Menu

Rajiv Gandhi Biography in Hindi | राजीव गांधी जीवन परिचय

राजीव गांधी

जीवन परिचय
वास्तविक नाम राजीव रत्न गांधी
उपनाम ज्ञात नहीं
व्यवसाय पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ
राजनीतिक पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी चिन्ह
राजनीतिक यात्रा • अपनी मां इंदिरा गांधी के कहने पर, उन्होंने अपने भाई संजय गांधी की मृत्यु के बाद वर्ष 1980 में अनिच्छा से राजनीति में कदम रखा।
• उसके अगले वर्ष, उन्होंने अपने दिवंगत भाई के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की।
• अपने राजनीतिक ज्ञान को आगे बढ़ाने के लिए, उन्हें वर्ष 1982 में कांग्रेस के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया, जिसके चलते उन्हें वर्ष 1982 में, एशियाई खेलों का आयोजन करने की जिम्मेदारी भी दी गई।
• इंदिरा गांधी की हत्या के बाद, उन्हें भारत का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया।
शारीरिक संरचना
लम्बाई से० मी०- 178
मी०- 1.78
फीट इन्च- 5’ 10”
वजन/भार (लगभग)72 कि० ग्रा०
आँखों का रंग काला
बालों का रंग काला
व्यक्तिगत जीवन
जन्मतिथि 20 अगस्त 1944
आयु (मृत्यु के समय)46 वर्ष
जन्मस्थान बॉम्बे, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत
मृत्यु तिथि21 मई 1991
मृत्यु स्थलश्रीपेरंबदूर, चेन्नई, तमिलनाडु
मृत्यु का कारणहत्या
राशि सिंह
राष्ट्रीयता भारतीय
गृहनगर बॉम्बे, बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत
स्कूल/विद्यालय शिव निकेतन स्कूल
वेलहेम बॉयज़ स्कूल, देहरादून
दून स्कूल, देहरादून
महाविद्यालय/विश्वविद्यालयट्रिनिटी कॉलेज, कैंब्रिज
इंपीरियल कॉलेज लंदन
दिल्ली फ्लाइंग क्लब, नई दिल्ली
शैक्षिक योग्यता प्रशिक्षित पायलट
परिवार पिता - स्वर्गीय फ़िरोज़ गांधी (पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ)
माता- स्वर्गीय इंदिरा गांधी (पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ)
फ़िरोज़ गांधी और इंदिरा गांधी
भाई- स्वर्गीय संजय गांधी (पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ और प्रशिक्षित पायलट)
संजय गांधी
बहन- कोई नहीं
धर्म हिन्दू
जाति ब्राह्मण
शौक/अभिरुचि साईकिल चलाना
विवाद • शाह बानो केस के तहत राजीव गांधी की सरकार विवादों में आईं। जिसके तहत राजीव गांधी की सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय को ख़ारिज करते हुए, "मुस्लिम महिला (तलाक के अधिकारों का सरंक्षण) अधिनियम 1986" पारित किया। 62 वर्षीय शाह बानो नामक एक महिला ने इंदौर की एक स्थानीय अदालत में एक याचिका दायर की, जिसके बाद उसके पति ने उसे अव्यवहारिक तलाक दिया और उसने महिला और उसके 5 बच्चों को कोई मुआवजा देने से इनकार कर दिया। शुरुआत में, एक स्थानीय अदालत ने उसके पति से शाह बानो को हर महीने 25 रुपए का भुगतान करने के लिए कहा, जिसे बाद में मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने 179 .20 रुपए प्रति माह के रूप में संशोधित किया। जिसके चलते मोहम्मद अहमद खान, महिला के पति ने सर्वोच्च न्यायालय में उच्च न्यायालय के फैसले को चुनौती दी, लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने उनके अनुरोध को खारिज कर दिया और उच्च न्यायालय के फैसले को ही सुरक्षित रखा। अंत में, केंद्र सरकार ने कार्यवाही की और उस अधिनियम को पारित किया, जिसमें तलाकशुदा औरत को उसके पति द्वारा रखरखाव केवल इद्दत (iddat) की अवधि के दौरान या तलाक के 90 दिन बाद ही दिया जाएगा।
• वर्ष 1989 में, तत्कालीन केंद्रीय वित्त मंत्री वी.पी. सिंह ने एक राजनीतिक भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया, जो बोफोर्स स्कैंडल के रूप में जाना जाता है। जिसमें स्वीडिश हथियार कंपनी बोफोर्स द्वारा इतालवी व्यवसायी और गांधी परिवार के सहयोगी ओटावियो क्वात्रोच्चि को लाखों अमरीकी डॉलर का कथित रूप से भुगतान किया गया था।
• श्वाइजर इलस्ट्रिएटर पत्रिका (Schweizer Illustrierte magazine) ने वर्ष 1991 में काले धन पर एक लेख प्रकाशित किया। लेख में "मैककिंसे एंड एंबेस कंपनी" को एक स्रोत के रूप में बताया है, जो स्विट्जरलैंड में गुप्त भारतीय खातों में राजीव गांधी के 2.5 अरब स्विस फ़्रैंक को सयोंजित करती है।
• वर्ष 1992 में, भारतीय समाचार पत्र "टाइम्स ऑफ इंडिया" और "द हिंदू" ने प्रकाशित रिपोर्टों में आरोप लगाया था कि राजीव गांधी को "केजीबी" (एक रूसी समिति) से राज्य सुरक्षा के रूप में धन मिला था। उसके बाद जाँच के दौरान, रूसी सरकार ने इस कृत्य की पुष्टि की, जो सोवियत विचारधारा के अनुकूल था।
प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां
वैवाहिक स्थिति विवाहित
बॉयफ्रैंड्स एवं अन्य मामले ज्ञात नहीं
पत्नी सोनिया गांधी (विवाह तिथि 1968-1991)
राजीव गांधी अपनी पत्नी के साथ
बच्चे बेटा : राहुल गांधी (भारतीय राजनीतिज्ञ)
राजीव गांधी का बेटा राहुल गांधी
बेटी : प्रियंका गांधी (भारतीय राजनीतिज्ञ)
प्रियंका गांधी

राजीव गांधी

राजीव गांधी से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ

  • क्या राजीव गांधी धूम्रपान करते थे ?: ज्ञात नहीं
  • क्या राजीव गांधी शराब पीते थे ?: ज्ञात नहीं
  • शिव निकेतन स्कूल के उनके शिक्षकों के अनुसार वह स्वभाव से काफी शर्मीले थे और उनका चित्रकला के प्रति काफी लगाव था।
  • ट्रिनिटी कॉलेज, लंदन ने उन्हें इंजीनियरिंग संकाय में जगह दी और उन्होंने उसी वर्ष अपनी पढ़ाई शुरू की, लेकिन अपनी डिग्री पूरी नहीं कर पाए।
  • राजीव वर्ष 1966 में भारत लौट आए, जब उनकी मां भारत के प्रधानमंत्री बनीं। जहां वह दिल्ली फ्लाइंग क्लब में शामिल हुए और एक प्रशिक्षित पायलट बन गए। उसके बाद वर्ष 1970 में, भारत की प्रतिष्ठित विमान कंपनी एयर इंडिया ने उन्हें पायलट के रूप में नियुक्त किया।
  • राजीव का राजनीति में आने का कोई मन नहीं था। फिर भी अपनी माँ के आदेश पर और अपनी अनिच्छा से राजनीति में शामिल हो गए।
  • उन्होंने वर्ष 1980 के आम चुनाव में अपने दिवंगत भाई के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी से चुनाव लड़ा और निचली संसद भवन (लोकसभा) में एक सांसद के रूप में जीत दर्ज की।
  • वर्ष 1981 में, राजीव गांधी भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष के रूप में चुने गए।
  • भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी राजीव को राजनीति सिखाना चाहती थी, जिसके लिए वर्ष 1982 में, उन्हें पार्टी महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया और उसी वर्ष एशियाई खेलों को व्यवस्थित रूप से आयोजित करने की जिम्मेदारी दी गई।
  • ऑपरेशन ब्लू स्टार के प्रतिशोध में उनकी माँ के अंगरक्षकों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, उसी दिन राजीव गांधी ने प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाल लिया था। इस हत्या ने देश में सिख विरोधी दंगों को उकसाया। सिख दंगों के सन्दर्भ में राजीव ने एक विवादास्पद बयान दिया, उन्होंने कहा कि जब एक पेड़ गिरता है, तो उससे सारी धरती हिल जाती है, ठीक इसी प्रकार अपनी माँ की मृत्यु पर सिख दंगों का भडकना उन्होंने लाजमी समझा, जिससे उन्हें कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
  • प्रधानमंत्री बनने के बाद राजीव ने सबसे पहले एक Anti-defection कानून को पारित किया। जिसमें किसी भी सांसद या विधायक को अगले चुनाव तक किसी भी अन्य राजनीतिक दल में शामिल होने पर प्रतिबंध था।
  • हालांकि वर्ष 1984 के चुनावी घोषणापत्र में आर्थिक नीति का कोई जिक्र नहीं हुआ, फिर भी उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को उदार बनाने की कोशिश की, और इसके लिए उन्होंने निजी उत्पादकों को लाभ देने के लिए प्रोत्साहन देना शुरू किया। उन्होंने कॉरपोरेट कंपनियों को औद्योगिक उत्पादन बढ़ाने के लिए सब्सिडी देना शुरू कर दिया, विशेष रूप से टिकाऊ वस्तुओं को प्रोत्साहन देना शुरू किया। जिसका उनकी स्वयं की पार्टी के सदस्यों ने इन कदमों की आलोचना की कि सुधारात्मक कार्य क्यों कर रहे हैं।
  • वर्ष 1987 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने श्रीलंका की अशांति को शांत करने के लिए भारतीय शांति सेना का गठन किया। जिसके विरोध में तमिल समर्थक लिट्टे के एक बंदूकधारी ने राजीव गांधी पर राजघाट जाते हुए, गोलियों से हमला कर दिया। जिस बंदूकधारी ने गोली चलाई, उसने बताया कि उनका इरादा श्रीलंका को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए राजीव गांधी को खत्म करना था।
  • जब वह कार्यालय में थे, तब उन्होंने संसदीय मंत्रिमंडल में कई बदलाव किए, जिसमें विपक्षी नेताओं ने कहा: मंत्रिमंडल परिवर्तन केंद्र सरकार में कांग्रेस सरकार की अस्थिरता को दर्शाता है।
  • जब वर्ष 1986 में, एमटीएनएल और वीएसएनएल जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनियों की स्थापना हुई और जिसे राजीव गांधी के कार्यालय में विकसित किया गया। उस युग में जहां टेलीफोन एक कीमती चीज मानी जाती थी और जिसे सिर्फ अमीर लोगों के विचार पर ही स्थापित किया गया था, राजीव ने उसे आम जन के लिए संभव बना दिया था। जिसके चलते सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्रांति का भी उदय हुआ।
  • वर्ष 1988 में, उन्होंने स्वर्ण मंदिर अमृतसर में छिपे बंदूकधारियों को बाहर निकालने के लिए “ब्लैक थंडर ऑप्रेशन”की शुरुआत की। उसके लिए दो समूहों का गठन किया गया :- राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड और स्पेशल एक्शन ग्रुप। जिसने लगभग 10 दिनों के लिए पूरे मंदिर को घेर लिया था, जिसके तहत कई खतरनाक हथियार जब्त किए गए थे। यह अभियान पंजाब में शांति लाने के लिए था।
  • मई 1991 में, जब आखिरी बार भारत ने राजीव गांधी को सुना, उस समय वह चेन्नई के निकट एक गांव श्रीपेरंबदूर में थे, जहां वह श्रीपेरंबदूर से लोकसभा कांग्रेस के लिए उम्मीदवार का प्रचार करने गए थे। इसी प्रचार के दौरान उनकी हत्या हुई थी। प्रचार के दौरान Thenmozhi Rajaratnam नामक एक महिला भीड़ से निकलकर राजीव गांधी से मिलने के लिए आई। उसने एक बेल्ट बांध रखी थी, जिसमें करीब 700 ग्राम आरडीएक्स थी, जैसे ही वह महिला राजीव गांधी का अभिवादन करने के लिए झुकी तभी एक ब्लास्ट हुआ। जिसमें राजीव गांधी की मृत्यु हो गई।
  • वर्ष 1991 के बाद, भारत सरकार ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया, जो देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। वर्ष 2009 में राजीव को मरणोपरांत आधुनिक भारत के क्रांतिकारी नेता के रूप में, India Leadership Conclave से सम्मानित किया गया था।
  • भारत सरकार द्वारा भारत के श्रीपेरंबुदुर में राजीव गांधी मेमोरियल (निनावगम) का निर्माण किया गया, जिस स्थान पर उनकी हत्या कर दी गई थी। हत्या के दौरान राजीव गांधी के कपड़े

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *