों ने उन पर यह आरोप लगाया। चन्नी ने बाद में स्पष्ट किया कि दोनों उम्मीदवार पद के लिए समान रूप से पात्र थे और उन्हें स्वयं उम्मीदवारों द्वारा ऐसा करने के लिए कहा गया था। [8]NDTV • मार्च 2018 में चन्नी पर आम आदमी पार्टी के सुखपाल खैरा ने अवैध रेत खनन मामले का आरोप लगाया था। जिसके बाद चन्नी ने स्पष्ट किया कि खैरा द्वारा दिखाए गए चित्र एक सार्वजनिक समारोह से थे उन्होंने यह भी कहा कि उनका परिवार किसी भी अवैध रेत खनन में शामिल नहीं था। [9]The Times Of India • वर्ष 2018 में चन्नी सिंह पर एक आईएएस अधिकारी के ट्रांसफर की सिफारिश करने का आरोप लगाया गया था। आरोप के पीछे की वजह यह थी कि चन्नी को अफसर पसंद नहीं था। [10]Hindustan Times • वर्ष 2018 में चरणजीत सिंह चन्नी पर कविता सिंह नाम की एक IAS अधिकारी को अभद्र संदेश भेजने का आरोप लगाया गया था और मई 2021 में #MeToo मूवमेंट के तहत पंजाब महिला आयोग द्वारा इस मामले को दोबारा से उजागर किया गया था। [11]Deccan Herald |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
परिवार | |
पत्नी | डॉ कमलजीत कौर (डॉक्टर) |
बच्चे | बेटा- 2 • नवदीप सिंह चन्नी • रिदमजीत सिंह चन्नी |
माता/पिता | पिता- एस. हर्षा सिंह चन्नी माता- स्वर्गीय अजमेर कौरी |
भाई | • मनमोहन सिंह चन्नी (सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता) • डॉ मनोहर सिंह (पंजाब सरकार में एक चिकित्सा विशेषज्ञ) • सुखवंत सिंह (एक नवोदित नेता) |
बहन | उनकी एक बहन का नाम सुरिंदर कौर है। |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
धन/संपत्ति | चल संपत्ति • नकद: 4,50,000 रुपये • बैंकों में जमा: 42,64,000 रुपये • एनएसएस, डाक बचत: 5,00,000 रुपये • मोटर वाहन: 37,00,000 रुपये • आभूषण: 42,00,000 रुपये [12]MyNeta अचल संपत्ति • कृषि भूमि: 9,20,00,000 रुपये • कमर्शियल भवन: 2,50,00,000 रुपये • आवासीय भवन: 1,50,00,000 रुपये [13]MyNeta |
कुल संपत्ति | 14.40 करोड़ (2017 के अनुसार) [14]MyNeta |
चरणजीत सिंह चन्नी से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- चरणजीत सिंह चन्नी एक भारतीय राजनेता हैं जिन्हे पंजाब के पहले अनुसूचित जाति के मुख्यमंत्री के रूप में जाना जाता है।
- चरणजीत सिंह चन्नी के पिता एस. हर्षा सिंह चन्नी पंजाब के एक बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखते थे, जो गरीबी के चलते बचपन में ही मलेशिया चले गए थे। उन्होंने वहां जाकर कड़ी मेहनत की और एक धनी व्यक्ति बनकर भारत लौटे। भारत वापस आने के बाद उनके पिता ने एक टेंट हाउस का व्यवसाय शुरू किया जिसमें चन्नी सिंह अपने पिता के साथ टेंट बॉय के रूप में काम करते थे। बाद में उनके पिता अपने पैतृक गांव से चुनाव लड़े और एक सरपंच और ब्लॉक समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया।
- चन्नी सिंह ने अपनी स्कूली शिक्षा अपने गांव के एक स्थानीय सरकारी स्कूल से की।
- चरणजीत सिंह चन्नी भांगड़ा और हैंडबॉल में काफी निपुण हैं। उन्होंने हैंडबॉल में तीन बार पंजाब विश्वविद्यालय का प्रतिनिधित्व किया। [15]The Indian Express
- उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई के दौरान इंटर-यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स मीट में स्वर्ण पदक जीता और राष्ट्रीय स्तर के हैंडबॉल खिलाड़ी बने। अपनी शिक्षा के दौरान चन्नी एनसीसी, एनएसएस, वाद-विवाद प्रतियोगिताओं और अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया करते थे।
- जब वह खालसा सीनियर सेकेंडरी स्कूल, खरड़ में दसवीं कक्षा की पढ़ाई कर रहे थे, तब वह छात्र संघ के नेता के रूप में चुने गए थे। उन्होंने स्कूल के छात्र चुनाव में 1000 में से 472 मतों से जीत हासिल की थी।
- उन्होंने श्री गुरु गोबिंद सिंह कॉलेज, चंडीगढ़ में अपने स्नातक की पढ़ाई के दौरान छात्र संघ के महासचिव के लिए चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
- उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में पीपीसीसी (पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी) के सदस्य और पंजाब युवा कांग्रेस के महासचिव के रूप में कार्य किया।
- वर्ष 2002 में चन्नी सिंह ने पंजाब विधानसभा चुनाव से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। उन्होंने दो साल तक नगर परिषद, खरड़ के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और तीन साल तक उन्होंने खरड़ के नगर पार्षद के रूप में कार्यभार संभाला। बाद में उन्होंने सार्वजनिक उपक्रमों की समिति, अधीनस्थ विधान संबंधी समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया।
- वर्ष 2007 में चन्नी ने चमकौर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इस जीत के बाद वह विधानसभा में शिरोमणि अकाली दल के सहयोगी सदस्य बने। यह कैप्टन अमरिंदर सिंह थे जिन्होंने दिसंबर 2010 में चरणजीत सिंह चन्नी को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में वापस लाने में मदद की थी।
- वर्ष 2010 में चन्नी की भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में वापसी के बाद उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी की मदद से राहुल गांधी के साथ अच्छे संबंध बनाने की कोशिश की।
- वर्ष 2007 में उन्हें पंजाब विधान सभा के एक सदस्य के रूप में चुना गया। इसके बाद उन्हें वर्ष 2012 और 2017 में चमकौर साहिब निर्वाचन क्षेत्र से पंजाब विधान सभा के सदस्य के रूप में चुना गया।
- वर्ष 2015 और 2016 में उन्होंने पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया।
- 16 मार्च 2017 को उन्हें तकनीकी शिक्षा, औद्योगिक प्रशिक्षण, रोजगार सृजन और प्रशिक्षण मंत्री के रूप में चुना गया।
- कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 18 सितंबर 2021 को पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद चन्नी सिंह को सितंबर 2021 को पंजाब के नए मुख्यमंत्री के रूप में कैप्टन अमरिंदर सिंह की जगह दी गई। उनके साथ सुखजिंदर रंधावा और ओपी सोनी को भी पंजाब के उपमुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।
- 20 सितंबर 2021 को पंजाब भवन में शपथ लेने के लिए चन्नी सिंह अपनी मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए थे जिसे पूर्व पीपीसीसी (पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी) के प्रमुख सुनील जाखड़ चलाकर लाए थे। [16]The Indian Express
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने 19 सितंबर 2021 को अपने ट्विटर अकाउंट पर चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब के 16वें मुख्यमंत्री के रूप में चुनने की घोषणा की।
- पंजाब के मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद चरणजीत सिंह चन्नी ने एक ट्वीट किया-
मुझे पंजाब का मुख्यमंत्री नियुक्त करने के लिए शीर्ष नेतृत्व का दिल से आभार और धन्यवाद… मैं हमेशा लोगों के कल्याण और राज्य की सतत विकास यात्रा को नई ऊर्जा और गति देने के लिए काम करूंगा।”
- चरणजीत सिंह चन्नी की ज्योतिष में काफी गहरी आस्था है। उनके दोस्त अक्सर कहते हैं कि वह राजनीति में चमकते रहने के लिए ‘अजीब’ चीजें करते हैं। वर्ष 2017 में जब उन्हें पंजाब के कैबिनेट मंत्री के रूप में चुना गया, तो उन्होंने अपने ज्योतिषी की सलाह का पालन करने के लिए अपने घर के बाहर एक अवैध सड़क का निर्माण किया था। [17]NDTV
- चरणजीत सिंह चन्नी को अक्सर अपनी कार चलाते हुए देखा जाता है। [18]The Indian Express
- बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने 20 सितंबर 2021 को चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई देते हुए उनके लिए एक नोट लिखा, जिसमें उन्होंने कहा-
मैं चरणजीत सिंह चन्नी को पंजाब का मुख्यमंत्री बनने पर बधाई देती हूँ। बेहतर होता कि उन्हें पहले ही सीएम बना दिया जाता। पंजाब विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले चन्नी सिंह की मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति एक चुनावी हथकंडा प्रतीत होता है। मीडिया के माध्यम से भी पता चला है कि पंजाब का अगला विधानसभा चुनाव एक गैर-दलित के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि कांग्रेस को अभी भी दलितों पर पूरा भरोसा नहीं है। पंजाब में अकाली-बसपा गठबंधन से कांग्रेस भी डरी हुई है।” [19]The Indian Express
- मुख्यमंत्री बनने के कुछ ही दिनों बाद चन्नी ने पंजाब के कपूरथला में एक कार्यक्रम में शिरकत की, जहां उन्होंने भांगड़ा पर डांस किया। जल्द ही उनके नृत्य का यह वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया जिसमें नव-निर्वाचित मुख्यमंत्री लोक नर्तकियों के साथ मंच पर अपने नृत्य का प्रदर्शन करते हुए दिखाई दे रहे थे।
- 6 जनवरी 2022 को पंजाब दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा के दौरान प्रधानमंत्री सुरक्षा को लेकर खेद प्रकट किया और उनकी सलामती की कामना करने के लिए उन्होंने एक शेर भी पढ़ा। सूत्रों के अनुसार मिली जानकारी के मुताबिक चरणजीत सिंह चन्नी उनके दीर्घायु होने की कामना किया। चन्नी ने कहा, ‘तुम सलामत रहो कयामत तक और खुदा करे कि कयामत ना हो।’ [20]India TV
- 2022 विधान सभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए भी चरणजीत सिंह चन्नी अपनी दोनों विधान सभा सीटों चमकौर साहिब और भदौर से हार गए। उन्होंने एक ट्वीट के जरिए अपनी हार स्वीकार की। साथ ही उन्होंने पंजाब के लोगों के आदेशों को विनम्रता स्वीकार किया।
- इसके बाद चरणजीत सिंह चन्नी आम आदमी पार्टी और पार्टी के मुख्यमंत्री पद के चेहरे भगवंत मान को बधाई दी। उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि ‘आम आदमी पार्टी अपनी उम्मीदों पर खरा उतरेगी।”
I humbly accept the verdict of the people of Punjab and Congratulate @AamAadmiParty and their elected CM @BhagwantMann Ji for the victory. I hope they will deliver on the expections of people.
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) March 10, 2022