Deepika Kumari Biography in Hindi | दीपिका कुमारी जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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पूरा नाम | दीपिका कुमारी महतो |
उपनाम | दीपा |
व्यवसाय | भारतीय तीरंदाज |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 161 मी०- 1.61 फीट इन्च- 5’ 3” |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
तीरंदाजी | |
टर्न्ड प्रो | वर्ष 2006 |
मौजूदा टीम | भारतीय तीरंदाजी महिला टीम |
कोच | हरेंद्र सिंह |
रिकॉर्ड्स | • वर्ष 2009 में उन्होंने ओग्डेन, यूएसए में आयोजित होने वाले 11वां युवा विश्व तीरंदाजी चैम्पियनशिप अपने नाम किया। • दीपिका कुमारी ने वर्ष 2010 में महिला कामनवेल्थ गेम्स और टीम रिकर्व दोनों स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक हासिल किया। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 13 जून 1994 (सोमवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 27 वर्ष |
जन्मस्थान | रांची, झारखंड, भारत |
राशि | मिथुन (Gemini) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | रांची, झारखंड, भारत |
धर्म | हिन्दू |
आहार | मांसाहारी [1]The Times of India |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
सगाई तिथि | 10 दिसंबर 2018 (सोमवार) |
विवाह तिथि | 30 जून 2020 (मंगलवार) |
विवाह स्थान | मोराबादी, रांची, झारखंड |
परिवार | |
पति | अतानु दास (आर्चर) |
माता/पिता | पिता- शिवनारायण महतो माता- गीता महतो (नर्स) |
पसंदीदा चीजें | |
अभिनेता | इरफान खान और शाहरुख खान |
भोजन | चिकन करी |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | डस्टर कार |
दीपिका कुमारी से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- दीपिका कुमारी एक भारतीय तीरंदाज हैं जिन्हे वर्ष 2012 में भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। दीपिका कुमारी यह सम्मान पाने वाली भारत की सबसे कम उम्र की महिला तीरंदाज खिलाड़ी हैं।
- उनका पालन-पोषण एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके पिता शिवनारायण महतो एक ऑटो रिक्शा चालक थे और उनकी माता गीता महतो रांची के एक मेडिकल कॉलेज में नर्स हैं।
- दीपिका कुमारी को बचपन से ही निशाना लगाने का काफी शौक था। बचपन में वह अपने गांव में आमों के गुच्छों पर पर पथ्थर से निशाना लगाया करती थी। जैसे-जैसे वह बड़ी होती गई वैसे-वैसे ही उन्होंने बड़े उपकरणों का प्रयोग करना शुरू किया। अपने निशाने के शुरुआती दिनों में दीपिका बांस के बने धनुष बान से निशाना लगाया करती थीं।
- दीपिका कुमारी को जब यह एह्साह हुआ की उनका निशाना ठीक निशाने पर ही लग रहा है तो उन्होंने निशानेबाज़ी में अपना करियर बनाने का फैसला किया।
- दीपिका कुमारी ने अपने गांव के किसी एक व्यक्ति के कहने पर अपने पिता के साथ पहली बार झारखण्ड के रायकेला तीरंदाजी प्रतियोगिता में भाग लिया था। हालाँकि उन्हें पहली बार में सफलता नहीं मिली। जिसके चलते वह काफी निराश हुई थी। तब उनके पिता ने उन्हें तीरंदाजी प्रतियोगिता में दुबारा से भाग लेने की सलाह दी थी।
- दीपिका कुमारी को तीरंदाजी में पहली सफलता वर्ष 2005 में मिली जब उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा द्वारा स्थापित संस्थान अर्जुन तीरंदाजी अकादमी में प्रवेश लिया। हालाँकि उनकी पेशेवर तीरंदाजी यात्रा की शरुआत वर्ष 2006 में हुई जब उन्होंने जमशेदपुर टाटा तीरदांजी अकादमी में दाखिला लिया।
- टाटा तीरंदाजी अकादमी में शामिल होने के बाद उन्होंने उचित उपकरण और वर्दी के साथ अपना प्रशिक्षण शुरू किया। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें 500 रुपए का वजीफा भी मिला था।
- वर्ष 2009 में दीपिका कुमारी ने ओग्डेन सिटी, यूटा, अमेरिका में आयोजित 11वें युवा विश्व तीरंदाजी चैंपियनशिप में भाग लिया और उस तीरंदाजी चैंपियनशिप की विजेता बनी। उस वक्त दीपिका कुमारी महज 15 साल की थी।
- उन्होंने मई 2012 में अंताल्या (तुर्की) में आयोजित तीरंदाजी विश्व कप चैंपियनशिप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता।
- खेल और युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी (द्वितीय एल) ने भोपाल के टीटी नगर स्टेडियम में गुरुनानक देव ओलंपिक खेल केंद्र के उद्घाटन समारोह में दीपिका कुमारी को सम्मानित किया।
- वर्ष 2012 में भारतीय तीरंदाज दल की सदस्य दीपिका कुमारी को टाटा स्टील कंपनी के खेल विभाग का प्रबंधक नियुक्त किया गया। 14 जुलाई 2012 को टाटा स्टील कंपनी ने इस बात की सम्पूर्ण जानकारी दी।
- दीपिका कुमारी ने वर्ष 2016 में शंघाई, चीन में आयोजित होने वाले तीरंदाजी विश्व कप चैंपियनशिप के क्वालिफाइंग मुकाबले में पहला स्थान प्राप्त किया।
- भारतीय तीरंदाज अतानु दास और दीपिका कुमारी की पहली मुलाकात वर्ष 2008 में टाटा तीरंदाज अकादमी में प्रशिक्षण के दौरान हुई। प्रशिक्षण के शुरुआती दिनों में दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस हो गई थी। जिसके चलते दोनों ने एक दूसरे से बातचीत करना बंद कर दिया था। लेकिन कई तीरंदाजी प्रतियोगिताओं में एक साथ भाग लेने और साथ में सफर करने की वजह से वर्ष 2016 में दोनों के बीच फिर से बातचीत शुरू हो गई। कई साल तक एक दूसरे को डेट करने के बाद वर्ष 2018 में उन्होंने सगाई कर ली।
- लगभग डेढ़ साल तक एक दूसरे के साथ तीरंदाजी खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने के बाद दीपिका कुमारी ने अपने परिवार की उपस्थिति में 30 जून 2020 को अतानु दास से शादी कर ली। उनकी शादी में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी शामिल हुए थे।
- एक ऑटो चालक के घर जन्मी दीपिका कुमारी ने साल 2011 से 2021 तक विश्वकप में 10 गोल्ड मेडल के साथ करीब 30 पदक देश के नाम किया। जबकि वर्ल्ड चैंपियनशिप, कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स सहित अन्य अंतरराष्ट्रीय तीरंदाजी खेल प्रतियोगिताओं में दर्जन भर अवॉर्ड अपने नाम किया।
- दीपिका कुमारी ने वर्ष 2021 में पेरिस आर्चरी वर्ल्ड कप स्टेज 3 टूर्नामेंट के दौरान एक ही दिन में तीन गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसके पहले उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर मिक्स्ड इवेंट में स्वर्ण पदक जीता। दीपिका कुमारी ने अपने ही नेतृत्व में भारतीय महिला रिकर्व टीम को स्वर्ण पदक जिताया। फिर इसके बाद उन्होंने व्यक्तिगत इवेंट में एक और स्वर्ण पदक भारत के नाम किया।
- दीपिका कुमारी को वर्ष 2021 में भारत तीरंदाजी महिला टीम की तरफ से टोक्यो ओलंपिक तीरंदाजी खेल प्रतियोगिता में चुना गया।
सन्दर्भ
↑1 | The Times of India |
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