Ajit Doval Biography in Hindi | अजीत डोभाल जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
---|---|
पूरा नाम | अजीत कुमार डोभाल [1]Instagram |
व्यवसाय | आईपीएस अधिकारी |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 163 मी०- 1.63 फीट इन्च- 5’ 4" |
वजन/भार (लगभग) | 70 कि० ग्रा० |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
सिविल सर्विसेज | |
सर्विस | भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईपीएस) |
बैच | 1968 |
कैडर | केरला |
प्रमुख पद | • अजीत डोभाल वर्ष 1968 में केरल कैडर में भारतीय पुलिस सेवा में शामिल हुए। • वर्ष 2004 और 2005 के बीच, उन्होंने इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक के रूप में काम किया। • दिसंबर 2009 में वह आध्यात्मिक रूप से उन्मुख संगठन, विवेकानंद केंद्र द्वारा स्थापित एक थिंक टैंक 'विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन' के संस्थापक-निदेशक बने। • उन्हें भारत सरकार द्वारा मई 2014 में भारत के पांचवें राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया। |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 20 जनवरी 1945 (शनिवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 76 वर्ष |
जन्मस्थान | गिरि बनेल्स्युन, पौड़ी गढ़वाल, संयुक्त प्रांत, ब्रिटिश भारत (अब उत्तराखंड, भारत में) |
राशि | कुंभ (Aquarius) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू [2]Instagram |
जाति | ब्राम्हण [3]The Indian Express |
आहार | मांसाहारी [4]The Indian Express |
गृहनगर | पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड |
स्कूल | किंग जॉर्ज रॉयल इंडियन मिलिट्री स्कूल, अजमेर, राजस्थान |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | • आगरा विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश, भारत • नेशनल डिफेंस कॉलेज, दिल्ली |
शैक्षिक/योग्यता | अजीत डोभाल ने आगरा विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एमए किया। [5]Web Archive |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह वर्ष | 1972 |
परिवार | |
पत्नी | आरुणि डोभाल |
बच्चे | बेटा- 2 • शौर्य डोभाल (राजनयिक) • विवेक डोभाल (चार्टर्ड वित्तीय विश्लेषक) |
माता/पिता | पिता- गुणानंद देभाल (सेवानिवृत सिपाही) माता- नाम ज्ञात नहीं |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
वेतन/सैलरी | रु. 162,500 (या $2,400)/माह |
अजीत डोभाल से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- अजीत डोभाल एक भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईपीएस अधिकारी) हैं जिन्हे जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने का मास्टर माइंड कहा जाता है।
- अजीत डोभाल का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के एक सैनिक ब्राह्मण परिवार में हुआ था। उनके पिता गुणानंद डोभाल भारतीय सेना में एक सैनिक थे।
- अर्थशास्त्र में पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद वह आईपीएस की तैयारी में लग गए और 1968 में केरल कैडर के आईपीएस अधिकारी बने।
- डोभाल ने ‘मिज़ो नेशनल फ्रंट विद्रोह’ के दौरान लालडेंगा के सात कमांडरों में से छह पर जीत हासिल की थी, जिसका उद्देश्य मिज़ोस के लिए एक संप्रभु राज्य की स्थापना करना था।
- आईपीएस अधिकारी के रूप में मात्र छ साल की सेवा में उन्हें भारत सरकार द्वारा उनकी योग्य सेवा के लिए “पुलिस पदक” से सम्मानित किया गया था। उस समय डोभाल यह सम्मान प्राप्त करने वाले सबसे कम उम्र के पुलिस अधिकारी थे, क्योंकि आमतौर पर एक अधिकारी को पदक के लिए अर्हता प्राप्त करने में लगभग डेढ़ दशक का समय लगता है।
- वह कीर्ति चक्र से सम्मानित होने वाले पहले पुलिस अधिकारी बने, जो 1988 में शांतिकाल का दूसरा “सर्वोच्च वीरता पुरस्कार” है।
- डोभाल को 1990 में कश्मीर भेजा गया था, जहां उन्होंने कूका पारे जैसे आतंकवादियों को भारत विरोधी बनने से मना किया था।
- उन्होंने 1996 में जम्मू और कश्मीर में राज्य के चुनावों का रास्ता साफ किया था। तब उन्हें लंदन में भारतीय उच्चायोग में मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था।
- एक ख़ुफ़िया अधिकारी के रूप में वह पाकिस्तान में एक मुसलमान के भेष भूषा में लगभग सात साल तक रहे। वहां उनकी मुलाकात लंबी सफेद दाढ़ी वाले एक व्यक्ति से हुई, जो पलक झपकते ही डोभाल को एक हिंदू के रूप में पहचान लिया था। डोभाल ने कहा कि शुरू में मैं उस आदमी से सहमत नहीं था और जोर देकर कहा कि मैं एक हिंदू परिवार में पैदा हुआ था लेकिन बाद में इस्लाम में परिवर्तित हो गया।
- डोभाल उन तीन वार्ताकारों में से एक हैं, जिन्होंने इंडियन एयरलाइंस की उड़ान 814 (IC-814) से यात्रियों की रिहाई के लिए बातचीत की थी, जिसे 1999 में भारतीय जेलों में बंद कई इस्लामी शख्सियतों की रिहाई के लिए अपहृत किया गया था। इस घटना में शामिल एयरबस 300 को कई स्थानों पर उड़ान भरने के लिए मजबूर किया गया और अंत में कंधारी में नीचे उतरने के लिए मजबूर किया गया जो उस समय तालिबान के नियंत्रण में था। विशेष रूप से डोभाल को 1971 से 1999 के बीच इंडियन एयरलाइंस के सभी 15 विमानों के अपहरण को समाप्त करने में शामिल होने का अनुभव है।
- जनवरी 2005 में इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक के रूप में सेवानिवृत्त होने के बाद भी वह भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर मौखिक आदान-प्रदान में सक्रिय रूप से शामिल रहे। कुछ प्रसिद्ध समाचार पत्रों और पत्रिकाओं के लिए संपादकीय लिखने के अलावा उन्होंने कई प्रसिद्ध सरकारी और गैर-सरकारी संस्थानों में राष्ट्रीय सुरक्षा पर कई व्याख्यान दिए।
- वर्ष 2019 की फिल्म ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ में डोभाल को परेश रावल द्वारा चित्रित किया गया था।
- वर्ष 2019 में जब भारत सरकार ने जम्मू और कश्मीर से अनुच्छेद 370 को समाप्त कर दिया था तो अजीत डोभाल ने कश्मीर घाटी में शांति और व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- अजीत डोभाल ने एक साक्षात्कार में पाकिस्तान को खुल्ला चैलेंज देते हुए कहा-
अगर तुम एक और मुंबई काण्ड दोहरओंगे, हम तुम्हारे मुह से बलूचिस्तान छीन लेंगे”
सन्दर्भ
↑1 | |
---|---|
↑2 | |
↑3, ↑4 | The Indian Express |
↑5 | Web Archive |