Mahua Moitra Biography in Hindi | महुआ मोइत्रा जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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उपनाम | पुतलु |
व्यवसाय | राजनेता |
राजनीति करियर | |
पार्टी/दल | • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (2008-2010) • अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी 2010-वर्तमान) |
राजनीतिक यात्रा | • वर्ष 2008 में उन्होंने भारतीय कांग्रेस पार्टी को एक सदस्य के रूप में ज्वाइन किया। • वर्ष 2010 में उन्होंने अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस पार्टी को ज्वाइन किया। • उन्होंने करीमपुर निर्वाचन क्षेत्र से वर्ष 2016 में पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव जीता। • वह टीएमसी की प्रवक्ता और महासचिव भी रह चुकी हैं। • उन्हें वर्ष 2019 में पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर निर्वाचन क्षेत्र से आम चुनाव के लिए टीएमसी उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया था • उन्हें 24 मई 2019 को सांसद के रूप में चुना गया। |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 168 मी०- 1.68 फीट इन्च- 5' 6" |
वजन/भार (लगभग) | 55 कि० ग्रा० |
फिगर (लगभग) | 32-24-34 |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 5 मई 1974 (सोमवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 47 वर्ष |
जन्मस्थान | लबैक, कछार, असम, भारत |
राशि | वृषभ (Taurus) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत |
स्कूल/विद्यालय | उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा कोलकाता से की। |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | उन्होंने बीए तक की पढ़ाई मैसाचुसेट्स, संयुक्त राज्य अमेरिका के माउंट होलो कॉलेज से की। |
शैक्षिक योग्यता | स्नातक [1]MyNeta |
पता | आरओ- 9ए रत्न बाली, 7ए जज कोर्ट रोड कोलकाता पश्चिम बंगाल-700027 [2]MyNeta |
विवाद | • 10 जनवरी 2017 को राष्ट्रीय टेलीविजन बहस के दौरान भारतीय जनता पार्टी के सांसद और केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक बात कहने पर महुआ मोइत्रा के खिलाफ पुलिस चौकी में शिकायत दर्ज हुई थी। कुछ दिनों बाद बाबुल सुप्रियो ने महुआ मोइत्रा, तृणमूल कांग्रेस सांसद सौगत रॉय, और तापस पॉल को कथित रूप से रोज़ वैली पोंजी फर्म घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया। • महुआ मोइत्रा पर सिलचर हवाई अड्डे पर असम पुलिस की एक महिला कांस्टेबल पर हाथापाई करने का आरोप लगा था। यह घटना उस समय की है जब अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस पार्टी का आठ सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल सिलचर NRC मुद्दे पर चर्चा करने के लिए असम भेजा गया था। • एक बार तो महुआ मोइत्रा पर साहित्यिक चोरी करने का भी आरोप लगा था। • पश्चिम बंगाल इकाई ने महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि विधानसभा उपचुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने थाना प्रभारी सुमित कुमार घोष के साथ मिलकर आचार संहिता का उल्लंघन किया था। |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | तलाक |
विवाह तिथि | जनवरी 2002 |
बॉयफ्रेंड | ज्ञात नहीं |
परिवार | |
पति | लार्स ब्रॉर्सन (स्कैंडिनेवियाई) |
बच्चे | ज्ञात नहीं |
माता/पिता | पिता- द्विपेंद्र लाल मोइत्रा माता- मंजू मोइत्रा |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | महिंद्रा स्कॉर्पियो (2016 मॉडल) |
संपत्ति | नकद: 5,000 रुपये बैंक जमा: 1.05 करोड़ रुपये आभूषण: 3. 2 कैरेट हीरे की अंगूठी की कीमत 70 लाख रुपये, 150 ग्राम सोने की कीमत 5 लाख रुपये, 3 किलो चांदी की कीमत 1 लाख रुपये, सिल्वर डिनर सेट की कीमत 1.65 लाख रुपये, कला के टुकड़े 25 लाख रुपये हैं। |
सैलरी | 1 लाख रुपये + अन्य भत्ते |
कुल सम्पत्ति (लगभग) | रु. 2 करोड़ [3]MyNeta |
महुआ मोइत्रा से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- महुआ मोइत्रा एक भारतीय राजनेता हैं जो पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर निर्वाचन क्षेत्र से सांसद हैं। उन्हें अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पार्टी के साथ काम करने के लिए जाना जाता है।
- महुआ मोइत्रा को 18 साल की उम्र से ही राजनीति में काफी दिलचस्पी थी।
- महुआ ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 2009 में भारतीय युवा राष्ट्रीय कांग्रेस से की।
- कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद महुआ मोइत्रा एक बैंकर के रूप में काम करने लगी। 10 साल तक बैंकर के रूप में काम करने के बाद वर्ष 2008 में भारत लौट आईं।
- महुआ मोइत्रा जब पश्चिम बंगाल की युवा कांग्रेस पार्टी में शामिल हुई थीं, तब वह राहुल गांधी की सबसे भरोसेमंद राजनेता बन गई थी। वह आम आदमी की सिपाही (AAKS) पहल की प्रमुख थी।
- उन्होंने युवा कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया जब उन्हें एहसास हुआ कि कांग्रेस हमेशा वामपंथियों के साथ समझौता करती है। उन्हें वामपंथी विचारधारा पसंद नहीं थी जिसके चलते उन्होंने कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया।
- उनकी रैलियों के दौरान उनका मुख्य फोकस शिक्षा, रोजगार और युवा सशक्तिकरण पर रहता है। वह अक्सर कॉलेज के छात्रों को संबोधित करती हैं और अपने निर्वाचन क्षेत्र के युवाओं के साथ गहरा संबंध रखती हैं।
- 2019 के लोकसभा चुनाव में महुआ मोइत्रा को कृष्णानगर निर्वाचन क्षेत्र से टीएमसी उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया।
- लोकसभा में अपने पहले भाषण में उन्होंने “शुरुआती फासीवाद के संकेतों” को सूचीबद्ध किया और सोशल मीडिया पर उनके इस भाषण को स्पीच ऑफ़ द ईयर की संज्ञा दी गई।