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Kiran Bedi Biography in hindi | किरण बेदी जीवन परिचय

किरण बेदी

जीवन परिचय
वास्तविक नाम किरण पेशावरिया
उपनाम क्रेन बेदी
व्यवसाय राजनेता और सेवानिवृत्त आईपीएस
प्रसिद्ध हैं पहली महिला आईपीएस ऑफिसर के लिए
शारीरिक संरचना
लम्बाई (लगभग)से० मी०- 161
मी०- 1.61
फीट इन्च- 5’ 3”
वजन/भार (लगभग)55 कि० ग्रा०
आँखों का रंग काला
बालों का रंग काला
सिविल सर्विस
सर्विस भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस)
बैच 1972
कैडर अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम-संघ शासित प्रदेश (एजीएमयूटी)
प्रमुख पद 1975: नई दिल्ली में चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन में उप-मंडल पुलिस अधिकारी।
1979: पश्चिमी दिल्ली, डीसीपी।
1981: डीसीपी (यातायात) दिल्ली।
1983: एसपी (यातायात) गोवा।
1984: उप कमांडेंट (नई दिल्ली में रेलवे सुरक्षा बल)।
1984: उप निदेशक (औद्योगिक विकास विभाग)।
1985: पुलिस मुख्यालय, नई दिल्ली का कार्यभार सौंपा गया।
1986: उत्तरी दिल्ली, डीसीपी।
1988: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी), दिल्ली में उप निदेशक (संचालन)।
1990: डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (रेंज), मिजोरम।
1993: दिल्ली की जेलों का इंस्पेक्टर जनरल (आईजी)
1995: पुलिस अकादमी में अतिरिक्त आयुक्त (नीति और योजना)।
1996: दिल्ली पुलिस के संयुक्त आयुक्त।
1997: दिल्ली पुलिस में विशेष आयुक्त (खुफिया)।
1999: चंडीगढ़ में पुलिस महानिरीक्षक।
2003: संयुक्त राष्ट्र नागरिक पुलिस सलाहकार नियुक्त किया गया।
2005:महानिदेशक, होम गार्ड।
2007: ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट के महानिदेशक। नवंबर में, उन्होंने पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया; व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए।
पुरस्कार एवं सम्मान 1968: एनसीसी कैडेट अधिकारी पुरस्कार।
1979: अकाली-निरंकारी संघर्ष के दौरान हिंसा को रोकने में अहम भूमिका के लिए वीरता पुरस्कार "राष्ट्रपति पुलिस पदक" से सम्मानित।
1994: सरकारी सेवा के लिए रामन मैगसेसे पुरस्कार।
किरण बेदी रामन मैगसेसे पुरस्कार ग्रहण करते हुए
1995: लायंस क्लब, केके नगर द्वारा लायंस ऑफ़ द ईयर पुरस्कार समुदाय सेवा के लिए।
2004: उत्कृष्ट सेवा के लिए संयुक्त राष्ट्र पदक
2005: जेल और दंड प्रणाली में सुधार के लिए अखिल भारतीय ईसाई परिषद द्वारा सामाजिक न्याय के लिए मदर टेरेसा मेमोरियल राष्ट्रीय पुरस्कार।
2006: द वीक द्वारा देश की सबसे अधिक प्रशंसित महिला।
2014: सामाजिक प्रभाव डालने के लिए "लो ओरियल पेरिस फेमिना महिला पुरस्कार"।
राजनीति
राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
भारतीय जनता पार्टी झंडा
राजनीतिक यात्रा • वर्ष 2015 में, वह बीजेपी में शामिल हो गईं और वर्ष 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री (सीएम) उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा। हालांकि, उन्होंने कृष्णा नगर निर्वाचन क्षेत्र से आप पार्टी के उम्मीदवार एस. के. बग्गा से 2277 वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
• 22 मई 2016 को, उन्हें पुडुचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर के रूप में नियुक्त किया गया।
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 9 जून 1949
आयु (वर्ष 2018 के अनुसार)69 वर्ष लगभग
जन्मस्थान अमृतसर, पंजाब
राशि मिथुन
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर अमृतसर, पंजाब
हस्ताक्षर किरण बेदी हस्ताक्षर
स्कूल सेक्रेड हार्ट कॉन्वेंट स्कूल, अमृतसर (1954)
कॉलेज • सरकारी कॉलेज फॉर विमेन, अमृतसर
• पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
• दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
• आईआईटी, दिल्ली
शैक्षणिक योग्यता • स्नातक (अंग्रेजी में ऑनर्स) (1968)
• परास्नातक (राजनीति विज्ञान)
• दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून डिग्री (1988)
• पीएचडी (सोशल साइंसेज) (1993)
धर्म हिन्दू
जाति ज्ञात नहीं
खाद्य आदत ज्ञात नहीं
पता 56, फर्स्ट फ्लोर, उदय पार्क, नई दिल्ली -110049
शौक/अभिरुचि टेनिस खेलना, फोटोग्राफी करना, यात्रा करना, पुस्तकें पढ़ना और लिखना
विवाद • वर्ष 1983 में, गोवा में सेवा करते समय, उन्होंने एक विवाद को अपनी ओर आकर्षित किया, जब अनौपचारिक रूप से जनता के लिए जोरी ब्रिज का उद्घाटन किया। इस अनौपचारिक उद्घाटन ने कई राजनेताओं को नाराज कर दिया था।
• जब वह दिल्ली में अपनी बीमार बेटी की देखभाल करने के लिए छुट्टी पर थी, तब उन्होंने पुनः एक और विवाद खड़ा कर दिया। यद्यपि किरण ने छुट्टी के लिए आवेदन किया था, जिसकी पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) राजेंद्र मोहन ने भी सिफारिश की थी, लेकिन गोवा सरकार द्वारा छुट्टी को आधिकारिक तौर पर मंजूरी नहीं दी गई थी। गोवा के तत्कालीन मुख्यमंत्री प्रतापसिंह राणे द्वारा किरण को बिना किसी को बताए, ड्यूटी पर अनुपस्थित होने के कारण उन्हें फरार घोषित किया गया।
• वर्ष 1980 के दशक में, जब उन्होंने लाल किले के पास भारतीय जनता पार्टी की एक सभा पर लाठी चार्ज करने के आदेश देने के कारण कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
• जनवरी 1988 में, वह दिल्ली के वकीलों के साथ विवादों में आईं, जब उन्होंने राजेश अग्निहोत्री नामक एक व्यक्ति को अदालत में हथकड़ी से पकड़ा हुआ था। लेकिन वह व्यक्ति तीस हजारी कोर्ट में अभ्यास करने वाला एक वकील था। जिससे सभी वकील नाराज हो गए; क्योंकि एक वकील को हथकड़ी से पकड़ा नहीं जा सकता है; भले ही वह गंभीर अपराध में शामिल क्यों न हो।
• वर्ष 1992 में, जब सुकृति, किरण बेदी की बेटी, ने लेडी होर्डिंग मेडिकल कॉलेज (दिल्ली) में दाखिला लेने के लिए मिजोरम निवासी कोटे से आवेदन किया, जबकि वह एक गैर-मिजो थी। जिसके चलते मिजोरम छात्रों ने उनका कड़ा विरोध किया।
• 90 के दशक में, तिहाड़ जेल के इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) के रूप में काम करते हुए, किरण बेदी ने अपने वरिष्ठ अधिकारीयों से घृणा की। जिससे उन पर जेल की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगा।
• जुलाई 1993 में, सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के अंडर-ट्रायल कैदी को चिकित्सकीय जाँच के संबंध में दिए गए, दिशा-निर्देशों की अवमानना करने पर उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
• वर्ष 1994 में, जब तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने उन्हें वाशिंगटन में आने के लिए आमंत्रित किया। तब, दिल्ली सरकार ने उन्हें निमंत्रण स्वीकार करने से मना कर दिया था। वर्ष 1995 में, जब उन्हें बिल क्लिंटन ने फिर से आमंत्रित किया। तो पुनः दिल्ली सरकार ने निमंत्रण स्वीकार करने से मना कर दिया। तभी वह न्यूयॉर्क टाइम्स में एक लेख प्रकाशित करने के लिए आगे बढ़ी। जिसमें उन्होंने दिल्ली सरकार की काफी आलोचना की।
• तिहाड़ जेल के कुख्यात अपराधी चार्ल्स सोभराज को टाइपराइटर प्रदान करने के लिए उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। जोकि जेल मैनुअल के अनुसार निषिद्ध वस्तुओं में से एक है।
• 26 नवंबर 2011 को, दिल्ली स्थित वकील देवेंद्र सिंह चौहान द्वारा दायर शिकायत के आधार पर, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गैर-सरकारी संगठनों के लिए फंड के अनुचित उपयोग के लिए किरण बेदी पर मामला दर्ज किया गया।
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारी
वैवाहिक स्थिति विधवा
बॉयफ्रेंड बृज बेदी
विवाह तिथि 9 मार्च 1972
परिवार
पति बृज बेदी (टेनिस खिलाड़ी) वर्ष 2016 में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु
किरण बेदी अपने पति के साथ
बच्चे बेटा - कोई नहीं
बेटी - सुकृति (साइना) (जन्म सितंबर 1975 में)
किरण बेदी अपनी बेटी के साथ
माता-पिता पिता - प्रकाश लाल पेशावरिया (वस्त्र व्यवसायी)
माता - प्रेम लता
किरण बेदी अपने परिवार के साथ
भाई-बहन भाई - कोई नहीं
बहन - • शशि
• रीता पेशावरिया (टेनिस खिलाड़ी, लेखक)
• अनु (टेनिस खिलाड़ी)
किरण अपनी बहनों के साथ
पसंदीदा चीजें
पसंदीदा खेल लॉन टेनिस
पसंदीदा राजनेता नरेंद्र मोदी
धन संबंधित विवरण
कार संग्रह मारुति 800 (Regn. No. DBB239) Model 1985
घर/एस्टेट चल संपत्ति
बैंक बैलेंस
₹2.5 करोड़ (लगभग)
आभूषण
कान की बालियां एक जोड़ी 5 ग्राम वजन की (₹27 हजार)
अचल संपत्ति
• ग्राम मीरावाड़ी, तालुका दौंड जिले, पुणे, महाराष्ट्र में ₹1 करोड़ से अधिक की 4.76 एकड़ कृषि भूमि।
• गांव सिवाना, उप जिले भोंडसी, गुरुग्राम, हरियाणा में ₹50 लाख से अधिक की 2 एकड़ कृषि भूमि।
• औद्योगिक विकास कॉलोनी, अमृतसर में ₹30 लाख से अधिक की 5113 वर्गफुट का प्लॉट
• 1938 वर्ग फुट का आवासीय फ्लैट ₹4 करोड़ (प्रथम मंजिल, 56, उदय पार्क, नई दिल्ली)
• 1414 वर्ग फुट का आवासीय फ्लैट ₹1 करोड़ से अधिक (फ्लैट नंबर 301, जानकी को-ऑप ग्रुप हाउसिंग सोसाइटी, प्लाट नं .7, सेक्टर -22, द्वारका, नई दिल्ली)
• 322 वर्ग फुट का आवासीय फ्लैट ₹1 करोड़ से अधिक मूल्य (एफ -07, प्लॉट संख्या 01, पी -7, बिल्डर्स एरिया ग्रेटर नोएडा जिला गौतमबुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश)
आय (पुडुचेरी के राज्यपाल के रूप में) लगभग ₹3.5 लाख (वर्ष 2018 के अनुसार)
कुल संपत्ति (लगभग) ₹11 करोड़ (वर्ष 2014 के अनुसार)

किरण बेदी

किरण बेदी से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  • क्या किरण बेदी धूम्रपान करती हैं ? ज्ञात नहीं
  • क्या किरण बेदी शराब पीती हैं ? ज्ञात नहीं
  • उनके परदादा पेशावर से अमृतसर आए थे।
  • उनका पालन-पोषण हिन्दू और सिख परंपराओं में हुआ था।
  • उनके पिता एक लॉन टेनिस खिलाड़ी थे। जिसके बाद, किरण ने भी अपने पिता से प्रेरित हो कर नौ साल की उम्र में टेनिस खेलना शुरू कर दिया।
  • किरण बेदी राष्ट्रीय स्तर पर एक पेशेवर टेनिस खिलाड़ी के रूप में श्रीलंका में भारत का भी प्रतिनिधित्व किया। जहां वर्ष 1973 में भारतीय टीम ने लियोनेल फोन्सेका मेमोरियल ट्रॉफी जीती थी।
  • ऐसा कहा जाता है कि उनके छोटे बालों के पीछे का कारण टेनिस है; क्योंकि खेलते समय लंबे बाल खेल में बाधा डालते थे।

    किरण बेदी लॉन टेनिस खेलती हुए

    किरण बेदी लॉन टेनिस खेलती हुए

  • स्कूल समय में, वह राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) में शामिल हुईं और अतिरिक्त पाठ्यचर्या गतिविधियों में भाग लेना शुरू किया।
  • पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ से राजनीति विज्ञान में परास्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद, उन्होंने वर्ष 1970 से 1972 तक अमृतसर में महिलाओं के खालसा कॉलेज में एक लेक्चरर के रूप में काम किया।
  • वह अमृतसर में सर्विस क्लब के सिविल सेवकों के द्वारा भारतीय सिविल सेवाओं में शामिल होने के लिए प्रेरित हुई। जहां, उनकी मुलाकात अपने पति राज बेदी से हुई।
  • वर्ष 1972 में, भारतीय पुलिस सेवा में शामिल होने के बाद, बेदी ने राजस्थान के माउंट आबू में 9 महीने का पुलिस प्रशिक्षण प्राप्त किया।

    किरण बेदी पुलिस प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए

    किरण बेदी पुलिस प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए

  • किरण बेदी पहली महिला आईपीएस अधिकारी होने के कारण मीडिया में काफी लोकप्रिय हुई।
  • वर्ष 1975 में, दिल्ली के चाणक्यपुरी उपखंड में पहली पोस्टिंग के बाद, वह वर्ष 1975 में गणतंत्र दिवस परेड में दिल्ली पुलिस के सभी पुरुष दल का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनी।

     किरण बेदी गणतंत्र दिवस परेड में

    किरण बेदी गणतंत्र दिवस परेड में

  • 15 नवंबर 1978 को, उन्होंने दिल्ली में इंडिया गेट के पास निरंकारी और अकाली सिखों के संघर्षों को सफलतापूर्वक संभाला और अक्टूबर 1980 में भारतीय राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।

    किरण बेदी वीरता पुलिस पदक ग्रहण करते हुए

    किरण बेदी वीरता पुलिस पदक ग्रहण करते हुए

  • वर्ष 1979 में, उन्होंने आस-पास के प्रत्येक गांव में नागरिक स्वयंसेवकों की भर्ती करके, नागरिकों और सशस्त्र पुलिसकर्मियों द्वारा रात्रि गश्त, हर वार्ड में शिकायत बक्से स्थापित करने से नागरिकों की मदद की। जिससे उन्होंने दिल्ली के पश्चिम जिले में अपराध को कम कर दिया।
  • अक्टूबर 1981 में, वह डीसीपी (यातायात) बन गईं और दिल्ली इलेक्ट्रिक सप्लाई अंडरटेकिंग, नगर निगम और दिल्ली के विकास प्राधिकरण के सहयोग से यातायात (1982 एशियाई खेलों के कारण) को कुशलता से संभाला। उन्होंने नीतियों का भी इस्तेमाल किया जैसे – चालानों को अनियमित मोटर चालकों के लिए स्पॉट जुर्माना और अनुचित पार्क वाले वाहनों को उठाकर ले जाना।

    किरण बेदी प्रधानमंत्री की कार का चलान करती हुईं

    किरण बेदी प्रधानमंत्री की कार का चलान करती हुईं

  • उन्होंने प्रायोजकों की मदद से ₹3,500,000 के ट्रैफिक मार्गदर्शन सामग्री एकत्र की और दिल्ली में यातायात इकाई में काम कर रहे निरीक्षकों को चार-पहिया (पहली बार) गाड़ी प्रदान की। इस दौरान, उन्होंने यातायात कानूनों के निष्पक्ष कार्यान्वयन और उप-निरीक्षक निर्मल सिंह की प्रशंसा के कारण ‘क्रेन बेदी’ नाम भी हासिल किया, जिन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की राजदूत कार को उठा लिया था, जिसे उचित रूप से पार्क नहीं किया गया था ।
  • एशियाई खेलों के बाद, जब खेलों के दौरान यातायात को सावधानी से प्रबंधित करने के लिए उन्हें ‘एशियाई ज्योति’ की पेशकश की गई, तो उन्होंने पुरस्कार लेने से मना कर दिया और पुलिस इकाई (यातायात) को पुरस्कार समर्पित करने के लिए कहा।
  • वर्ष 1983 में, किरण बेदी को गोवा में तीन साल के लिए स्थानांतरित कर दिया गया था; सूत्रों के अनुसार, इंदिरा गांधी के सहयोगी आर. के. धवन और यशपाल कपूर समेत कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने उनके स्थानांतरण में अहम भूमिका निभाई थी।
  • गोवा में रहते हुए, किरण बेदी की 7 साल की बेटी गंभीर रूप से बीमार हो गई। जो तीन साल की उम्र से नेफ्राइटिक सिंड्रोम से पीड़ित थी, जिसके बाद बेदी ने दिल्ली के एम्स में अपनी बेटी के इलाज के दौरान अपने कुछ विशेषाधिकारों को छोड़ दिया।
  • वर्ष 1986 में, दिल्ली के उत्तरी जिले के डीसीपी के रूप में सेवा करते हुए, उन्होंने नशीली दवाओं की लत की समस्या का समाधान करने के लिए कई नशा मुक्ति केंद्र शुरू किए और एक नई पोस्ट में स्थानांतरण होने के बाद, उन्होंने अन्य 15 पुलिस अधिकारियों के साथ उन केंद्रों को ‘नवज्योति पुलिस फाउंडेशन फॉर करेक्शन, “डी-एडिक्शन एंड रिहैबिलिटेशन” शुरू किया।

    किरण बेदी नवज्योति पुलिस फाउंडेशन फॉर करेक्शन को दौरान

    किरण बेदी नवज्योति पुलिस फाउंडेशन फॉर करेक्शन को दौरान

  • वर्ष 1990 में, वाधवा आयोग ने किरण बेदी की निंदा की, जिसके चलते मिजोरम को उप महानिरीक्षक (रेंज) के रूप में उनका स्थानांतरन कर दिया गया।

    किरण बेदी मिजोरम में

    किरण बेदी मिजोरम में

  • मिजोरम में रहते हुए, बेदी ने पीएचडी की डिग्री प्राप्त की और अपनी आत्मकथा को लिखना शुरू कर दिया।
  • वर्ष 1993 में, उन्हें दिल्ली की जेलों का इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) नियुक्त किया गया था। तिहाड़ जेल के महानिरीक्षक के रूप में काम करते हुए, उन्होंने जेल में विपासना और योग सत्र, कैदियों के लिए व्यवसायिक प्रशिक्षण जैसे कई सुधार कार्यक्रम आयोजित किए। इन सुधारों के लिए, उन्हें रामन मैगसेसे पुरस्कार और जवाहरलाल नेहरू फैलोशिप जैसे पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

    किरण बेदी योग करते हुए

    किरण बेदी योग करते हुए

  • संयुक्त राष्ट्र ने उनके विजन फाउंडेशन को “सर्ज सोइटिरॉफ मेमोरियल अवॉर्ड” से सम्मानित किया है, जिसे वर्ष 1994 में पुलिस और जेल सुधारों के उद्देश्य से स्थापित किया गया था।
  • अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे के साथ, वह आईएसी (इंडिया अगेन्स्ट भ्रष्टाचार) के संस्थापक सदस्यों में से एक थीं।

    किरण बेदी अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे के साथ

    किरण बेदी अरविंद केजरीवाल और अन्ना हजारे के साथ

  • उन्हें उन पुलिस अधिकारियों में गिना जाता है, जिन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान बहुत कम छुट्टियां ली हैं।
  • वर्ष 2015 में, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में शामिल होने के बाद उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया।

    किरण बेदी नरेंद्र मोदी के साथ

    किरण बेदी नरेंद्र मोदी के साथ

  • उन्होंने स्टार प्लस चैनल पर एक प्रसिद्ध टीवी श्रृंखला ‘आप की कचहरी’ की भी मेजबानी की है।

    किरण बेदी टीवी श्रृंखला आप की कचहरी में

    किरण बेदी टीवी श्रृंखला आप की कचहरी में

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