Hemant Soren Biography in Hindi | हेमंत सोरेन जीवन परिचय
जीवन परिचय | |
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व्यवसाय | भारतीय राजनेता |
जाने जाते हैं | • झारखंड के 5वें मुख्यमंत्री होने के नाते • झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के अध्यक्ष होने के नाते |
शारीरिक संरचना | |
लम्बाई (लगभग) | से० मी०- 168 मी०- 1.68 फीट इन्च- 5’ 6” |
आँखों का रंग | काला |
बालों का रंग | काला |
राजनीति |
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पार्टी/दल | झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) |
राजनीतिक यात्रा | • वर्ष 2005 में झारखंड विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन वह स्टीफन मरांडी से हार गए। • 24 जून 2009 में उन्हें राज्य सभा के सदस्य के रूप में चुना गया था। • 4 जनवरी 2010 को वह झारखंड के दुमका निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने जाने के बाद राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया। • वर्ष 2009 में उन्हें झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया। • 11 सितंबर 2010 को उन्हें झारखंड के उप मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। • 13 जुलाई 2013 को हेमंत सोरेन को झारखंड के 5वें मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया। • 23 दिसंबर 2014 को वह बरहेट विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में चुने गए। • वर्ष 2014 में झारखंड विधानसभा चुनावों में भाजपा को बहुमत मिलने के बाद 8 जनवरी 2015 को उन्हें विपक्ष के नेता के रूप में नामित किया गया था। • 23 दिसंबर 2019 को उन्हें फिर से झारखंड विधानसभा चुनाव में बरहेट विधानसभा सीट से विधायक के रूप में चुना गया। • 29 दिसंबर 2019 को हेमंत सोरेन ने झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। |
सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी | रघुबर दास |
व्यक्तिगत जीवन | |
जन्मतिथि | 10 अगस्त 1975 (रविवार) |
आयु (2021 के अनुसार) | 46 वर्ष |
जन्म स्थान | नेमरा, रामगढ़ जिला, बिहार (जो अब झारखंड में है), भारत |
राशि | सिंह (Leo) |
हस्ताक्षर | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
गृहनगर | रांची, झारखंड |
स्कूल/विद्यालय | पटना हाई स्कूल, पटना, बिहार [1]India TV |
कॉलेज/विश्वविद्यालय | बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा, रांची, झारखंड [2]Bihar Prabha |
शैक्षिक योग्यता [3]MyNeta | 12वीं पास |
धर्म | हिन्दू [4]Instagram |
जाति | अनुसूचित जनजाति (एसटी) [5]Hindustan Times |
पता | हाउस नंबर-बी-63, हरमू हाउसिंग कॉलोनी, पोस्ट ऑफिस- अशोक नगर, पुलिस स्टेशन-अरगोड़ा, रांची-834002 [6]MyNeta |
शौक/अभिरुचि | खाना बनाना, क्रिकेट देखना, बैटमिंटन देखना, और टेबल-टेनिस देखना |
विवाद | • वर्ष 2017 में झारखंड के सीएम रघुबर दास ने हेमंत सोरेन को "झारखंड ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (जीआईएस)" में आमंत्रित किया था। लेकिन हेमंत ने यह कहते हुए निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया- "सम्मेलन भूमि हथियाने वालों का एक महा चिंतन शिविर है और यह आदिवासियों, मूलवासियों और राज्य के किसानों की भूमि को लूटने के लिए आयोजित किया जा रहा है। • झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 25 अगस्त 2022 को चुनाव आयोग (ईसी) ने जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत विधायक के रूप में अयोग्य घोषित करने की सिफारिश की, जब उन्हें खुद को एक पत्थर खनन पट्टा आवंटित करने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने का दोषी पाया गया; सोरेन राज्य के खनन विभाग के प्रमुख भी हैं। [7]Hindustan Times |
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां | |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह तिथि | 7 फरवरी 2006 (मंगलवार) [8]Dainik Jagran |
परिवार | |
पत्नी | कल्पना सोरेन (व्यवसायी) |
बच्चे | हेमंत सोरेन के दो बेटे हैं (नाम ज्ञात नहीं) |
माता/पिता | पिता- शिबू सोरेन (राजनेता) माता- रूपी सोरेन (किसान) |
भाई/बहन | भाई- 2 • स्वर्गीय: दुर्गा सोरेन • बसंत सोरेन (छोटा भाई व्यवसायी और राजनेता) छोटी बहन- अंजलि सोरेन (राजनेत्री) |
धन/संपत्ति संबंधित विवरण | |
कार संग्रह | टाटा सफारी (2017 मॉडल) |
धन/संपत्ति [9]MyNeta | • नकद: 25.13 लाख रुपये • बैंक जमा: 31.31 लाख रुपये • बांड और शेयर: 4.82 लाख रुपये • गैर-कृषि भूमि: बोकारो, झारखंड में 20 लाख रुपये की कीमत • गैर-कृषि भूमि: मूल्य 2 लाख रुपये अंगारा, रांची • आवासीय भवन: बोकारो, झारखंड में 75 लाख रुपये की कीमत |
वेतन/सैलरी [10]Wikipedia | 2.72 लाख रुपये प्रति माह (झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में) |
कुल संपत्ति [11]MyNeta | 8.51 करोड़ रुपये (2019 के अनुसार) |
हेमंत सोरेन से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ
- हेमंत सोरेन एक भारतीय राजनेता, झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के अध्यक्ष और झारखंड के 11वें मुख्यमंत्री हैं।
- वह राजनीति के अनुभवी शिबू सोरेन के पुत्र हैं।
- उनके पिता शिबू सोरेन एक पूर्व केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और 3 बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
- हेमंत सोरेन 19वीं सदी के आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और नेता “बिरसा मुंडा” के प्रबल अनुयायी हैं। वह साहस और वीरता के लिए मुंडा से प्रेरणा लेते हैं।
- वह तकनीक में काफी रूचि रखते हैं और उन्हें विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का पता लगाना पसंद है। उन्हें आईपैड जैसे हैंडहेल्ड गैजेट्स भी पसंद हैं।
- एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा-
यह बहुत से लोग नहीं जानते हैं लेकिन मुझे अपने खाली समय में खाना बनाना पसंद है क्योंकि यह एक बेहतरीन स्ट्रेसबस्टर है।”
- वर्ष 2009 में उनके बड़े भाई दुर्गा सोरेन की ब्रेन हैमरेज के कारण मृत्यु होने के बाद उन्हें झारखण्ड मुक्ति मोर्चा पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया। पहले उनके बड़े भाई दुर्गा सोरेन को शिबू सोरेन का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता था। लेकिन दुर्गा सोरेन की मौत के बाद हेमंत को राजनितिक उत्तराधिकारी नामित किया गया।
- हेमंत सोरेन ने अक्टूबर 2017 में 11 वर्षीय लड़की संतोषी कुमारी की मौत के बाद सीबीआई जांच की मांग की थी जो सिमडेगा में कथित तौर पर भूख से मर गई थी क्योंकि जुलाई से उसके परिवार को राशन नहीं दिया गया था। सोरेन ने मुख्य सचिव राजबाला वर्मा के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की थी। क्योंकि उन्होंने एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उन परिवारों के नाम हटाने के लिए आदेश पारित किया था जिन्होंने अपने राशन कार्ड में आधार नंबर नहीं लिंक करवा था।
- वह बिहार की तरह ही झारखंड में शराबबंदी के आह्वान का समर्थन करते हैं।
- राज्य में शराब की खुदरा दुकानों के प्रवेश के जवाब में उन्होंने कहा, “अब सरकार गांवों में शराब की दुकानें खोलेगी, जिसका सीधा असर झारखंड के गरीब आदिवासियों पर पड़ेगा।
- जनवरी 2019 में उन्होंने कांग्रेस पार्टी, झारखंड विकास मोर्चा-प्रजातांत्रिक (JVM-P), और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के साथ बातचीत की और 2019 विधानसभा चुनाव में झारखंड में भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए पहला महागठबंधन बनाया।
- वर्ष 2019 में दुमका और बरहेट निर्वाचन क्षेत्र के लिए उनके असाधारण कार्य को देखते हुए भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा 20 जनवरी 2020 को विज्ञान भवन नई दिल्ली में उन्हें “चैंपियंस ऑफ चेंज अवार्ड” से सम्मानित किया।
- झारखंड के एकमात्र आदिवासी नेता के रूप में उनकी प्रतिष्ठा तब बढ़ी जब वह विपक्ष के नेता के रूप में जनता के साथ शामिल हुए थे। उन्होंने आदिवासियों के अधिकारों का समर्थन किया और नीतियों के खिलाफ काफी विरोध किया।
- हेमंत सोरेन ने पीडीएस में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर का विरोध किया था। उन्होंने इस पर भी अपनी राय रखी थी कि कैसे यह योजना झारखंड के लोगों के साथ ज़बरदस्ती थोपी जा रही है।
- वर्ष 2019 में झारखंड चुनाव के प्रचार के दौरान सोरेन को झारखण्ड मुक्ति मोर्चा-कांग्रेस-राजद महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किया गया था।
- झारखंड चुनावों के प्रचार के दौरान उन्होंने उन संशोधनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जो “जनजातीय समर्थक किरायेदारी कानूनों” के लिए प्रस्तावित किए जा रहे थे। उन्होंने नियमितीकरण के लिए 70,000 अस्थायी शिक्षकों का समर्थन किया और सरकारी स्कूलों के विलय पर रघुबर दास (झारखंड सीएम) का भी विरोध किया। साथ ही उन्होंने खुदरा शराब की बिक्री पर सरकार की आलोचना भी की।
सन्दर्भ