Uma Bharti Biography in Hindi | उमा भारती जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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पूरा नाम | उमा श्री भारती [1]Instagram |
उपाधि | साध्वी |
व्यवसाय | भारतीय राजनेता |
राजनीति करियर | |
पार्टी/दल | भारतीय जनता पार्टी |
राजनीतिक यात्रा | • वर्ष 1984 में वह 25 साल की उम्र में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ी और हार गई। • वर्ष 1989 में वह पहली बार खजुराहो लोकसभा क्षेत्र चुनाव जीती और 1991, 1996 और 1998 के चुनावों में इस सीट से लगातार जीत हासिल की। • वर्ष 1999 में भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव जीती और अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में शामिल हुई और मानव संसाधन विकास, पर्यटन, युवा मामले और खेल, कोयला और खान सहित विभिन्न राज्य और कैबिनेट स्तर के विभागों का कार्यभार संभाला। • वर्ष 2003 में उमा भारती के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में 75% बहुमत के साथ जीत हासिल की और वह मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री बनीं। • वर्ष 2004 में उन्हें भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के साथ सार्वजनिक बहस के बाद भाजपा से निलंबित कर दिया गया था। • वर्ष 2005 में उनका निलंबन वापस लिया गया और उन्हें फिर से भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य नियुक्त किया गया। • वर्ष 2005 में शिवराज सिंह चौहान को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त करने के खिलाफ होने के कारण उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया गया था। • उमा भर्ती ने वर्ष 2006 में अपनी खुद की पार्टी 'भारतीय जनशक्ति पार्टी' की स्थापना की। • वर्ष 2011 में उन्हें फिर से पार्टी में शामिल किया गया। • वर्ष 2012 में उन्होंने महोबा जिले के चरखारी निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव जीता। • वर्ष 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश के झांसी निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के लिए चुना गया। • वर्ष 2014 में उन्हें नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री के रूप नियुक्त किया गया। • वर्ष 2019 में उमा भर्ती को भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष के पद पर नियुक्त किया गया। |
मुख्य प्रतिद्वंदी | समाजवादी पार्टी के चंद्रपाल यादव |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 161 मी०- 1.61 फीट इन्च- 5' 3" |
वजन/भार (लगभग) | 75 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 3 मई 1959 (रविवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 62 वर्ष |
जन्मस्थान | डूंडा, टीकमगढ़, मध्य प्रदेश, भारत |
राशि | वृष ( Taurus) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | डूंडा, टीकमगढ़, मध्य प्रदेश |
शैक्षिक योग्यता | छठवीं कक्षा पास [2]LOK SABHA |
धर्म | हिन्दू [3]Facebook |
जाति | लोधी समाज- अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) |
पता | बी-6, श्यामला हिल्स, भोपाल, मध्य प्रदेश [4]LOK SABHA |
शौक/अभिरुचि | भगवद गीता जैसे आध्यात्मिक ग्रंथों को पढ़ना, तैराकी करना, ड्राइविंग करना, पंछी देखना, और भारतीय संस्कृति विरासत का संरक्षण और प्रसार करना |
विवाद | • दिसंबर 1992 में वह अन्य प्रमुख नेताओं में से एक थीं जिन्होंने 1980 और 1990 के दशक के विवादास्पद राम जन्मभूमि आंदोलन का समर्थन किया था। आंदोलन का आयोजन भारतीय जनता पार्टी और विश्व हिंदू परिषद द्वारा किया गया था और इस विवाद ने अंततः बाबरी मस्जिद को गिरा दिया। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में बाबरी मस्जिद विध्वंस के आरोपियों में उनका नाम सामने आया था। 1992 में दर्ज किए गए कुल 49 मामलों में से दूसरा मामला, एफआईआर नंबर 198 में उमा भारती के नाम था। 1993 में सीबीआई ने उमा भारती, लालकृष्ण आडवाणी, कल्याण सिंह और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे सहित 48 लोगों के खिलाफ एकल, समेकित आरोप पत्र दायर किया। सुप्रीम कोर्ट के एक आदेश के बाद आडवाणी, जोशी और उमा भारती के खिलाफ मामला ललितपुर से रायबरेली लखनऊ चला गया। 30 सितंबर 2020 को 28 साल बाद लखनऊ में एक विशेष सीबीआई अदालत ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया। जिनमें भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती शामिल हैं। 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में 16वीं सदी की बाबरी मस्जिद, हजारों "कार सेवकों" द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था, जो मानते थे कि मस्जिद को एक प्राचीन मंदिर के खंडहर पर बनाया गया था जो भगवान राम के जन्मस्थान को चिह्नित करता था। 9 नवंबर 2019 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 जजों की विशेष बेंच ने सर्वसम्मति से आयोध्या राम मंदिर निर्माण का फैसला सुनाया। [5]NDTV • 1994 के हुबली दंगा मामले में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था जिसके बाद उन्हें अगस्त 2004 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। • 25 जुलाई 2007 को भारती ने सेतुसमुद्रम नौवहन नहर परियोजना के विरोध में एक सप्ताह का अनशन किया था। • जब नवंबर 2011 में भारत सरकार ने रिटेल में एफडीआई की अनुमति देने का फैसला किया था तब उमा भारती ने वॉलमार्ट का विरोध किया और वॉलमार्ट को आगजनी धमकी दी और कहा कि अगर वह भारतीय बाजारों में प्रवेश करते हैं तो ठीक नहीं होगा। • उनके खिलाफ अदालत में 13 आपराधिक मामले दर्ज हैं। • जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, केंद्र सरकार द्वारा उनके मंत्रालय को आवंटित रु. 20,000 करोड़ के फंड का ठीक से उपयोग नहीं करने पर उनकी आलोचना की थी। • मध्य प्रदेश के सीएम के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, केएन गोविंदाचार्य को मध्य प्रदेश के आधिकारिक सीएम आवास पर रहने की अनुमति देने के लिए उनकी अक्सर आलोचना की जाती थी। हालांकि उन्होंने आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि बेघर केएन गोविंदाचार्य को आश्रय देने के लिए ऐसा किया। |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | अविवाहित |
परिवार | |
पति | लागू नहीं |
माता/पिता | पिता - स्वर्गीय गुलाब सिंह माता- नाम ज्ञात नहीं |
भाई/बहन | भाई- 2 • स्वामी प्रसाद लोधी • कन्हैया लोधी |
पसंदीदा चीजें | |
राजनेता | अटल बिहारी वाजपेयी |
क्रांतिकारी | चे ग्वेरा |
खिलाड़ी | माइकल शूमाकर |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
सम्पत्ति | • नकद: 2.5 लाख रूपये चल संपत्ति • बैंक जमा: 2.26 लाख रूपये • आभूषण: 35 लाख रूपये • घर का सामान: 4 लाख रूपये अचल संपत्ति • आवासीय भूखंड: रु. 98 लाख मूल्य के 4 भूखंड |
कुल सम्पत्ति | 1.43 करोड़ रूपये (2014 के अनुसार) [6]MyNeta |
उमा भारती से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- उमा भारती एक भारतीय राजनेता और साध्वी हैं। उमा भारती को उनके कड़े धार्मिक विचारों, हिंदुत्व विचारधारा, उग्र भाषणों और 6 दिसंबर 1992 में बाबरी मस्जिद के विध्वंस में उनकी कथित भूमिका के लिए जाना जाता है।
- उनका पालन-पोषण मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ के एक गरीब किसान परिवार में हुआ था। उन्हें ग्वालियर की राजमाता- स्वर्गीय विजया राजे सिंधिया ने राजनीति में जाने की सलाह दी थी।
- राजमाता ने उन्हें राजनीति के तौर-तरीकों के बारे में तब पढ़ाना शुरू कर दिया था जब वह सिर्फ बीस साल की थी। उमा भारती ने अपने कम उम्र में ही भाजपा की सदस्य बनकर राजनीति में प्रवेश किया और 1984 में 25 साल की उम्र में अपना पहला चुनाव लड़ा लेकिन चुनाव हार गईं।
- लालकृष्ण आडवाणी के साथ उनके विवाद और बाद में भाजपा से निष्कासन के बाद, उन्होंने ‘भारतीय जनशक्ति पार्टी’ नामक अपनी खुद का लोकार्पण किया।
- उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा छठी कक्षा तक ही की है। छोटी उम्र से ही उनका लगाव धार्मिक पाठ्यक्रमों था और अक्सर वह खुद को “धार्मिक मिशनरी” के रूप में वर्णित करती थी। उन्हें प्यार से “साध्वी” के नाम से भी बुलाया जाता है जो एक महिला त्यागी के लिए संस्कृत का सम्मानजनक शब्द है।
- उनका बचपन से ही आध्यात्मिक गतिविधियों की ओर झुकाव रहा और उन्हें गीता और रामायण सहित धार्मिक महाकाव्यों में काफी रूचि है जिससे उन्हें अयोध्या आंदोलन के चरम पर एक अर्ध-देवता का नाम दिया गया।
- वह एक प्रमुख सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकर्ता हैं। वह अक्सर माता बेटीबाई चैरिटेबल ट्रस्ट और मानव जागृति संघ के माध्यम से गरीबों और बेसहारा लोगों की मदद करती हैं एक बार वह मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह के शासनकाल के दौरान भोपाल में दिहाड़ी मजदूरों के कल्याण के लिए अनशन पर बैठी थी।
- वह अपने उग्र वक्तृत्व कौशल के लिए जानी जाती हैं।
- वर्ष 2003 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान वितरित एक पैम्फलेट उमा भारती की वैचारिक प्रेरणाओं- चे ग्वेरा और माइकल शूमाकर को सूचीबद्ध किया था।
- उमा भारती भगवान हनुमान जी की बहुत बड़ी भक्त हैं।
- सूत्रों के अनुसार उमा भारती एक बार सगाई कर चुकी हैं, लेकिन अपनी धार्मिक प्रतिबद्धताओं के कारण सगाई तोड़ दी। क्योंकि वह एक ब्रह्मचारिणी जीवन व्यतीत करना चाहती हैं।
- एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि वह रानी लक्ष्मीबाई जैसी महिला स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन और स्वामी विवेकानंद के जीवन से प्रेरित हैं।
- एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि वह केएन गोविंदाचार्य से शादी करने के लिए पूरी तरह तैयार थी, लेकिन उनके भाई स्वामी लोधी ने इस बहाने शादी को टाल दिया कि वह उनकी शादी किसी काले रंग के लड़के से नहीं कर सकते।
- 8 दिसंबर 2003 को उन्होंने मध्य प्रदेश के 15वीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। जिसके बाद उमा भारती मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।
- मध्य प्रदेश की सीएम बनने के बाद उमा भारती ने तिरुपति मंदिर का दौरा किया और अपना सर मुंडवाया, चुनाव से पहले उन्होंने सर मुंडवाने की शपथ ली थी।
- 2019 के लोकसभा चुनावों के शुरू होने से ठीक पहले उन्होंने घोषणा किया था कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगी बल्कि तीर्थ यात्रा पर जाएंगी। उन्होंने पैदल ही गंगा के सभी घाटों का दर्शन करने का फैसला किया।
- वर्ष 2019 में कश्मीरी आतंकवादी द्वारा हुए पुलवामा हमले में मारे गए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों के परिवारों के कल्याण हेतु उमा भारती ने अपने एक महीने का वेतन दान में देने का ऐलान किया।