Deepak Rawat (IAS) Biography in Hindi | दीपक रावत जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | आईएएस अधिकारी |
जाने जाते हैं | भारत में सबसे लोकप्रिय आईएएस अधिकारियों में से एक होने के नाते |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 173 मी०- 1.73 फीट इन्च- 5’ 8" |
वजन/भार (लगभग) | 65 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
सिविल सर्विसेज | |
सर्विस | भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) |
बैच | 2007 [1]easy.nic.in |
कैडर | उत्तराखंड |
प्रमुख पद | • 2011: जिलाधिकारी बागेश्वर • 2012: कुमाऊं मंडल विकास निगम के प्रबंध निदेशक • 2014 से 2017 तक जिलाधिकारी नैनीताल • 2017: जिलाधिकारी हरिद्वार |
पुरस्कार/उपलब्धियां (आईएएस अधिकारी रहते हुए) | वर्ष 2018 में दीपक रावत को "पोषण अभियान अवार्ड" से सम्मानित किया गया था। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 24 सितम्बर 1977 (शनिवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 44 वर्ष |
जन्मस्थान | मसूरी, उत्तराखंड, भारत |
राशि | तुला (Libra) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू [2]Facebook |
गृहनगर | मसूरी, उत्तराखंड |
स्कूल | सेंट जॉर्ज कॉलेज (मसूरी) |
कॉलेज/विश्वविद्यालय [3]Facebook | • हंस राज कॉलेज, डीयू, दिल्ली, भारत • जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) |
शैक्षिक/योग्यता [4]jansatta.com | • हंस राज कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक • जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) से प्राचीन इतिहास में एम.फिल. |
शौक/अभिरुचि | गायन करना, संगीत सुनना, फुटबॉल खेलना, क्रिकेट खेलना, और किताबें पढ़ना |
विवाद | • जनवरी 2018 में बंद कमरे में एक पुजारी को कथित तौर पर पीटने के आरोप में उनके खिलाफ हत्या करने के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। उन पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का भी आरोप लगाया गया था। • दिसंबर 2018 में दीपक रावत को सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी थी। जब CJI रंजन गोगोई की अगुवाई वाली बेंच ने उन्हें उनके जूनियर के साथ टिकट दिया था। रुड़की की ज्वाइंट मजिस्ट्रेट निकिता खंडेलवाल ने कोर्ट के आदेश के साथ खिलवाड़ नहीं करने की चेतावनी दी थी, कथित तौर पर जौरासी गांव में एक विध्वंस अभियान के दौरान शीर्ष अदालत द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने के लिए उन्हें सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी थी। |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
गर्लफ्रेंड | विजेता सिंह |
परिवार | |
पत्नी | विजेता सिंह (मजिस्ट्रेट) |
बच्चे | बेटा- दिव्यांश बेटी- दिरिशा |
पसंदीदा चीजें | |
विषय | दर्शनशास्त्र |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
वेतन (जिला मजिस्ट्रेट के रूप में) | वेतनमान- ₹15600 - 39100 ग्रेड पे- ₹6600 |
दीपक रावत से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- दीपक रावत एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं जो अपने सामाजिक-कल्याण पहल के लिए विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोकप्रिय हैं।
- दीपक रावत अपने बचपन में पुरानी कलाई घड़ी, खाली पॉलिश बॉक्स, इस्तेमाल किए गए टूथब्रश आदि जैसे कबाड़ इकट्ठा करते थे।
- उन्हें बचपन से ही इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में इतनी दिलचस्पी थी कि एक बार उनके पिता ने मसूरी की एक इलेक्ट्रॉनिक दुकान में उनकी नौकरी के बारे में बात की थी।
- उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जॉर्ज कॉलेज, बारलोगंज, मसूरी से की। वह अपने स्कूल के प्रति इतना उत्साही हैं कि आज भी वह अपने स्कूल के दिनों की यादों को संजोने के लिए वहां जाया करते हैं।
- जब उन्होंने सीनियर सेकेंडरी कक्षाओं (11वीं और 12वीं) में प्रवेश लिया तो अधिकांश छात्र NDA की परीक्षा देकर या इंजीनियर बनने के लिए भारतीय सेना में शामिल होने का शौक रखते थे। हालाँकि दीपक ने खुद को दोनों क्षेत्रों के लिए उपयुक्त नहीं पाया।
- दीपक रावत को यूपीएससी परीक्षा के बारे में उत्तराखंड के एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी अनिल कुमार रतूड़ी से पता चला, जिन्होंने उत्तराखंड के डीजीपी के रूप में भी काम किया था। अनिल कुमार रतूड़ी मसूरी में दीपक रावत के सबसे करीबी पड़ोसियों में से एक हैं।
- दीपक रावत 12वीं कक्षा में विज्ञान विषय नहीं लेना चाहते थे बल्कि वह मानविकी विषय में प्रवेश लेना चाहते थे लेकिन उन्हें अपने माता-पिता द्वारा विज्ञान लेने के लिए मजबूर किया गया था।
- 12वीं पास करने के बाद वह अपनी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दिल्ली चले गए। जहां उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज में प्रवेश लिया और वहाँ उनकी बिहार के कई छात्रों से दोस्ती हो गई, जैसा कि बिहार के युवाओं में आईएएस अधिकारी बनने का जुनून है। जिसके चलते दीपक रावत को सिविल सेवा की तैयारी करने में काफी मदद मिली थी।
- उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में इतिहास में स्नातकोत्तर के दौरान यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करना शुरू कर दिया था।
- अपनी युवावस्था में दीपक रावत को पत्रकार बनने का बहुत शौक था एक साक्षात्कार में उन्होंने मीडिया क्षेत्र के प्रति अपने लगाव के बारे में यह कहते हुए खुलासा किया कि जब वह सिविल सेवाओं की तैयारी कर रहे थे तो उन्होंने पत्रकारिता को अपने बैकअप करियर के रूप में संजो कर रखा था।
- जब वह 24 साल के थे तो उनके पिता ने उनसे कहा था कि अब तुम्हें परिवार से कोई पॉकेट मनी नहीं मिलेगी और खुद कमाने का सुझाव दिया था।
- पोस्ट-ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने जेआरएफ यानि (जूनियर रिसर्च फ़ेलोशिप) के लिए आवेदन किया और जेआरएफ परीक्षा पास करने के बाद उन्हें वजीफा के रूप में 8000/माह मिलने लगे।
- दीपक रावत अपने कॉलेज के दिनों में अपनी भावी पत्नी विजेता सिंह से मिले थे। बाद में विजेता एक वरिष्ठ न्यायपालिका अधिकारी बन गईं। उनकी पत्नी विजेता सिंह ने दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट के रूप में भी काम किया है।
- यूपीएससी परीक्षा के अपने पहले दो प्रयासों में उन्हें सफलता नहीं मिली। जिसके बाद अपने तीसरे प्रयास में परीक्षा पास की, हालाँकि वह IAS में शामिल नहीं हो सके बल्कि उन्हें IRS (राजस्व सेवा) में चुना गया। वह आईएएस की तैयारी के लिए लगातार मेहनत करते रहे और आखिरकार अपने अंतिम प्रयास में आईएएस परीक्षा पास की।
- आईएएस अधिकारी बनने के बाद जल्द ही वह अपनी अनूठी और नागरिक केंद्रित कार्यशैलियों की वजह से लोकप्रिय हो गए। उनके निरीक्षण के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
- उन्हें संगीत का बहुत शौक है और अक्सर उन्हें स्कूल और कॉलेजों में गाना गाते हुए देखा जाता है।
- दीपक रावत एक प्रशासनिक सेवा अधिकारी होने के अलावा एक मजाकिया इन्शान हैं और उन्हें अक्सर चुटकुले सुनाते हुए देखा जाता है।
- उत्तराखंड के सीनियर भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी दीपक रावत को 1 दिसंबर 2021 को कुमाऊं मंडल का आयुक्त (कमिश्नर) नियुक्त किया गया। [5]Amar Ujala
सन्दर्भ
↑1 | easy.nic.in |
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↑4 | jansatta.com |
↑5 | Amar Ujala |